RBSE Class 12 Political Science Topper Answer Sheet 2024 – राजस्थान बोर्ड कक्षा 12 राजनीति विज्ञान टॉपर उत्तरपुस्तिका
RBSE कक्षा 12 राजनीति विज्ञान टॉपर उत्तर पुस्तिका 2024
| परीक्षा | Senior Secondary 2024 |
|---|---|
| बोर्ड | राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर |
| विषय | राजनीति विज्ञान (Political Science) |
| कक्षा | 12वीं |
| परीक्षा तिथि | 21 मार्च 2024 (गुरुवार) |
| Roll Number | 44686 |
| प्राप्त अंक | 80/80 |
| अधिकतम अंक | 80 |
| समय | 3 घंटे 15 मिनट |
| मूल उत्तर पुस्तिका | PDF देखें |
RBSE कक्षा 12 राजनीति विज्ञान टॉपर उत्तर पुस्तिका 2024 राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 21 मार्च 2024 को आयोजित वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा में राजनीति विज्ञान विषय में पूर्णांक (80/80) प्राप्त करने वाली उत्तर पुस्तिका है। यह उत्तर पुस्तिका भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, स्वतंत्रता के बाद भारत की राजनीति और समकालीन विश्व राजनीति की गहन समझ का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करती है।
यह उत्तर पुस्तिका न केवल वैचारिक स्पष्टता और विश्लेषणात्मक कौशल प्रदर्शित करती है, बल्कि NCERT पाठ्यपुस्तकों (भारत में लोकतंत्र और स्वतंत्रता के बाद भारत की राजनीति, समकालीन विश्व राजनीति) की संपूर्ण जानकारी भी दर्शाती है।
मूल दस्तावेज़: इस उत्तर पुस्तिका की मूल PDF राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है: RBSE Political Science Topper Answer Sheet PDF
परिचय
राजनीति विज्ञान कक्षा 12 का एक महत्वपूर्ण विषय है जो विद्यार्थियों को भारतीय लोकतंत्र, संविधान, अंतर्राष्ट्रीय संबंध और समकालीन राजनीतिक मुद्दों की गहन समझ प्रदान करता है। RBSE के पाठ्यक्रम में यह विषय दो मुख्य पुस्तकों पर आधारित है:
- समकालीन विश्व राजनीति (Contemporary World Politics) - अंतर्राष्ट्रीय संबंध, शीत युद्ध, वैश्वीकरण
- स्वतंत्रता के बाद भारत की राजनीति (Politics in India Since Independence) - भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, चुनौतियाँ और विकास
21 मार्च 2024 को आयोजित इस परीक्षा में Roll Number 44686 वाले विद्यार्थी ने पूर्णांक (80/80) प्राप्त किया। यह उत्तर पुस्तिका राजस्थान बोर्ड द्वारा मेरिट उत्तर पुस्तिकाओं के संग्रह में शामिल की गई है।
प्रश्न पत्र संरचना
RBSE कक्षा 12 राजनीति विज्ञान का प्रश्न पत्र कुल 80 अंकों का होता है:
| प्रश्न प्रकार | प्रश्न संख्या | अंक प्रति प्रश्न | कुल अंक |
|---|---|---|---|
| बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) | 1-18 | 1 | 18 |
| अति लघु उत्तरीय (Very Short) | 19 | 7×1 = 7 | 7 |
| लघु उत्तरीय (Short Answer) | 20-22 | 3 | 9 |
| दीर्घ उत्तरीय (Long Answer) | 23-25 | 4 | 12 |
| निबंधात्मक (Essay) | 26-27 | 6 | 12 |
| मानचित्र कार्य | - | - | 4 |
| कुल योग | 80 | ||
विस्तृत प्रश्नोत्तर विश्लेषण
बहुविकल्पीय प्रश्न (1-18) - 18 अंक
विद्यार्थी ने सभी 18 बहुविकल्पीय प्रश्नों के सही उत्तर दिए:
| प्रश्न | उत्तर | विषय |
|---|---|---|
| 1 | (घ) | शीत युद्ध से संबंधित |
| 2 | (i) 1989 (ii) शांति सेना (iii) मानवता की सुरक्षा (iv) 2004 (v) 14 व 6 (vi) द. चीन, कुआस्का (vii) 1963 |
विभिन्न राजनीतिक घटनाएं |
| 3 | (i) नर्मदा का स्वीकरण 1990 में हुआ (ii) संयुक्त राष्ट्र संघ के पांच स्थाई सदस्य (कौंसिल में) ⇒ ब्रिटेन, फ्रांस |
भारतीय राजनीति और संयुक्त राष्ट्र |
| 4 | मार्शल योजना | शीत युद्ध का इतिहास |
| 5 | भारत की सुरक्षा नीति में स्वार्थ से संस्थाओं को शामिल किया जाना चाहिए | भारत की सुरक्षा नीति |
| 6 | निरस्त्रीकरण से अभिप्राय | अंतर्राष्ट्रीय संबंध |
| 7 | प्रपादकता संगठन में भारत का महत्व पूर्ण योगदान | भारत और अंतर्राष्ट्रीय संगठन |
| 8 | आज़ादी के बाद भारत की चुनौतियाँ | स्वतंत्र भारत |
| 9 | एक जननीति सिद्धि में तीन (3का) अपनी पार्टी 14 व 16 सं व्यर्थ गया, राज्य इसके दुस्ता बहुत असहज है गया | भारतीय चुनाव प्रणाली |
| 10 | भारत में गठबंधन राजनीति का प्रभाव | भारतीय राजनीति |
| 11 | राजनीतिक 'दल-बदल' | भारतीय संसदीय प्रणाली |
| 12 | 1974 में गुजरात छात्र आन्दोलन के कारण | भारतीय राजनीतिक आंदोलन |
| 13 | भारत में आपातकाल के संबंध | भारतीय संविधान |
| 14 | क्षेत्रीय दल उदाहरण | भारतीय दल प्रणाली |
| 15 | भारत की राष्ट्रीय दल | भारतीय राजनीतिक दल |
| 16 | सिक्किम का भारत में विलय | भारतीय एकीकरण |
| 17 | भारत-पाकिस्तान विभाग के मुद्दे | भारत-पाकिस्तान संबंध |
| 18 | पैरसी-नापसंद का खोपरा बढ़ना | पश्चिम एशिया की समस्याएं |
अति लघु और लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 19: मंडल आयोग (3 अंक)
प्रश्न: मंडल आयोग की सिफारिशें क्या थीं?
विद्यार्थी का उत्तर:
➜ 1977 में जनता पार्टी की सरकार ने श्री बी.पी. मंडल के नेतृत्व में एक आयोग का गठन किया। इस आयोग को सामाजिक व शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों की सूची बनानी थी।
(1) मंडल आयोग की प्रमुख सिफारिशें:
मंडल आयोग की प्रमुख सिफारिशें निम्नलिखित थीं:
- के अन्य पिछड़ी जातियों के लिए अभूतपूर्व सुधार करना
- पिछड़ी जातियों में 27% आरक्षण देना
(2) सभी पिछड़ी जातियों के स्कूलों व नौकरियों में आरक्षण और शिक्षा करेगा पर योगदान रहा
(3) मंडल पिछड़ी जातियों के लिए शिक्षा सुधार व करूं थे राजस्थानी पर उपयोग था
प्रश्न 20: शॉक थेरेपी (3 अंक)
प्रश्न: शॉक थेरेपी के परिणाम
विद्यार्थी का उत्तर:
1990 में समाजवादी गुट शॉक थेरेपी का मुख्य परिणाम निम्न लिखित हैं:
- शॉक थेरेपी के परिणाम-स्वरूप सोवियत संघ (USSR) का पूर्णतः अंत हो गया। सोवियत संघ की मुद्रा (रूबल) बहुत कमजोर हो गई।
- इस प्रकार पैरामिलिटरी की उथल-पुथल से कम से कम अगले 90 प्रतिशत रेडियो और यूगोस्लाविया के पतन के साथ संघ भी शीत परिचय सुरक्षा में कम किया गया।
प्रश्न 21: गुट निरपेक्षता (4 अंक)
प्रश्न: गुट निरपेक्षता क्या है?
विद्यार्थी का उत्तर:
➜ गुटनिरपेक्षता: युटनिरपेक्षता से तात्पर्य है कि विभिन्न राष्ट्रों की अपने स्वतंत्र विदेश नीति का समानाधीकरण करना चाहिए और गुट का बिल्कुल हिस्सा नहीं बनना चाहिए।
भारत की गुटनिरपेक्षता नीति:
स्वतंत्रता के बाद भारत ने किसी भी आर्थिक, राजनीतिक व सैनिक ब्लॉक बिना सम्मति के स्वतंत्र विदेश नीति का समानाधीकरण किया।
➜ प. जवाहरलाल नेहरू ने भारत को स्वतंत्र निति को समर्थन दिया।
➜ प. जवाहरलाल नेहरू, मैं स्वतंत्रता क बार भारत की स्थाई नीति को समर्थन करने के लिए गुट विचारों को संचालन किया।
दीर्घ उत्तरीय और निबंधात्मक प्रश्न
प्रश्न 26: भारत-चीन संबंध (6 अंक)
प्रश्न: 1948 के बाद भारत और चीन के संबंधों की व्याख्या
विद्यार्थी का उत्तर:
भारत-चीन संबंध:
स्वतंत्रता 1948 के बाद भारत और चीन दोनों देशों के बीच संबंधों की कुछ अवधि सुधर रहे थे।
(1) तिब्बत का प्रश्न: 1948 तक तिब्बत का नामांकन के लिए तेजी से आर्थिक और शांति का कोर्स हो और भारत के तिब्बत के समान धार्मिक संपर्क थे, परंतु 1950 में तिब्बत पर चीन की दिलचस्पी बढ़ी और भारत अंत्य विवाद का मुख्य अधिकार धीरे धीरे होता चला गया।
(2) सीमा मुद्दा संबंध में विवाद: शांति - चीन के कारण सास्कृत्य सदैव का भारत में करे मुक्त के कारण उनकी सम्बन्ध विश्व योजना को अन्तगर्त जो बीज़िंग करेगी यह व्यस्तता में अंधी हो थी
(3) लोकतांत्रिक विश्व की सम्पत्ति: शौक - चीनों के परियोजना लोकतांत्रिक संस्थाओं के निर्माण से कार्य और परिणाम विवाद भी वर्तमान रही, इसलिये सरकारी निति यूं कार्य है।
(4) व्यवहारिक सैन्यता की समाप्ति: शौक - वैरी के परियोजना वायुमित की यंत्र का लाकृतिक नियम संघ करने के अनेक इसके भारत का अधिकार यूं की सचिनी माना और भारतीय कार्य भी समाधान किया।
(5) वैधानिक व्यापारिक दौड़ को प्रयोग: शौक-चीनी के कारण सांस्कृतिक दौरा पर्व है।
प्रश्न 27: एकी-एशियाई समझौता (6 अंक)
प्रश्न: एकी - एशियाई समझौले के उद्देश्य और संगठना समझौते
विद्यार्थी का उत्तर:
(अ) - एशियाई समझौले:
एकी - एशियाई समझौले इंडोनेशिया में 1955 में हुआ।
इस समझौले में आफ्रिका और एशिया के पूर्व स्वतंत्र देशों ने अपने स्वतंत्र आधारक को सम्पूर्ण बिना (देय)
इस समझौले में टी गुटनिरपेक्षता आंदोलन की नींव रखी।
यदि विदेश नीति किसी देशों को इसलिए देशी बिहारी की थी व अंतर्मतरो की को कार्य यूं देर किया था।
टी भारती पाम अधोलम स्वयं से कई निये।
→ भारत की नीति:
नीति की रुकावें यूरा है नात्मा यूं देनी है और अपने संबध्दत्व का मनकारी करने पर बल दिया।
पार्टियो कार विरोधी समान यूं है।
→ इस प्रकार इंडोनेशिया के अनेक संबाताम्क प्रभाव पूर्व है।
शिक्षक विश्लेषण
उत्तर पुस्तिका की मुख्य विशेषताएं
| पहलू | विश्लेषण | अंक |
|---|---|---|
| विषय-वस्तु की समझ | उत्कृष्ट - विद्यार्थी ने शीत युद्ध, भारत-चीन संबंध, गुटनिरपेक्षता, मंडल आयोग जैसे जटिल विषयों की गहन समझ प्रदर्शित की | 20/20 |
| तथ्यात्मक सटीकता | उत्तम - सभी तिथियां, घटनाएं, और तथ्य सही हैं (जैसे 1948, 1955, 1977, 1990 आदि) | 20/20 |
| विश्लेषणात्मक कौशल | अच्छा - विद्यार्थी ने कारण-परिणाम संबंध स्पष्ट किए (जैसे शॉक थेरेपी के परिणाम) | 18/20 |
| लेखन शैली | स्पष्ट और सुपाठ्य - हस्तलेखन साफ है, paragraphs organized हैं | 12/15 |
| प्रस्तुतीकरण | व्यवस्थित - points numbered हैं, headings दिए गए हैं | 10/15 |
| कुल | 80/80 | |
विषयवार मूल्यांकन
1. शीत युद्ध और अंतर्राष्ट्रीय संबंध
विद्यार्थी ने शीत युद्ध, मार्शल योजना, सोवियत संघ के विघटन और शॉक थेरेपी जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। शॉक थेरेपी के प्रश्न में सोवियत संघ के पतन, रूबल के अवमूल्यन और यूगोस्लाविया के विघटन का उल्लेख सटीक था।
2. भारत की विदेश नीति
गुटनिरपेक्षता पर उत्तर में जवाहरलाल नेहरू की भूमिका, स्वतंत्र विदेश नीति का महत्व और किसी भी सैन्य गुट में शामिल न होने की नीति का स्पष्ट वर्णन किया गया।
3. भारत-चीन संबंध
1948 के बाद भारत-चीन संबंधों में तिब्बत मुद्दा, सीमा विवाद और पंचशील समझौते का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत किया गया। यह उत्तर ऐतिहासिक घटनाक्रम को सही क्रम में प्रस्तुत करता है।
4. भारतीय राजनीति में सामाजिक न्याय
मंडल आयोग पर उत्तर में 1977 में गठन, बी.पी. मंडल की अध्यक्षता, 27% आरक्षण की सिफारिश और पिछड़े वर्गों के लिए शैक्षिक अवसरों का उल्लेख उत्कृष्ट था।
सुधार के क्षेत्र
- हस्तलेखन की गुणवत्ता: कुछ स्थानों पर हस्तलेखन थोड़ा अस्पष्ट है
- व्याकरणिक शुद्धता: कुछ वाक्यों में व्याकरण की छोटी त्रुटियां हैं
- शब्द सीमा: कुछ उत्तरों में शब्द सीमा का बेहतर प्रबंधन हो सकता था
- उदाहरणों का उपयोग: कुछ उत्तरों में और अधिक ठोस उदाहरण दिए जा सकते थे
लेखन शैली और प्रस्तुतीकरण
मुख्य विशेषताएं
- सुपाठ्य हस्तलेखन: अधिकांश पृष्ठों पर लेखन स्पष्ट और पढ़ने योग्य है
- संगठित प्रस्तुति: प्रत्येक उत्तर में points numbered हैं
- Headings और Sub-headings: मुख्य विषयों को bold या underline किया गया है
- Paragraph Division: लंबे उत्तरों को उचित paragraphs में विभाजित किया गया है
- Page Management: प्रत्येक प्रश्न के लिए उचित स्थान दिया गया है
भाषा और अभिव्यक्ति
विद्यार्थी ने सरल, स्पष्ट और प्रभावी हिंदी भाषा का प्रयोग किया है। राजनीतिक शब्दावली (जैसे गुटनिरपेक्षता, शॉक थेरेपी, पंचशील) का सही उपयोग किया गया है। वाक्य संरचना सरल और समझने योग्य है।
परीक्षा रणनीति
समय प्रबंधन
| खंड | अनुशंसित समय | रणनीति |
|---|---|---|
| प्रारंभिक 15 मिनट | Reading Time | प्रश्न पत्र को ध्यान से पढ़ें, आसान प्रश्न चिह्नित करें |
| MCQ (1-18) | 30 minutes | पहले आसान MCQs solve करें, doubtful questions बाद में |
| अति लघु (19) | 15 minutes | Point-wise उत्तर लिखें |
| लघु उत्तरीय (20-22) | 30 minutes | 3-4 points में उत्तर दें |
| दीर्घ उत्तरीय (23-25) | 45 minutes | Introduction-Body-Conclusion format |
| निबंधात्मक (26-27) | 50 minutes | विस्तृत उत्तर, multiple aspects cover करें |
| मानचित्र | 10 minutes | सटीकता से स्थान चिह्नित करें |
| Revision | 15 minutes | Spelling, facts check करें |
उत्तर लेखन के सुझाव
- MCQs में सावधानी: पहले passage-based questions solve करें
- Point-wise लिखें: हर उत्तर में numbered points हों
- तथ्यों की सटीकता: तिथियां, नाम, घटनाएं सही लिखें
- Balanced approach: हर section को उचित समय दें
- Keywords underline करें: महत्वपूर्ण शब्दों को highlight करें
- Examples दें: जहां संभव हो, उदाहरण जोड़ें
सामान्य त्रुटियां और निवारण
विद्यार्थियों द्वारा की जाने वाली सामान्य गलतियां
| गलती | निवारण |
|---|---|
| तिथियों में भ्रम | महत्वपूर्ण घटनाओं की timeline बनाएं और याद करें |
| व्यक्तित्वों के नाम गलत लिखना | Important personalities की list बनाकर spelling practice करें |
| शब्द सीमा का उल्लंघन | Practice में word count की आदत डालें |
| Conceptual clarity की कमी | NCERT को thoroughly पढ़ें, notes बनाएं |
| मानचित्र में गलत स्थान | Atlas देखकर बार-बार practice करें |
| समय प्रबंधन की समस्या | Mock tests दें, time-bound practice करें |
विषय-विशिष्ट सुझाव
अंतर्राष्ट्रीय संबंध
- शीत युद्ध की timeline याद रखें
- प्रमुख संगठनों (UN, NAM, EU) की स्थापना और उद्देश्य जानें
- Current affairs से जोड़कर समझें
भारतीय राजनीति
- संवैधानिक संशोधनों को नोट करें
- Prime Ministers और उनके कार्यकाल की जानकारी रखें
- Important movements और उनके नेताओं को याद रखें
संदर्भ
- राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर - आधिकारिक वेबसाइट
- RBSE Senior Secondary Examination 2024 - Merit Answer Sheets
- NCERT Political Science Textbooks - समकालीन विश्व राजनीति और स्वतंत्रता के बाद भारत की राजनीति
- RBSE Syllabus 2024-25 - Political Science
- Indian Polity by M. Laxmikanth
बाहरी कड़ियाँ
- राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड - आधिकारिक वेबसाइट
- RBSE Class 12 Political Science Topper Answer Sheet 2024 - मूल PDF
- RBSE Class 12 English Topper Answer Sheet 2024
- RBSE Class 12 Hindi (Compulsory) Topper Answer Sheet 2024
- RBSE Class 10 All Topper Answer Sheets 2024
- RBSE Class 10 All Subjects Question Papers 2024 with Answers
- RBSE Class 10 Syllabus 2025-26
- RBSE Senior Secondary Examination 2024
- RBSE Class 12 Question Papers 2024
- NCERT - राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद
अस्वीकरण: यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए तैयार किया गया है। मूल उत्तर पुस्तिका राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की संपत्ति है। इस विश्लेषण का उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षकों को परीक्षा तैयारी में सहायता प्रदान करना है।
यह पृष्ठ अंतिम बार 25 अक्टूबर 2025 को संपादित किया गया था।
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