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हिमालय पर्वत श्रृंखला: उत्पत्ति, विभाजन और महत्व | UPSC, SSC, और राज्य PCS के लिए महत्वपूर्ण

हिमालय पर्वत श्रृंखला: उत्पत्ति, विभाजन और महत्व | भारत का भू-आकृति 

हिमालय पर्वत श्रृंखला की उत्पत्ति, भूगर्भिक संरचना, विभाजन, पर्यावरणीय प्रभाव और भारत के सामरिक, जलवायु और आर्थिक महत्व को जानें। UPSC, SSC और अन्य परीक्षाओं के लिए उपयोगी तथ्य, विशेषज्ञ राय, इन्फोग्राफिक्स, टाइमलाइन और सरकारी लिंक।


🔷 प्रस्तावना

हिमालय पर्वत श्रृंखला विश्व की सबसे ऊँची और नवीनतम पर्वत श्रृंखला है, जो भारत, नेपाल, भूटान, तिब्बत और पाकिस्तान तक फैली हुई है। यह भारत की भौगोलिक और जलवायु संरचना को प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण पर्वतीय क्षेत्र है। हिमालय न केवल भारत की जलवायु को नियंत्रित करता है बल्कि यह भारत की सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और जैव विविधता का भी प्रमुख केंद्र है।


🗻 हिमालय पर्वत श्रृंखला की उत्पत्ति

🔬 1️⃣ भूगर्भिक सिद्धांत और प्लेट विवर्तनिकी

  • हिमालय पर्वत श्रृंखला की उत्पत्ति "प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत" (Plate Tectonic Theory) के आधार पर समझी जाती है।
  • लगभग 5-7 करोड़ वर्ष पहले भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट के बीच टकराव हुआ।
  • इस टकराव के कारण टेथिस सागर (Tethys Sea) सिकुड़ गया और उसकी तलछटी परतें ऊपर उठने लगीं, जिससे हिमालय पर्वत का निर्माण हुआ।
  • यह प्रक्रिया आज भी जारी है और हिमालय हर साल लगभग 5-10 मिलीमीटर ऊँचा हो रहा है

🌎 2️⃣ वलन और भ्रंशन प्रक्रिया

  • भारतीय प्लेट की गति के कारण हिमालय पर्वत का निरंतर उत्थान होता है।
  • यह पर्वत श्रृंखला मुख्य रूप से विलुप्त ज्वालामुखी, तलछटी चट्टानों और ग्रेनाइट चट्टानों से बनी हुई है।

🔷 हिमालय का विभाजन

हिमालय को दो तरीकों से विभाजित किया जाता है:

🏔 1️⃣ अनुदैर्ध्य विभाजन (उत्तर से दक्षिण की ओर)

1️⃣ ट्रांस-हिमालय

  • कराकोरम, लद्दाख, ज़ास्कर और कैलाश पर्वत शामिल हैं।
  • यह भारत और तिब्बत के बीच एक प्राकृतिक सीमारेखा बनाता है।

2️⃣ वृहत हिमालय (हिमाद्री)

  • सबसे ऊँचा पर्वतीय क्षेत्र, जिसमें माउंट एवरेस्ट (8848m) और कंचनजंगा (8586m) शामिल हैं।
  • यह ग्लेशियरों से ढका रहता है और यहाँ भारत की कई नदियों का उद्गम स्थल है।

3️⃣ लघु हिमालय (हिमाचल)

  • यह मध्य हिमालय कहलाता है और यहाँ शिमला, मसूरी, नैनीताल, दार्जिलिंग जैसे हिल स्टेशन स्थित हैं।
  • इस क्षेत्र में सबसे अधिक वनस्पति पाई जाती है।

4️⃣ शिवालिक (निचला हिमालय)

  • यह हिमालय की सबसे बाहरी श्रृंखला है और यह नदी कछारों से बना हुआ है।
  • शिवालिक में दून घाटियाँ (देहरादून, कोटलीदून, पटलीदून) पाई जाती हैं।

📌 2️⃣ क्षेत्रीय विभाजन (पश्चिम से पूर्व की ओर)


🔷 हिमालय पर्वत का महत्व

1️⃣ जलवायु पर प्रभाव

  • हिमालय शीतकालीन उत्तर पश्चिमी ठंडी हवाओं को रोकता है, जिससे भारत में तापमान संतुलित रहता है।
  • यह मानसूनी हवाओं को उत्तर की ओर बढ़ने से रोकता है, जिससे भारत में अधिक वर्षा होती है

2️⃣ भारत की नदियों का स्रोत

  • हिमालय से निकलने वाली नदियाँ सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र और यमुना हैं।
  • यह नदियाँ सिंचाई, जल विद्युत और पेयजल का मुख्य स्रोत हैं।

3️⃣ आर्थिक महत्व

  • हिमालय पर्यटन, कृषि, वन संसाधन, और खनिज संपदा का प्रमुख स्रोत है।
  • दार्जिलिंग और कांगड़ा में चाय बागान, फल और औषधीय पौधों की खेती यहाँ होती है।

4️⃣ सामरिक महत्व

  • यह भारत और चीन के बीच एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच प्रदान करता है।
  • भारतीय सेना के प्रमुख ठिकाने हिमालय क्षेत्र में स्थित हैं।

⚠️ हिमालय की चुनौतियाँ और संरक्षण के प्रयास

🔴 प्राकृतिक आपदाएँ

  • भूकंप और भूस्खलन की घटनाएँ बढ़ रही हैं।
  • ग्लेशियर पिघलने से बाढ़ और जल संकट बढ़ सकता है।

🟢 संरक्षण के प्रयास

  • "हिमालयी संरक्षण योजना" के तहत वन कटाई को रोका जा रहा है।
  • ग्लेशियर संरक्षण कार्यक्रम से ग्लेशियरों की स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है।

📅 हिमालय पर्वत श्रृंखला का समयरेखा

📌 7 करोड़ वर्ष पूर्व – भारतीय और यूरेशियन प्लेटों की टक्कर से हिमालय का निर्माण।
📌 20 लाख वर्ष पूर्व – हिमालय का निरंतर उत्थान।
📌 वर्तमान – हर वर्ष 5-10 मिमी ऊँचाई बढ़ रही है।


📝 UPSC प्रारूप में कुछ संभावित प्रश्न

Q1: हिमालय पर्वत श्रृंखला के विभाजन का वर्णन कीजिए।
Q2: हिमालय भारतीय जलवायु को कैसे प्रभावित करता है?
Q3: भारतीय नदियों के लिए हिमालय का महत्व क्या है?

Q1: हिमालय पर्वत श्रृंखला के विभाजन का वर्णन कीजिए।

उत्तर:
हिमालय पर्वत श्रृंखला को दो प्रकार से विभाजित किया जाता है:

(A) अनुदैर्ध्य विभाजन (उत्तर से दक्षिण की ओर)

  1. ट्रांस-हिमालय:

    • यह हिमालय की सबसे उत्तरी श्रृंखला है और इसमें कराकोरम, लद्दाख, ज़ास्कर और कैलाश पर्वत आते हैं।
    • यह भारत-तिब्बत सीमा पर स्थित है और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
  2. वृहत हिमालय (हिमाद्री):

    • यह हिमालय की सबसे ऊँची श्रृंखला है, जिसमें माउंट एवरेस्ट (8848m) और कंचनजंगा (8586m) शामिल हैं।
    • यहाँ गंगोत्री, यमुनोत्री और सतोपंथ ग्लेशियर स्थित हैं, जो प्रमुख नदियों का स्रोत हैं।
  3. लघु हिमालय (हिमाचल):

    • यह वृहत हिमालय के दक्षिण में स्थित है और यहाँ शिमला, मसूरी, नैनीताल जैसे हिल स्टेशन हैं।
    • कृषि और वन संसाधनों की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण क्षेत्र है।
  4. शिवालिक (निचला हिमालय):

    • यह हिमालय की सबसे बाहरी श्रृंखला है, जिसमें दून घाटियाँ (देहरादून, कोटलीदून, पटलीदून) पाई जाती हैं।
    • यह तलछटी अवसादों से बना हुआ है और भूकंप प्रवण क्षेत्र है।

(B) क्षेत्रीय विभाजन (पश्चिम से पूर्व की ओर)


Q2: हिमालय भारतीय जलवायु को कैसे प्रभावित करता है?

उत्तर:
हिमालय पर्वत भारतीय जलवायु को निम्नलिखित प्रकार से प्रभावित करता है:

1️⃣ मानसून का निर्माण और दिशा निर्धारण:

  • हिमालय दक्षिण-पश्चिमी मानसून को उत्तर की ओर बढ़ने से रोकता है, जिससे भारत में पर्याप्त वर्षा होती है।
  • मानसून की हवाएँ टकराकर बंगाल और अरब सागर क्षेत्र में अधिक वर्षा लाती हैं।

2️⃣ सर्दियों में ठंडी हवाओं को रोकना:

  • हिमालय उत्तर से आने वाली ठंडी साइबेरियन हवाओं को भारत में प्रवेश करने से रोकता है, जिससे भारत में अपेक्षाकृत गर्म सर्दियाँ होती हैं।

3️⃣ नदियों का स्रोत:

  • हिमालय से निकलने वाली नदियाँ सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र, यमुना हैं, जो भारत की जल आपूर्ति को सुनिश्चित करती हैं।
  • इन नदियों से सिंचाई, जल विद्युत और कृषि को बढ़ावा मिलता है।

4️⃣ कृषि और पारिस्थितिकी पर प्रभाव:

  • हिमालय के कारण उत्तर भारत में उर्वर जलोढ़ मैदान बने हैं, जो कृषि के लिए उपयुक्त हैं।
  • यह पर्वत जैव विविधता को संरक्षित करता है और यहाँ अनेक प्रकार की वनस्पतियाँ और जीव-जंतु पाए जाते हैं।

5️⃣ जलवायु विभाजन:

  • हिमालय उत्तर और दक्षिण भारत के जलवायु को अलग करता है।
  • इसके कारण दक्षिण भारत की जलवायु समुद्री प्रभाव से युक्त गर्म और आर्द्र रहती है, जबकि उत्तर भारत की जलवायु में विविधता होती है।

Q3: भारतीय नदियों के लिए हिमालय का महत्व क्या है?

उत्तर:
हिमालय भारतीय नदियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनके उद्गम स्थल के रूप में कार्य करता है।

1️⃣ हिमालय से निकलने वाली प्रमुख नदियाँ:

2️⃣ जल संसाधन और सिंचाई:

  • हिमालय से निकलने वाली नदियाँ उत्तर भारत में सिंचाई का मुख्य स्रोत हैं।
  • पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार की कृषि गंगा और उसकी सहायक नदियों पर निर्भर है।
  • इन नदियों पर बड़े बांध और जलविद्युत परियोजनाएँ जैसे टेहरी बांध (गंगा), भाखड़ा नांगल (सतलुज) बनाए गए हैं।

3️⃣ जलविद्युत उत्पादन:

  • हिमालयी नदियों पर कई जलविद्युत परियोजनाएँ स्थापित की गई हैं, जैसे कि:
    • बगलीहार डैम (चिनाब नदी)
    • धौलापुर हाइड्रो प्रोजेक्ट (यमुना नदी)
    • सुबनसिरी लोअर हाइड्रो प्रोजेक्ट (ब्रह्मपुत्र नदी)

4️⃣ पारिस्थितिक और जैव विविधता संरक्षण:

  • हिमालय की नदियाँ वेटलैंड्स, जल पक्षियों और जलीय जीवों के लिए महत्वपूर्ण आवास प्रदान करती हैं।
  • हिमालयी नदी तंत्र भारत के प्रमुख जल संसाधनों का आधार है।

5️⃣ भूगर्भीय महत्व:

  • हिमालय से निकलने वाली नदियाँ बाढ़ नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और भारत की भू-आकृति को संतुलित रखती हैं।
  • यह गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा जैसी विशाल जलोढ़ संरचनाओं को बनाती हैं, जिससे भारत का उपजाऊ कृषि क्षेत्र विकसित हुआ।

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