🔹 हर्षवर्धन (606-647 ई.): जीवनी, प्रशासन, युद्ध और उपलब्धियां
परिचय
हर्षवर्धन (606-647 ई.) भारत के पुष्यभूति वंश के सबसे शक्तिशाली शासक थे। वे उत्तर भारत के अंतिम महान हिंदू सम्राट माने जाते हैं। उनकी राजधानी कन्नौज थी, और उन्होंने बौद्ध धर्म एवं शिक्षा के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। ह्वेनसांग (Xuanzang) नामक चीनी यात्री ने हर्षवर्धन के शासन का विस्तृत वर्णन किया है, जो उनके समय के प्रशासन और समाज पर महत्वपूर्ण प्रकाश डालता है।
🔹 1. जन्म, परिवार और प्रारंभिक जीवन
- जन्म: 590 ई. (थानेसर, हरियाणा)
- पिता: प्रभाकरवर्धन (पुष्यभूति वंश के संस्थापक)
- माता: यशोमती
- भाई: राज्यवर्धन (हुन आक्रमणों से लड़ते हुए वीरगति)
- बहन: राज्यश्री (मालवा के राजा ग्रहाराज की पत्नी)
- वंश: पुष्यभूति वंश
- उत्तराधिकारी: कोई सीधा उत्तराधिकारी नहीं, हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद उनका साम्राज्य बिखर गया।
🔹 2. राज्यारोहण और प्रारंभिक शासन
- 606 ई. में, भाई राज्यवर्धन की मृत्यु के बाद हर्षवर्धन सिंहासन पर बैठे।
- राज्यश्री को मालवा के राजा देवगुप्त ने बंदी बना लिया था, जिसे हर्षवर्धन ने मुक्त कराया।
- प्रारंभ में थानेसर से शासन किया, लेकिन बाद में कन्नौज को राजधानी बनाया।
🔹 3. हर्षवर्धन के प्रमुख युद्ध और विजय
✅ मालवा और गौड़ विजय
- गौड़ राज्य के राजा शशांक ने उनके भाई की हत्या कर दी थी।
- हर्षवर्धन ने गौड़ पर आक्रमण किया और शशांक को पराजित किया।
✅ कन्नौज को राजधानी बनाना
- मालवा और गौड़ विजय के बाद, हर्षवर्धन ने कन्नौज को राजधानी घोषित किया।
- यह साम्राज्य का प्रशासनिक और सांस्कृतिक केंद्र बना।
✅ दक्षिण भारत पर आक्रमण और असफलता
- हर्षवर्धन ने चलुक्य वंश के पुलकेशिन II पर आक्रमण किया, लेकिन वह नर्मदा नदी के दक्षिण में प्रवेश नहीं कर सके।
- पुलकेशिन II की विजय से हर्षवर्धन का साम्राज्य दक्षिण में नहीं फैल सका।
🔹 4. प्रशासन और शासन प्रणाली
- हर्षवर्धन ने केंद्रीकृत प्रशासनिक व्यवस्था लागू की।
- राज्य को भू-भागों में विभाजित किया गया, जिन पर सामंतों की निगरानी रहती थी।
- सामंतवाद की प्रणाली को नियंत्रित करने के लिए एक मजबूत सेना बनाई गई।
✔️ कर प्रणाली:
- भूमि कर (भूमि के आधार पर कर वसूली)
- व्यापार कर (बाजारों में व्यापारियों से कर)
- धर्म और शिक्षण संस्थानों को कर में छूट
✔️ न्याय और कानून:
- राजा स्वयं न्याय का प्रमुख अधिकारी था।
- अपराधों के लिए कठोर दंड प्रणाली लागू की गई।
🔹 5. हर्षवर्धन का धर्म और सांस्कृतिक योगदान
✅ बौद्ध धर्म का संरक्षण
- हर्षवर्धन ने अपने शासनकाल में बौद्ध धर्म को बढ़ावा दिया।
- उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित किया।
- उन्होंने बौद्ध धर्म की महायान शाखा को अपनाया।
✅ प्रयाग महोत्सव और दानशीलता
- हर्षवर्धन हर 5 साल में प्रयाग में एक महादान उत्सव का आयोजन करते थे, जिसमें वे अपनी संपत्ति गरीबों में बाँट देते थे।
- उन्होंने हजारों बौद्ध भिक्षुओं और ब्राह्मणों को दान दिया।
🔹 6. विदेशी यात्रियों का विवरण: ह्वेनसांग का वर्णन
- हर्षवर्धन के शासनकाल में चीनी यात्री ह्वेनसांग भारत आए।
- उन्होंने हर्ष के न्यायप्रिय शासन, समृद्ध व्यापार, और धार्मिक सहिष्णुता का उल्लेख किया।
- ह्वेनसांग ने बताया कि भारत में बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म के प्रति समान सम्मान था।
🔹 7. हर्षवर्धन की मृत्यु और साम्राज्य का पतन
- 647 ई. में हर्षवर्धन की मृत्यु हुई।
- उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं था, इसलिए उनका साम्राज्य क्षत्रपों और स्थानीय राजाओं में विभाजित हो गया।
- गौड़ के शासक अरुणास्वमिन और यशोवर्मन ने कन्नौज पर कब्जा कर लिया।
🔹 8. हर्षवर्धन की टाइमलाइन (Chronology of Harsha's Life)
🔹 सरकारी एवं प्रमाणिक स्रोत (Government & Authoritative Links)
✔️ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI): asi.nic.in
✔️ राष्ट्रीय संग्रहालय: nationalmuseumindia.gov.in
✔️ NCERT इतिहास बुक (कक्षा 6-12): ncert.nic.in
🔹 FAQs (Frequently Asked Questions for Google Snippets)
1. हर्षवर्धन कौन थे? → वे पुष्यभूति वंश के अंतिम महान शासक थे, जिन्होंने कन्नौज को राजधानी बनाया।
2. हर्षवर्धन के समय भारत में कौन से धर्म प्रचलित थे? → बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म।
3. ह्वेनसांग ने हर्षवर्धन के बारे में क्या लिखा? → उन्होंने हर्षवर्धन के न्यायपूर्ण शासन और दानशीलता का वर्णन किया।
🔹 निष्कर्ष
हर्षवर्धन भारत के अंतिम महान हिंदू सम्राटों में से एक थे। उनके शासनकाल में कला, संस्कृति, धर्म और शिक्षा का अद्वितीय विकास हुआ। उनकी मृत्यु के बाद, भारत में राजनीतिक अस्थिरता शुरू हो गई, जो आगे चलकर इस्लामी आक्रमणों का कारण बनी।
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🔹 हर्षवर्धन (606-647 ई.) - विस्तृत प्रश्नावली
(UPSC, SSC, Banking, Railway, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु उपयोगी प्रश्न)
📌 सामान्य प्रश्न
1. हर्षवर्धन किस वंश से संबंधित थे?
a) गुप्त वंश
b) मौर्य वंश
c) वर्धन वंश (पुष्यभूति वंश)
d) चालुक्य वंश
✅ उत्तर: (c) वर्धन वंश (पुष्यभूति वंश)
2. हर्षवर्धन का राज्यारोहण कब हुआ था?
a) 600 ई.
b) 606 ई.
c) 620 ई.
d) 647 ई.
✅ उत्तर: (b) 606 ई.
3. हर्षवर्धन की राजधानी कहाँ थी?
a) पाटलिपुत्र
b) उज्जैन
c) कन्नौज
d) प्रयाग
✅ उत्तर: (c) कन्नौज
4. हर्षवर्धन के पिता कौन थे?
a) प्रभाकरवर्धन
b) समुद्रगुप्त
c) चंद्रगुप्त विक्रमादित्य
d) राजवर्धन
✅ उत्तर: (a) प्रभाकरवर्धन
5. हर्षवर्धन की बहन का नाम क्या था?
a) राज्यश्री
b) यशोमती
c) कुमारदेवी
d) तैलप
✅ उत्तर: (a) राज्यश्री
📌 प्रशासन और शासन प्रणाली
6. हर्षवर्धन की न्यायिक प्रणाली कैसी थी?
a) कठोर और दंडात्मक
b) धार्मिक सहिष्णु और न्यायपूर्ण
c) केवल ब्राह्मणों के लिए अनुकूल
d) युद्ध आधारित
✅ उत्तर: (b) धार्मिक सहिष्णु और न्यायपूर्ण
7. हर्षवर्धन ने कितने वर्षों तक शासन किया?
a) 20 वर्ष
b) 30 वर्ष
c) 41 वर्ष
d) 50 वर्ष
✅ उत्तर: (c) 41 वर्ष
8. हर्षवर्धन की प्रशासनिक नीति मुख्य रूप से किस पर आधारित थी?
a) सैन्य शक्ति
b) सामंती व्यवस्था
c) बौद्ध धर्म
d) केंद्रीकृत प्रशासन
✅ उत्तर: (b) सामंती व्यवस्था
📌 युद्ध और सैन्य विजय
9. हर्षवर्धन ने दक्षिण भारत पर आक्रमण किया लेकिन वे असफल रहे। उन्हें किसने हराया?
a) पाल वंश
b) चालुक्य वंश के पुलकेशिन II
c) गुप्त वंश
d) राष्ट्रकूट वंश
✅ उत्तर: (b) चालुक्य वंश के पुलकेशिन II
10. हर्षवर्धन ने अपने साम्राज्य का विस्तार कहाँ तक किया?
a) पंजाब से लेकर कश्मीर तक
b) कश्मीर से नर्मदा नदी तक
c) गंगा घाटी से बंगाल तक
d) उपरोक्त सभी
✅ उत्तर: (d) उपरोक्त सभी
📌 धर्म और संस्कृति
11. हर्षवर्धन किस धर्म का अनुयायी था?
a) वैदिक हिंदू धर्म
b) जैन धर्म
c) बौद्ध धर्म (महायान संप्रदाय)
d) इस्लाम
✅ उत्तर: (c) बौद्ध धर्म (महायान संप्रदाय)
12. हर्षवर्धन ने नालंदा विश्वविद्यालय को किसके लिए पुनर्जीवित किया?
a) जैन धर्म के प्रचार के लिए
b) बौद्ध धर्म के अध्ययन और शिक्षण के लिए
c) सैन्य प्रशिक्षण के लिए
d) केवल ब्राह्मणों के लिए
✅ उत्तर: (b) बौद्ध धर्म के अध्ययन और शिक्षण के लिए
13. हर्षवर्धन किस ग्रंथ का लेखक माना जाता है?
a) अर्थशास्त्र
b) मुद्राराक्षस
c) हर्षचरित
d) रामचरितमानस
✅ उत्तर: (c) हर्षचरित
14. हर्षवर्धन ने प्रयाग में कौन सा महोत्सव आयोजित किया था?
a) कुंभ मेला
b) अश्वमेध यज्ञ
c) महादान उत्सव
d) पंचमहाभूत पर्व
✅ उत्तर: (c) महादान उत्सव
📌 विदेशी यात्रियों के वर्णन
15. ह्वेनसांग कौन था?
a) गुप्तकालीन राजा
b) बौद्ध भिक्षु और यात्री
c) भारतीय सेनापति
d) रोमन व्यापारी
✅ उत्तर: (b) बौद्ध भिक्षु और यात्री
16. ह्वेनसांग ने हर्षवर्धन के बारे में क्या लिखा?
a) वह एक निर्दयी राजा था
b) वह एक न्यायप्रिय और दानशील शासक था
c) उसने व्यापार पर ध्यान नहीं दिया
d) उसका प्रशासन बहुत कमजोर था
✅ उत्तर: (b) वह एक न्यायप्रिय और दानशील शासक था
17. ह्वेनसांग ने भारत में कितने वर्ष बिताए?
a) 5 वर्ष
b) 10 वर्ष
c) 15 वर्ष
d) 20 वर्ष
✅ उत्तर: (c) 15 वर्ष
📌 हर्षवर्धन की मृत्यु और उत्तराधिकारी
18. हर्षवर्धन की मृत्यु कब हुई?
a) 606 ई.
b) 615 ई.
c) 647 ई.
d) 675 ई.
✅ उत्तर: (c) 647 ई.
19. हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद उनका साम्राज्य किसके अधीन आ गया?
a) पाल वंश
b) गुप्त वंश
c) स्थानीय शासकों और प्रतिद्वंद्वियों में विभाजित हो गया
d) चालुक्य वंश
✅ उत्तर: (c) स्थानीय शासकों और प्रतिद्वंद्वियों में विभाजित हो गया
🎯 परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण सुझाव:
✔️ हर्षवर्धन के प्रशासन, धर्म, संस्कृति और विजय अभियानों को ध्यान से पढ़ें।
✔️ ह्वेनसांग के विवरण को अच्छे से समझें, क्योंकि यह UPSC के लिए महत्वपूर्ण स्रोत है।
✔️ गुप्त वंश और हर्षवर्धन के शासन के बीच का अंतर स्पष्ट करें।
✔️ नालंदा विश्वविद्यालय और महायान बौद्ध धर्म में हर्षवर्धन की भूमिका याद रखें।
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