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अंग्रेजी भाषा का इतिहास एवं महत्व – Origin, Growth and Importance of English Language

अंग्रेजी भाषा का इतिहास एवं महत्व – Origin, Growth and Importance of English Language

अंग्रेजी भाषा का इतिहास एवं महत्व

अंग्रेजी भाषा का इतिहास एवं महत्व

विषय सूची (Table of Contents)
  1. परिचय
  2. अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति
  3. पुरानी अंग्रेजी (Old English)
  4. मध्यकालीन अंग्रेजी (Middle English)
  5. आधुनिक अंग्रेजी (Modern English)
  6. विश्व में अंग्रेजी का प्रसार
  7. अंग्रेजी भाषा का महत्व
  8. साहित्यकारों और विचारकों का योगदान
  9. भारत में अंग्रेजी भाषा की भूमिका
  10. सांस्कृतिक एवं सामाजिक प्रभाव
  11. भाषाई संरचना और शब्दावली
  12. आज की स्थिति
  13. भविष्य की संभावनाएँ
  14. चुनौतियाँ और विवाद
  15. वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQ)
  16. निबंधात्मक प्रश्न
  17. समापन

परिचय

अंग्रेजी भाषा (English Language) आज विश्व की सबसे प्रभावशाली भाषाओं में से एक है। लगभग 1.5 अरब लोग इसे बोलते या समझते हैं। यह इंडो-यूरोपीय भाषा परिवार की जर्मेनिक शाखा से संबंधित है। इतिहास की दृष्टि से अंग्रेजी ने कई सांस्कृतिक, राजनीतिक और सामाजिक घटनाओं से गुजरकर आधुनिक रूप प्राप्त किया। आज अंग्रेजी केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि शिक्षा, विज्ञान, तकनीक, व्यापार, कूटनीति और साहित्य की मुख्य भाषा है।


अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति

अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति 5वीं से 7वीं शताब्दी के बीच इंग्लैंड में हुई। जर्मेनिक जनजातियाँ – एंगल्स, सैक्सन्स और जूट्स – उत्तरी यूरोप से ब्रिटेन आईं और उनकी भाषाओं से अंग्रेजी की नींव पड़ी। “England” शब्द एंगल्स (Angles) से बना और “English” भी उसी से व्युत्पन्न है।

  • 450 ईस्वी के बाद: जर्मेनिक भाषाओं का मिश्रण → पुरानी अंग्रेजी।
  • 8वीं–11वीं शताब्दी: वाइकिंग्स के आगमन से नॉर्स शब्द जुड़े।
  • 1066: नॉर्मन विजय (Norman Conquest) → फ्रेंच और लैटिन का प्रभाव।

पुरानी अंग्रेजी (Old English) – 450 से 1100 ईस्वी

पुरानी अंग्रेजी आधुनिक अंग्रेजी से बिल्कुल अलग थी। यहाँ तक कि आधुनिक अंग्रेजी बोलने वाला व्यक्ति इसे आसानी से नहीं समझ सकता। “Beowulf” इस काल की प्रमुख साहित्यिक कृति है।

  • जटिल व्याकरण और रूपांतरण (inflections)।
  • अधिकतर शब्द जर्मेनिक मूल के।
  • लैटिन का धार्मिक और शैक्षिक प्रभाव।

मध्यकालीन अंग्रेजी (Middle English) – 1100 से 1500 ईस्वी

नॉर्मन विजय के बाद अंग्रेजी पर फ्रेंच और लैटिन का गहरा प्रभाव पड़ा। ज्योफ्री चौसर की “The Canterbury Tales” इसी काल की महत्त्वपूर्ण रचना है। इस समय अंग्रेजी सरल हुई और इसकी शब्दावली समृद्ध हुई।

  • फ्रेंच शब्दों का प्रवेश (कानून, प्रशासन, कला से जुड़े शब्द)।
  • व्याकरण अपेक्षाकृत सरल हुआ।
  • साहित्यिक कृतियों का उदय।

आधुनिक अंग्रेजी (Modern English) – 1500 ईस्वी से वर्तमान

पुनर्जागरण और प्रिंटिंग प्रेस (1476) ने अंग्रेजी को मानकीकृत किया। शेक्सपियर ने 1700 से अधिक नए शब्द और मुहावरे जोड़े। औद्योगिक क्रांति और ब्रिटिश उपनिवेशवाद ने अंग्रेजी को वैश्विक भाषा बनाया।

  • वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दों का विकास।
  • ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा विश्वभर में प्रसार।
  • अमेरिकी प्रभाव से और भी लोकप्रिय।

विश्व में अंग्रेजी का प्रसार

16वीं से 20वीं शताब्दी के बीच ब्रिटिश साम्राज्य के कारण अंग्रेजी विश्वभर में फैली। आज यह 54 देशों की आधिकारिक भाषा है और संयुक्त राष्ट्र सहित कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों की कार्यभाषा है। इंटरनेट पर लगभग 55% सामग्री अंग्रेजी में है।


अंग्रेजी भाषा का महत्व

अंग्रेजी को “Global Lingua Franca” कहा जाता है क्योंकि यह शिक्षा, व्यापार, कूटनीति, विज्ञान और तकनीक की भाषा है।

  1. शिक्षा: शीर्ष विश्वविद्यालयों और शोधपत्रों की भाषा।
  2. व्यापार: अंतरराष्ट्रीय सौदों और MNC कंपनियों की भाषा।
  3. विज्ञान: इंटरनेट, आईटी और प्रोग्रामिंग की प्रमुख भाषा।
  4. कूटनीति: विश्व समझौतों की मुख्य भाषा।
  5. पर्यटन: यात्रियों के लिए सबसे उपयोगी भाषा।

साहित्यकारों और विचारकों का योगदान

अंग्रेजी साहित्य ने भाषा के विकास में बड़ी भूमिका निभाई। Chaucer, Shakespeare, Milton, Wordsworth, Dickens, Orwell जैसे लेखकों ने अंग्रेजी को वैश्विक पहचान दिलाई।


भारत में अंग्रेजी भाषा की भूमिका

ब्रिटिश शासन के दौरान अंग्रेजी भारत में शिक्षा और प्रशासन की भाषा बनी। मैकॉले मिनट्स (1835) के बाद इसे औपचारिक शिक्षा का माध्यम बनाया गया। आज अंग्रेजी भारत की सहायक आधिकारिक भाषा है और न्यायपालिका, संसद तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में इसकी बड़ी भूमिका है।


सांस्कृतिक एवं सामाजिक प्रभाव

  • वैश्विक ज्ञान तक पहुँच।
  • भारतीय साहित्य को अंतरराष्ट्रीय पहचान।
  • रोजगार और तकनीकी अवसर।
  • लेकिन मातृभाषाओं के हाशिए पर जाने का खतरा।

भाषाई संरचना और शब्दावली

अंग्रेजी की शब्दावली में लगभग 1,70,000 सक्रिय शब्द और 2,50,000 से अधिक ऐतिहासिक शब्द हैं। इस पर लैटिन, ग्रीक, फ्रेंच, जर्मन और भारतीय भाषाओं का भी प्रभाव है। इसके व्याकरण में काल (Tense), वाच्य (Voice), और विशेषण प्रणाली इसे लचीला और प्रभावी बनाती है।


आज की स्थिति

भारत में लगभग 13 करोड़ लोग अंग्रेजी बोलते हैं। यह IT सेक्टर, शिक्षा, मीडिया और राजनीति में प्रमुख है। विश्व स्तर पर यह लगभग 1.5 अरब लोगों द्वारा बोली या समझी जाती है।


भविष्य की संभावनाएँ

डिजिटल युग में अंग्रेजी का महत्व और भी बढ़ेगा। AI, साइबर सुरक्षा, स्पेस रिसर्च जैसे क्षेत्रों में अंग्रेजी अग्रणी रहेगी। हालाँकि, स्थानीय भाषाओं को संरक्षित करना भी समान रूप से आवश्यक है।


चुनौतियाँ और विवाद

  • ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों के बीच भाषा आधारित असमानता।
  • मातृभाषाओं का महत्व घटने का खतरा।
  • सामाजिक प्रतिष्ठा का अंग्रेजी से जुड़ जाना।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQ)

  1. अंग्रेजी किस भाषा परिवार से संबंधित है?
    (a) द्रविड़
    (b) इंडो-यूरोपीय
    (c) चीनी-तिब्बती
    (d) अफ्रीकी-सेमेटिक
    उत्तर: (b)
  2. भारत में अंग्रेजी का संवैधानिक दर्जा क्या है?
    (a) राजभाषा
    (b) सहायक आधिकारिक भाषा
    (c) विदेशी भाषा
    (d) राष्ट्रीय भाषा
    उत्तर: (b)
  3. “Paradise Lost” किसने लिखा?
    (a) शेक्सपियर
    (b) मिल्टन
    (c) चौसर
    (d) डिकेन्स
    उत्तर: (b)

निबंधात्मक प्रश्न

  1. अंग्रेजी भाषा के ऐतिहासिक विकास पर चर्चा कीजिए।
  2. भारत में अंग्रेजी की भूमिका और प्रभाव का विश्लेषण कीजिए।
  3. वैश्विक भाषा के रूप में अंग्रेजी के महत्व और चुनौतियों पर विचार कीजिए।

समापन

अंग्रेजी भाषा का इतिहास दर्शाता है कि कैसे एक क्षेत्रीय जर्मेनिक भाषा धीरे-धीरे वैश्विक संचार, ज्ञान और शक्ति का प्रतीक बनी। आज यह शिक्षा, विज्ञान, तकनीकी और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का सबसे बड़ा माध्यम है। भारत में भी अंग्रेजी ने आधुनिकता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अहम भूमिका निभाई है। भविष्य में यह भाषा और भी प्रभावशाली होगी, लेकिन साथ ही मातृभाषाओं को संरक्षित रखना उतना ही आवश्यक होगा।


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