RBSE Class 10 Science Model Paper 2024-2025 | राजस्थान बोर्ड कक्षा 10 विज्ञान मॉडल प्रश्न पत्र 2025

| बुधवार, अक्टूबर 29, 2025
RBSE कक्षा 10 विज्ञान मॉडल प्रश्न पत्र 2024-2025 | सम्पूर्ण हल के साथ

RBSE कक्षा 10 विज्ञान मॉडल प्रश्न पत्र 2024-2025

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड | माध्यमिक परीक्षा | सम्पूर्ण हल सहित

परीक्षा विवरण
बोर्ड:
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE)
कक्षा:
10वीं (माध्यमिक)
विषय:
विज्ञान (Science)
कुल अंक:
80
समय:
3 घंटे 15 मिनट
सत्र:
2024-2025
प्रश्न पत्र प्रकार:
मॉडल पेपर

RBSE कक्षा 10 विज्ञान मॉडल प्रश्न पत्र 2024-2025 राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक परीक्षा पैटर्न पर आधारित एक सम्पूर्ण अभ्यास प्रश्न पत्र है। यह मॉडल पेपर भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान तीनों शाखाओं के महत्वपूर्ण प्रश्नों को समाहित करता है।

इस लेख में प्रत्येक प्रश्न का विस्तृत हल, वैज्ञानिक चित्र (diagrams), सूत्र (formulas), और परीक्षा रणनीति प्रदान की गई है। यह मॉडल पेपर परीक्षार्थियों को वास्तविक परीक्षा के पैटर्न, प्रश्नों के प्रकार और अंक वितरण को समझने में सहायता करता है।

1. प्रश्न पत्र ब्लूप्रिंट एवं अंक वितरण

RBSE कक्षा 10 विज्ञान प्रश्न पत्र की संरचना निम्नलिखित ब्लूप्रिंट के अनुसार तैयार की जाती है। यह ब्लूप्रिंट विद्यार्थियों को प्रत्येक अध्याय से पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या और अंक वितरण को समझने में सहायता करता है।

1.1 अध्याय-वार अंक वितरण

क्र.सं. अध्याय अंक प्रतिशत
1 प्रकाश 23 28.75
2 मानव नेत्र 24 30.00
3 रासायनिक अभिक्रियाएं 14 17.5
4 अम्ल, क्षार एवं लवण 9 11.25
5 विद्युत धारा 10 12.50
कुल योग 80 100

1.2 इकाई-वार एवं उद्देश्य-वार अंक वितरण

क्र.सं. इकाई का नाम प्रश्नों की संख्या उद्देश्य-वार अंक वितरण कुल अंक प्रतिशत
ज्ञान अवबोध अनुप्रयोग कौशल (अभिव्यक्ति)
1 स्वाभाविक संसाधन 14 1 14 25.0 13.97 20
2 पर्यावरण 8 6 9 19.9 11.93 15
3 जैव प्रक्रम 10 2 20 23.00 18.86 15
4 आनुवंशिकी 8 5 21.2 34.50 7.94 50
5 विद्युत धारा 5 4 12 88.00 5.60 50
6 रासायनिक अभिक्रियाएं - - - - - कुल
योग 45 18 76.2 190.4 58.3 150

1.3 प्रश्न प्रकार-वार अंक वितरण

प्रश्न का प्रकार प्रश्नों की संख्या प्रति प्रश्न अंक कुल अंक
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) 16 1 16
रिक्त स्थान भरो 4 1 4
अति लघु उत्तरीय 6 1 6
लघु उत्तरीय (1½ अंक) 6 9
लघु उत्तरीय (3 अंक) 9 3 27
दीर्घ उत्तरीय 4 4 16
विकल्प सहित प्रश्न 1 1+2+1 = 4 4
कुल योग 80

महत्वपूर्ण सूचना: प्रश्न पत्र में कुल 80 अंकों के प्रश्न होंगे। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं। प्रश्न पत्र को चार खंडों में विभाजित किया गया है - खंड अ, ब, स और द।

2. सामान्य निर्देश

  1. प्रश्न पत्र में कुल 80 अंकों के प्रश्न हैं।
  2. प्रश्न पत्र चार खंडों में विभाजित है - अ, ब, स और द।
  3. सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  4. प्रत्येक प्रश्न के सामने अंक दिए गए हैं।
  5. आवश्यकतानुसार स्वच्छ एवं नामांकित चित्र बनाइए।
  6. प्रश्न पत्र को ध्यानपूर्वक पढ़िए।
  7. प्रारंभ में 15 मिनट का समय प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए दिया जाएगा।
  8. उत्तर लिखने के लिए 3 घंटे का समय दिया जाएगा।

3. खंड अ - बहुविकल्पीय प्रश्न 20 अंक

बहुविकल्पीय प्रश्न (प्रत्येक 1 अंक) - कुल 16 प्रश्न + 4 रिक्त स्थान

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प को अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखिए। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है।

प्रश्न (i): निम्न प्रदत्त अभिक्रिया के संदर्भ में कौन सा कथन सही है?

PbO(s) + CO(g) ──→ Pb(s) + CO₂(g)
(क) Pb की अपचयन हो रहा है।
(ख) CO का उपचयन हो रहा है।
(ग) दोनों (क) एवं (ख)
(घ) उपरोक्त सभी

उत्तर (i): (ग) दोनों (क) एवं (ख)

व्याख्या: इस अभिक्रिया में:

  • PbO → Pb: लेड ऑक्साइड (PbO) से ऑक्सीजन हट रही है, अतः यह अपचयन (Reduction) है।
  • CO → CO₂: कार्बन मोनोऑक्साइड में ऑक्सीजन जुड़ रही है, अतः यह उपचयन (Oxidation) है।
  • यह एक रेडॉक्स अभिक्रिया (Redox Reaction) है जिसमें उपचयन और अपचयन दोनों साथ-साथ होते हैं।

प्रश्न (ii): निम्नलिखित में से कौन सी विधि तलने वाले पैन में जंग लगने से रोकने के लिए उपयुक्त है?

(क) ग्रीस लगाकर
(ख) पेंट लगाकर
(ग) जिंक की परत चढ़ाकर
(घ) उपरोक्त सभी

उत्तर (ii): (क) ग्रीस लगाकर

व्याख्या: तलने वाले पैन (Frying Pan) में जंग रोकने के लिए:

  • ग्रीस लगाना सबसे उपयुक्त विधि है क्योंकि यह धातु की सतह पर एक सुरक्षात्मक परत बनाता है।
  • पेंट और जिंक प्लेटिंग खाद्य पदार्थों के संपर्क में आने वाले बर्तनों के लिए उपयुक्त नहीं हैं।
  • तेल/ग्रीस की परत हवा और नमी के संपर्क को रोकती है, जिससे जंग नहीं लगती।

प्रश्न (iii): पदार्थ X का आपेक्षिक घनत्व 1.75 है। ऐसेथेन का आणविक सूत्र है?

(क) 6 सहसंयोजक बंध
(ख) 7 सहसंयोजक बंध
(ग) 4 सहसंयोजक बंध
(घ) 10 सहसंयोजक बंध

उत्तर (iii): (ख) 7 सहसंयोजक बंध

व्याख्या: ऐसेथेन (Ethane) का आणविक सूत्र C₂H₆ है।

सहसंयोजक बंधों की गणना:

  • C - C: 1 बंध
  • C - H: 6 बंध (प्रत्येक कार्बन से 3-3)
  • कुल = 1 + 6 = 7 सहसंयोजक बंध
    H   H
    |   |
H - C - C - H
    |   |
    H   H

प्रश्न (iv): अभिक्रिया Na₂CO₃ + 2HCl → 2NaCl + H₂O + CO₂ के अनुसार निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नहीं है?

(क) विस्थापन अभिक्रिया
(ख) द्विविस्थापन अभिक्रिया
(ग) विघटन अभिक्रिया
(घ) विस्थापन अभिक्रिया

उत्तर (iv): (क) विस्थापन अभिक्रिया

व्याख्या: यह अभिक्रिया द्विविस्थापन अभिक्रिया (Double Displacement Reaction) है क्योंकि:

  • Na₂CO₃ और HCl दोनों यौगिकों में आयनों का आदान-प्रदान हो रहा है।
  • Na⁺ और CO₃²⁻ आयन अलग होते हैं।
  • H⁺ और Cl⁻ आयन अलग होते हैं।
  • नए यौगिक NaCl, H₂O और CO₂ बनते हैं।
  • यह विस्थापन अभिक्रिया (Single Displacement) नहीं है।

प्रश्न (v): कोई विलयन अंडे के छिलके के साथ अभिक्रिया करने पर गैस का उत्सर्जन करता है जो चूने के पानी को दूधिया कर देती है। इस विलयन में क्या होगा?

(क) NaCl
(ख) HCl
(ग) LiCl
(घ) KCl

उत्तर (v): (ख) HCl

व्याख्या:

  • अंडे के छिलके में कैल्सियम कार्बोनेट (CaCO₃) होता है।
  • अम्ल (HCl) के साथ अभिक्रिया करने पर CO₂ गैस निकलती है:
CaCO₃ + 2HCl → CaCl₂ + H₂O + CO₂↑
  • CO₂ गैस चूने के पानी [Ca(OH)₂] को दूधिया कर देती है:
Ca(OH)₂ + CO₂ → CaCO₃↓ (सफेद अवक्षेप) + H₂O

प्रश्न (vi): जब खाना बाहर से पकाते समय लोहे की कड़ाही को लंबे समय तक खुली रखा जाए तो उसका तात्पर्य है कि?

(क) भोजन पूर्णतः पका नहीं है
(ख) भोजन पूर्णतः जल गया है
(ग) भोजन आर्द्र नहीं है
(घ) भोजन पूर्णतः सूख रहा है

उत्तर (vi): (घ) भोजन पूर्णतः सूख रहा है

व्याख्या:

  • जब भोजन लंबे समय तक खुली कड़ाही में रखा जाता है, तो उसमें मौजूद नमी वाष्पीकृत हो जाती है।
  • यह प्रक्रिया वाष्पीकरण के कारण होती है।
  • खाना सूखने से उसका स्वाद और पोषण मूल्य प्रभावित होता है।

प्रश्न (vii): पादप में वायु संचार के लिए उत्तरदायी तंत्र है?

(क) मूल का संवहन
(ख) स्टोमेटा
(ग) रंध्र आभ्यांतर का संवहन
(घ) आर्द्रीकरण से जल का संचार

उत्तर (vii): (ख) स्टोमेटा

व्याख्या:

  • स्टोमेटा (रंध्र) पत्तियों की सतह पर उपस्थित सूक्ष्म छिद्र होते हैं।
  • ये गैसों (O₂, CO₂) के आदान-प्रदान के लिए जिम्मेदार हैं।
  • वाष्पोत्सर्जन की क्रिया भी इन्हीं के माध्यम से होती है।
  • प्रत्येक स्टोमेटा दो द्वार कोशिकाओं (Guard Cells) से घिरा होता है।

प्रश्न (viii): निम्नलिखित में से कौन सा पादप हार्मोन है?

(अ) इंसुलिन
(ब) थायरॉक्सिन
(स) एस्ट्रोजन
(द) साइटोकाइनिन

उत्तर (viii): (द) साइटोकाइनिन

व्याख्या:

  • साइटोकाइनिन (Cytokinin) एक पादप हार्मोन है जो कोशिका विभाजन को प्रेरित करता है।
  • अन्य पादप हार्मोन: ऑक्सिन, जिबरेलिन, एथिलीन, एब्सिसिक एसिड।
  • इंसुलिन, थायरॉक्सिन और एस्ट्रोजन जंतु हार्मोन हैं।

प्रश्न (ix): मस्तिष्क में कौन सा रेखा को नियंत्रित करता है जो सीधी रेखा में उत्तर देने के लिए उत्तरदायी है?

(अ) अनुमस्तिष्क
(ब) मध्य मस्तिष्क
(स) प्रमस्तिष्क
(द) हाइपोथेलमस

उत्तर (ix): (अ) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)

व्याख्या:

  • अनुमस्तिष्क (Cerebellum) शरीर की मुद्रा, संतुलन और ऐच्छिक गतियों के समन्वय को नियंत्रित करता है।
  • यह सीधी रेखा में चलने और शारीरिक संतुलन बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है।
  • प्रमस्तिष्क: बुद्धि, स्मृति, चिंतन
  • मध्य मस्तिष्क: दृष्टि और श्रवण

प्रश्न (x): अंगों में वसामान की क्रिया है?

(अ) द्विविभाजन
(ब) बहुविभाजन
(स) मुकुलन
(द) खंडन

उत्तर (x): (स) मुकुलन (Budding)

व्याख्या:

  • मुकुलन अलैंगिक प्रजनन की एक विधि है।
  • इसमें जनक जीव की देह पर एक उभार (मुकुल) बनता है।
  • यह उभार विकसित होकर नए जीव में परिवर्तित हो जाता है।
  • उदाहरण: यीस्ट, हाइड्रा

प्रश्न (xi): आनुवंशिकी का जनक है?

(अ) मार्डल मॉर्गन
(ब) ग्रेगर जॉन मेंडल
(स) मोस्की मेडीसी
(द) न्यूटन

उत्तर (xi): (ब) ग्रेगर जॉन मेंडल (Gregor Johann Mendel)

व्याख्या:

  • ग्रेगर जॉन मेंडल को आनुवंशिकी का जनक कहा जाता है।
  • उन्होंने मटर के पौधों पर प्रयोग करके वंशागति के नियम प्रतिपादित किए।
  • मेंडल के तीन नियम: प्रभाविता का नियम, पृथक्करण का नियम, स्वतंत्र अपव्यूहन का नियम।

प्रश्न (xii): निम्नलिखित में से कौन जैविक घटक है?

(अ) पादप
(ब) मृदा
(स) जल
(द) कोई नहीं

उत्तर (xii): (अ) पादप (Plant)

व्याख्या:

  • जैविक घटक (Biotic Components): सजीव घटक - पादप, जंतु, सूक्ष्मजीव
  • अजैविक घटक (Abiotic Components): निर्जीव घटक - मृदा, जल, वायु, सूर्य प्रकाश, तापमान

प्रश्न (xiii): जल का पूर्ण आपेक्षिक अपवर्तनांक है?

(अ) 1.5
(ब) 1.31
(स) 1.33
(द) 2.42

उत्तर (xiii): (स) 1.33

व्याख्या:

  • जल का अपवर्तनांक (Refractive Index) = 1.33
  • अपवर्तनांक = वायु में प्रकाश का वेग / माध्यम में प्रकाश का वेग
  • अन्य अपवर्तनांक: कांच (1.5), हीरा (2.42)

प्रश्न (xiv): वास्तविक सूर्यास्त एवं आभासी सूर्यास्त के मध्य समय का अंतर लगभग होता है?

(अ) 10 मिनट
(ब) 5 मिनट
(स) 2 मिनट
(द) 8 मिनट

उत्तर (xiv): (स) 2 मिनट

व्याख्या:

  • वायुमंडलीय अपवर्तन के कारण सूर्य वास्तव में क्षितिज के नीचे जाने के बाद भी 2 मिनट तक दिखाई देता है।
  • यह घटना वायुमंडलीय अपवर्तन कहलाती है।
  • प्रकाश की किरणें वायुमंडल की विभिन्न घनत्व वाली परतों से गुजरते समय मुड़ती हैं।

प्रश्न (xv): कोई विद्युत बल्ब, 220V के स्त्रोत से जुड़ा हुआ है। यदि बल्ब में 0.5 एम्पियर की विद्युत धारा प्रवाहित होती है तो बल्ब की शक्ति होगी?

(अ) 11 वाट
(ब) 110 वाट
(स) 440 वाट
(द) 220 वाट

उत्तर (xv): (ब) 110 वाट

व्याख्या:

सूत्र: P = V × I

जहाँ:

P = विद्युत शक्ति (वाट में)

V = विभवांतर (वोल्ट में) = 220V

I = धारा (एम्पियर में) = 0.5A

गणना:

P = 220 × 0.5 = 110 Watt

प्रश्न (xvi): किसी चालक का प्रतिरोध निर्भर करता है?

(अ) चालक की लंबाई पर
(ब) चालक के अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर
(स) चालक की सामग्री की प्रकृति पर
(द) उपरोक्त सभी

उत्तर (xvi): (द) उपरोक्त सभी

व्याख्या:

प्रतिरोध का सूत्र: R = ρ × (L/A)

जहाँ:

R = प्रतिरोध (ओम में)

ρ (रो) = विशिष्ट प्रतिरोध (चालक की सामग्री पर निर्भर)

L = चालक की लंबाई

A = अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल

अतः प्रतिरोध तीनों कारकों पर निर्भर करता है।

प्रश्न (xvii): लघुपथन के समय विद्युत परिपथ में धारा का मान?

(अ) परिवर्तित नहीं होता है
(ब) निरंतर परिवर्तित होता है
(स) घटता है
(द) बहुत बढ़ जाता है

उत्तर (xvii): (द) बहुत बढ़ जाता है

व्याख्या:

  • लघुपथन (Short Circuit) तब होता है जब विद्युत परिपथ में धनात्मक और ऋणात्मक तार सीधे संपर्क में आ जाते हैं।
  • प्रतिरोध लगभग शून्य हो जाता है।
  • ओम के नियम (V = IR) से, यदि R → 0 तो I → ∞
  • धारा का मान अत्यधिक बढ़ जाता है, जिससे आग लगने का खतरा होता है।

प्रश्न (xviii): चुंबक के सजातीय ध्रुवों में परस्पर होता है?

(अ) आकर्षण
(ब) प्रतिकर्षण
(स) आकर्षण व प्रतिकर्षण
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर (xviii): (ब) प्रतिकर्षण (Repulsion)

व्याख्या:

  • चुंबकत्व का नियम:
  • सजातीय ध्रुव (उत्तर-उत्तर या दक्षिण-दक्षिण) एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं।
  • विजातीय ध्रुव (उत्तर-दक्षिण) एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं।

3.1 रिक्त स्थान भरिए (Fill in the Blanks) - प्रत्येक 1 अंक

प्रश्न 2(i): हरे पौधों (वनस्पति पदार्थ) के विघटित होकर कम्पोस्ट में परिवर्तित होने की अभिक्रिया में _____________ अभिक्रिया है।

उत्तर: ऊष्माशोषी (Endothermic) या अपघटन (Decomposition)

व्याख्या: हरे पौधों के कम्पोस्ट में परिवर्तन की प्रक्रिया में ऊष्मा का अवशोषण होता है, अतः यह ऊष्माशोषी अभिक्रिया है। साथ ही, जटिल कार्बनिक पदार्थ सरल पदार्थों में टूटते हैं, जो अपघटन अभिक्रिया की विशेषता है।

प्रश्न 2(ii): 2MnO₂(s)+4 Al (s)    Δ   → _____________ + _____________

उत्तर: 2Mn + 2Al₂O₃ + ऊष्मा (Heat)

व्याख्या:

यह एक थर्मिट अभिक्रिया (Thermite Reaction) है जो अत्यधिक ऊष्माक्षेपी है।

3MnO₂ + 4Al → 3Mn + 2Al₂O₃ + Heat
  • इस अभिक्रिया में एल्युमिनियम, मैंगनीज डाइऑक्साइड से ऑक्सीजन छीन लेता है।
  • यह अभिक्रिया इतनी ऊष्मा उत्पन्न करती है कि धातु पिघल जाती है।
  • इसका उपयोग रेल की पटरियों को जोड़ने में किया जाता है।

प्रश्न 2(iii): _____________ तथा _____________ मिलकर केंद्रीय तंत्रिका तंत्र बनाते हैं।

उत्तर: मस्तिष्क (Brain) और मेरुरज्जु/रीढ़ की हड्डी (Spinal Cord)

व्याख्या:

  • केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (Central Nervous System - CNS) में दो मुख्य भाग होते हैं:
  • मस्तिष्क (Brain): खोपड़ी में सुरक्षित, शरीर के सभी कार्यों का नियंत्रण केंद्र
  • मेरुरज्जु (Spinal Cord): कशेरुक दंड में स्थित, मस्तिष्क और शरीर के बीच संदेशों का संचार

प्रश्न 2(iv): ओजोन परत सूर्य से आने वाली _____________ से सुरक्षा प्रदान करती है।

उत्तर: पराबैंगनी किरणें/विकिरण (Ultraviolet Radiation/UV Rays)

व्याख्या:

  • ओजोन परत (O₃) समताप मंडल में स्थित है।
  • यह सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV) किरणों को अवशोषित करती है।
  • UV किरणें त्वचा कैंसर, मोतियाबिंद और प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर कर सकती हैं।
  • CFC गैसें ओजोन परत को नुकसान पहुंचाती हैं।

प्रश्न 2(v): 1kwh का मान _____________ जूल के बराबर है।

उत्तर: 3.6 × 10⁶ जूल या 36,00,000 जूल

व्याख्या:

गणना:

1 kWh = 1 किलोवाट × 1 घंटा

= 1000 वाट × 3600 सेकंड

= 1000 × 3600 जूल

= 36,00,000 जूल

= 3.6 × 10⁶ जूल

यह विद्युत ऊर्जा की व्यावसायिक इकाई है जिसे "यूनिट" भी कहते हैं।

प्रश्न 2(vi): कई फेरों की कुंडली जो पास-पास रखी हो तथा बारीक तार के कई फेरों की इन्सुलेटेड तांबे के तार से बनी हो, कहलाती है ____________।

उत्तर: परिनालिका (Solenoid)

व्याख्या:

  • परिनालिका (Solenoid) एक कुंडली है जिसमें इन्सुलेटेड तांबे के तार के कई फेरे पास-पास लपेटे होते हैं।
  • जब इसमें विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तो यह एक विद्युत चुंबक की तरह व्यवहार करती है।
  • इसका उपयोग विद्युत घंटी, टेलीफोन, रिले आदि में होता है।

4. खंड ब - अति लघु उत्तरीय प्रश्न 6 अंक

अति लघु उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 1 अंक) - कुल 6 प्रश्न

प्रश्न 3 - अति लघु उत्तरीय प्रश्न (12×1=12)

प्रश्न 3(i): समजातीय श्रेणी क्या है?

उत्तर: समजातीय श्रेणी (Homologous Series) कार्बनिक यौगिकों का एक ऐसा समूह है जिसमें:

  • सभी सदस्यों का सामान्य सूत्र समान होता है
  • एक सदस्य और अगले सदस्य में -CH₂ (मेथिलीन समूह) का अंतर होता है
  • सभी सदस्यों के रासायनिक गुण समान होते हैं
  • क्रमागत सदस्यों के आणविक द्रव्यमान में 14u का अंतर होता है

उदाहरण: ऐल्केन श्रेणी - CH₄, C₂H₆, C₃H₈, C₄H₁₀ (सामान्य सूत्र: CₙH₂ₙ₊₂)

प्रश्न 3(ii): तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित क्यों किया जाता है?

उत्तर: तेल और वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन गैस से भरने के कारण:

  • उपचयन रोकना: नाइट्रोजन एक अक्रिय गैस है जो ऑक्सीजन को विस्थापित कर देती है, जिससे खाद्य पदार्थों का ऑक्सीकरण (उपचयन) नहीं होता
  • विकृतगंधिता रोकना: तेल और वसा की ऑक्सीजन से अभिक्रिया होने पर विकृतगंधिता (Rancidity) उत्पन्न होती है, जिससे बुरी गंध और स्वाद खराब होता है
  • शेल्फ लाइफ बढ़ाना: ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में खाद्य पदार्थ लंबे समय तक ताजा रहते हैं

प्रश्न 3(iii): एक ताजे दूध का pH 6 है। दूध से दही बन जाने पर pH में क्या परिवर्तन होगा? व्याख्या।

उत्तर: जब ताजा दूध दही में बदलता है, तो pH का मान घटता है (6 से कम हो जाता है)।

व्याख्या:

  • ताजा दूध का pH = 6 (हल्का अम्लीय)
  • दही बनने की प्रक्रिया में लैक्टिक अम्ल (Lactic Acid) बनता है
  • लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया दूध की लैक्टोस शर्करा को लैक्टिक अम्ल में बदल देते हैं
  • लैक्टिक अम्ल के कारण दही का pH 4.5 से 5.5 के बीच हो जाता है
  • pH कम होने का अर्थ है कि विलयन अधिक अम्लीय हो गया है

प्रश्न 3(iv): ऑक्सीजनयुक्त रक्त को अलग बांटने से क्या लाभ है?

उत्तर: ऑक्सीजनयुक्त (शुद्ध) और विऑक्सीजनीकृत (अशुद्ध) रक्त को अलग रखने के लाभ:

  • कुशल ऑक्सीजन आपूर्ति: शुद्ध रक्त सीधे शरीर के अंगों में पहुंचता है, जिससे ऊतकों को अधिकतम ऑक्सीजन मिलती है
  • शरीर का तापमान नियंत्रण: स्तनधारियों और पक्षियों में चार कोष्ठीय हृदय होता है जो शुद्ध और अशुद्ध रक्त को अलग रखता है, जिससे शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है
  • ऊर्जा दक्षता: अधिक ऑक्सीजन से बेहतर ऑक्सीकरण होता है, जिससे अधिक ऊर्जा उत्पन्न होती है
  • सक्रिय जीवनशैली: उच्च ऊर्जा स्तर के कारण ये जीव अधिक सक्रिय रह सकते हैं

प्रश्न 3(v): रक्तदाब मापने वाला यंत्र का नाम बताइए।

उत्तर: स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer)

अतिरिक्त जानकारी:

  • इसे Blood Pressure Monitor (BP Apparatus) भी कहते हैं
  • सामान्य रक्तचाप: 120/80 mmHg
  • 120 = सिस्टोलिक दाब (हृदय संकुचन के समय)
  • 80 = डायस्टोलिक दाब (हृदय शिथिलन के समय)

प्रश्न 3(vi): मानव तंत्रिका तंत्र की सबसे छोटी संरचनात्मक इकाई का नाम बताइए।

उत्तर: तंत्रिका कोशिका या न्यूरॉन (Neuron)

न्यूरॉन की संरचना:

  • कोशिका काय (Cell Body): नाभिक और कोशिकाद्रव्य युक्त
  • डेन्ड्राइट्स (Dendrites): संदेश प्राप्त करने वाले छोटे प्रवर्ध
  • एक्सॉन (Axon): लंबा तंतु जो संदेश आगे भेजता है
  • सिनेप्स (Synapse): दो न्यूरॉन के बीच का संधि स्थल

प्रश्न 3(vii): भ्रूण माँ के गर्भाशय में कहाँ से पोषण प्राप्त करता है?

उत्तर: प्लेसेंटा (अपरा/गर्भनाल) से

प्लेसेंटा के कार्य:

  • पोषण आपूर्ति: माँ के रक्त से भ्रूण को ग्लूकोज, अमीनो अम्ल, विटामिन आदि पहुंचाता है
  • ऑक्सीजन स्थानांतरण: माँ के रक्त से भ्रूण को ऑक्सीजन प्रदान करता है
  • अपशिष्ट निष्कासन: भ्रूण से CO₂ और अन्य अपशिष्ट पदार्थ माँ के रक्त में स्थानांतरित करता है
  • हार्मोन उत्पादन: गर्भावस्था बनाए रखने के लिए हार्मोन स्रावित करता है

नोट: माँ और भ्रूण का रक्त सीधे मिश्रित नहीं होता, प्लेसेंटा में दोनों के बीच एक पतली झिल्ली होती है।

प्रश्न 3(viii): जंतु में क्या है?

उत्तर: प्रश्न अपूर्ण लगता है, लेकिन संभवतः पूछा गया है "जंतु (Animal) क्या है?"

जंतु की परिभाषा:

  • जंतु बहुकोशिकीय, सुकेन्द्रकीय जीव हैं
  • ये विषमपोषी होते हैं (अपना भोजन स्वयं नहीं बना सकते)
  • इनमें गति क्षमता होती है
  • इनकी कोशिकाओं में कोशिका भित्ति नहीं होती
  • ये जैविक प्रजनन द्वारा वंशवृद्धि करते हैं

प्रश्न 3(ix): लेंस की शक्ति का S.I. मात्रक लिखिए।

उत्तर: डायोप्टर (Dioptre) - संकेत: D

अतिरिक्त जानकारी:

लेंस की शक्ति का सूत्र:

P = 1/f (मीटर में)

जहाँ f = फोकस दूरी

उदाहरण:

यदि f = 50 cm = 0.5 m

तो P = 1/0.5 = +2 D (उत्तल लेंस)

यदि f = -25 cm = -0.25 m

तो P = 1/(-0.25) = -4 D (अवतल लेंस)

प्रश्न 3(x): प्रकाश के प्रकीर्णन को परिभाषित कीजिए।

उत्तर: प्रकाश का प्रकीर्णन (Scattering of Light) वह घटना है जिसमें प्रकाश की किरणें किसी माध्यम में उपस्थित सूक्ष्म कणों से टकराकर विभिन्न दिशाओं में फैल जाती हैं।

प्रकीर्णन की विशेषताएं:

  • तरंगदैर्ध्य पर निर्भरता: छोटी तरंगदैर्ध्य वाला प्रकाश (नीला) अधिक प्रकीर्णित होता है
  • कण आकार: कणों का आकार प्रकाश की तरंगदैर्ध्य से बहुत छोटा होना चाहिए

उदाहरण:

  • आकाश का नीला दिखना (नीले प्रकाश का प्रकीर्णन)
  • सूर्योदय और सूर्यास्त के समय आकाश का लाल दिखना
  • दूध में प्रकाश का प्रकीर्णन

प्रश्न 3(xi): किसी 12 v बैटरी को अज्ञात प्रतिरोधक के सिरों से जोड़ने पर परिपथ में 2.5 mA विद्युत धारा प्रवाहित होती है। प्रतिरोधक का प्रतिरोध ज्ञात कीजिए।

हल:

दिया गया है:

  • विभवांतर (V) = 12 V
  • धारा (I) = 2.5 mA = 2.5 × 10⁻³ A = 0.0025 A
  • प्रतिरोध (R) = ?

ओम का नियम: V = I × R

अतः R = V/I

गणना:

R = 12 / 0.0025

R = 12 / (2.5 × 10⁻³)

R = 12 × 10³ / 2.5

R = 4800 Ω

R = 4.8 kΩ (किलो ओम)

प्रश्न 3(xii): चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के कोई दो गुण लिखिए।

उत्तर: चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुण:

  1. दिशा: चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं चुंबक के उत्तरी ध्रुव (N) से निकलकर दक्षिणी ध्रुव (S) पर समाप्त होती हैं। चुंबक के भीतर ये दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर जाती हैं।
  2. प्रतिच्छेदन: चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं कभी एक-दूसरे को नहीं काटतीं। यदि वे काटें तो उस बिंदु पर दो दिशाएं होंगी जो असंभव है।

अन्य महत्वपूर्ण गुण:

  • ये बंद वक्र (Closed curves) होती हैं
  • क्षेत्र रेखाओं का घनत्व चुंबकीय क्षेत्र की प्रबलता दर्शाता है
  • ध्रुवों के पास रेखाएं अधिक सघन होती हैं

5. खंड स - लघु उत्तरीय प्रश्न

लघु उत्तरीय प्रश्न (3 अंक प्रत्येक) + (1½ अंक प्रत्येक)

प्रश्न 14: कारण बताइए 1½+1½=3

(i) प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्ररोधी पात्र में रखा जाना चाहिए। कारण:

उत्तर:

प्लास्टर ऑफ पेरिस (CaSO₄.½H₂O) को आर्द्ररोधी (नमीरहित) पात्र में रखने के कारण:

  • प्लास्टर ऑफ पेरिस अत्यधिक जलशोषक (hygroscopic) है
  • यह वायुमंडल की नमी से जल अवशोषित कर लेता है
  • जल के साथ अभिक्रिया करने पर यह जिप्सम (CaSO₄.2H₂O) बन जाता है:
CaSO₄.½H₂O + 1½H₂O → CaSO₄.2H₂O
  • जिप्सम एक कठोर ठोस है जो उपयोग के लिए अनुपयुक्त हो जाता है
  • इसलिए इसे वायुरोधी पात्र में रखना आवश्यक है

(ii) आसुत जल विद्युत का चालक नहीं होता जबकि वर्षा का जल होता है?

उत्तर:

आसुत जल (Distilled Water) वर्षा का जल (Rain Water)
आसुत जल में कोई आयन या खनिज लवण नहीं होते वर्षा के जल में वायुमंडल से घुले हुए आयन (CO₂, SO₂, NO₂ आदि) होते हैं
बिना आयनों के आवेश वाहक नहीं होते घुले हुए लवण H⁺, HCO₃⁻, SO₄²⁻ आदि आयन देते हैं
अतः विद्युत का चालन नहीं होता ये आयन आवेश वाहक बनकर विद्युत चालन करते हैं

निष्कर्ष: शुद्ध जल (H₂O अणु) विद्युत का कुचालक है, लेकिन अशुद्धियों (आयनों) की उपस्थिति में यह विद्युत का चालक बन जाता है।

प्रश्न 15: कारण बताइए 1½+1½=3

(i) HCl अम्लीय विलयन में अम्लीय अभिलक्षण दर्शाता है जबकि ऐल्कोहॉल विलयन में नहीं दर्शाता।

उत्तर:

जलीय विलयन में (HCl in Water):

  • HCl जल में आयनीकृत हो जाता है:
HCl (जलीय) → H⁺ + Cl⁻
  • H⁺ आयन की उपस्थिति से अम्लीय गुण प्रदर्शित होते हैं
  • नीले लिटमस को लाल करना, धातुओं से अभिक्रिया करना आदि

ऐल्कोहॉल विलयन में (HCl in Alcohol):

  • HCl ऐल्कोहॉल में आयनीकृत नहीं होता
  • यह आणविक रूप (HCl अणु) में ही रहता है
  • बिना H⁺ आयनों के अम्लीय गुण नहीं दिखते

निष्कर्ष: अम्ल के गुण H⁺ आयनों की उपस्थिति पर निर्भर करते हैं, न कि अणु पर।

(ii) शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस नम लिटमस पत्र के रंग को नहीं बदलती?

उत्तर:

  • शुष्क HCl गैस में जल की अनुपस्थिति में H⁺ आयन नहीं बनते
  • अम्ल के गुण प्रदर्शित करने के लिए H⁺ आयनों की आवश्यकता होती है
  • शुष्क HCl आणविक रूप (HCl अणु) में रहता है
  • शुष्क लिटमस पत्र में भी जल नहीं होता, अतः आयनीकरण नहीं होता
  • इसलिए रंग परिवर्तन नहीं होता

नम लिटमस पत्र के साथ:

HCl + H₂O (नम पत्र पर) → H⁺ + Cl⁻
  • अब H⁺ आयन बनते हैं और नीले लिटमस को लाल कर देते हैं

प्रश्न 16: गर्भनिरोधक की विभिन्न विधियों को समझाइए। 2 अंक

उत्तर: गर्भनिरोधक विधियां (Methods of Contraception):

1. यांत्रिक विधियां (Barrier Methods):

  • कंडोम: शुक्राणुओं को अंडाणु तक पहुंचने से रोकते हैं
  • डायाफ्राम: महिलाओं द्वारा गर्भाशय ग्रीवा पर लगाया जाता है
  • कॉपर-T (IUD): गर्भाशय में स्थापित उपकरण

2. रासायनिक विधियां (Chemical Methods):

  • गर्भनिरोधक गोलियां: हार्मोन आधारित, अंडोत्सर्ग रोकती हैं
  • शुक्राणुनाशक (Spermicides): क्रीम, जेली जो शुक्राणुओं को नष्ट करते हैं

3. शल्य विधियां (Surgical Methods):

  • वैसेक्टोमी (Vasectomy): पुरुषों में शुक्र वाहिनी काटना
  • ट्यूबेक्टोमी (Tubectomy): महिलाओं में अंडवाहिनी काटना

4. प्राकृतिक विधियां:

  • सुरक्षित काल विधि (Rhythm method)
  • स्तनपान अवधि

प्रश्न 17: अनुवांशिकी क्या है? क्या आत्मपरागण अत्यधिक सजातीय है? 1 अंक

उत्तर:

आनुवांशिकी (Genetics):

  • आनुवांशिकी जीव विज्ञान की वह शाखा है जो वंशागति (Heredity) और विभिन्नताओं (Variations) का अध्ययन करती है
  • यह बताती है कि लक्षण जनक से संतति में कैसे स्थानांतरित होते हैं

स्वपरागण और सजातीयता:

  • हाँ, स्वपरागण (Self-pollination) से उत्पन्न संतति अत्यधिक सजातीय (Homozygous) होती है
  • कारण: एक ही पौधे के परागकण उसी के वर्तिकाग्र पर गिरते हैं
  • इससे समान जीन का मिलन होता है
  • लगातार स्वपरागण से शुद्ध वंशक्रम (Pure lines) बनते हैं
  • मेंडल ने मटर के पौधों में यही गुण देखकर प्रयोग किए थे

प्रश्न 18: i) स्वपोषी एवं विषमपोषी में अंतर बताइए। ii) अपघटक क्या होते हैं? 1 अंक

उत्तर:

(i) स्वपोषी और विषमपोषी में अंतर:

स्वपोषी (Autotrophs) विषमपोषी (Heterotrophs)
अपना भोजन स्वयं बनाते हैं भोजन के लिए दूसरों पर निर्भर
प्रकाश संश्लेषण की क्रिया करते हैं प्रकाश संश्लेषण नहीं कर सकते
CO₂ + H₂O → ग्लूकोज कार्बनिक पदार्थ ग्रहण करते हैं
उदाहरण: हरे पौधे, शैवाल उदाहरण: जंतु, कवक, अधिकांश जीवाणु

(ii) अपघटक (Decomposers):

  • अपघटक वे जीव हैं जो मृत जैव पदार्थों को सरल पदार्थों में विघटित करते हैं
  • ये सूक्ष्मजीव होते हैं - मुख्यतः जीवाणु और कवक
  • कार्य: जटिल कार्बनिक पदार्थ → सरल अकार्बनिक पदार्थ (CO₂, H₂O, खनिज)
  • महत्व: पारिस्थितिकी तंत्र में पोषक तत्वों का पुनर्चक्रण
  • उदाहरण: फफूंद, यीस्ट, कुछ जीवाणु

प्रश्न 19: R₁, R₂ व R₃ प्रतिरोधों के श्रेणी संयोजन का परिपथ आरेख बनाकर सूत्र प्राप्त कीजिए। 1+2=3 अंक

उत्तर:

(i) परिपथ आरेख (Circuit Diagram):

तीन प्रतिरोधों का श्रेणी संयोजन
V R₁ R₂ R₃ I → I → I →

(ii) सूत्र का व्युत्पादन (Derivation of Formula):

श्रेणी संयोजन में:

  • सभी प्रतिरोधों से समान धारा I प्रवाहित होती है
  • प्रत्येक प्रतिरोध पर विभवांतर अलग-अलग होता है

ओम के नियम से:

R₁ पर विभवांतर: V₁ = I × R₁

R₂ पर विभवांतर: V₂ = I × R₂

R₃ पर विभवांतर: V₃ = I × R₃

कुल विभवांतर:

V = V₁ + V₂ + V₃

V = IR₁ + IR₂ + IR₃

V = I(R₁ + R₂ + R₃)

यदि तुल्य प्रतिरोध Rs हो, तो:

V = I × Rs

तुलना करने पर:

Rs = R₁ + R₂ + R₃

निष्कर्ष: श्रेणी संयोजन में तुल्य प्रतिरोध सभी प्रतिरोधों के योग के बराबर होता है।

प्रश्न 20: R₁, R₂ व R₃ प्रतिरोधों के समांतर संयोजन का परिपथ आरेख बनाकर तुल्य प्रतिरोध (समतुल्य प्रतिरोध) ज्ञात करने का सूत्र प्राप्त कीजिए। 1+2=3 अंक

उत्तर:

(i) परिपथ आरेख (Circuit Diagram):

तीन प्रतिरोधों का समांतर संयोजन
V A R₁ I₁ → R₂ I₂ → R₃ I₃ → B I →

(ii) सूत्र का व्युत्पादन (Derivation of Formula):

समांतर संयोजन में:

  • सभी प्रतिरोधों पर विभवांतर V समान होता है
  • प्रत्येक शाखा में धारा अलग-अलग होती है

ओम के नियम से प्रत्येक शाखा में:

R₁ में धारा: I₁ = V/R₁

R₂ में धारा: I₂ = V/R₂

R₃ में धारा: I₃ = V/R₃

कुल धारा (किरचॉफ का नियम):

I = I₁ + I₂ + I₃

I = V/R₁ + V/R₂ + V/R₃

I = V(1/R₁ + 1/R₂ + 1/R₃)

यदि तुल्य प्रतिरोध Rp हो, तो:

I = V/Rp

तुलना करने पर:

V/Rp = V(1/R₁ + 1/R₂ + 1/R₃)

1/Rp = 1/R₁ + 1/R₂ + 1/R₃

निष्कर्ष: समांतर संयोजन में तुल्य प्रतिरोध का व्युत्क्रम सभी प्रतिरोधों के व्युत्क्रमों के योग के बराबर होता है।

महत्वपूर्ण बिंदु: समांतर संयोजन में तुल्य प्रतिरोध सबसे छोटे प्रतिरोध से भी कम होता है।

6. खंड द - दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 16 अंक

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4 अंक प्रत्येक) - कुल 4 प्रश्न

प्रश्न 21: निम्नलिखित के IUPAC नामकरण कीजिए: 1×4=4 अंक

(i) CH₃-CH=CH₂      (ii) CH₃-CH₂-OH

(iii) CH₃-CH₂-CH₂-CH₂-Cl      (iv) CH₃-CH₂-CH₂-CHO

उत्तर:

संरचना IUPAC नाम सामान्य नाम प्रकार्यात्मक समूह
(i) CH₃-CH=CH₂ Propene (प्रोपीन) Propylene -C=C- (Alkene)
(ii) CH₃-CH₂-OH Ethanol (एथेनॉल) Ethyl alcohol -OH (Alcohol)
(iii) CH₃-CH₂-CH₂-CH₂-Cl 1-Chlorobutane (1-क्लोरोब्यूटेन) n-Butyl chloride -Cl (Haloalkane)
(iv) CH₃-CH₂-CH₂-CHO Butanal (ब्यूटेनल) Butyraldehyde -CHO (Aldehyde)

IUPAC नामकरण के नियम:

  1. सबसे लंबी कार्बन श्रृंखला चुनें
  2. प्रकार्यात्मक समूह को न्यूनतम संख्या दें
  3. उपसर्ग: Meth(1), Eth(2), Prop(3), But(4), Pent(5)
  4. प्रत्यय: -ane (एकल बंध), -ene (द्विबंध), -yne (त्रिबंध)

प्रश्न 22: निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखिए: 2+1+1=4 अंक

(i) Calcium hydroxide + carbon dioxide → calcium carbonate + water

(ii) Zinc + silver Nitrate → zinc nitrate + silver

उत्तर:

(i) कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड + कार्बन डाइऑक्साइड → कैल्सियम कार्बोनेट + जल

संतुलित समीकरण:

Ca(OH)₂ + CO₂ → CaCO₃↓ + H₂O

अभिक्रिया का प्रकार: संयोजन अभिक्रिया (Combination Reaction)

प्रेक्षण:

  • चूने का पानी [Ca(OH)₂] दूधिया हो जाता है
  • सफेद अवक्षेप (CaCO₃) बनता है
  • यह CO₂ गैस की पहचान परीक्षण है

(ii) जिंक + सिल्वर नाइट्रेट → जिंक नाइट्रेट + सिल्वर

संतुलित समीकरण:

Zn + 2AgNO₃ → Zn(NO₃)₂ + 2Ag↓

अभिक्रिया का प्रकार: विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction)

व्याख्या:

  • जिंक, सिल्वर से अधिक अभिक्रियाशील धातु है
  • Zn, AgNO₃ विलयन से Ag⁺ को विस्थापित करता है
  • रासायनिक सक्रियता श्रेणी: Zn > Ag

प्रेक्षण:

  • चांदी का सफेद अवक्षेप बनता है
  • विलयन का रंग बदलता है

प्रश्न 23: उभयधर्मी ऑक्साइड क्या हैं? दो उभयधर्मी ऑक्साइडों के उदाहरण दीजिए। 2 अंक

उत्तर:

उभयधर्मी ऑक्साइड (Amphoteric Oxides):

वे ऑक्साइड जो अम्ल और क्षार दोनों से अभिक्रिया करते हैं, उभयधर्मी ऑक्साइड कहलाते हैं। ये दोनों प्रकार के गुण प्रदर्शित करते हैं।

उदाहरण:

  1. एल्युमिनियम ऑक्साइड (Al₂O₃)
  2. जिंक ऑक्साइड (ZnO)

अभिक्रियाएं:

1. एल्युमिनियम ऑक्साइड (Al₂O₃):

(a) अम्ल के साथ (क्षारीय गुण):

Al₂O₃ + 6HCl → 2AlCl₃ + 3H₂O

(b) क्षार के साथ (अम्लीय गुण):

Al₂O₃ + 2NaOH → 2NaAlO₂ + H₂O

(सोडियम एल्युमिनेट)

2. जिंक ऑक्साइड (ZnO):

(a) अम्ल के साथ (क्षारीय गुण):

ZnO + 2HCl → ZnCl₂ + H₂O

(b) क्षार के साथ (अम्लीय गुण):

ZnO + 2NaOH → Na₂ZnO₂ + H₂O

(सोडियम जिंकेट)

प्रश्न 24: वायवीय श्वसन में ग्लूकोज के विखंडन को समझाइए। 2 अंक

उत्तर:

वायवीय श्वसन (Aerobic Respiration):

वायवीय श्वसन वह प्रक्रिया है जिसमें ऑक्सीजन की उपस्थिति में ग्लूकोज का पूर्ण ऑक्सीकरण होकर CO₂, H₂O और ऊर्जा (ATP) उत्पन्न होती है।

चरण (Stages):

ग्लूकोज का विखंडन - तीन चरण
चरण 1: ग्लाइकोलिसिस (Glycolysis) पाइरूवेट (2) चरण 2: क्रेब्स चक्र (Krebs Cycle/ Citric Acid Cycle) NADH, FADH₂ चरण 3: इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण श्रृंखला (Electron Transport Chain - ETC) विस्तृत विवरण: 1. ग्लाइकोलिसिस (Cytoplasm में): • ग्लूकोज → 2 पाइरूवेट • 2 ATP + 2 NADH उत्पन्न 2. क्रेब्स चक्र (Mitochondria में): • पाइरूवेट → एसिटाइल CoA • CO₂ मुक्त होती है • 2 ATP + 6 NADH + 2 FADH₂ 3. ETC (Cristae में): • NADH और FADH₂ ऑक्सीकृत • O₂ अंतिम इलेक्ट्रॉन ग्राही • 34 ATP + H₂O उत्पन्न कुल उत्पाद: • 38 ATP (या 36 ATP) • 6 CO₂ + 6 H₂O

संपूर्ण समीकरण:

C₆H₁₂O₆ + 6O₂ → 6CO₂ + 6H₂O + 38 ATP

(ग्लूकोज + ऑक्सीजन → कार्बन डाइऑक्साइड + जल + ऊर्जा)

महत्वपूर्ण बिंदु:

  • स्थान: कोशिकाद्रव्य (ग्लाइकोलिसिस) + माइटोकॉन्ड्रिया (क्रेब्स चक्र + ETC)
  • ऑक्सीजन आवश्यक: हाँ, अंतिम चरण में
  • ATP उत्पादन: लगभग 38 ATP (उच्चतम ऊर्जा उत्पादन)
  • CO₂ निर्माण: श्वसन के दौरान मुक्त होती है
  • जीवों में: सभी उच्च जीव (पौधे, जंतु)

प्रश्न 25: i) मानव पाचन तंत्र का नामांकित चित्र बनाइए। 2 अंक

ii) आमाशय में स्रावित अम्ल का कार्य लिखिए। 1 अंक

iii) शाकाहारी जंतुओं में आँत की लंबाई अधिक क्यों होती है? 1 अंक

(i) मानव पाचन तंत्र का नामांकित चित्र:

मानव पाचन तंत्र (Human Digestive System)
मुख 1. मुख गुहा (Mouth) लार ग्रंथियां 2. ग्रासनली (Esophagus) आमाशय 3. आमाशय (Stomach) यकृत 4. यकृत (Liver) पित्ताशय पित्ताशय अग्न्याशय 5. अग्न्याशय (Pancreas) 6. छोटी आँत (Small Intestine) • ग्रहणी • जेजुनम • इलियम 7. बड़ी आँत (Large Intestine) अपेंडिक्स 8. मलाशय (Rectum) 9. गुदा (Anus)

(ii) आमाशय में स्रावित अम्ल का कार्य:

आमाशय में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) स्रावित होता है। इसके कार्य:

  • अम्लीय माध्यम बनाना: HCl आमाशय में pH लगभग 1.5-2 बनाता है जो पेप्सिन एंजाइम की क्रिया के लिए आवश्यक है
  • जीवाणुनाशक: भोजन के साथ आए हानिकारक जीवाणुओं और सूक्ष्मजीवों को नष्ट करता है
  • प्रोटीन का प्रारंभिक विघटन: प्रोटीन को आंशिक रूप से विखंडित करता है
  • पेप्सिनोजेन को सक्रिय करना: निष्क्रिय पेप्सिनोजेन को सक्रिय पेप्सिन में बदलता है

(iii) शाकाहारी जंतुओं में आँत की लंबाई अधिक क्यों होती है?

कारण:

  • सेलुलोज पाचन: पौधों की कोशिका भित्ति में सेलुलोज होता है जो पचने में कठिन है
  • लंबी प्रक्रिया: सेलुलोज के पाचन के लिए अधिक समय चाहिए
  • अधिक सतह क्षेत्र: लंबी आँत में अवशोषण के लिए अधिक सतह क्षेत्र मिलता है
  • जीवाणुओं की सहायता: आँत में उपस्थित जीवाणु सेलुलोज को तोड़ने में मदद करते हैं

तुलना: शाकाहारी जंतुओं (गाय, भैंस) की आँत मांसाहारी जंतुओं (शेर, बाघ) से 6-7 गुना लंबी होती है।

प्रश्न 26: i) मानव उत्सर्जन तंत्र का नामांकित चित्र बनाइए। 2 अंक

ii) गुर्दे के कोई दो कार्य लिखिए। 1 अंक

iii) कृत्रिम वृक्क क्या है? 1 अंक

(i) मानव उत्सर्जन तंत्र का नामांकित चित्र:

मानव उत्सर्जन तंत्र (Human Excretory System)
वृक्क वृक्क 1. वृक्क (Kidney) • बाएं और दाएं • मूत्र निर्माण वृक्क धमनी (लाल - रक्त ले जाती है) वृक्क शिरा (नीली - रक्त लाती है) 2. मूत्रवाहिनी (Ureter) • दोनों वृक्कों से • मूत्राशय तक मूत्राशय 3. मूत्राशय (Urinary Bladder) • मूत्र संग्रहण 4. मूत्रमार्ग (Urethra) नेफ्रॉन (Nephron) • वृक्क की कार्यात्मक इकाई • ग्लोमेरुलस • बोमन संपुट • वृक्क नलिका

(ii) गुर्दे (वृक्क) के दो मुख्य कार्य:

  1. मूत्र निर्माण और उत्सर्जन: रक्त से नाइट्रोजनी अपशिष्ट (यूरिया, यूरिक अम्ल, क्रिएटिनिन) को छानकर मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकालना
  2. जल और लवण संतुलन: शरीर में जल, Na⁺, K⁺, Cl⁻ आदि की मात्रा को नियंत्रित करना (ऑस्मोरेगुलेशन)

अन्य महत्वपूर्ण कार्य:

  • रक्त का pH नियंत्रण (अम्ल-क्षार संतुलन)
  • रक्तचाप नियंत्रण (रेनिन हार्मोन स्रावण)
  • एरिथ्रोपोइटिन हार्मोन स्रावण (RBC निर्माण के लिए)

(iii) कृत्रिम वृक्क (Artificial Kidney):

परिभाषा: कृत्रिम वृक्क या डायलिसिस मशीन (Dialysis Machine) एक उपकरण है जो वृक्क विफलता (Kidney Failure) के रोगियों में रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को छानने का कार्य करता है।

कार्यविधि:

  • रोगी का रक्त एक पंप द्वारा डायलिसिस मशीन में भेजा जाता है
  • मशीन में एक अर्धपारगम्य झिल्ली (Semipermeable Membrane) होती है
  • रक्त और डायलिसिस द्रव के बीच परासरण और विसरण द्वारा अपशिष्ट पदार्थ हटाए जाते हैं
  • शुद्ध रक्त वापस शरीर में भेज दिया जाता है

उपयोग:

  • गुर्दे की विफलता (Acute या Chronic Kidney Disease)
  • सामान्यतः सप्ताह में 2-3 बार, प्रत्येक सत्र 3-4 घंटे का
  • वृक्क प्रत्यारोपण तक अस्थायी समाधान

प्रश्न 27: प्रकाश के अपवर्तन से आप क्या समझते हैं? अवतल दर्पण की सहायता से प्रतिबिंब बनाने के लिए किरण आरेख खींचिए जब: 1+2+1=4 अंक

i) वस्तु वक्रता केंद्र (C) पर स्थित हो

ii) वस्तु 2F₁ तथा F₁ के बीच स्थित हो

उपरोक्त दोनों स्थितियों में प्रतिबिंब का आकार और प्रकृति भी लिखिए।

प्रकाश का अपवर्तन (Refraction of Light):

परिभाषा: जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है तो उसकी गति में परिवर्तन के कारण उसका पथ बदल जाता है। इस घटना को प्रकाश का अपवर्तन कहते हैं।

अपवर्तन के नियम:

  • प्रथम नियम: आपतित किरण, अपवर्तित किरण और अभिलंब तीनों एक ही तल में होते हैं
  • द्वितीय नियम (स्नेल का नियम): sin i / sin r = नियतांक (अपवर्तनांक)

(i) वस्तु वक्रता केंद्र (C) पर स्थित हो:

अवतल दर्पण - वस्तु C पर
मुख्य अक्ष P F C वस्तु प्रतिबिंब

प्रतिबिंब के गुण (जब वस्तु C पर हो):

  • स्थिति: वक्रता केंद्र (C) पर
  • आकार: वस्तु के आकार के बराबर
  • प्रकृति: वास्तविक और उल्टा

(ii) वस्तु 2F₁ और F₁ के बीच स्थित हो (C और F के बीच):

अवतल दर्पण - वस्तु C और F के बीच
P F C वस्तु प्रतिबिंब (C से आगे)

प्रतिबिंब के गुण (जब वस्तु C और F के बीच हो):

  • स्थिति: वक्रता केंद्र (C) से आगे (दर्पण से दूर)
  • आकार: वस्तु से बड़ा (आवर्धित)
  • प्रकृति: वास्तविक और उल्टा

महत्वपूर्ण बिंदु:

  • अवतल दर्पण में वास्तविक प्रतिबिंब हमेशा उल्टे होते हैं
  • प्रतिबिंब का आकार वस्तु की स्थिति पर निर्भर करता है
  • F और P के बीच रखी वस्तु का प्रतिबिंब आभासी, सीधा और बड़ा होता है

7. महत्वपूर्ण वैज्ञानिक चित्र एवं आरेख

विज्ञान विषय में वैज्ञानिक आरेख और चित्र अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। परीक्षा में इन्हें स्वच्छ, नामांकित और सही अनुपात में बनाना आवश्यक है।

7.1 मानव नेत्र की संरचना

मानव नेत्र (Human Eye)
कॉर्निया परितारिका पुतली लेंस रेटिना दृक तंत्रिका काचाभ द्रव 1. कॉर्निया (Cornea) 2. परितारिका (Iris) 3. पुतली (Pupil) 4. नेत्र लेंस (Eye Lens) 5. रेटिना (Retina) 6. दृक तंत्रिका (Optic Nerve)

7.2 विद्युत परिपथ - श्रेणीक्रम और समानांतर

विद्युत बल्बों का संयोजन

परीक्षा में इन परिपथों को बनाना आना चाहिए

7.3 खाद्य श्रृंखला (Food Chain)

एक सामान्य खाद्य श्रृंखला
सूर्य ऊर्जा स्रोत हरे पौधे (उत्पादक) प्राथमिक उत्पादक शाकाहारी (हिरण/खरगोश) प्राथमिक उपभोक्ता मांसाहारी (साँप/लोमड़ी) द्वितीयक उपभोक्ता शीर्ष मांसाहारी (बाघ/शेर) तृतीयक उपभोक्ता

महत्वपूर्ण बिंदु:

  • ऊर्जा का प्रवाह एक दिशा में होता है
  • प्रत्येक स्तर पर ऊर्जा का 90% क्षय होता है
  • केवल 10% ऊर्जा अगले पोषी स्तर तक पहुंचती है
  • अपघटक (Decomposers) सभी स्तरों पर कार्य करते हैं

8. परीक्षा की तैयारी की रणनीति

8.1 विषय-वार तैयारी

विषय महत्वपूर्ण अध्याय तैयारी रणनीति अंक वितरण
भौतिक विज्ञान • प्रकाश का अपवर्तन
• मानव नेत्र
• विद्युत धारा
• चुंबकत्व
• सूत्र याद करें
• किरण आरेख अभ्यास
• संख्यात्मक प्रश्न हल करें
लगभग 30 अंक
रसायन विज्ञान • रासायनिक अभिक्रियाएं
• अम्ल, क्षार और लवण
• धातु और अधातु
• कार्बन यौगिक
• समीकरण संतुलन
• नामकरण सीखें
• रासायनिक गुण याद करें
लगभग 25 अंक
जीव विज्ञान • जैव प्रक्रम
• नियंत्रण एवं समन्वय
• जनन
• आनुवंशिकी
• चित्र बनाने का अभ्यास
• प्रक्रियाएं समझें
• उदाहरण याद करें
लगभग 25 अंक

8.2 समय प्रबंधन

परीक्षा में 3 घंटे का सदुपयोग:

  • प्रथम 15 मिनट: प्रश्न पत्र को ध्यान से पढ़ें, सभी प्रश्नों को समझें
  • अगले 60 मिनट: खंड अ (MCQ + रिक्त स्थान) पूर्ण करें
  • अगले 45 मिनट: खंड ब (अति लघु उत्तरीय) पूर्ण करें
  • अगले 60 मिनट: खंड स (लघु उत्तरीय) पूर्ण करें
  • अंतिम 40 मिनट: खंड द (दीर्घ उत्तरीय) + पुनरावलोकन

8.3 चित्र बनाने के सुझाव

  • चित्र बनाने के लिए पेंसिल का उपयोग करें
  • चित्र बड़ा और स्पष्ट बनाएं
  • सभी भागों को नामांकित करें
  • तीर का निशान लगाकर नाम लिखें
  • चित्र के नीचे शीर्षक अवश्य दें
  • किरण आरेखों में रंगीन पेंसिल का उपयोग करें (यदि अनुमति हो)

8.4 सामान्य गलतियों से बचें

इन गलतियों से बचें:

  1. असंतुलित रासायनिक समीकरण न लिखें
  2. इकाइयों को लिखना न भूलें
  3. वैज्ञानिक शब्दावली का सही उपयोग करें
  4. चित्र बिना नामांकन के न छोड़ें
  5. प्रश्न को ध्यान से पढ़ें - "या" और "तथा" में अंतर समझें
  6. उत्तर में व्याख्या अवश्य दें, केवल एक शब्द न लिखें (जब तक न कहा गया हो)

9. संबंधित अध्ययन सामग्री एवं संसाधन

यहाँ RBSE कक्षा 10 और 12 की पाठ्यक्रम, टॉपर उत्तर पुस्तिकाएं और अन्य महत्वपूर्ण संसाधनों के लिंक दिए गए हैं। ये सभी संसाधन शाला सरल (Sarkari Service Prep™) पर उपलब्ध हैं।

9.1 RBSE पाठ्यक्रम (Syllabus)

9.2 कक्षा 10 अध्ययन सामग्री

9.3 कक्षा 12 - भाषा विषय टॉपर उत्तर पुस्तिकाएं

9.4 कक्षा 12 - विज्ञान विषय टॉपर उत्तर पुस्तिकाएं

9.5 कक्षा 12 - सामाजिक विज्ञान टॉपर उत्तर पुस्तिकाएं

9.6 कक्षा 12 - वाणिज्य विषय टॉपर उत्तर पुस्तिकाएं

9.7 अन्य विषय

9.8 परीक्षा परिणाम एवं प्रश्न पत्र संग्रह

10. निष्कर्ष

यह RBSE कक्षा 10 विज्ञान मॉडल प्रश्न पत्र 2024-2025 परीक्षार्थियों के लिए एक संपूर्ण अभ्यास संसाधन है। इस मॉडल पेपर में सभी अध्यायों से संतुलित प्रश्न, विस्तृत उत्तर, वैज्ञानिक आरेख और परीक्षा रणनीति शामिल हैं।

सफलता के लिए सुझाव:

  • नियमित अभ्यास करें और टाइमर का उपयोग करें
  • सभी वैज्ञानिक चित्रों और आरेखों का अभ्यास करें
  • रासायनिक समीकरण और सूत्र याद रखें
  • NCERT पाठ्यपुस्तकों का गहन अध्ययन करें
  • पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें
  • कमजोर विषयों पर अधिक ध्यान दें
  • परीक्षा हॉल में शांत रहें और आत्मविश्वास बनाए रखें

शाला सरल (Shala Saral) शैक्षिक मंच राजस्थान के विद्यार्थियों के लिए निरंतर गुणवत्तापूर्ण अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। आपकी परीक्षा में सफलता के लिए शुभकामनाएं!

11. संदर्भ एवं बाहरी कड़ियाँ

  1. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट
  2. NCERT विज्ञान पाठ्यपुस्तक कक्षा 10
  3. RBSE विज्ञान पाठ्यक्रम 2024-2025
  4. शाला सरल (Sarkari Service Prep™) - शैक्षिक संसाधन पोर्टल

परीक्षा में सफलता के लिए शुभकामनाएं! 🎓

"ज्ञान ही शक्ति है। विज्ञान में सफलता आपके उज्ज्वल भविष्य का द्वार खोलेगी।"

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