📘 उपस्थिति गणना एवं अनिवार्यता – शिक्षा सत्र 2025
राजकीय विद्यालयों एवं माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के अंतर्गत कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों की उपस्थिति से संबंधित नियम निम्नानुसार निर्धारित किए गए हैं:
✅ कक्षा 9 एवं 11 (नियमित छात्र):
- उपस्थिति की गणना विद्यालय सत्रारम्भ की तिथि से होगी।
- नवीन प्रवेश लेने वाले छात्रों की उपस्थिति – प्रवेश तिथि से मानी जाएगी (शिविरा पंचांग अनुसार)।
- वार्षिक परीक्षा की तैयारी अवकाश से एक दिन पूर्व तक की उपस्थिति गिनी जाएगी।
✅ कक्षा 10 एवं 12:
- उपस्थिति की गणना माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान के नियमानुसार की जाएगी।
✅ पूरक परीक्षा से जुड़े विद्यार्थी:
- कक्षा 9 व 11 की पूरक परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र की उपस्थिति परिणाम घोषित होने के 7 दिन बाद से मानी जाएगी।
✅ स्थानांतरण एवं प्रवर्जन:
- स्थानांतरित विद्यार्थी की उपस्थिति में पूर्व विद्यालय की उपस्थिति जोड़ना अनिवार्य।
- प्रवेश से पूर्व ही उपस्थिति नियम की जानकारी देना अनिवार्य।
- यदि उपस्थिति संभावित रूप से कम है, तो प्रवेश न दिया जाए।
✅ विलंब से घोषित परिणाम:
- मूल परीक्षा/पूरक परीक्षा का परिणाम विलंब से आने पर 10 दिन के भीतर प्रवेश लेने वालों की उपस्थिति – प्रवेश तिथि से मानी जाएगी।
✅ मुक्त विद्यालय से उत्तीर्ण विद्यार्थी:
- RSOS, NIOS से कक्षा 10 उत्तीर्ण छात्र को कक्षा 11 में अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पूर्व प्रवेश लेना अनिवार्य है।
📌 वार्षिक परीक्षा हेतु उपस्थिति की न्यूनतम अनिवार्यता:
- कक्षा 9 एवं 11 के छात्रों को 75% उपस्थिति अनिवार्य।
- रुग्णावस्था के मामलों में संस्था प्रधान 30 मिटिंग (15 दिन) की छूट दे सकते हैं।
- रुग्णावस्था में न्यूनतम 60% उपस्थिति तथा प्रमाणीकृत चिकित्सा प्रमाण पत्र आवश्यक।
📚 प्रॉक्सी टीचर क्या होते हैं? | Proxy Teachers in Government Schools
🔍 प्रॉक्सी शब्द का अर्थ (Meaning of Proxy):
प्रॉक्सी का अर्थ है – किसी अन्य व्यक्ति के स्थान पर कार्य करना। यह शब्द सामान्यतः "प्रॉक्सी वोटिंग", "प्रॉक्सी उपस्थिति" आदि संदर्भों में प्रयुक्त होता है।
📌 शिक्षा क्षेत्र में 'प्रॉक्सी टीचर' का अर्थ:
जब किसी सरकारी विद्यालय में नियुक्त वास्तविक अध्यापक के स्थान पर कोई अनाधिकृत व्यक्ति नियमित रूप से शिक्षण करता है, उसे प्रॉक्सी टीचर कहा जाता है।
🛑 यह क्यों अवैध है?
- शैक्षणिक अनुशासन का उल्लंघन
- वास्तविक अध्यापक वेतन ले रहा होता है, पर कार्य कोई और करता है
- छात्रों की शिक्षा पर विपरीत प्रभाव
- शिक्षा की गुणवत्ता में गिरावट
⚖️ न्यायालय का आदेश – Zero Tolerance on Proxy Teachers
राजस्थान उच्च न्यायालय ने 31 जुलाई 2024 को आदेश पारित कर शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि —
- राजकीय विद्यालयों में प्रॉक्सी टीचर्स पर Zero Tolerance नीति अपनाई जाए।
- 100% ऑनलाइन फोटो वेरिफिकेशन अनिवार्य किया जाए।
- संस्था प्रधान से प्रमाण-पत्र लिया जाए कि कोई भी प्रॉक्सी कार्यरत नहीं है।
- यदि पाया जाए तो संबंधितों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
📸 फोटो वेरिफिकेशन प्रणाली:
- प्रत्येक शिक्षक की जियो टैग्ड फोटोग्राफी द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति
- ZEO / DEO स्तर पर सत्यापन व निगरानी
- राज्य पोर्टल पर सत्रवार रिपोर्ट अपलोड
🔴 प्रॉक्सी अध्यापक की पहचान कैसे करें?
- जिस व्यक्ति की कोई सरकारी नियुक्ति नहीं है लेकिन वह पढ़ा रहा है
- स्थायी अध्यापक अनुपस्थित होते हुए, कोई अन्य नियमित रूप से स्कूल में
- निरीक्षण में नाम व चेहरा मेल न खाना
🎯 सुझाव – सुधार हेतु उपाय:
- Biometric Attendance अनिवार्य की जाए
- CCTV निगरानी विद्यालयों में स्थापित हो
- SMC व छात्रों को रिपोर्टिंग अधिकार मिले
- प्रत्येक सत्र में फोटो-प्रमाण-पत्र आवश्यक किया जाए
प्रॉक्सी टीचर व्यवस्था शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करती है। Zero Tolerance Policy लागू कर राज्य सरकार ने एक साहसिक कदम उठाया है, जो विद्यालयों में पारदर्शिता और जवाबदेही लाएगा।
🔥 कक्षा पंचम / अष्टम बोर्ड के सत्रांक की गणना
प्रारम्भिक शिक्षा पूर्णता परीक्षा (पांचवी/आठवीं बोर्ड परीक्षा) में परीक्षा परिणाम में प्रश्न पत्र 80 अंक का तथा सत्रांक के 20 अंक की गणना की जाती है।
- 20 में से 15 अंक लिखित परीक्षा के आधार पर
- 5 अंक उपस्थिति के आधार पर जोड़े जाते हैं।
✅ लिखित के 100 अंकों में से सत्रांक (15 अंक) की गणना:
प्राप्तांक | सत्रांक (15 में से) |
---|---|
0-6 | 1 अंक |
7-13 | 2 अंक |
14-20 | 3 अंक |
21-26 | 4 अंक |
27-33 | 5 अंक |
34-40 | 6 अंक |
41-46 | 7 अंक |
47-53 | 8 अंक |
54-60 | 9 अंक |
61-66 | 10 अंक |
67-73 | 11 अंक |
74-80 | 12 अंक |
81-86 | 13 अंक |
87-93 | 14 अंक |
94-100 | 15 अंक |
✅ उपस्थिति के आधार पर 5 अंक की गणना:
- 65% से 75% तक उपस्थिति = 3 अंक
- 76% से 85% तक उपस्थिति = 4 अंक
- 86% से 100% तक उपस्थिति = 5 अंक
विशेष:
आठवीं बोर्ड परीक्षा में समाजोपयोगी उत्पादक कार्य एवं समाज सेवा / कला शिक्षा / स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा के लिए निर्धारित अंकों में से प्राप्तांक को भी सत्रांक के साथ पोर्टल पर अपलोड किया जाता है।
➤ कार्यानुभव: कुल 100 अंक
➤ कला शिक्षा: कुल 100 अंक
➤ स्वास्थ्य / शारीरिक शिक्षा: कुल 100 अंक
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