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हूटर, बजर और सायरन — ये तीनों चेतावनी उपकरण (Warning Devices) हैं, जिनका उपयोग विभिन्न परिस्थितियों में ध्यान आकर्षित करने और सुरक्षा संकेत देने के लिए किया जाता है। हालांकि इनका उद्देश्य एक जैसा है, लेकिन इनकी ध्वनि की प्रकृति, आवृत्ति और उपयोग का क्षेत्र अलग-अलग होता है।
भारत सरकार द्वारा औद्योगिक सुरक्षा के लिए प्रकाशित दिशानिर्देशों में हूटर व चेतावनी उपकरणों का उल्लेख किया गया है। अधिक जानकारी के लिए DGMS (Directorate General of Mines Safety) की वेबसाइट पर जाएं।
सायरन अधिक तीव्र और उच्च पिच की आवाज देता है, जबकि हूटर भारी और गहरी आवाज उत्पन्न करता है जो अधिक दूरी तक सुनाई देती है।
बजर का उपयोग मुख्यतः उपकरणों में सिग्नल या चेतावनी देने हेतु किया जाता है जैसे कि ओवन, अलार्म घड़ी, या UPS।
हाँ, सायरन का उपयोग घरों में सुरक्षा सिस्टम के तहत किया जाता है जैसे कि सेंसर आधारित अलार्म।
“सभी चेतावनी उपकरणों का चयन उनके उपयोग की स्थिति और क्षेत्र के अनुसार किया जाना चाहिए। औद्योगिक क्षेत्रों में जहां श्रमिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है, वहाँ हूटर बेहतर विकल्प है, जबकि बजर घरेलू उपकरणों के लिए उपयुक्त है।”
– श्री राजेश वर्मा, औद्योगिक सुरक्षा विशेषज्ञ
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