RBSE Senior Secondary Examination 2024 | Rajasthan Board Class 12 Exam Details
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा 2024
यह लेख राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा वर्ष 2024 में आयोजित वरिष्ठ माध्यमिक (कक्षा 12वीं) की परीक्षा से संबंधित है।
वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा 2024
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE)
4 दिसंबर 1957
अजमेर, राजस्थान
वरिष्ठ माध्यमिक (कक्षा 12वीं)
2024
लगभग 8.2 लाख
6 प्रमुख विषय
5000+ केंद्र
3 घंटे 15 मिनट (प्रति विषय)
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा 2024 राजस्थान राज्य में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) द्वारा वर्ष 2024 में आयोजित कक्षा 12वीं की वार्षिक परीक्षा थी। यह परीक्षा राजस्थान के सभी मान्यता प्राप्त विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा संस्थानों - जैसे विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज आदि में प्रवेश का अवसर मिलता है।
इस परीक्षा में कुल छह प्रमुख विषयों के प्रश्न पत्र शामिल थे - हिंदी (अनिवार्य), अंग्रेजी (अनिवार्य), भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित। प्रत्येक विषय की परीक्षा 3 घंटे 15 मिनट की अवधि के लिए आयोजित की गई थी, जिसमें 15 मिनट प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए अतिरिक्त समय शामिल था। परीक्षा में विभिन्न प्रकार के प्रश्न - बहुविकल्पीय, रिक्त स्थान पूर्ति, अति लघु उत्तरीय, लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय और निबंधात्मक प्रश्न शामिल थे। यह परीक्षा प्रणाली राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम पर आधारित थी।
वर्ष 2024 की यह परीक्षा विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी क्योंकि इसमें COVID-19 महामारी के बाद सामान्य परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह बहाल हो चुकी थी। परीक्षा में लगभग 8.2 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से लगभग 7.9 लाख विद्यार्थी वास्तव में परीक्षा में उपस्थित हुए। यह संख्या राजस्थान में माध्यमिक शिक्षा के व्यापक विस्तार को दर्शाती है।
परिचय और इतिहास
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की स्थापना 4 दिसंबर 1957 को राजस्थान राज्य में माध्यमिक शिक्षा के विकास, संचालन और नियमन के लिए की गई थी। बोर्ड का मुख्यालय राजस्थान के प्रसिद्ध शहर अजमेर में स्थित है। RBSE प्रतिवर्ष माध्यमिक (कक्षा 10वीं) और वरिष्ठ माध्यमिक (कक्षा 12वीं) की परीक्षाएं आयोजित करता है। राजस्थान राज्य के लगभग 9000 से अधिक विद्यालय - जिनमें सरकारी, अर्ध-सरकारी और निजी विद्यालय शामिल हैं - इस बोर्ड से संबद्ध हैं।
बोर्ड की स्थापना के समय राजस्थान में शिक्षा का स्तर काफी निम्न था। स्वतंत्रता के समय राज्य की साक्षरता दर मात्र 15% थी। बोर्ड के गठन के बाद राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आया। वर्तमान में राजस्थान की साक्षरता दर 66.11% (2011 की जनगणना के अनुसार) हो चुकी है, जिसमें RBSE का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
परीक्षा की पृष्ठभूमि
वर्ष 2024 की परीक्षा COVID-19 महामारी के बाद पूर्ण रूप से सामान्य परिस्थितियों में आयोजित की गई थी। वर्ष 2020 और 2021 में महामारी के कारण परीक्षा प्रणाली में कई आपातकालीन बदलाव किए गए थे - जैसे परीक्षा का स्थगन, ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन, मूल्यांकन पद्धति में परिवर्तन आदि। लेकिन 2024 में सभी परंपरागत नियम और प्रक्रियाएं पूरी तरह बहाल कर दी गईं। परीक्षा में कुल 8.2 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से लगभग 7.9 लाख विद्यार्थी वास्तव में परीक्षा में उपस्थित हुए। यह आंकड़ा महामारी से पहले के आंकड़ों के लगभग बराबर था, जो शिक्षा व्यवस्था की सामान्यता की ओर लौटने का सकारात्मक संकेत था।
बोर्ड ने परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए अनेक सुरक्षा उपाय किए थे। प्रश्न पत्रों की गोपनीयता बनाए रखने के लिए विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए। प्रश्न पत्रों को कूट भाषा में तैयार किया गया और उन्हें मुहरबंद लिफाफों में सुरक्षित रखा गया। परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरे लगाए गए और नकल रोकने के लिए सख्त निगरानी व्यवस्था की गई। परीक्षा से पहले उड़न दस्ते (Flying Squads) द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किए गए। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 15000 से अधिक प्रशिक्षित परीक्षकों को नियुक्त किया गया था, जिन्हें मूल्यांकन की उचित विधि में प्रशिक्षित किया गया था।
परीक्षा केंद्रों का प्रबंधन
परीक्षा के सुचारु संचालन के लिए राजस्थान के सभी 33 जिलों में 5000 से अधिक परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए थे। प्रत्येक जिले में जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्य) की निगरानी में परीक्षा संचालित की गई। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर केंद्र अधीक्षक, उप केंद्र अधीक्षक, निरीक्षक और अन्य कर्मचारियों की व्यवस्था की गई। विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों (दिव्यांग विद्यार्थियों) के लिए विशेष व्यवस्था की गई, जिनमें स्क्राइब (लेखक) की सुविधा, अतिरिक्त समय और सुलभ भवन शामिल थे।
परीक्षा संरचना और पैटर्न
वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा 2024 की संरचना निम्नानुसार थी:
विषय | प्रश्न पत्र कोड | कुल प्रश्न | लिखित परीक्षा अंक | प्रायोगिक अंक | आंतरिक मूल्यांकन | कुल अंक | परीक्षा अवधि |
---|---|---|---|---|---|---|---|
हिंदी (अनिवार्य) | SS-01 | 19 | 80 | - | 20 | 100 | 3:15 |
अंग्रेजी (अनिवार्य) | SS-02 | 22 | 80 | - | 20 | 100 | 3:15 |
भौतिकी | SS-40 | 20 | 56 | 24 | 20 | 100 | 3:15 |
रसायन विज्ञान | SS-41 | 20 | 56 | 24 | 20 | 100 | 3:15 |
जीव विज्ञान | SS-42 | 20 | 56 | 24 | 20 | 100 | 3:15 |
गणित | SS-15 | 22 | 80 | - | 20 | 100 | 3:15 |
प्रश्न पत्र का सामान्य प्रारूप
प्रत्येक प्रश्न पत्र को चार खंडों में विभाजित किया गया था। यह विभाजन प्रश्नों की कठिनाई स्तर और अंक भार के आधार पर किया गया था:
- खंड अ (Section A): इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न शामिल थे। बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) जिनमें चार विकल्प दिए जाते थे और विद्यार्थी को सही विकल्प चुनना होता था। प्रत्येक MCQ 1 अंक का होता था। रिक्त स्थान पूर्ति के प्रश्न भी इसी खंड में होते थे। कुछ विषयों में अपठित गद्यांश या पद्यांश भी इस खंड में शामिल थे।
- खंड ब (Section B): इसमें लघु उत्तरीय प्रश्न होते थे, जिनका उत्तर 30-50 शब्दों में देना होता था। प्रत्येक प्रश्न सामान्यतः 2 अंक का होता था। इन प्रश्नों में अवधारणाओं की स्पष्ट समझ और संक्षिप्त व्याख्या की क्षमता का परीक्षण किया जाता था।
- खंड स (Section C): इसमें दीर्घ उत्तरीय प्रश्न होते थे, जिनका उत्तर 80-120 शब्दों या अधिक विस्तार में देना होता था। प्रत्येक प्रश्न 3-4 अंक का होता था। इन प्रश्नों में गहन समझ, विश्लेषण और व्याख्या की क्षमता का मूल्यांकन किया जाता था।
- खंड द (Section D): इसमें निबंधात्मक या विश्लेषणात्मक प्रश्न होते थे। प्रत्येक प्रश्न 4-6 अंक का होता था। विज्ञान विषयों में इस खंड में सामान्यतः संख्यात्मक प्रश्न या व्युत्पत्ति (Derivations) पूछे जाते थे। भाषा विषयों में निबंध लेखन और व्याख्या इस खंड में होती थी। गणित में रैखिक प्रोग्रामन जैसे विषय पर आधारित प्रश्न होते थे जो ग्राफ पेपर पर हल करने होते थे।
आंतरिक विकल्प
अधिकांश प्रश्न पत्रों में दीर्घ उत्तरीय और निबंधात्मक प्रश्नों में आंतरिक विकल्प दिए गए थे। आंतरिक विकल्प का अर्थ है कि एक ही प्रश्न संख्या के अंतर्गत दो प्रश्न दिए गए होते थे और विद्यार्थी को उनमें से किसी एक का उत्तर देना होता था। यह व्यवस्था विद्यार्थियों को लचीलापन प्रदान करती थी और उनकी रुचि के अनुसार प्रश्नों का चयन करने में मदद करती थी।
विषयवार विस्तृत विवरण
हिंदी (अनिवार्य) - SS-01
प्रश्न पत्र कोड: SS-01 | कुल अंक: 80 | कुल प्रश्न: 19 | समय: 3 घंटे 15 मिनट
हिंदी (अनिवार्य) का प्रश्न पत्र राजस्थान की राजभाषा होने के कारण विशेष महत्व रखता है। यह प्रश्न पत्र NCERT की पाठ्यपुस्तकों 'आरोह' (भाग-2) और 'वितान' (भाग-2) पर आधारित था। हिंदी भाषा भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 अनुसूचित भाषाओं में से एक है और देवनागरी लिपि में लिखी जाती है। प्रश्न पत्र में साहित्य (गद्य और पद्य दोनों), व्याकरण और रचनात्मक लेखन से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे।
विस्तृत खंडवार विवरण
खंड अ - वस्तुनिष्ठ प्रश्न (30 अंक):
इस खंड में कुल 30 अंकों के प्रश्न थे जिन्हें निम्न प्रकार विभाजित किया गया था:
- बहुविकल्पीय प्रश्न (12 अंक): इसमें 12 MCQ प्रश्न थे, प्रत्येक 1 अंक का। ये प्रश्न साहित्य, लेखक परिचय और व्याकरण से पूछे गए। उदाहरण के लिए:
- लोकतंत्र के लिए साथियों के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव आवश्यक है
- पुन्नाग के पेड़ के फल अत्यंत दृढ़ होते हैं
- 'बाणभट्ट की आत्मकथा' के लेखक हजारी प्रसाद द्विवेदी हैं
- सूरदास के अनुसार साहित्य रस कभी समाप्त नहीं होता
- फिराक गोरखपुरी की भाषा सूरदास के वात्सल्य वर्णन की याद दिलाती है
- हनुमान द्वारा संजीवनी लाने पर करुण रस के बीच वीर रस का उदय होता है
- बोली - भाषा का सीमित और अविकसित रूप
- Vigilance का अर्थ 'सतर्कता' है
- छपे हुए शब्दों में स्थायित्व का गुण होता है
- रेडियो पत्रकारों को अपने श्रोताओं का ध्यान रखना होता है
- 'जूझ' किशोर विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक आत्मकथा है
- 'सिल्वर वेडिंग' में यशोधर बाबू की पत्नी ने दबे स्वर में पूछा था
- रिक्त स्थान पूर्ति (6 अंक): इसमें 6 प्रश्न थे जिनमें सही शब्द भरना था:
- लिपि - लेखन चिह्नों का प्रयोग
- Efficiency - दक्षता का अंग्रेजी शब्द
- लक्षणा शब्द शक्ति
- व्यंजना शब्द शक्ति
- विरोधाभास अलंकार
- अनुप्रास अलंकार
- अपठित गद्यांश (6 अंक): 'लक्ष्य की एकाग्रता' विषय पर आधारित गद्यांश दिया गया था। इसमें 6 प्रश्न पूछे गए:
- व्यक्ति को जीवन में एक उत्तम लक्ष्य निश्चित करना चाहिए
- 'नयन' का पर्यायवाची 'आँख'
- जड़ (मूल) को सींचने से फल की प्राप्ति होती है
- 'उपेक्षा' का विपरीतार्थ 'अपेक्षा'
- 'चिड़िया की आँख' - एकाग्रता का प्रतीक
- उचित शीर्षक देना
- अपठित पद्यांश (6 अंक): श्रमिक (मजदूर) की महिमा पर आधारित कविता:
- कवि औरों के अभाव मिटाने की बात करता है
- आत्मविश्वास से खंडहर को महल बनाया जा सकता है
- प्रलय, मेघ और भूचाल भी शर्माते हैं
- श्रम और आत्मविश्वास का महत्व
- मजदूर ने धरती पर स्वर्ग बनाए
- 'बादल' का पर्याय 'मेघ'
खंड ब - लघु उत्तरीय प्रश्न (10 अंक):
इस खंड में 5 प्रश्न थे, प्रत्येक 2 अंक का। उत्तर लगभग 40 शब्दों में देना था:
- पत्रकारों के प्रकार: पूर्णकालिक (नियमित वेतन पर कार्यरत), अंशकालिक (समय-समय पर समाचार देने वाले), और स्वतंत्र पत्रकार (स्वतंत्र रूप से विभिन्न संस्थानों को सामग्री बेचने वाले)।
- महामारी की रात्रि में ढोलक: लेखक ने महामारी की भयावह रात में ढोलक की थाप को जीवन और उमंग का प्रतीक बताया। जब चारों ओर मृत्यु का भय था, तब ढोलक ने जीवन की निरंतरता का संदेश दिया।
- 'बादल राग' में क्रांति: निराला ने बादल को क्रांति का प्रतीक बनाया है जो शोषितों और वंचितों के लिए आशा और परिवर्तन का संदेश लाता है।
- सिन्धु सभ्यता: सिन्धु सभ्यता में विशाल भवनों के स्थान पर कलात्मक सौंदर्य को प्राथमिकता दी गई। मुहरें, मूर्तियां और बर्तनों पर उत्कृष्ट कारीगरी थी।
- जूझ में दादा: दादा की दिनचर्या अत्यंत कठोर थी। वे प्रातः जल्दी उठते, खेती में लगे रहते और शिक्षा को व्यर्थ समझते थे।
खंड स - दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (19 अंक):
इस खंड में 6 प्रश्न थे जिनके उत्तर 60-100 शब्दों में देने थे:
- 'उषा' कविता व्याख्या (3 अंक): शमशेर बहादुर सिंह की कविता से पंक्ति व्याख्या। नीले आकाश में भोर की लालिमा किसी सुंदरी के जल में स्नान करने जैसी लगती है।
- 'बाज़ार दर्शन' (3 अंक): जैनेन्द्र कुमार के अनुसार यदि हमारा मन दृढ़ है तो बाज़ार हमारी सेवा करता है, अन्यथा वह हमें गुलाम बना लेता है। आत्म-संयम आवश्यक है।
- 'सिल्वर वेडिंग' (3 अंक): यशोधर बाबू सादगी और संयम में विश्वास रखते हैं। उनका कथन दिखावे के विरोध को दर्शाता है। नई पीढ़ी को परंपरागत मूल्यों का सम्मान करना चाहिए।
- मोहनजोदड़ो (3 अंक): मोहनजोदड़ो ताम्र युग की सबसे विकसित सभ्यता का प्रमाण है। यहाँ सुनियोजित नगर, जल निकासी और व्यापार की व्यवस्था थी।
- संपादकीय लेखन (3 अंक): संपादकीय का दायित्व संपादक पर होता है। यह समाचार पत्र की नीति को प्रतिबिंबित करता है और जनमत को प्रभावित करता है।
- लेखक परिचय (4 अंक): आलोक धन्वा या फणीश्वर नाथ रेणु का जीवन परिचय और प्रमुख रचनाएं। आलोक धन्वा जनवादी कवि हैं जिनकी प्रसिद्ध कृति 'दुनिया रोज बनती है' है। रेणु आंचलिक कथा साहित्य के प्रवर्तक थे, जिनकी 'मैला आँचल' प्रसिद्ध रचना है।
खंड द - व्याख्या और रचनात्मक लेखन (24 अंक):
- पद्यांश व्याख्या (6 अंक): दो विकल्प दिए गए - बच्चन की कविता या कुंवर नारायण की कविता से व्याख्या। संदर्भ, प्रसंग और व्याख्या तीनों लिखनी होती थी।
- गद्यांश व्याख्या (6 अंक): महादेवी वर्मा के 'भक्तिन' या 'काले मेघा पानी दे' से गद्यांश की व्याख्या।
- विज्ञप्ति/निविदा (4 अंक): कर्मचारी चयन बोर्ड के लिए विज्ञप्ति या विद्यालय के लिए स्काउटिंग सामग्री क्रय हेतु निविदा का प्रारूप।
- निबंध लेखन (8 अंक): 300 शब्दों में निबंध - 'मेक इन इंडिया अभियान', 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', 'विद्यार्थी जीवन में अनुशासन', या 'पर्वतीय यात्रा'।
विस्तृत प्रश्न पत्र: मूल PDF डाउनलोड करें | विस्तृत समाधान: Sarkari Service Prep
अंग्रेजी (अनिवार्य) - SS-02
प्रश्न पत्र कोड: SS-02 | कुल अंक: 80 | कुल प्रश्न: 22 | समय: 3 घंटे 15 मिनट
अंग्रेजी (अनिवार्य) का प्रश्न पत्र अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में अंग्रेजी के महत्व को देखते हुए डिजाइन किया गया था। यह प्रश्न पत्र NCERT की पाठ्यपुस्तकों 'Flamingo' (मुख्य पाठ्यपुस्तक जिसमें Prose और Poetry दोनों हैं) और 'Vistas' (पूरक पाठ्यपुस्तक) पर आधारित था। अंग्रेजी भाषा वैश्वीकरण के युग में व्यावसायिक और शैक्षणिक सफलता के लिए अत्यंत आवश्यक है।
प्रश्न पत्र की विस्तृत संरचना
Section A - Reading Comprehension (20 marks):
इस खंड में दो unseen passages दिए गए थे:
- Passage 1 - Factual Passage (10 marks): यह एक तथ्यात्मक अनुच्छेद होता है जो किसी विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इतिहास या समसामयिक विषय पर आधारित होता है। इसमें 5-6 प्रश्न पूछे जाते हैं जो अनुच्छेद की समझ, तथ्यों की पहचान और निष्कर्ष निकालने की क्षमता का परीक्षण करते हैं।
- Passage 2 - Literary/Discursive Passage (10 marks): यह एक साहित्यिक या विचारात्मक अनुच्छेद होता है। इसमें लेखक के दृष्टिकोण, मुख्य विचार, अनुमान लगाने और शब्दावली से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
Section B - Writing Skills (20 marks):
इस खंड में विभिन्न प्रकार के लेखन कौशल का परीक्षण किया जाता है:
- Notice Writing (5 marks): किसी सार्वजनिक सूचना या घोषणा को औपचारिक प्रारूप में लिखना। उदाहरण - विद्यालय में खेल दिवस, खोई हुई वस्तु की सूचना आदि।
- Article Writing (5 marks): किसी सामाजिक, शैक्षिक या समसामयिक विषय पर लेख लिखना। लेख में परिचय, मुख्य बिंदु और निष्कर्ष होना चाहिए।
- Letter Writing (5 marks): औपचारिक या अनौपचारिक पत्र। औपचारिक पत्र में शिकायत पत्र, आवेदन पत्र, संपादक के नाम पत्र आदि। अनौपचारिक पत्र में मित्र या परिवार को पत्र।
- Advertisement (5 marks): किसी उत्पाद, सेवा या कार्यक्रम के लिए विज्ञापन तैयार करना।
Section C - Grammar (16 marks):
इस खंड में अंग्रेजी व्याकरण के महत्वपूर्ण विषयों से प्रश्न पूछे गए:
- Active and Passive Voice (4 marks): वाक्यों को Active से Passive या Passive से Active में बदलना।
- Direct and Indirect Speech (4 marks): प्रत्यक्ष कथन को अप्रत्यक्ष में या अप्रत्यक्ष को प्रत्यक्ष में बदलना।
- Sentence Transformation (4 marks): वाक्यों को एक रूप से दूसरे रूप में बदलना - जैसे Simple से Complex, Affirmative से Negative आदि।
- Error Correction (4 marks): वाक्यों में व्याकरण की त्रुटियों को पहचानना और सुधारना।
Section D - Literature (24 marks):
यह खंड सबसे महत्वपूर्ण था क्योंकि इसमें पाठ्यपुस्तकों से सीधे प्रश्न पूछे गए:
- Extract-based Questions (8 marks): पाठ्यपुस्तक से Prose या Poetry के अंश दिए जाते हैं और उन पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं।
- Short Answer Questions (8 marks): 30-40 शब्दों में उत्तर देने वाले प्रश्न।
- Long Answer Questions (8 marks): 120-150 शब्दों में विस्तृत उत्तर देने वाले प्रश्न। इनमें character analysis, theme discussion, message of the text आदि पूछे जाते हैं।
महत्वपूर्ण पाठ और अध्याय
Flamingo - Prose:
- The Last Lesson - Alphonse Daudet: फ्रांसीसी भाषा की अंतिम कक्षा का मार्मिक वर्णन।
- Lost Spring - Anees Jung: गरीब बच्चों की दुर्दशा और उनके खोए हुए बचपन की कहानी।
- Deep Water - William Douglas: पानी के डर पर विजय पाने की प्रेरक कहानी।
- The Rattrap - Selma Lagerlöf: मानवीय दयालुता और परिवर्तन की कहानी।
- Indigo - Louis Fischer: गांधीजी के चंपारण सत्याग्रह का वर्णन।
- The Interview - Christopher Silvester & Umberto Eco: साक्षात्कार की कला और महत्व।
Flamingo - Poetry:
- My Mother at Sixty-six - Kamala Das: माँ के बुढ़ापे को देखकर कवयित्री की भावनाएं।
- An Elementary School Classroom in a Slum - Stephen Spender: गरीब बच्चों की शिक्षा की दुर्दशा।
- Keeping Quiet - Pablo Neruda: शांति और आत्म-चिंतन का संदेश।
- A Thing of Beauty - John Keats: सौंदर्य की नश्वरता।
- A Roadside Stand - Robert Frost: ग्रामीण जीवन की कठिनाइयां।
Vistas - Short Stories:
- The Third Level - Jack Finney: समय यात्रा की कल्पना।
- The Tiger King - Kalki: व्यंग्यात्मक कहानी।
- Journey to the End of the Earth - Tishani Doshi: अंटार्कटिका की यात्रा।
- The Enemy - Pearl S. Buck: मानवता और कर्तव्य।
- On the Face of It - Susan Hill: शारीरिक विकलांगता और समाज।
- Memories of Childhood: बचपन की यादें।
विस्तृत प्रश्न पत्र: Original PDF Download | विस्तृत समाधान: Detailed Solutions
भौतिकी (Physics) - SS-40
प्रश्न पत्र कोड: SS-40 | लिखित परीक्षा: 56 अंक | प्रायोगिक: 24 अंक | आंतरिक मूल्यांकन: 20 अंक | कुल: 100 अंक | प्रश्न: 20 | समय: 3 घंटे 15 मिनट
भौतिकी विज्ञान का प्रश्न पत्र प्रकृति के मूलभूत नियमों, बलों और ऊर्जा के सिद्धांतों पर आधारित था। यह प्रश्न पत्र NCERT की पाठ्यपुस्तक 'Physics Part-I' और 'Physics Part-II' पर आधारित था। भौतिकी इंजीनियरिंग, चिकित्सा और शोध के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है।
प्रश्न पत्र की संरचना
भौतिकी का प्रश्न पत्र निम्नलिखित प्रकार से विभाजित था:
- बहुविकल्पीय प्रश्न (10 × 1 = 10 अंक): सभी अध्यायों से MCQ प्रश्न जिनमें एक सही विकल्प चुनना होता है।
- अति लघु उत्तरीय प्रश्न (5 × 1 = 5 अंक): एक वाक्य या एक शब्द में उत्तर देने वाले प्रश्न।
- लघु उत्तरीय प्रश्न - Type I (5 × 2 = 10 अंक): 30-50 शब्दों में उत्तर। इनमें परिभाषा, सूत्र, छोटे संख्यात्मक प्रश्न शामिल थे।
- लघु उत्तरीय प्रश्न - Type II (3 × 3 = 9 अंक): 60-80 शब्दों में उत्तर। इनमें व्युत्पत्ति, ग्राफ, चित्र और मध्यम संख्यात्मक प्रश्न थे।
- दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (2 × 4 = 8 अंक): 100-150 शब्दों में उत्तर। इनमें विस्तृत व्युत्पत्ति, कार्यविधि और कठिन संख्यात्मक प्रश्न थे।
- अति दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (2 × 5 = 10 अंक): यह परीक्षा के सबसे कठिन प्रश्न थे। इनमें पूर्ण व्युत्पत्ति, कार्यविधि का विस्तृत वर्णन और बहु-चरणीय संख्यात्मक प्रश्न शामिल थे।
- Graph Paper Questions (4 अंक): इन प्रश्नों को ग्राफ पेपर पर हल करना अनिवार्य था। इनमें ग्राफ खींचना और उससे मान निकालना होता था।
महत्वपूर्ण अध्याय और विषय
भाग-I के मुख्य अध्याय:
- वैद्युत आवेश और क्षेत्र (Electric Charges and Fields): कूलॉम का नियम, विद्युत क्षेत्र की अवधारणा, गॉस का नियम, विद्युत फ्लक्स। इस अध्याय से MCQ में प्रश्न पूछे गए कि विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक N/C या V/m होता है।
- स्थिर वैद्युत विभव और धारिता (Electrostatic Potential and Capacitance): विद्युत विभव, संधारित्र (Capacitor), समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता, संधारित्रों का संयोजन। प्रश्न में समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता C = ε₀A/d का सूत्र पूछा गया।
- विद्युत धारा (Current Electricity): ओम का नियम, प्रतिरोध, प्रतिरोधकता, प्रतिरोधों का श्रेणी और समांतर संयोजन, किर्चॉफ के नियम, व्हीटस्टोन ब्रिज, मीटर ब्रिज। संख्यात्मक प्रश्नों में व्हीटस्टोन ब्रिज का उपयोग करके अज्ञात प्रतिरोध निकालना पूछा गया।
- चुंबकत्व और द्रव्य (Magnetism and Matter): चुंबकीय क्षेत्र, चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं, पृथ्वी का चुंबकत्व, अनुचुंबकीय, प्रतिचुंबकीय और लौहचुंबकीय पदार्थ।
- विद्युत चुंबकीय प्रेरण (Electromagnetic Induction): फैराडे का नियम, लेंज का नियम, स्वप्रेरण और अन्योन्य प्रेरण। MCQ में पूछा गया कि प्रेरित emf e = -dΦ/dt के अनुसार होता है।
- प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current): AC परिपथ, प्रतिघात (Reactance), प्रतिबाधा (Impedance), शक्ति गुणक, LC दोलन। संख्यात्मक प्रश्न में AC परिपथ की औसत शक्ति P = Vrms × Irms × cosΦ निकालना था।
भाग-II के मुख्य अध्याय:
- किरण प्रकाशिकी और प्रकाशिक यंत्र (Ray Optics and Optical Instruments): परावर्तन, अपवर्तन, स्नेल का नियम, लेंस सूत्र (1/f = 1/v - 1/u), आवर्धन, सूक्ष्मदर्शी और दूरदर्शी। संख्यात्मक प्रश्न में अवतल दर्पण से प्रतिबिंब की स्थिति निकालनी थी।
- तरंग प्रकाशिकी (Wave Optics): यंग का द्विझिरी प्रयोग, व्यतिकरण, विवर्तन, ध्रुवण। यंग के प्रयोग में फ्रिंज चौड़ाई β = λD/d का सूत्र पूछा गया।
- द्वैत प्रकृति (Dual Nature of Radiation and Matter): फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव, आइंस्टीन का समीकरण (hν = φ₀ + KEmax), डी-ब्रॉग्ली तरंगदैर्ध्य λ = h/p।
- परमाणु (Atoms): बोर मॉडल, स्पेक्ट्रम रेखाएं, हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम की श्रृंखलाएं (लाइमन, बामर, पाशेन)।
- नाभिक (Nuclei): परमाणु नाभिक, द्रव्यमान क्षति (Mass Defect), बंधन ऊर्जा, रेडियोसक्रियता, अर्द्ध आयु (Half-life T₁/₂ = 0.693/λ), नाभिकीय विखंडन और संलयन।
- अर्धचालक इलेक्ट्रॉनिकी (Semiconductor Electronics): p-n संधि डायोड, डायोड का अभिलाक्षणिक वक्र, दिष्टकारी (Rectifier), ट्रांजिस्टर, प्रवर्धक (Amplifier), लॉजिक गेट (AND, OR, NOT, NAND, NOR)।
- संचार व्यवस्था (Communication Systems): आयाम मॉडुलन (AM), आवृत्ति मॉडुलन (FM), बैंडविड्थ, एंटीना, प्रसारण की सीमा।
महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर (2024 परीक्षा से)
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) उदाहरण:
- विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का SI मात्रक → N/C या V/m
- समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता → C = ε₀A/d
- प्रेरित emf का सूत्र → e = -dΦ/dt
- AC परिपथ में औसत शक्ति → P = Vrms Irms cosΦ
- लेंस सूत्र → 1/f = 1/v - 1/u
- यंग के प्रयोग में फ्रिंज चौड़ाई → β = λD/d
- फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव → hν = φ₀ + KEmax
- डी-ब्रॉग्ली तरंगदैर्ध्य → λ = h/p = h/mv
- अर्द्ध आयु → T₁/₂ = 0.693/λ
- p-n संधि डायोड अग्र बायस में चालन करता है
लघु उत्तरीय प्रश्न उदाहरण:
- कूलॉम का नियम: दो बिंदु आवेशों के बीच लगने वाला बल F = k(q₁q₂)/r² होता है, जहाँ k = 9 × 10⁹ Nm²/C²।
- किर्चॉफ का प्रथम नियम (धारा नियम): किसी संधि पर मिलने वाली धाराओं का बीजगणितीय योग शून्य होता है। यह आवेश संरक्षण का नियम है।
- लेंज का नियम: प्रेरित धारा की दिशा ऐसी होती है कि वह अपने कारण का विरोध करती है।
- पूर्ण आंतरिक परावर्तन: जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण से अधिक होता है, तो संपूर्ण प्रकाश परावर्तित हो जाता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उदाहरण:
- व्हीटस्टोन ब्रिज की कार्यविधि: संतुलन की अवस्था में P/Q = R/S। इसका उपयोग अज्ञात प्रतिरोध ज्ञात करने में होता है।
- फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव की व्याख्या: आइंस्टीन के अनुसार प्रकाश फोटॉन कणों से बना है। जब उचित आवृत्ति का प्रकाश धातु पर पड़ता है, तो इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं। KE = hν - φ₀।
- p-n संधि डायोड का V-I अभिलाक्षणिक वक्र: अग्र बायस में डायोड चालन करता है और पश्च बायस में अवरुद्ध हो जाता है। घुटने वोल्टता (Knee voltage) के बाद धारा तेजी से बढ़ती है।
प्रायोगिक परीक्षा (24 अंक)
भौतिकी में प्रायोगिक परीक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। इसमें निम्नलिखित प्रयोग शामिल थे:
- मीटर ब्रिज का उपयोग करके अज्ञात प्रतिरोध ज्ञात करना
- पोस्ट ऑफिस बॉक्स का उपयोग करके प्रतिरोध ज्ञात करना
- सोनोमीटर का उपयोग करके प्रत्यावर्ती धारा की आवृत्ति ज्ञात करना
- अवतल दर्पण की फोकस दूरी ज्ञात करना
- उत्तल लेंस की फोकस दूरी ज्ञात करना (u-v विधि द्वारा)
- प्रिज्म का अपवर्तनांक ज्ञात करना
- विभवमापी (Potentiometer) का उपयोग करके सेल का emf ज्ञात करना
- p-n संधि डायोड का अग्र और पश्च अभिलाक्षणिक वक्र खींचना
- ट्रांजिस्टर के इनपुट और आउटपुट अभिलाक्षणिक वक्र
- AND, OR, NOT गेट की सत्यता सारणी सत्यापित करना
विस्तृत प्रश्न पत्र: Physics Original PDF | विस्तृत समाधान: Physics Solutions
रसायन विज्ञान (Chemistry) - SS-41
प्रश्न पत्र कोड: SS-41 | लिखित परीक्षा: 56 अंक | प्रायोगिक: 24 अंक | आंतरिक मूल्यांकन: 20 अंक | कुल: 100 अंक | प्रश्न: 20 | समय: 3 घंटे 15 मिनट
रसायन विज्ञान का प्रश्न पत्र पदार्थों की संरचना, गुणधर्म और रासायनिक अभिक्रियाओं पर आधारित था। यह प्रश्न पत्र NCERT की पाठ्यपुस्तक 'Chemistry Part-I' और 'Chemistry Part-II' पर आधारित था। रसायन विज्ञान फार्मास्युटिकल, केमिकल इंजीनियरिंग और अनुसंधान के क्षेत्र में करियर के लिए आवश्यक है।
प्रश्न पत्र की संरचना
रसायन विज्ञान का प्रश्न पत्र भौतिकी के समान ही विभाजित था:
- बहुविकल्पीय प्रश्न (10 × 1 = 10 अंक): सभी अध्यायों से MCQ।
- अति लघु उत्तरीय (5 × 1 = 5 अंक): एक शब्द या एक पंक्ति में उत्तर।
- लघु उत्तरीय - Type I (5 × 2 = 10 अंक): 30-50 शब्दों में उत्तर।
- लघु उत्तरीय - Type II (3 × 3 = 9 अंक): 60-80 शब्दों में उत्तर।
- दीर्घ उत्तरीय (2 × 4 = 8 अंक): 100-150 शब्दों में विस्तृत उत्तर।
- अति दीर्घ उत्तरीय (2 × 5 = 10 अंक): व्युत्पत्ति और जटिल संख्यात्मक प्रश्न।
- Graph Paper Questions (4 अंक): ग्राफ पेपर पर हल करने वाले प्रश्न।
महत्वपूर्ण अध्याय और विषय
भाग-I के मुख्य अध्याय:
- ठोस अवस्था (The Solid State): क्रिस्टलीय और अक्रिस्टलीय ठोस, यूनिट सेल, ब्रेवेस लैटिस, पैकिंग दक्षता, फ्रेंकेल और शॉटकी दोष। MCQ में पूछा गया कि NaCl की क्रिस्टल संरचना fcc (face centered cubic) होती है।
- विलयन (Solutions): राउल्ट का नियम, वाष्प दाब में अवनमन, हिमांक में अवनमन (ΔTf = Kf × m), क्वथनांक में उन्नयन (ΔTb = Kb × m), परासरण दाब (π = CRT)। संख्यात्मक प्रश्न में मोललता (molality) की गणना पूछी गई।
- वैद्युत रसायन (Electrochemistry): गैल्वेनिक सेल, मानक इलेक्ट्रोड विभव, नर्नस्ट समीकरण, चालकता, कोहलरॉश का नियम, विद्युत अपघटन, फैराडे के नियम। MCQ में पूछा गया कि सेल विभव E = E° - (RT/nF)lnQ।
- रासायनिक बलगतिकी (Chemical Kinetics): अभिक्रिया की दर, दर स्थिरांक, अभिक्रिया की कोटि, प्रथम कोटि अभिक्रिया (t1/2 = 0.693/k), आर्हेनियस समीकरण (k = Ae^(-Ea/RT)), सक्रियण ऊर्जा। संख्यात्मक में प्रथम कोटि अभिक्रिया की अर्द्ध आयु निकालनी थी।
- पृष्ठ रसायन (Surface Chemistry): अधिशोषण (Adsorption), फ्रॉयडलिच समतापी, उत्प्रेरण (Catalysis), कोलॉइड, टिंडल प्रभाव, ब्राउनी गति। MCQ में पूछा गया कि भौतिक अधिशोषण में एंथैल्पी परिवर्तन कम होता है।
भाग-II के मुख्य अध्याय:
- p-ब्लॉक तत्व (The p-Block Elements): समूह 15, 16, 17 और 18 के तत्व। नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, ऑक्सीजन, सल्फर, हैलोजन और उत्कृष्ट गैसों के गुणधर्म और यौगिक। प्रश्न में अमोनिया के उत्पादन की हैबर विधि पूछी गई।
- d और f ब्लॉक तत्व (The d and f Block Elements): संक्रमण तत्व, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण अवस्थाएं, रंगीन यौगिक, चुंबकीय गुणधर्म, उत्प्रेरक गुण। MCQ में पूछा गया कि K2Cr2O7 एक प्रबल ऑक्सीकारक है।
- उपसहसंयोजन यौगिक (Coordination Compounds): IUPAC नामकरण, बंधन सिद्धांत (VBT, CFT), चुंबकीय गुण, समावयवता। प्रश्न में [Co(NH3)6]Cl3 का नामकरण पूछा गया - Hexaamminecobalt(III) chloride।
- हैलोऐल्केन और हैलोऐरीन (Haloalkanes and Haloarenes): नामकरण, बनाने की विधियां, SN1 और SN2 अभिक्रियाएं, क्लोरोबेंजीन के गुण।
- ऐल्कोहॉल, फिनॉल और ईथर (Alcohols, Phenols and Ethers): नामकरण, बनाने की विधियां, रासायनिक गुण। प्रश्न में फिनॉल की अम्लीय प्रकृति समझाने को कहा गया।
- ऐल्डिहाइड, कीटोन और कार्बोक्सिलिक अम्ल (Aldehydes, Ketones and Carboxylic Acids): नामकरण, बनाने की विधियां, विशिष्ट परीक्षण (Fehling's test, Tollen's test)।
- ऐमीन (Amines): नामकरण, बनाने की विधियां, कार्बिलऐमीन परीक्षण, डाइऐजोनियम लवण।
- जैव-अणु (Biomolecules): कार्बोहाइड्रेट (ग्लूकोस, फ्रक्टोस, सुक्रोस, स्टार्च), प्रोटीन (अमीनो अम्ल, पेप्टाइड बंध), एंजाइम, विटामिन, न्यूक्लिक अम्ल (DNA, RNA)। प्रश्न में प्रोटीन की द्वितीयक संरचना (α-helix और β-pleated sheet) समझाने को कहा गया।
- बहुलक (Polymers): योगात्मक और संघनन बहुलक, नाइलॉन-6,6, टेरीलीन, बैकेलाइट, प्राकृतिक रबर। MCQ में पूछा गया कि नाइलॉन-6,6 एक पॉलिऐमाइड है।
- दैनिक जीवन में रसायन (Chemistry in Everyday Life): औषधि (Drugs), प्रतिजैविक (Antibiotics), प्रतिअम्ल (Antacids), प्रशांतक (Tranquilizers), एस्पिरिन, पेनिसिलिन, साबुन और अपमार्जक।
महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर (2024 परीक्षा से)
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) उदाहरण:
- NaCl की क्रिस्टल संरचना → fcc (face centered cubic)
- हिमांक अवनमन का सूत्र → ΔTf = Kf × m
- नर्नस्ट समीकरण → E = E° - (RT/nF)lnQ या E = E° - (0.059/n)logQ
- प्रथम कोटि अभिक्रिया की अर्द्ध आयु → t1/2 = 0.693/k
- आर्हेनियस समीकरण → k = Ae^(-Ea/RT)
- K2Cr2O7 → प्रबल ऑक्सीकारक
- नाइलॉन-6,6 → पॉलिऐमाइड
- DNA में नाइट्रोजन क्षार → एडीनीन, ग्वानीन, साइटोसीन, थाइमीन
- प्रोटीन की द्वितीयक संरचना → α-helix और β-pleated sheet
- फिनॉल की अम्लीय प्रकृति → अनुनाद के कारण
लघु उत्तरीय प्रश्न उदाहरण:
- राउल्ट का नियम: किसी विलयन के किसी घटक का आंशिक वाष्प दाब उस घटक के मोल प्रभाज के समानुपाती होता है। PA = XA × P°A।
- कोहलरॉश का नियम: अनंत तनुता पर किसी विद्युत अपघट्य की समतुल्य चालकता उसके धनायन और ऋणायन की समतुल्य चालकताओं के योग के बराबर होती है।
- उत्प्रेरक का उदाहरण: हैबर विधि में आयरन उत्प्रेरक का उपयोग नाइट्रोजन और हाइड्रोजन से अमोनिया बनाने में होता है: N2 + 3H2 ⇌ 2NH3।
- DNA और RNA में अंतर: DNA में डीऑक्सीराइबोस शर्करा होती है जबकि RNA में राइबोस। DNA में थाइमीन होता है जबकि RNA में यूरेसिल। DNA द्विकुंडलित होता है जबकि RNA एककुंडलित।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उदाहरण:
- गैल्वेनिक सेल की कार्यविधि: डेनियल सेल में Zn इलेक्ट्रोड ऐनोड (ऋणात्मक) और Cu इलेक्ट्रोड कैथोड (धनात्मक) होता है। ऐनोड पर ऑक्सीकरण: Zn → Zn²⁺ + 2e⁻। कैथोड पर अपचयन: Cu²⁺ + 2e⁻ → Cu। सेल विभव E°cell = E°cathode - E°anode।
- SN1 और SN2 अभिक्रियाओं में अंतर: SN1 एक दो-चरणीय अभिक्रिया है जो कार्बोकेटायन मध्यवर्ती बनाती है। SN2 एक एक-चरणीय अभिक्रिया है जिसमें संक्रमण अवस्था बनती है। SN1 में त्रिविम रसायन उल्टा हो जाता है।
- प्रोटीन की संरचना: प्राथमिक संरचना में अमीनो अम्लों का क्रम, द्वितीयक में α-helix या β-sheet, तृतीयक में 3D मोड़, चतुर्थक में कई पॉलीपेप्टाइड श्रृंखलाओं का संयोजन।
प्रायोगिक परीक्षा (24 अंक)
रसायन विज्ञान में प्रायोगिक परीक्षा में निम्नलिखित प्रयोग शामिल थे:
- लवण विश्लेषण: दिए गए लवण में धनायन (Cu²⁺, Fe³⁺, Zn²⁺, Pb²⁺, आदि) और ऋणायन (Cl⁻, SO₄²⁻, NO₃⁻, CO₃²⁻, आदि) की पहचान।
- अनुमापन: अम्ल-क्षार अनुमापन, रेडॉक्स अनुमापन (KMnO4 का उपयोग करके)।
- कार्बनिक यौगिकों का प्रारंभिक विश्लेषण: नाइट्रोजन, सल्फर, हैलोजन की उपस्थिति का परीक्षण।
- कार्यात्मक समूह का परीक्षण: ऐल्डिहाइड (फेहलिंग परीक्षण), कीटोन, कार्बोक्सिलिक अम्ल, फिनॉल, ऐमीन का परीक्षण।
- रासायनिक बलगतिकी प्रयोग: KI और H2O2 की अभिक्रिया की दर का अध्ययन।
- विलयन तैयार करना: दी गई मोलरता या मोललता के विलयन तैयार करना।
- pH मापन: pH पेपर या pH मीटर का उपयोग।
- emf मापन: विभिन्न सांद्रताओं पर सेल के emf का मापन।
विस्तृत प्रश्न पत्र: Chemistry Original PDF | विस्तृत समाधान: Chemistry Solutions
जीव विज्ञान (Biology) - SS-42
प्रश्न पत्र कोड: SS-42 | लिखित परीक्षा: 56 अंक | प्रायोगिक: 24 अंक | आंतरिक मूल्यांकन: 20 अंक | कुल: 100 अंक | प्रश्न: 20 | समय: 3 घंटे 15 मिनट
जीव विज्ञान का प्रश्न पत्र जीवन की विविधता, संरचना, कार्य और विकास पर आधारित था। यह प्रश्न पत्र NCERT की पाठ्यपुस्तक 'Biology Part-I' और 'Biology Part-II' पर आधारित था। जीव विज्ञान चिकित्सा, बायोटेक्नोलॉजी, पर्यावरण विज्ञान और कृषि विज्ञान में करियर के लिए आवश्यक विषय है।
प्रश्न पत्र की संरचना
जीव विज्ञान का प्रश्न पत्र भी भौतिकी और रसायन विज्ञान के समान विभाजित था:
- बहुविकल्पीय प्रश्न (10 × 1 = 10 अंक)
- अति लघु उत्तरीय (5 × 1 = 5 अंक)
- लघु उत्तरीय - Type I (5 × 2 = 10 अंक)
- लघु उत्तरीय - Type II (3 × 3 = 9 अंक)
- दीर्घ उत्तरीय (2 × 4 = 8 अंक)
- अति दीर्घ उत्तरीय (2 × 5 = 10 अंक)
- आरेख/चित्र आधारित प्रश्न (4 अंक)
महत्वपूर्ण अध्याय और विषय
भाग-I के मुख्य अध्याय (जनन और आनुवंशिकी):
- जीवों में जनन (Reproduction in Organisms): अलैंगिक जनन (द्विखंडन, मुकुलन, बीजाणुजनन), लैंगिक जनन, युग्मक संलयन। MCQ में पूछा गया कि द्विखंडन एककोशिकीय जीवों में पाया जाता है।
- पुष्पी पादपों में लैंगिक जनन (Sexual Reproduction in Flowering Plants): पुष्प की संरचना, परागण (स्व-परागण और पर-परागण), निषेचन (द्विनिषेचन), बीज और फल का विकास। प्रश्न में द्विनिषेचन की प्रक्रिया विस्तार से समझाने को कहा गया।
- मानव जनन (Human Reproduction): नर और मादा जनन तंत्र, शुक्राणुजनन और अंडजनन, मासिक धर्म चक्र, निषेचन, गर्भावस्था, प्रसव। MCQ में पूछा गया कि मनुष्य में गर्भावस्था की अवधि लगभग 280 दिन (40 सप्ताह) होती है।
- जनन स्वास्थ्य (Reproductive Health): परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक विधियां (प्राकृतिक, अवरोधक, रासायनिक, शल्य चिकित्सा), यौन संचारित रोग (STD - गोनोरिया, सिफलिस, AIDS), बांझपन और सहायक जनन तकनीक (IVF, GIFT, ICSI)।
- वंशागति और विविधता के सिद्धांत (Principles of Inheritance and Variation): मेंडल के नियम (प्रभाविता का नियम, पृथक्करण का नियम, स्वतंत्र अपव्यूहन का नियम), एकसंकर और द्विसंकर क्रॉस, अपूर्ण प्रभाविता, सहप्रभाविता, बहुयुग्मविकल्पी, लिंग निर्धारण। संख्यात्मक प्रश्न में एकसंकर क्रॉस से F₂ पीढ़ी में फीनोटाइपिक अनुपात 3:1 निकालना था।
- वंशागति का आणविक आधार (Molecular Basis of Inheritance): DNA की संरचना (डबल हेलिक्स मॉडल), DNA प्रतिकृतिकरण, RNA के प्रकार (mRNA, tRNA, rRNA), प्रोटीन संश्लेषण (अनुलेखन और अनुवाद), जीन अभिव्यक्ति का नियमन, मानव जीनोम परियोजना। प्रश्न में DNA की संरचना का वाटसन-क्रिक मॉडल चित्र सहित समझाने को कहा गया।
- विकास (Evolution): जीवन की उत्पत्ति, डार्विन का प्राकृतिक चयन सिद्धांत, लैमार्कवाद, आधुनिक सिंथेटिक सिद्धांत, समजातता और समरूपता, जीवाश्म, आणविक विकास। MCQ में पूछा गया कि डार्विन के अनुसार योग्यतम की उत्तरजीविता (Survival of the fittest) विकास का आधार है।
भाग-II के मुख्य अध्याय (मानव कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी):
- मानव स्वास्थ्य और रोग (Human Health and Disease): स्वास्थ्य की अवधारणा, सामान्य रोग (टाइफाइड, निमोनिया, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया), कैंसर, AIDS, प्रतिरक्षा तंत्र (सहज और अर्जित प्रतिरक्षा), टीके, एंटीबॉडी। प्रश्न में मलेरिया के रोगजनक (Plasmodium), वाहक (मादा Anopheles मच्छर) और लक्षणों की व्याख्या थी।
- खाद्य उत्पादन में वृद्धि की कार्यनीति (Strategies for Enhancement in Food Production): पादप प्रजनन, पशुपालन, मुर्गी पालन, मधुमक्खी पालन (Apiculture), रेशम कीट पालन (Sericulture), मत्स्य पालन, ऊतक संवर्धन।
- मानव कल्याण में सूक्ष्मजीव (Microbes in Human Welfare): घरेलू उत्पादों में (दही, ब्रेड, चीज), औद्योगिक उत्पादन में, सीवेज उपचार, जैव उर्वरक, जैव नियंत्रण एजेंट। MCQ में पूछा गया कि Lactobacillus दही बनाने में उपयोगी है।
- जैव प्रौद्योगिकी - सिद्धांत और प्रक्रियाएं (Biotechnology - Principles and Processes): आनुवंशिक इंजीनियरिंग, पुनर्योगज DNA तकनीक, प्रतिबंधन एंडोन्यूक्लिएज, वाहक (Plasmid, Bacteriophage), PCR, DNA फिंगरप्रिंटिंग। प्रश्न में EcoRI जैसे प्रतिबंधन एंजाइम की कार्यविधि पूछी गई।
- जैव प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोग (Biotechnology and its Applications): Bt कपास, स्वर्णिम चावल (Golden Rice - विटामिन A युक्त), जीन थेरेपी, आणविक निदान। MCQ में पूछा गया कि Bt कपास में Bacillus thuringiensis का जीन डाला जाता है जो कीटों से सुरक्षा देता है।
- जीव और समष्टियां (Organisms and Populations): पर्यावास और निकेत, जनसंख्या वृद्धि मॉडल (घातांकीय और लॉजिस्टिक), जनसंख्या अंतःक्रियाएं (प्रतिस्पर्धा, परभक्षण, सहजीवन, परजीविता)।
- पारितंत्र (Ecosystem): पारितंत्र की संरचना और कार्य, ऊर्जा प्रवाह, खाद्य श्रृंखला और खाद्य जाल, पोषक चक्र (कार्बन और फॉस्फोरस चक्र), पारितंत्रीय सेवाएं। प्रश्न में 10% ऊर्जा स्थानांतरण नियम (Lindeman's Law) समझाने को कहा गया।
- जैव विविधता और संरक्षण (Biodiversity and Conservation): जैव विविधता के स्तर (आनुवंशिक, प्रजाति, पारितंत्र), जैव विविधता के हॉटस्पॉट, संकटापन्न और विलुप्त प्रजातियां, IUCN रेड डेटा बुक, संरक्षण विधियां (In-situ और Ex-situ)। MCQ में पूछा गया कि भारत में 4 जैव विविधता हॉटस्पॉट हैं - पश्चिमी घाट, पूर्वी हिमालय, भारत-बर्मा क्षेत्र और सुंदालैंड।
- पर्यावरण के मुद्दे (Environmental Issues): वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ठोस अपशिष्ट, ग्रीनहाउस प्रभाव, ग्लोबल वार्मिंग, ओजोन परत का क्षरण, वनों की कटाई। प्रश्न में ग्रीनहाउस गैसें (CO₂, CH₄, N₂O, CFCs) और उनके प्रभाव की व्याख्या थी।
महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर (2024 परीक्षा से)
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) उदाहरण:
- द्विखंडन किसमें पाया जाता है → एककोशिकीय जीव (अमीबा, पैरामीशियम)
- मनुष्य में गर्भावस्था की अवधि → 280 दिन या 40 सप्ताह
- मेंडल के नियम में F₂ पीढ़ी का फीनोटाइपिक अनुपात → 3:1 (एकसंकर क्रॉस में)
- DNA संरचना का मॉडल → वाटसन और क्रिक का डबल हेलिक्स मॉडल
- डार्विन का सिद्धांत → प्राकृतिक चयन और योग्यतम की उत्तरजीविता
- मलेरिया का रोगजनक → Plasmodium (प्रोटोजोआ)
- मलेरिया का वाहक → मादा Anopheles मच्छर
- Lactobacillus का उपयोग → दही बनाने में
- Bt कपास में जीन → Bacillus thuringiensis से
- भारत में जैव विविधता हॉटस्पॉट → 4 (पश्चिमी घाट, पूर्वी हिमालय, इंडो-बर्मा, सुंदालैंड)
- ग्रीनहाउस गैसें → CO₂, CH₄, N₂O, CFCs
- 10% ऊर्जा स्थानांतरण नियम → लिंडेमैन का नियम
लघु उत्तरीय प्रश्न उदाहरण:
- द्विनिषेचन (Double Fertilization): आवृत्तबीजी पादपों में एक शुक्राणु अंडाणु से संलयन कर युग्मनज (2n) बनाता है और दूसरा शुक्राणु द्वितीयक केंद्रक से संलयन कर भ्रूणपोष (3n) बनाता है।
- मेंडल के नियम: (1) प्रभाविता का नियम - F₁ में प्रभावी लक्षण प्रकट होता है। (2) पृथक्करण का नियम - युग्मविकल्पी युग्मक बनते समय अलग हो जाते हैं। (3) स्वतंत्र अपव्यूहन - विभिन्न लक्षण स्वतंत्र रूप से विरासत में मिलते हैं।
- DNA प्रतिकृतिकरण: अर्द्ध-संरक्षी विधि में DNA के दोनों स्ट्रैंड अलग होते हैं और प्रत्येक टेम्पलेट के रूप में काम करता है। DNA पॉलीमरेज़ एंजाइम नए न्यूक्लियोटाइड जोड़ता है।
- सहज और अर्जित प्रतिरक्षा: सहज प्रतिरक्षा जन्म से होती है (त्वचा, म्यूकस झिल्ली, फागोसाइट्स)। अर्जित प्रतिरक्षा संक्रमण के बाद विकसित होती है और विशिष्ट होती है (B और T कोशिकाएं, एंटीबॉडी)।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उदाहरण:
- DNA की संरचना: वाटसन-क्रिक मॉडल के अनुसार DNA दो पॉलीन्यूक्लियोटाइड श्रृंखलाओं से बना होता है जो दायें हाथ की दिशा में कुंडलित होती हैं। क्षार युग्मन नियम - A-T (दो हाइड्रोजन बंध) और G-C (तीन हाइड्रोजन बंध)। शर्करा-फॉस्फेट रीढ़ बाहर होती है।
- प्रोटीन संश्लेषण: अनुलेखन में DNA से mRNA बनता है। अनुवाद में ribosome पर mRNA के कोडोन के अनुसार अमीनो अम्ल जुड़कर पॉलीपेप्टाइड श्रृंखला बनाते हैं। tRNA एडैप्टर अणु के रूप में कार्य करता है।
- पुनर्योगज DNA तकनीक: इसमें किसी जीव से वांछित जीन को अलग करना, उसे वाहक (प्लाज़्मिड या वायरस) में जोड़ना और परपोषी कोशिका में प्रवेश कराना शामिल है। प्रतिबंधन एंडोन्यूक्लिएज DNA को विशिष्ट स्थानों पर काटता है।
- पारितंत्र में ऊर्जा प्रवाह: ऊर्जा का प्रवाह एकदिशीय होता है। उत्पादक सूर्य के प्रकाश को रासायनिक ऊर्जा में बदलते हैं। प्राथमिक उपभोक्ता, द्वितीयक उपभोक्ता और तृतीयक उपभोक्ता में केवल 10% ऊर्जा स्थानांतरित होती है (लिंडेमैन का नियम)।
प्रायोगिक परीक्षा (24 अंक)
जीव विज्ञान में प्रायोगिक परीक्षा में निम्नलिखित प्रयोग शामिल थे:
- पादप कोशिका का अध्ययन: प्याज की कोशिका में प्लाज्मोलिसिस का प्रेक्षण।
- समसूत्री विभाजन: प्याज की जड़ की नोक में समसूत्री विभाजन की विभिन्न अवस्थाओं का प्रेक्षण।
- पुष्प का अध्ययन: विभिन्न कुलों (सोलेनेसी, फैबेसी, लिलिएसी) के पुष्पों की पहचान और पुष्प सूत्र लिखना।
- परागकण का अध्ययन: विभिन्न पादपों के परागकणों की सूक्ष्मदर्शी से पहचान।
- DNA निष्कर्षण: प्याज या मटर से DNA निकालना।
- रक्त समूह परीक्षण: ABO रक्त समूह की पहचान।
- अस्थायी स्लाइड तैयार करना: विभिन्न ऊतकों की।
- सूक्ष्मजीवों का प्रेक्षण: यीस्ट, जीवाणु, शैवाल का सूक्ष्मदर्शी से अध्ययन।
- जैव रासायनिक परीक्षण: प्रोटीन (ब्यूरेट परीक्षण), शर्करा (बेनेडिक्ट परीक्षण), स्टार्च (आयोडीन परीक्षण), वसा का परीक्षण।
- पर्यावरण अध्ययन: जल की कठोरता, pH परीक्षण, जल प्रदूषण का अध्ययन।
विस्तृत प्रश्न पत्र: Biology Original PDF | विस्तृत समाधान: Biology Solutions
गणित (Mathematics) - SS-15
प्रश्न पत्र कोड: SS-15 | कुल अंक: 80 | आंतरिक मूल्यांकन: 20 अंक | कुल: 100 अंक | प्रश्न: 22 | समय: 3 घंटे 15 मिनट
गणित का प्रश्न पत्र तार्किक सोच, समस्या समाधान और गणितीय विश्लेषण की क्षमता का परीक्षण करता है। यह प्रश्न पत्र NCERT की पाठ्यपुस्तक 'Mathematics Part-I' और 'Mathematics Part-II' पर आधारित था। गणित इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विज्ञान, अर्थशास्त्र, सांख्यिकी और शोध के क्षेत्र में करियर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
प्रश्न पत्र की संरचना
गणित का प्रश्न पत्र निम्नलिखित प्रकार से विभाजित था:
- बहुविकल्पीय प्रश्न (10 × 1 = 10 अंक): सभी अध्यायों से MCQ प्रश्न।
- अति लघु उत्तरीय (4 × 1 = 4 अंक): एक पंक्ति में उत्तर या सीधी गणना।
- लघु उत्तरीय - Type I (8 × 2 = 16 अंक): 2-3 चरणों वाली गणना।
- लघु उत्तरीय - Type II (8 × 3 = 24 अंक): 4-5 चरणों वाली गणना या प्रमाण।
- दीर्घ उत्तरीय (6 × 4 = 24 अंक): विस्तृत गणना, प्रमाण या अनुप्रयोग आधारित प्रश्न।
- Graph Paper Question (1 × 2 = 2 अंक): रैखिक प्रोग्रामन पर ग्राफ पेपर पर हल करने वाला प्रश्न।
महत्वपूर्ण अध्याय और विषय
भाग-I के मुख्य अध्याय:
- संबंध और फलन (Relations and Functions): संबंध के प्रकार (एकैकी, आच्छादक, एकैकी-आच्छादक), प्रतिलोम फलन, संयुक्त फलन। MCQ में पूछा गया कि यदि f: A → B एकैकी और आच्छादक है तो f⁻¹ का अस्तित्व होता है।
- प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन (Inverse Trigonometric Functions): sin⁻¹x, cos⁻¹x, tan⁻¹x के प्रान्त और परिसर, मुख्य गुणधर्म। प्रश्न में sin⁻¹x + cos⁻¹x = π/2 का प्रमाण था।
- आव्यूह (Matrices): आव्यूह के प्रकार, जोड़, गुणा, परिवर्त (Transpose), सममित और विषम सममित आव्यूह, व्युत्क्रम आव्यूह। संख्यात्मक प्रश्न में 2×2 आव्यूह का व्युत्क्रम निकालना था: A⁻¹ = (1/|A|) × adj(A)।
- सारणिक (Determinants): सारणिक के गुणधर्म, उपसारणिक (Minors) और सहखंडज (Cofactors), सारणिक का विस्तार, क्रेमर नियम से समीकरण हल करना। प्रश्न में 3×3 सारणिक का मान निकालना था।
- सांतत्य और अवकलनीयता (Continuity and Differentiability): फलन का सांतत्य, अवकलनीयता, अवकलज के नियम (गुणनफल नियम, भागफल नियम, श्रृंखला नियम), उच्च कोटि के अवकलज, लॉगरिथमिक अवकलन। प्रश्न में यदि y = xˣ तो dy/dx निकालना था।
- अवकलज के अनुप्रयोग (Applications of Derivatives): स्पर्श रेखा और अभिलंब, वर्धमान और ह्रासमान फलन, उच्चिष्ठ और निम्निष्ठ, अनुप्रयोग प्रश्न (जैसे न्यूनतम लागत, अधिकतम क्षेत्रफल)। संख्यात्मक में एक आयत का अधिकतम क्षेत्रफल निकालना था।
भाग-II के मुख्य अध्याय:
- समाकलन (Integrals): अनिश्चित समाकलन, प्रतिस्थापन विधि, खंडशः समाकलन, आंशिक भिन्न, निश्चित समाकलन और इसके गुणधर्म। प्रश्न में ∫ eˣ(sinx + cosx)dx निकालना था।
- समाकलन के अनुप्रयोग (Applications of Integrals): वक्रों के बीच का क्षेत्रफल, परवलय और रेखा के बीच क्षेत्रफल। संख्यात्मक में y² = 4x और रेखा x = 4 के बीच का क्षेत्रफल निकालना था।
- अवकल समीकरण (Differential Equations): अवकल समीकरण की कोटि और घात, प्रथम कोटि प्रथम घात के अवकल समीकरण (चर पृथक्करणीय, समघात, रैखिक), द्वितीय कोटि के अवकल समीकरण। प्रश्न में dy/dx = (x+y)/(x-y) को हल करना था।
- सदिश बीजगणित (Vector Algebra): सदिश की परिभाषा, सदिशों का जोड़, अदिश गुणा, सदिश गुणा (a×b), स्केलर ट्रिपल प्रोडक्ट। MCQ में पूछा गया कि i×j = k, j×k = i, k×i = j।
- त्रि-विमीय ज्यामिति (Three Dimensional Geometry): दिक् कोसाइन और दिक् अनुपात, रेखा का समीकरण (सदिश और कार्तीय रूप), दो रेखाओं के बीच का कोण, समतल का समीकरण, रेखा और समतल के बीच का कोण। प्रश्न में बिंदु (1,2,3) से जाने वाली और सदिश 2i+3j+4k के समांतर रेखा का समीकरण निकालना था।
- रैखिक प्रोग्रामन (Linear Programming): उद्देश्य फलन, व्यवरोध (Constraints), सुसाध्य क्षेत्र (Feasible Region), कोनीय बिंदु विधि। Graph Paper पर हल करना अनिवार्य था। प्रश्न में किसी कारखाने का अधिकतम लाभ निकालना था।
- प्रायिकता (Probability): प्रतिदर्श समष्टि, घटनाएं, प्रायिकता के नियम, सप्रतिबंध प्रायिकता P(A|B) = P(A∩B)/P(B), बेज़ प्रमेय, स्वतंत्र घटनाएं, द्विपद वितरण। संख्यात्मक में बेज़ प्रमेय का अनुप्रयोग पूछा गया।
महत्वपूर्ण सूत्र और प्रश्न (2024 परीक्षा से)
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) उदाहरण:
- एकैकी-आच्छादक फलन का प्रतिलोम → अस्तित्व में होता है
- sin⁻¹x + cos⁻¹x → π/2
- 2×2 आव्यूह का व्युत्क्रम → A⁻¹ = (1/|A|) × adj(A)
- सदिश गुणा → i×j = k, j×k = i, k×i = j
- सप्रतिबंध प्रायिकता → P(A|B) = P(A∩B)/P(B)
- d/dx(xⁿ) → nxⁿ⁻¹
- ∫ 1/x dx → ln|x| + C
- रैखिक प्रोग्रामन में इष्टतम हल → कोनीय बिंदु पर
महत्वपूर्ण सूत्र:
- अवकलज: d/dx(eˣ) = eˣ, d/dx(ln x) = 1/x, d/dx(sinx) = cosx, d/dx(cosx) = -sinx
- समाकलन: ∫ eˣdx = eˣ+C, ∫ 1/x dx = ln|x|+C, ∫ sinx dx = -cosx+C, ∫ cosx dx = sinx+C
- खंडशः समाकलन: ∫ u·dv = uv - ∫ v·du
- आव्यूह: |AB| = |A|·|B|, (AB)' = B'A', (A⁻¹)⁻¹ = A
- सदिश: |a×b| = |a||b|sinθ, a·b = |a||b|cosθ
- रैखिक समीकरण: क्रेमर नियम - x = Dₓ/D, y = Dᵧ/D
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उदाहरण:
- अवकलज अनुप्रयोग: एक खुले बक्से का आयतन अधिकतम करना जब वर्गाकार धातु की चादर के कोनों से वर्ग काटे जाते हैं। इसमें V = x(l-2x)(b-2x) का अधिकतमीकरण करना होता है।
- समाकलन: ∫₀^(π/2) sin²x dx = π/4 निकालना। या ∫ eˣ(1+x)/cos²(eˣ·x) dx जैसे जटिल समाकलन।
- अवकल समीकरण: (x²-y²)dx + 2xy dy = 0 को हल करना। यह एक समघात अवकल समीकरण है।
- सदिश: सिद्ध करें कि |a+b|² = |a|² + |b|² + 2|a||b|cosθ (सदिश योग का नियम)।
- रैखिक प्रोग्रामन: अधिकतम करें Z = 3x + 4y, व्यवरोध: x+y ≤ 4, x ≥ 0, y ≥ 0। ग्राफ पर सुसाध्य क्षेत्र बनाना और कोनीय बिंदुओं पर Z का मान निकालना।
- प्रायिकता: बेज़ प्रमेय का अनुप्रयोग - तीन बक्सों में लाल और सफेद गेंदें हैं। एक बक्सा चुनकर एक गेंद निकाली जाती है जो लाल निकलती है। प्रायिकता निकालें कि वह पहले बक्से से आई है।
आंतरिक मूल्यांकन (20 अंक)
गणित में आंतरिक मूल्यांकन में निम्नलिखित शामिल था:
- आवधिक परीक्षाएं (10 अंक): वर्ष भर में 3-4 परीक्षाएं।
- गृहकार्य और कक्षा कार्य (5 अंक): नियमित गृहकार्य की जांच।
- प्रोजेक्ट/असाइनमेंट (5 अंक): गणित के किसी विषय पर परियोजना कार्य।
सामान्य प्रोजेक्ट विषय:
- दैनिक जीवन में रैखिक प्रोग्रामन के अनुप्रयोग
- प्रायिकता और सांख्यिकी का वास्तविक जीवन में उपयोग
- स्थापत्य में त्रिकोणमिति का अनुप्रयोग
- कैलकुलस और भौतिकी का संबंध
- फाइबोनाची अनुक्रम और प्रकृति में गणित
विस्तृत प्रश्न पत्र: Mathematics Original PDF | विस्तृत समाधान: Mathematics Solutions
पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने वर्ष 2024 की परीक्षा के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम को अपनाया था। यह निर्णय पूरे देश में शिक्षा के मानकीकरण और गुणवत्ता सुधार के उद्देश्य से लिया गया था।
विषयवार पाठ्यपुस्तकें
विषय | पाठ्यपुस्तक का नाम | प्रकाशक | भाग |
---|---|---|---|
हिंदी (अनिवार्य) | आरोह वितान |
NCERT | भाग-2 भाग-2 |
अंग्रेजी (अनिवार्य) | Flamingo Vistas |
NCERT | Class XII Class XII |
भौतिकी | Physics | NCERT | Part-I और Part-II |
रसायन विज्ञान | Chemistry | NCERT | Part-I और Part-II |
जीव विज्ञान | Biology | NCERT | Part-I और Part-II |
गणित | Mathematics | NCERT | Part-I और Part-II |
पाठ्यक्रम की विशेषताएं
- संतुलित पाठ्यक्रम: सैद्धांतिक और प्रायोगिक ज्ञान का उचित समन्वय। विज्ञान विषयों में प्रायोगिक कार्य को 24 अंक का महत्व दिया गया।
- कौशल आधारित शिक्षा: केवल रटने के बजाय समझ और अनुप्रयोग पर जोर। भाषा विषयों में रचनात्मक लेखन और व्याख्या कौशल का विकास।
- मूल्य आधारित शिक्षा: पाठ्यक्रम में नैतिक मूल्य, पर्यावरण जागरूकता और सामाजिक उत्तरदायित्व को शामिल किया गया। जीव विज्ञान में जैव विविधता संरक्षण और पर्यावरण मुद्दों पर विशेष अध्याय।
- विकल्प की सुविधा: विद्यार्थी अपनी रुचि के अनुसार विषय चुन सकते थे। विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों को गणित या जीव विज्ञान में से एक चुनने का विकल्प।
- आधुनिक विषयों का समावेश: जैव प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर विज्ञान, पर्यावरण अध्ययन जैसे समसामयिक विषय।
पाठ्यक्रम का अनुपालन
बोर्ड ने यह सुनिश्चित किया कि सभी संबद्ध विद्यालय NCERT पाठ्यक्रम का पूर्णतः अनुपालन करें। इसके लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए जिनमें शिक्षकों को नवीनतम शिक्षण विधियों और मूल्यांकन तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया। राजस्थान के जिला शिक्षा अधिकारियों ने विद्यालयों का नियमित निरीक्षण किया और पाठ्यक्रम पूर्णता की निगरानी की।
मूल्यांकन प्रणाली
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की मूल्यांकन प्रणाली समग्र, निष्पक्ष और पारदर्शी थी। बोर्ड ने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए एक संतुलित मूल्यांकन प्रणाली तैयार की थी।
मूल्यांकन के घटक
प्रत्येक विषय का मूल्यांकन तीन भागों में विभाजित था:
मूल्यांकन का प्रकार | भाषा विषय | विज्ञान विषय | गणित |
---|---|---|---|
लिखित परीक्षा | 80 अंक | 56 अंक | 80 अंक |
प्रायोगिक परीक्षा | - | 24 अंक | - |
आंतरिक मूल्यांकन | 20 अंक | 20 अंक | 20 अंक |
कुल योग | 100 अंक | 100 अंक | 100 अंक |
उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन
उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए बोर्ड ने निम्नलिखित व्यवस्था की थी:
- परीक्षकों का चयन: केवल अनुभवी और प्रशिक्षित शिक्षकों को परीक्षक बनाया गया। प्रत्येक परीक्षक को मूल्यांकन से पहले विशेष प्रशिक्षण दिया गया।
- मॉडल उत्तर (Model Answers): प्रत्येक विषय के लिए विस्तृत मॉडल उत्तर तैयार किए गए। परीक्षकों को निर्देश दिया गया कि वे मॉडल उत्तर के अनुसार ही अंक दें।
- पुनर्मूल्यांकन (Re-evaluation): प्रत्येक उत्तर पुस्तिका की दोबारा जांच की व्यवस्था। प्रधान परीक्षक (Head Examiner) द्वारा नमूना जांच।
- सकारात्मक अंकन (Positive Marking): गलत उत्तरों के लिए नकारात्मक अंकन नहीं था। केवल सही और आंशिक सही उत्तरों के लिए अंक दिए गए।
- चरणबद्ध मूल्यांकन (Step-wise Marking): गणित और विज्ञान के संख्यात्मक प्रश्नों में प्रत्येक चरण के लिए अंक निर्धारित थे। यदि अंतिम उत्तर गलत भी हो तो सही चरणों के लिए आंशिक अंक दिए गए।
ग्रेडिंग प्रणाली
बोर्ड ने परीक्षा परिणाम में अंक और ग्रेड दोनों प्रदान किए:
प्रतिशत अंक | ग्रेड | ग्रेड प्वाइंट | विवरण |
---|---|---|---|
91-100% | A1 | 10 | उत्कृष्ट (Outstanding) |
81-90% | A2 | 9 | अति उत्तम (Excellent) |
71-80% | B1 | 8 | बहुत अच्छा (Very Good) |
61-70% | B2 | 7 | अच्छा (Good) |
51-60% | C1 | 6 | औसत से अधिक (Above Average) |
41-50% | C2 | 5 | औसत (Average) |
33-40% | D | 4 | उत्तीर्ण (Pass) |
0-32% | E | 0 | अनुत्तीर्ण (Fail) |
परिणाम घोषणा
परीक्षा समाप्त होने के लगभग 45-60 दिनों के भीतर परिणाम घोषित किए गए। परिणाम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन उपलब्ध कराए गए। विद्यार्थी अपना रोल नंबर और जन्मतिथि दर्ज करके परिणाम देख सकते थे। मूल अंकपत्र (Mark Sheet) विद्यालयों के माध्यम से वितरित किए गए।
परीक्षा तैयारी रणनीति
वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए व्यवस्थित और योजनाबद्ध तैयारी आवश्यक है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण रणनीतियाँ दी गई हैं जो 2024 की परीक्षा में सफल विद्यार्थियों ने अपनाईं:
समय प्रबंधन
- वार्षिक योजना: परीक्षा से 10-12 महीने पहले से तैयारी शुरू करना। प्रत्येक विषय के लिए समय आवंटन।
- दैनिक अध्ययन समय: कम से कम 6-8 घंटे का नियमित अध्ययन। सुबह का समय कठिन विषयों के लिए और शाम का समय रिवीजन के लिए।
- साप्ताहिक लक्ष्य: प्रत्येक सप्ताह निर्धारित अध्याय पूरे करना। सप्ताहांत में रिवीजन और मॉक टेस्ट।
- परीक्षा से पहले के 3 महीने: पूर्ण पाठ्यक्रम का त्वरित रिवीजन, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करना, कमजोर विषयों पर विशेष ध्यान।
विषयवार तैयारी रणनीति
भाषा विषय (हिंदी और अंग्रेजी):
- पाठ्यपुस्तक के सभी गद्य और पद्य को ध्यान से पढ़ना और समझना
- महत्वपूर्ण गद्यांश और पद्यांश की व्याख्या याद करना
- लेखकों और कवियों का जीवन परिचय और प्रमुख रचनाएं
- व्याकरण के नियमों का अभ्यास (Active-Passive, Direct-Indirect)
- नियमित रचनात्मक लेखन का अभ्यास (निबंध, पत्र, लेख)
- अपठित गद्यांश का दैनिक अभ्यास
विज्ञान विषय (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान):
- सभी महत्वपूर्ण सूत्रों और परिभाषाओं की सूची बनाना
- प्रत्येक अध्याय के महत्वपूर्ण बिंदुओं के नोट्स तैयार करना
- आरेखों और चित्रों का नियमित अभ्यास (विशेषकर जीव विज्ञान में)
- संख्यात्मक प्रश्नों का दैनिक अभ्यास (भौतिकी और रसायन विज्ञान)
- प्रायोगिक कार्य में सक्रिय भागीदारी
- पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों से महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास
- कठिन अवधारणाओं के लिए शिक्षकों से मार्गदर्शन
गणित:
- NCERT की प्रत्येक प्रश्नावली के सभी प्रश्न हल करना
- महत्वपूर्ण सूत्रों की सूची बनाना और नियमित रिवीजन
- प्रत्येक अध्याय से विभिन्न प्रकार के प्रश्नों का अभ्यास
- समय सीमा में प्रश्न हल करने का अभ्यास
- ग्राफ पेपर पर रैखिक प्रोग्रामन के प्रश्न हल करना
- व्युत्पत्ति और प्रमाण को चरणबद्ध तरीके से याद करना
- कैलकुलेटर के बिना गणना का अभ्यास
अध्ययन सामग्री और संसाधन
- NCERT पाठ्यपुस्तकें: मुख्य स्रोत। सभी प्रश्नावली पूर्ण करना अनिवार्य।
- पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र: कम से कम पिछले 5 वर्षों के प्रश्न पत्र हल करना।
- संदर्भ पुस्तकें: अतिरिक्त अभ्यास के लिए (RD Sharma गणित के लिए, HC Verma भौतिकी के लिए)।
- ऑनलाइन संसाधन: NCERT की आधिकारिक वेबसाइट, Khan Academy, BYJU'S, Unacademy।
- मॉडल प्रश्न पत्र: बोर्ड द्वारा जारी सैंपल पेपर्स।
परीक्षा कक्ष में रणनीति
- प्रश्न पत्र को ध्यान से पढ़ना: 15 मिनट का पढ़ने का समय का सदुपयोग।
- आसान प्रश्नों से शुरुआत: पहले उन प्रश्नों को हल करना जो निश्चित रूप से आते हैं।
- समय प्रबंधन: प्रत्येक प्रश्न के लिए उचित समय आवंटन। अंक के अनुसार समय देना।
- स्वच्छ और सुपाठ्य लेखन: सुंदर हैंडराइटिंग से अच्छा प्रभाव पड़ता है।
- आरेख और चित्र: विज्ञान विषयों में आरेख अवश्य बनाएं और लेबल लगाएं।
- रिवीजन का समय: अंतिम 10-15 मिनट उत्तर पुस्तिका की जांच के लिए रखें।
परीक्षा का महत्व
वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा विद्यार्थी के जीवन में एक निर्णायक मोड़ होती है। यह परीक्षा केवल शैक्षणिक मूल्यांकन नहीं है, बल्कि भविष्य के अवसरों के द्वार खोलती है।
उच्च शिक्षा में प्रवेश
वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा के परिणाम के आधार पर विद्यार्थी निम्नलिखित संस्थानों में प्रवेश ले सकते हैं:
- विश्वविद्यालय: राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर; MLS विश्वविद्यालय, उदयपुर; जोधपुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय; और अन्य सभी राज्य एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय।
- इंजीनियरिंग कॉलेज: JEE Main और JEE Advanced परीक्षा के माध्यम से IIT, NIT, IIIT और राज्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश। 12वीं के अंक योग्यता मानदंड के लिए आवश्यक।
- मेडिकल कॉलेज: NEET परीक्षा के माध्यम से MBBS, BDS, BAMS, BHMS में प्रवेश। 12वीं में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान अनिवार्य।
- कॉमर्स और आर्ट्स: CA, CS, B.Com, BA, BBA, BCA, Fashion Design, Hotel Management आदि पाठ्यक्रमों में प्रवेश।
- कानून (Law): CLAT परीक्षा के माध्यम से 5-वर्षीय एकीकृत BA LLB या B.Com LLB कार्यक्रम।
करियर के अवसर
12वीं उत्तीर्ण करने के बाद विद्यार्थी निम्नलिखित क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं:
- विज्ञान स्ट्रीम: इंजीनियर, डॉक्टर, वैज्ञानिक, अनुसंधानकर्ता, प्रयोगशाला तकनीशियन, फार्मासिस्ट, बायोटेक्नोलॉजिस्ट।
- गणित स्ट्रीम: डेटा साइंटिस्ट, एक्चुअरी, सांख्यिकीविद्, अर्थशास्त्री, वित्तीय विश्लेषक।
- सरकारी नौकरियां: रेलवे, बैंकिंग, SSC, UPSC जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 12वीं उत्तीर्ण होना न्यूनतम योग्यता।
व्यक्तित्व विकास
वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा की तैयारी के दौरान विद्यार्थी निम्नलिखित कौशल विकसित करते हैं:
- आत्म-अनुशासन: नियमित अध्ययन और समय प्रबंधन की आदत।
- तनाव प्रबंधन: परीक्षा के दबाव में शांत रहने की क्षमता।
- समस्या समाधान: जटिल प्रश्नों को हल करने की तार्किक क्षमता।
- लक्ष्य निर्धारण: दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित करना और उन्हें प्राप्त करना।
- आत्मविश्वास: सफलता से आत्मविश्वास में वृद्धि।
संदर्भ
- राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड आधिकारिक वेबसाइट - rajeduboard.rajasthan.gov.in
- RBSE वरिष्ठ माध्यमिक पाठ्यक्रम 2024 - आधिकारिक दस्तावेज
- NCERT पाठ्यपुस्तकें - कक्षा 12 (2024 संस्करण)
- RBSE परीक्षा नियमावली 2024
- राजस्थान शिक्षा विभाग की वार्षिक रिपोर्ट 2023-24
- "राजस्थान में माध्यमिक शिक्षा का विकास" - डॉ. आर.के. शर्मा
- राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) - पाठ्यक्रम दिशानिर्देश
बाहरी कड़ियाँ और संसाधन
आधिकारिक लिंक
- राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड - मुख्य वेबसाइट
- RBSE 2024 प्रश्न पत्र - आधिकारिक संग्रह
- NCERT आधिकारिक वेबसाइट
विषयवार प्रश्न पत्र और समाधान
- हिंदी (SS-01): मूल PDF | विस्तृत समाधान
- अंग्रेजी (SS-02): Original PDF | Detailed Solutions
- भौतिकी (SS-40): Original PDF | Solutions
- रसायन विज्ञान (SS-41): Original PDF | Solutions
- जीव विज्ञान (SS-42): Original PDF | Solutions
- गणित (SS-15): Original PDF | Solutions
अतिरिक्त अध्ययन संसाधन
- Sarkari Service Prep - RBSE प्रश्न पत्र संग्रह
- NCERT पाठ्यपुस्तकें - मुफ्त डाउनलोड
- DIKSHA - डिजिटल शिक्षा प्लेटफॉर्म
श्रेणी: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड | वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा | भारतीय शिक्षा प्रणाली | परीक्षाएं 2024 | NCERT पाठ्यक्रम
यह पृष्ठ अंतिम बार 19 अक्टूबर 2025 को 16:30 बजे संपादित किया गया था।
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