परीक्षा परिणाम 2024-25 – महत्वपूर्ण बिंदु (पृष्ठ 1–5 सारांश)
- संस्था प्रधान का परीक्षा परिणाम 90% या अधिक हो तो “श्रेष्ठ परिणाम” माना जाएगा।
- 60% से कम होने पर परिणाम “न्यू परीक्षा” की श्रेणी में आएगा।
- श्रेष्ठ परिणाम हेतु न्यूनतम 10 छात्रों का समावेश आवश्यक है।
- लगातार 2 वर्षों या 5 में से 3 बार कम परिणाम पर चेतावनी या स्थानांतरण किया जा सकता है।
- कार्यवाहक संस्था प्रमुख के लिए 50% तक मानदंड लागू होंगे।
- शिक्षक का परिणाम 90%+ एवं कक्षा 5–8 में ‘A’ ग्रेड हो तो श्रेष्ठ शिक्षक प्रमाण-पत्र मिलेगा।
- 70% से कम परिणाम या 40% ‘E’ ग्रेड हो तो “न्यू परीक्षा परिणाम” माना जाएगा।
- शिक्षक गणना भी न्यूनतम 10 छात्रों पर आधारित होगी।
- संकायवार परीक्षा परिणामों का संयुक्त औसत ही मान्य होगा।
- यदि एक विषय दो शिक्षकों ने पढ़ाया है, तो दोनों उत्तरदायी होंगे।
- परीक्षा परिणाम की गणना हेतु कम से कम 5 माह कार्यकाल आवश्यक है।
- “न्यू परीक्षा परिणाम” को गणना में शामिल नहीं किया जाएगा।
- नामांकित उत्तीर्ण छात्रों के आधार पर ही गणना होगी।
- प्रमाण-पत्र शालादर्पण मॉड्यूल द्वारा ऑनलाइन जारी किए जाएँगे।
- 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर श्रेष्ठ शिक्षक को सम्मानित किया जाएगा।
- न्यू परिणाम निर्धारण की अंतिम तिथि: 30 जुलाई
- आरोप पत्र जारी करने की अंतिम तिथि: 10 अगस्त
- उत्तर प्राप्त करने की तिथि: 25 अगस्त
- संतोषजनक जवाब न मिलने पर चेतावनी/Drop: 25 सितम्बर
- लगातार कम परिणाम पर सुनवाई: 31 अक्टूबर
- अंतिम निर्णय पारित करना: 30 नवम्बर
- निर्धारित समय-सारिणी का पालन न करने पर विभागीय कार्यवाही संभव है।
कार्यालय – निदेशक, माध्यमिक शिक्षा राजस्थान, बीकानेर
क्रमांक: शिक्षण-मा/माध्य/नि.शि./डी-1/21901/प.अ./वो-2/2025–35431
दिनांक: यथास्थान
विषय – परीक्षा परिणाम की समीक्षा के नवीन मानदंड एवं दायित्व निर्धारण।
संदर्भित परिपत्र क्रमांक: शिक्षण-मा/माध्य/नि.शि./डी-1/21901/प.अ./2015-16/300 दिनांक 18.04.2016 द्वारा परीक्षा परिणाम की समीक्षा के मानदंड को समकक्ष में लाते हुए निदेशक परिपत्र के अधिकरण को अद्यतन करते हुए निम्नलिखित मापदंड निर्धारित किए जाते हैं:
1. संस्था प्रधान:
(अ) श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम:
विद्यालय का कक्षा 12वीं एवं 10वीं का बोर्ड परीक्षा परिणाम 90% अथवा उससे अधिक तथा कक्षा 8वीं व 5वीं में 90% या अधिक विद्यार्थियों द्वारा 'A' ग्रेड प्राप्त करने पर, संस्था प्रधान को विभाग द्वारा प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। (विद्यालय के परीक्षा परिणाम में कक्षा 12वीं, 10वीं, 8वीं व 5वीं के सम्मिलित परीक्षा परिणाम के लिए)।
उदाहरणार्थ:
कक्षा 12वीं में 60 में से 54, 10वीं में 50 में से 43, कक्षा 8वीं में 35 में से 33, कक्षा 5वीं में 30 में से 29 विद्यार्थियों द्वारा A ग्रेड से उत्तीर्ण – ऐसे में संस्था प्रधान का संयुक्त प्रतिशत होगा:
(54+43+33+29 = 159 / 175 x 100 = 90.85%)
(ब) न्यू परीक्षा परिणाम:
यदि परीक्षा परिणाम कक्षा 12वीं में 60% अथवा उससे न्यून तथा कक्षा 10वीं का परिणाम 50% अथवा उससे कम और कक्षा 8वीं व 5वीं में 50% या अधिक विद्यार्थी ग्रेड 'E' प्राप्त करते हैं, तो संस्था प्रधान का परीक्षा परिणाम न्यू माना जाएगा।
नोट:
- i. श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम के लिए न्यूनतम 10 विद्यार्थियों का परिणाम सम्मिलित हो।
- ii. विद्यालय द्वारा यदि किसी भी प्रमुख कक्षा (5, 8, 10, 12) में मापदंड से न्यून हो, तो श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम हेतु प्रमाण-पत्र नहीं दिया जाएगा।
- iii. यदि लगातार दो वर्षों या गत पाँच वर्षों में परिणाम मानदंड से न्यून रहा, तो लिखित चेतावनी व संस्था परिवर्तन की अनुशंसा की जा सकेगी।
iv. कार्यवाहक संस्था प्रधान:
कार्यवाहक संस्था प्रधान के रूप में कार्य करने पर न्यू परीक्षा के मानदंड 50% तक लागू होंगे। अर्थात कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 30% अथवा न्यून एवं कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम 25% अथवा न्यून रहने पर तथा कक्षा 8वीं व 5वीं का परीक्षा परिणाम न्यून हो एवं कक्षा 8वीं व 5वीं में 60% या अधिक विद्यार्थियों द्वारा ‘E’ ग्रेड प्राप्त करने पर परीक्षा परिणाम न्यू माना जायेगा।
2. शिक्षक:
(अ) श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम:
शिक्षक का कक्षा 12वीं एवं 10वीं में अध्यापन करवाया गए विषय का बोर्ड परीक्षा परिणाम 90% अथवा उससे अधिक रहने पर तथा कक्षा 8वीं व 5वीं में अध्यापन करवाए गए विषय का परीक्षा परिणाम भी 95% या उससे अधिक विद्यार्थियों द्वारा ‘A’ ग्रेड प्राप्त करने पर शिक्षक को विभाग द्वारा प्रमाण-पत्र दिया जायेगा।
(शिक्षक के परीक्षा परिणाम में कक्षा 12वीं, 10वीं, 8वीं व 5वीं के सम्मिलित परीक्षा परिणाम के लिए)
(ब) न्यू परीक्षा परिणाम:
शिक्षक का कक्षा 12वीं में अध्यापन करवाए गए विषय का बोर्ड परीक्षा परिणाम 70% अथवा न्यून एवं कक्षा 10वीं में अध्यापन करवाए गए विषय का बोर्ड परीक्षा परिणाम 60% अथवा न्यून रहने पर तथा कक्षा 8वीं व 5वीं में अध्यापन करवाए गए विषय/कक्षा/विषय के परीक्षा परिणाम में 40% या अधिक विद्यार्थियों द्वारा ग्रेड ‘E’ प्राप्त करने पर संबंधित शिक्षक का परीक्षा परिणाम न्यू माना जायेगा।
नोट:
- i. शिक्षक के लिए परीक्षा परिणाम की गणना कक्षा 12वीं व 10वीं से उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थी और कक्षा 8वीं व 5वीं में 'A' ग्रेड लाने वाले विद्यार्थियों की कुल संख्या का एक न्यूनतम मानांक (कम से कम 10 छात्र) आवश्यक होगा। श्रेष्ठ परीक्षा के लिए न्यूनतम 10 विद्यार्थियों का नामांकन होने पर ही विचार किया जाएगा।
- ii. यदि विद्यालय में किसी एक परीक्षा में परिणाम मानदंड से न्यून रहता है तो शिक्षक को श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम हेतु प्रमाण-पत्र नहीं दिया जाएगा।
- iii. शिक्षक के रूप में गत पाँच वर्षों (आलोच्य वर्ष सहित) में परीक्षा परिणाम एक बार मानदंड से न्यून रहने पर लिखित चेतावनी दी जायेगी एवं स्थान परिवर्तन किया जा सकता है। किंतु आलोच्य वर्ष सहित लगातार दो वर्ष अथवा गत पाँच वर्षों में से कोई 03 वर्ष का परीक्षा परिणाम मानदंड से न्यून रहने पर सीसीआर नियम–17 के तहत अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
- iv. कार्यवाहक शिक्षक के रूप में कार्य करने पर न्यू परीक्षा के मानदंड 50% तक लागू होंगे।
अर्थात कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 35% अथवा न्यून, कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम 30% अथवा न्यून रहने पर तथा कक्षा 8वीं व 5वीं का परीक्षा परिणाम न्यून हो एवं कक्षा 8वीं व 5वीं में 60% या अधिक विद्यार्थियों द्वारा ‘E’ ग्रेड प्राप्त करने पर संबंधित शिक्षक का परीक्षा परिणाम न्यू माना जायेगा तथा उसकी सूचना संस्था प्रधान द्वारा संदर्भ सहित समेकन पत्र के साथ कार्यालय को अध्यापन वर्ष पूर्ण होने के पश्चात भेजी जाएगी।
परीक्षा परिणाम संबंधी मानदंड यथावत रहेंगे। किंतु, यदि शिक्षक को उसके स्वयं की योग्यता से सम्बन्धित विषय के अतिरिक्त अन्य विषय का अध्यापन किया हो तो उन शिक्षकों के लिए मान्यताप्राप्त निर्धारित मानदंडों का 50% होगा।
अर्थात कक्षा 12वीं के लिए 35% व कक्षा 10वीं के लिए 30% तक परीक्षा परिणाम न्यू माना जायेगा, तथा कक्षा 8वीं व 5वीं के परीक्षा परिणाम में 60% या अधिक विद्यार्थियों द्वारा ‘E’ ग्रेड प्राप्त करने पर परीक्षा परिणाम न्यू माना जायेगा।
v. कार्य व्यवस्था / शिक्षण व्यवस्था मूल पदस्थापन स्थान के अतिरिक्त अन्य स्थान पर लगाए गए शिक्षक जहां वास्तविक रूप से कार्य कर रहे हों (स्थानांतरण के कारण/ विद्यालयों के) परीक्षा परिणाम के लिए उत्तरदायी होंगे, न कि मूल पदस्थापन स्थान से सम्बन्धित परीक्षा परिणाम के लिए।
क्रियान्वयन की रूपरेखा:
उपरोक्त मानदंडों के अनुसार संस्था प्रधान अथवा शिक्षक को परीक्षा परिणाम हेतु प्रमाण-पत्र देने या आरोप-पत्र जारी करने से पूर्व निम्नांकित तथ्यों पर आवश्यक रूप से विचार किया जाये –
- 3.1 संस्था प्रधान / शिक्षक का कार्यकाल के दौरान (जुलाई से फरवरी) संपूर्ण न्यूनतम अवधि 5 माह आवश्यक है। शैक्षिक कार्यकाल अवधि अतिरिक्त कक्षा संचालन एवं नियुक्त अध्यापक द्वारा अध्यापन कार्य की स्थिति आदि में सम्मिलित की जायेगी।
- 3.2 परीक्षा परिणाम की गणना के लिए न्यू परीक्षा परिणाम को सम्मिलित नहीं किया जायेगा।
- 3.3 जिन उच्च माध्यमिक विद्यालयों में एक से अधिक संकाय संचालित हैं, उनके परीक्षा परिणाम की गणना करते समय दो या अधिक संकायों का संयुक्त परिणाम (सभी संकायों के प्राविक छात्र विघ्यार्थियों की तुलना में कुल उत्तीर्ण विद्यार्थी) आंकलित किया जाकर गणना की जायेगी।
उदाहरणार्थ:
विज्ञान संकाय में प्रविष्ट 70 में से 64, वाणिज्य संकाय में प्रविष्ट 80 में से 78, कृषि संकाय में प्रविष्ट 90 में से 87 व कला संकाय में 60 में से 54 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
परीक्षा परिणाम की गणना इन उत्तीर्ण परिणामों के कुल संख्या (64+78+87+54 = 283) को नामांकित विद्यार्थियों की कुल संख्या (70+80+90+60 = 300) के आधार पर अंतिम परीक्षा परिणाम की गणना की जायेगी:
(283x100/300 = 94.33%)
- 3.4 यदि किसी शिक्षक द्वारा एक ही कक्षा एवं विषय का शिक्षण तथा परीक्षा कक्षा नहीं कराया गया हो तो परीक्षा परिणाम की गणना करते समय उस कक्षा में उसी वर्ग का परिणाम (सभी कक्षा का न होकर उस वर्ग के विद्यार्थियों की तुलना में कुल उत्तीर्ण विद्यार्थी) आंकलित किया जायेगा।
- 3.5 यदि एक ही विषय का अध्यापन एक से अधिक अध्यापकों द्वारा विषय प्रमुख के रूप में कराया गया हो (जैसे जीवविज्ञान विषय जीव विज्ञान एवं वनस्पति विज्ञान) तब ऐसे अध्यापक द्वारा विद्यालय-स्तर पर स्पष्ट नामांकन सूची (वर्गवार नाम शिक्षक द्वारा) पर परिणाम के आधार पर दोनो समान रूप से उत्तरदायी होंगे।
- 3.6 नामांकित उत्तीर्ण विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम को विद्यालय एवं शिक्षक के परीक्षा परिणाम में उत्तीर्ण विद्यार्थियों के साथ सम्मिलित किया जाएगा।
4. सक्षम अधिकारी:
- 4.1 संस्था प्रधान एवं प्रधानाचार्य को श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम हेतु प्रमाण-पत्र शालादर्पण मॉड्यूल पर ऑनलाइन निर्देशालय द्वारा जारी किया जाएगा।
वरिष्ठ अध्यापक को श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम हेतु प्रमाण-पत्र सम्बन्धित समन्वीय अधिकारी एवं अध्यापक, लेवल-प्रथम / द्वितीय को श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम हेतु प्रमाण-पत्र सम्बन्धित जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक / प्रारंभिक) कार्यालय द्वारा जारी किया जाएगा। - 4.2 संस्था प्रधान एवं प्रधानाचार्य के न्यू परीक्षा परिणाम हेतु उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई निर्देशालय माध्यमिक शिक्षा राजस्थान, बीकानेर द्वारा की जाएगी।
जबकि शिक्षक एवं वरिष्ठ अध्यापक के न्यू परीक्षा परिणाम हेतु उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई सम्बन्धित समन्वीय अधिकारी तथा अध्यापक, लेवल-प्रथम / द्वितीय के न्यू परीक्षा परिणाम हेतु उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई सम्बन्धित जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक / प्रारंभिक) द्वारा की जाएगी।
5. समय सारिणी:
उपरोक्त परिपत्र में उल्लेखित कक्षाओं के लिये परीक्षा परिणाम की प्रक्रिया जुलाई माह तक सम्पन्न की जाती है; अतः उपर्युक्त मानदंडों/प्रपत्रों के आधार पर निर्धारित निम्न समय-सारिणी के अनुसार करने का दायित्व सम्बन्धित अधिकारी का होगा।
- 5.2 श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम हेतु वाले संस्था प्रधान / प्रधानाचार्य / वरिष्ठ अध्यापक / अध्यापक का प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करने हेतु समय सारिणी –
- 5.2.1 संस्था प्रधान द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को सूची मय परिणाम प्रति प्रस्तुत करना – 15 नवम्बर से पूर्व
- 5.2.2 संस्था प्रधान एवं प्रधानाचार्य हेतु सम्बन्धित जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्बन्धित मण्डल अधिकारियों को अनुशंसा सहित सूची मय परिणाम प्रति प्रस्तुत करना – 15 दिसम्बर से पूर्व
- 5.2.3 सम्बन्धित मण्डल एवं जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम हेतु तैयार हस्ताक्षरित प्रमाण-पत्र संस्था प्रधान को प्रेषित करना – 15 जनवरी से पूर्व
- 5.2.4 श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम हेतु शिक्षकों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित करना – 26 जनवरी को शाला का गणतंत्र दिवस समारोह में।
5.3 जिला शिक्षा अधिकारी प्रति वर्ष श्रेष्ठ एवं न्यू परीक्षा परिणाम प्राप्त करने वाले संस्था प्रधान एवं शिक्षकों का नाम स्तर एवं फोटो स्तरीय समाचारों में सम्मिलन हेतु अनुशंसा सहित प्रपत्र प्रस्तुत उपरि माध्यम से जिला प्रशासन एवं प्रशासनिक अधिकारियों, विशेषगण को उनके द्वारा जारी पत्रों के अनुसार विभागीय कार्यों की नीति में सम्मिलन किया जाएगा।
5.4 न्यू परीक्षा परिणाम के सन्दर्भ में निम्नानुसार कार्यवाही की जाएगी:
क्र.सं. | करणीय कार्यवाही | निर्धारित तिथि |
---|---|---|
5.4.1 | न्यू परीक्षा परिणाम वाले संस्था प्रधान एवं शिक्षक का निर्धारण | 30 जुलाई तक |
5.4.2 | विवरण उपरान्त आरोप पत्र जारी करना | 10 अगस्त तक |
क्र.सं. | करणीय कार्यवाही | निर्धारित तिथि |
---|---|---|
5.4.3 | आरोप पत्र का जवाब प्राप्त करना। (E-Dak द्वारा) |
25 अगस्त तक |
5.4.4 |
जवाब के आधार पर: (i) संतोषजनक जवाब प्राप्त होने पर प्रकरण Drop करना। (ii) जवाब संतोषजनक नहीं होने व प्रथमबार न्यू परीक्षा परिणाम होने के कारण लिखित चेतावनी देकर प्रकरण समाप्त करना। |
25 सितम्बर तक |
5.4.5: जवाब संतोषजनक नहीं होने तथा परीक्षा परिणाम लगातार दो वर्ष अथवा गत 05 वर्षों में से 03 वर्षों में मानदंड से न्यून रहने पर – (i) व्यक्तिगत सुनवाई का नोटिस (ii) व्यक्तिगत सुनवाई |
25 सितम्बर तक 31 अक्टूबर तक |
|
5.4.6 | आरोप पत्र पर निर्णय पारित करना। | 30 नवम्बर तक |
उपयुक्त निर्देशानुसार निर्धारित उत्तरदायित्व एवं समय-सारणी अनुसार आवंटित कार्य समयबद्ध रूप से नहीं करने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जा सकेगी।
नोट - यह मात्र आपके लिए गाइडलाइन हैं। आपको प्रत्येक कार्य विभाग के कार्यालय एवं आधिकारिक वेबसाइट निर्देश से ही करने हैं। यह वेबसाइट अधिकृत वेबसाइट नहीं है लेकिन हम आपके लिए सदैव अध्ययन हेतु प्रतिबद्ध हैं।
संस्था प्रधान स्तर पर करणीय कार्य – परीक्षा परिणाम 2024–25
क्रम संख्या | करणीय कार्य | निर्धारित तिथि |
---|---|---|
1 | जिला शिक्षा अधिकारी को सूची मय परिणाम भेजना | 15 नवम्बर तक |
2 | जिला अधिकारी द्वारा मण्डल को अनुशंसा सहित सूची भेजना | 15 दिसम्बर तक |
3 | मण्डल द्वारा संस्था को प्रमाण-पत्र भेजना | 15 जनवरी तक |
4 | गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) को सम्मान समारोह में प्रमाण-पत्र प्रदान | 26 जनवरी |
5 | न्यू परीक्षा परिणाम वालों की पहचान करना | 30 जुलाई तक |
6 | न्यू परीक्षा परिणाम पर आरोप पत्र जारी करना | 10 अगस्त तक |
7 | आरोप पत्र का जवाब प्राप्त करना (E-Dak द्वारा) | 25 अगस्त तक |
8 | संतोषजनक न होने पर चेतावनी या प्रकरण समाप्त | 25 सितम्बर तक |
9 | यदि लगातार दो या तीन वर्षों में न्यून परिणाम, तो व्यक्तिगत सुनवाई | 31 अक्टूबर तक |
10 | अंतिम निर्णय पारित करना | 30 नवम्बर तक |
25 महत्वपूर्ण प्रश्न एवं उत्तर — शिक्षक, संस्था प्रधान, अधिकारी और परीक्षार्थी उपयोग के लिए तैयार:
✅ परीक्षा परिणाम 2024-25: 25 महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर (MCQ / Q&A फॉर्मेट)
-
श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम की परिभाषा क्या है?
➤ जब संस्था के 90% या अधिक विद्यार्थी उत्तीर्ण हों और अधिकतर ‘A’ ग्रेड में हों। -
न्यू परीक्षा परिणाम किसे माना जाता है?
➤ जब परीक्षा परिणाम 60% से कम हो या अधिकतर विद्यार्थी ‘E’ ग्रेड में हों। -
श्रेष्ठ परिणाम की गणना के लिए न्यूनतम कितने विद्यार्थी आवश्यक हैं?
➤ कम से कम 10 नामांकित विद्यार्थियों का परिणाम। -
श्रेष्ठ संस्था प्रधान को प्रमाण-पत्र किसके द्वारा मिलेगा?
➤ शालादर्पण मॉड्यूल के माध्यम से ऑनलाइन। -
यदि लगातार 2 वर्षों में न्यून परिणाम हो तो क्या होगा?
➤ लिखित चेतावनी या स्थान परिवर्तन की कार्यवाही। -
शिक्षक स्तर पर श्रेष्ठ परिणाम के लिए कितना प्रतिशत आवश्यक है?
➤ 90% से अधिक और ग्रेड 'A' की स्थिति। -
शिक्षक स्तर पर ‘न्यू परीक्षा परिणाम’ की परिभाषा क्या है?
➤ 70% से कम बोर्ड परिणाम + 40% विद्यार्थी 'E' ग्रेड में। -
यदि एक विषय को दो शिक्षकों ने पढ़ाया हो तो कौन जिम्मेदार होगा?
➤ दोनों समान रूप से उत्तरदायी होंगे। -
कक्षा 12वीं हेतु कार्यवाहक संस्था प्रधान पर कितने प्रतिशत मानदंड लागू होंगे?
➤ केवल 50% मानदंड (यानी 30% बोर्ड परिणाम तक)। -
गणतंत्र दिवस पर किन्हें सम्मानित किया जाएगा?
➤ श्रेष्ठ शिक्षक और संस्था प्रधान। -
न्यू परीक्षा परिणाम निर्धारण की अंतिम तिथि क्या है?
➤ 30 जुलाई। -
आरोप पत्र जारी करने की अंतिम तिथि?
➤ 10 अगस्त। -
आरोप पत्र का उत्तर कब तक लेना है?
➤ 25 अगस्त (E-Dak द्वारा)। -
उत्तर असंतोषजनक होने पर चेतावनी/Drop की तिथि?
➤ 25 सितम्बर तक। -
लगातार कम परिणाम पर सुनवाई की अंतिम तिथि?
➤ 31 अक्टूबर तक। -
अंतिम निर्णय पारित करने की तिथि?
➤ 30 नवम्बर तक। -
प्रमाण-पत्र प्रेषण की प्रक्रिया कब पूरी करनी है?
➤ 15 जनवरी तक। -
ब्लॉक द्वारा अनुशंसा की अंतिम तिथि?
➤ 15 दिसम्बर तक। -
संस्था द्वारा जिले को रिपोर्ट भेजने की तिथि?
➤ 15 नवम्बर तक। -
न्यू परीक्षा परिणाम वाले शिक्षकों का निर्णय कौन करेगा?
➤ संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी। -
कार्यकाल न्यूनतम कितने माह होना आवश्यक है?
➤ 5 माह (जुलाई से फरवरी)। -
‘न्यू परीक्षा परिणाम’ को गणना में शामिल किया जाता है या नहीं?
➤ ❌ नहीं किया जाता। -
संयुक्त संकायों के परिणाम कैसे जोड़े जाएंगे?
➤ सभी प्रविष्ट और उत्तीर्ण विद्यार्थियों का कुल औसत लेकर। -
स्थानांतरण पर कार्यरत शिक्षक का परिणाम कहाँ गिना जाएगा?
➤ जहाँ वास्तव में कार्य कर रहा हो, वहाँ। -
अनुपालन न करने पर क्या कार्रवाई हो सकती है?
➤ विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई।
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