"भारत में कृषि: प्रमुख प्रकार, फसलें, चुनौतियाँ और आधुनिक समाधान | सम्पूर्ण अध्ययन for UPSC & प्रतियोगी परीक्षाएँ"
भारत में कृषि: प्रकार, फसलें और चुनौतियाँ – विस्तृत अध्ययन
इस लेख में भारत में कृषि के विभिन्न प्रकार, प्रमुख फसलें, उनकी विशेषताएँ, आधुनिक कृषि तकनीकें, जलवायु परिवर्तन का प्रभाव, सरकारी योजनाएँ और UPSC एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न शामिल हैं।
🔷 भाग 1: भारत में कृषि – एक परिचय
📌 कृषि का महत्व
✅ भारत में कृषि सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग 18% योगदान देती है।
✅ भारत की लगभग 60% जनसंख्या प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कृषि पर निर्भर है।
✅ हरित क्रांति (Green Revolution) के बाद भारतीय कृषि में उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि हुई।
✅ कृषि न केवल आर्थिक आधार प्रदान करती है, बल्कि यह खाद्य सुरक्षा, रोजगार और निर्यात का प्रमुख स्रोत भी है।
📌 वैज्ञानिक रिपोर्ट: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अनुसार, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कृषि उत्पादक देश है।
🔷 भाग 2: भारत में कृषि के प्रकार
1️⃣ पारंपरिक कृषि (Traditional Agriculture)
✅ विशेषताएँ:
- छोटे खेत, पारंपरिक उपकरणों का उपयोग।
- वर्षा आधारित सिंचाई।
- जैविक खाद और गोबर खाद का उपयोग।
✅ मुख्य क्षेत्र: उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान।
2️⃣ व्यावसायिक कृषि (Commercial Agriculture)
✅ विशेषताएँ:
- नकदी फसलों (Cash Crops) की खेती जैसे गन्ना, कपास, चाय, कॉफी।
- बड़े पैमाने पर उत्पादन और मशीनरी का उपयोग।
- उत्पादों का निर्यात किया जाता है।
✅ मुख्य क्षेत्र: महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु।
3️⃣ मिश्रित कृषि (Mixed Farming)
✅ विशेषताएँ:
- एक ही खेत में फसल और पशुपालन दोनों।
- खाद्य उत्पादन और आर्थिक लाभ दोनों की दृष्टि से लाभकारी।
✅ मुख्य क्षेत्र: पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल।
4️⃣ जैविक कृषि (Organic Farming)
✅ विशेषताएँ:
- रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग नहीं किया जाता।
- प्राकृतिक खाद (Compost, Vermicompost) और जैविक कीटनाशकों का प्रयोग।
- पर्यावरण के अनुकूल और स्वस्थ उत्पाद।
✅ मुख्य क्षेत्र: केरल, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश।
📌 FAO की रिपोर्ट: भारत में जैविक कृषि क्षेत्र लगभग 3.56 मिलियन हेक्टेयर तक बढ़ चुका है।
5️⃣ वर्षा आधारित कृषि (Rainfed Agriculture)
✅ विशेषताएँ:
- पूरी तरह वर्षा पर निर्भर।
- सूखा प्रवण क्षेत्रों में अधिक प्रचलित।
✅ मुख्य क्षेत्र: राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़।
📌 राष्ट्रीय कृषि आयोग (NAC) की रिपोर्ट: भारत का लगभग 52% कृषि क्षेत्र वर्षा आधारित है।
🔷 भाग 3: भारत में प्रमुख फसलें और उनकी विशेषताएँ
1️⃣ खाद्यान्न फसलें (Food Crops)
2️⃣ नकदी फसलें (Cash Crops)
📌 FAO की रिपोर्ट: भारत गन्ना और कपास उत्पादन में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।
🔷 भाग 4: भारत में कृषि की प्रमुख चुनौतियाँ
✅ 1️⃣ जलवायु परिवर्तन: अनियमित मानसून, सूखा, बाढ़।
✅ 2️⃣ जल संकट: भूजल स्तर में गिरावट।
✅ 3️⃣ मृदा क्षरण: अत्यधिक उर्वरकों का उपयोग।
✅ 4️⃣ छोटे खेतों का विखंडन: औसत जोत आकार में कमी।
✅ 5️⃣ बाज़ार और मूल्य अस्थिरता: न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) विवाद।
📌 संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट: 2050 तक जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि उत्पादन में 10-15% की गिरावट आ सकती है।
🔷 भाग 5: कृषि सुधार और सरकारी योजनाएँ
📌 1️⃣ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN): किसानों को प्रतिवर्ष ₹6,000 की सहायता।
📌 2️⃣ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY): किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा।
📌 3️⃣ राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY): सतत कृषि को बढ़ावा देना।
📌 4️⃣ पर ड्रॉप मोर क्रॉप योजना: जल प्रबंधन और सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली को बढ़ावा देना।
📌 5️⃣ ई-नाम (e-NAM): किसानों को ऑनलाइन बाज़ार उपलब्ध कराना।
📌 सरकारी रिपोर्ट: PM-KISAN योजना से 12 करोड़ से अधिक किसानों को लाभ हुआ है।
🔷 भाग 6: UPSC एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
📌 भारत में कृषि से संबंधित प्रश्नोत्तरी (MCQs & Short Questions)
प्रश्न 1: भारत में सबसे अधिक क्षेत्र में उगाई जाने वाली फसल कौन-सी है?
📌 उत्तर: धान (Rice)।
प्रश्न 2: "हरित क्रांति" (Green Revolution) के जनक कौन थे?
📌 उत्तर: एम. एस. स्वामीनाथन।
प्रश्न 3: भारत में सबसे अधिक उत्पादन वाली नकदी फसल कौन-सी है?
📌 उत्तर: गन्ना (Sugarcane)।
प्रश्न 4: "प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना" का मुख्य उद्देश्य क्या है?
📌 उत्तर: किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना।
🔷 निष्कर्ष (Conclusion)
✅ भारत कृषि प्रधान देश है, जहाँ विभिन्न प्रकार की कृषि प्रणालियाँ अपनाई जाती हैं।
✅ आधुनिक तकनीकों, सरकारी योजनाओं और सतत कृषि नीतियों से उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है।
✅ जलवायु परिवर्तन और कृषि सुधारों को अपनाना आवश्यक है।
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🔷 भाग 7: भारत में कृषि में आधुनिक तकनीकों का उपयोग
भारत में कृषि उत्पादन बढ़ाने और टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने के लिए आधुनिक तकनीकों का तेजी से उपयोग किया जा रहा है। ये तकनीकें फसल उत्पादन को बढ़ाने, जल और मिट्टी के संरक्षण में मदद करने, और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में सहायता करती हैं।
📌 1️⃣ आधुनिक कृषि तकनीकें (Modern Agricultural Techniques in India)
(A) सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली (Micro Irrigation System)
✅ टपक सिंचाई (Drip Irrigation):
- पानी की बूँद-बूँद प्रणाली से पौधों को आवश्यकतानुसार पानी दिया जाता है।
- 70% तक पानी की बचत होती है।
✅ स्प्रिंकलर सिंचाई (Sprinkler Irrigation):
- पानी को फुहारों के रूप में खेतों में छिड़का जाता है।
- यह सूखा-प्रवण क्षेत्रों में जल बचाने में मदद करता है।
📌 प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) के तहत ‘पर ड्रॉप मोर क्रॉप’ अभियान से 85 लाख हेक्टेयर भूमि कवर की गई है।
(B) सटीक कृषि (Precision Farming)
✅ सेंसर तकनीक का उपयोग:
- मिट्टी की नमी, पोषक तत्व और जल स्तर की निगरानी के लिए।
- किसान जरूरत के अनुसार खाद, पानी और कीटनाशकों का उपयोग कर सकते हैं।
✅ ड्रोन तकनीक (Drone Technology):
- फसलों की निगरानी, कीटनाशकों का छिड़काव, और उत्पादन का विश्लेषण करने के लिए उपयोग।
- यह समय और श्रम की बचत करता है।
📌 सरकार ने 2022 में ‘ड्रोन कृषि योजना’ शुरू की, जिससे किसानों को सब्सिडी पर ड्रोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
(C) जैविक और प्राकृतिक खेती (Organic and Natural Farming)
✅ जीरो बजट नैचुरल फार्मिंग (ZBNF):
- बिना रासायनिक खाद और कीटनाशकों के प्राकृतिक कृषि तकनीक।
- किसान गौ आधारित खाद (गौमूत्र, गोबर, जीवामृत) का उपयोग करते हैं।
- मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और उत्पादन में वृद्धि होती है।
📌 सिक्किम 2016 में भारत का पहला ‘100% जैविक राज्य’ बना।
(D) जलवायु-स्मार्ट कृषि (Climate-Smart Agriculture)
✅ हाइब्रिड और GM फसलें:
- सूखा, कीट और रोग प्रतिरोधी फसलों को विकसित किया गया है।
- BT कपास भारत में सबसे ज्यादा उगाई जाने वाली GM फसल है।
✅ हरित ऊर्जा का उपयोग:
- सौर ऊर्जा से चलने वाले सिंचाई पंप।
- बायोगैस प्लांट और वर्मी-कंपोस्ट तकनीक।
📌 NITI Aayog के अनुसार, जलवायु-स्मार्ट कृषि अपनाने से कृषि उत्पादकता 25% तक बढ़ सकती है।
🔷 भाग 8: भारत में कृषि में जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
भारत में जलवायु परिवर्तन (Climate Change) का कृषि पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है।
📌 1️⃣ जलवायु परिवर्तन के प्रभाव (Impacts of Climate Change on Indian Agriculture)
📌 असमान वर्षा (Irregular Rainfall):
- मानसून की अनिश्चितता से फसलों को भारी नुकसान।
📌 ग्लोबल वार्मिंग और तापमान वृद्धि:
- उच्च तापमान गेहूँ और धान की पैदावार को प्रभावित कर सकता है।
📌 सूखा और जल संकट:
- सूखाग्रस्त क्षेत्रों में फसल उत्पादन में गिरावट।
📌 बाढ़ और तूफान:
- तटीय क्षेत्रों में नमक मिश्रण और मिट्टी की उर्वरता में गिरावट।
📌 कीट और रोगों का बढ़ना:
- उच्च तापमान और आर्द्रता नई बीमारियों और कीटों के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनाती है।
📌 संयुक्त राष्ट्र (FAO) की रिपोर्ट के अनुसार, 2050 तक जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि उत्पादन में 10-15% की गिरावट आ सकती है।
📌 2️⃣ जलवायु परिवर्तन से निपटने के उपाय
✅ फसल विविधीकरण (Crop Diversification):
- एक ही फसल पर निर्भर रहने की बजाय कई फसलें उगाना।
✅ जलवायु-प्रतिरोधी फसलें (Climate-Resilient Crops):
- सूखा और बाढ़ सहन करने वाली हाइब्रिड फसलें।
✅ कृषि बीमा योजना (Crop Insurance):
- प्राकृतिक आपदाओं से किसानों की आर्थिक सुरक्षा।
📌 प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत अब तक 29 करोड़ किसानों को ₹1.32 लाख करोड़ का मुआवजा दिया गया है।
🔷 भाग 9: कृषि क्षेत्र में सरकारी नीतियाँ और योजनाएँ
📌 सरकार की ‘डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन 2021-2025’ से किसानों को स्मार्ट कृषि तकनीकों की जानकारी दी जा रही है।
🔷 भाग 10: UPSC एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
📌 भारत में कृषि से संबंधित प्रश्नोत्तरी (MCQs & Short Questions)
प्रश्न 1: भारत में सबसे अधिक क्षेत्र में उगाई जाने वाली फसल कौन-सी है?
📌 उत्तर: धान (Rice)।
प्रश्न 2: ‘हरित क्रांति’ (Green Revolution) के जनक कौन थे?
📌 उत्तर: एम. एस. स्वामीनाथन।
प्रश्न 3: ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ (PMFBY) का उद्देश्य क्या है?
📌 उत्तर: किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से फसल बीमा सुरक्षा प्रदान करना।
प्रश्न 4: भारत में सबसे अधिक कपास उत्पादन किस राज्य में होता है?
📌 उत्तर: महाराष्ट्र।
प्रश्न 5: कौन-सी तकनीक फसल उत्पादन बढ़ाने में मदद करती है?
📌 उत्तर: सूक्ष्म सिंचाई, जैविक खेती, ड्रोन तकनीक।
🔷 निष्कर्ष (Conclusion)
✅ भारत की कृषि व्यवस्था विविध और जटिल है, लेकिन वैज्ञानिक तकनीकों और सरकारी योजनाओं के सहारे इसे और मजबूत बनाया जा सकता है।
✅ जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए कृषि में नवाचार जरूरी है।
✅ डिजिटल कृषि, जैविक खेती, और आधुनिक तकनीकों को अपनाकर किसानों की आय बढ़ाई जा सकती है।
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