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ज्ञानकोश: 'ऋ' अक्षर से महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान शब्द, अर्थ और विवरण | भाग 7

ज्ञानकोश: 'ऋ' अक्षर से महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान शब्द, अर्थ और विवरण | भाग 7

अक्षर 'ऋ' से शुरू होने वाले महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान शब्दों की सूची। जानें ऋग्वेद, ऋषि, ऋषभदेव, ऋण पत्र और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अन्य महत्वपूर्ण विषयों के बारे में।


💡 यह हमारे ज्ञानकोश का एक हिस्सा है। सभी भाग पढ़ें:
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» भाग 9: 'ऐ' अक्षर के 100+ शब्द यहाँ पढ़ें।
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इस लेख में शामिल शब्द (Table of Contents)

  1. ऋग्वेद (Rigveda)
  2. ऋषि (Rishi)
  3. ऋषिकेश (Rishikesh)
  4. ऋतु (Season)
  5. ऋण (Debt)
  6. ऋषभदेव (Rishabhadeva)
  7. ऋणात्मक (Negative)
  8. ऋचा (Richa)
  9. ऋषभ (संगीत का स्वर)
  10. ऋण पत्र (डिबेंचर)
  11. ऋजु कोण (Straight Angle)
  12. ऋत (वैदिक अवधारणा)
  13. ऋद्धि (Riddhi)
  14. ऋण शोधन क्षमता (सॉल्वेंसी)
  15. ऋष्यशृंग (Rishyasringa)
  16. ऋतु स्राव (माहवारी)
  17. ऋणदाता (Creditor)
  18. ऋजुता (Uprightness)
  19. ऋणानुबंध (Karmic Bond)
  20. ऋक्ष (Riksh)
  21. ऋग्वैदिक काल
  22. ऋण जाल (Debt Trap)
  23. ऋषि पंचमी
  24. ऋणावेश (Negative Charge)
  25. ऋत्विज (Ritvij)
  26. ऋण माफ़ी (Loan Waiver)
  27. ऋष्यमूक पर्वत
  28. ऋजु रेखीय गति
  29. ऋद्धि-सिद्धि
  30. ऋण-इक्विटी अनुपात
  31. ऋग्वेद संहिता
  32. ऋतुराज (वसंत)
  33. ऋणमुक्त (Debt-free)
  34. ऋतु-वर्णन
  35. ऋणग्रस्तता (Indebtedness)
  36. ऋषभ (वृषभ राशि)
  37. ऋषि-मुनि
  38. ऋणात्मक आयन (Anion)
  39. ऋतुमती (Menstruating)
  40. ऋषि कपूर
  41. ऋण सुविधा (Credit Facility)
  42. ऋणात्मक कार्य (Negative Work)
  43. ऋषि मार्कंडेय
  44. ऋण का पुनर्गठन
  45. ऋतु-चक्र (Seasonal Cycle)
  46. ऋण बाजार (Debt Market)
  47. ऋषिपट्टन (सारनाथ)
  48. ऋणात्मक उत्प्रेरक
  49. ऋणदाता देश
  50. ऋग्वेद का उपवेद (आयुर्वेद)
  51. ऋण-सेवा अनुपात
  52. ऋक्षराज (जाम्बवान)
  53. ऋषि-परंपरा
  54. ऋतुपर्ण
  55. ऋण-भार
  56. ऋषि अगस्त्य
  57. ऋण संकट
  58. ऋषभानु
  59. ऋषि विश्वामित्र
  60. ऋषि-प्रणीत
  61. ऋण साख (Creditworthiness)
  62. ऋग्वैदिक देवता
  63. ऋण गारंटी
  64. ऋषि वामदेव
  65. ऋतु परिवर्तन
  66. ऋण आवेदन
  67. ऋणात्मक संख्या
  68. ऋषि जमदग्नि
  69. ऋषि आश्रम
  70. ऋण का ब्याज
  71. ऋषि कुल
  72. ऋण शोधन
  73. ऋषि का श्राप
  74. ऋग्वेद का अंग्रेजी अनुवाद
  75. ऋण की किस्त (EMI)
  76. ऋण राहत योजना
  77. ऋण चक्र
  78. ऋग्वैदिक समाज
  79. ऋतु विज्ञान
  80. ऋण लेना और देना
  81. ऋण-से-जीडीपी अनुपात
  82. ऋषि दुर्वासा
  83. ऋणात्मक त्वरण (मंदता)
  84. ऋग्वेद में उल्लिखित नदियाँ
  85. ऋण जाल कूटनीति
  86. ऋषि वेदव्यास
  87. ऋण की वसूली
  88. ऋणात्मक प्रतिक्रिया (फीडबैक)
  89. ऋद्धिपुर (Riddhapur)
  90. ऋण समेकन
  91. ऋषभ पर्वत
  92. ऋग्वैदिक यज्ञ
  93. ऋण सीमा
  94. ऋणग्रस्त किसान
  95. ऋषि की पत्नी (ऋषिपत्नी)
  96. ऋण का नवीनीकरण
  97. ऋग्वेद का जर्मन अनुवाद
  98. ऋजु बुद्धि
  99. ऋण-मुक्त भारत
  100. ऋषि का तपोवन

1. ऋग्वेद (Rigveda)

संक्षिप्त अर्थ:

चार वेदों में सबसे प्राचीन और हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ।

विस्तृत विवरण:

ऋग्वेद 'ऋचाओं' या स्तुतियों का एक संग्रह है जो विभिन्न देवताओं (जैसे अग्नि, इंद्र, सोम) को समर्पित हैं। इसे 10 मंडलों (पुस्तकों) में विभाजित किया गया है। प्रसिद्ध 'गायत्री मंत्र' इसी वेद के तीसरे मंडल से लिया गया है। यह प्राचीन भारत के इतिहास, समाज और धर्म पर प्रकाश डालता है।

2. ऋषि (Rishi)

संक्षिप्त अर्थ:

एक ज्ञानी, तपस्वी और द्रष्टा व्यक्ति, जिसे वेदों के मंत्रों का साक्षात्कार हुआ हो।

विस्तृत विवरण:

हिंदू परंपरा में, ऋषियों को अत्यंत सम्मान दिया जाता है। माना जाता है कि उन्होंने गहन ध्यान और तपस्या के माध्यम से दिव्य ज्ञान प्राप्त किया। सप्तर्षि (सात महान ऋषि) जैसे वशिष्ठ, विश्वामित्र और अगस्त्य प्रसिद्ध ऋषि हैं।

3. ऋषिकेश (Rishikesh)

संक्षिप्त अर्थ:

उत्तराखंड में स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल और योग की वैश्विक राजधानी।

विस्तृत विवरण:

ऋषिकेश गंगा नदी के तट पर स्थित है। यह अपने शांत आश्रमों, मंदिरों और प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला तथा राम झूला पुलों के लिए जाना जाता है। 1960 के दशक में बीटल्स के आगमन के बाद यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हुआ। यह साहसिक खेलों जैसे राफ्टिंग के लिए भी एक लोकप्रिय केंद्र है।

4. ऋतु (Season)

संक्षिप्त अर्थ:

वर्ष का एक प्रभाग जो मौसम और दिन के उजाले की लंबाई में परिवर्तन द्वारा चिह्नित होता है।

विस्तृत विवरण:

पृथ्वी के अपनी धुरी पर झुकाव और सूर्य के चारों ओर परिक्रमा के कारण ऋतुएं बनती हैं। भारत की पारंपरिक ऋतु प्रणाली में छह ऋतुएं हैं: वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शिशिर। आधुनिक प्रणाली में चार मुख्य ऋतुएं होती हैं।

5. ऋण (Debt)

संक्षिप्त अर्थ:

एक राशि जो एक व्यक्ति या संस्था (ऋणी) द्वारा दूसरे व्यक्ति या संस्था (ऋणदाता) को देय होती है।

विस्तृत विवरण:

ऋण व्यक्तिगत (होम लोन), कॉर्पोरेट (बॉन्ड), या सरकारी (सरकारी बॉन्ड) हो सकता है। हिंदू दर्शन में, तीन प्रकार के ऋण माने जाते हैं - देव ऋण, ऋषि ऋण, और पितृ ऋण, जिन्हें प्रत्येक व्यक्ति को चुकाना होता है।

6. ऋषभदेव (Rishabhadeva)

संक्षिप्त अर्थ:

जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर, जिन्हें आदिनाथ के नाम से भी जाना जाता है।

विस्तृत विवरण:

जैन परंपरा के अनुसार, वे इस युग के 24 तीर्थंकरों में से पहले थे। उन्होंने मानवता को कृषि, लेखन और विवाह जैसी कलाएं सिखाईं। उनका प्रतीक बैल है। हिंदू धर्म में, उन्हें भगवान विष्णु का एक अवतार माना जाता है।

7. ऋणात्मक (Negative)

संक्षिप्त अर्थ:

शून्य से कम मान का सूचक; नकारात्मक या अभावपूर्ण।

विस्तृत विवरण:

गणित में, ऋणात्मक संख्याएं शून्य से छोटी होती हैं। भौतिकी में, इलेक्ट्रॉन पर ऋणात्मक आवेश होता है। सामान्य भाषा में, यह शब्द प्रतिकूल या अवांछनीय परिणामों (जैसे ऋणात्मक प्रतिक्रिया) का वर्णन करने के लिए उपयोग किया जाता है।

8. ऋचा (Richa)

संक्षिप्त अर्थ:

वेदों का एक छंद या मंत्र, विशेष रूप से ऋग्वेद का।

विस्तृत विवरण:

ऋचाएं गेय नहीं होतीं, बल्कि एक विशिष्ट छंद में रची जाती हैं और यज्ञों के दौरान उनका पाठ किया जाता है। ऋग्वेद 'ऋचाओं का ज्ञान' है, जिसमें देवताओं की स्तुति में हजारों ऋचाएं हैं।

9. ऋषभ (संगीत का स्वर) (Rishabh)

संक्षिप्त अर्थ:

भारतीय शास्त्रीय संगीत के सात स्वरों (सप्तक) में से दूसरा स्वर।

विस्तृत विवरण:

इसका संक्षिप्त रूप 'रे' है। 'सा' (षड्ज) के ठीक बाद आने वाला यह स्वर संगीत रचनाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका संबंध बैल की ध्वनि से माना जाता है।

10. ऋण पत्र (डिबेंचर) (Debenture)

संक्षिप्त अर्थ:

कंपनियों द्वारा धन जुटाने के लिए जारी किया गया एक प्रकार का दीर्घकालिक ऋण साधन।

विस्तृत विवरण:

जब कोई निवेशक डिबेंचर खरीदता है, तो वह अनिवार्य रूप से कंपनी को ऋण दे रहा होता है। कंपनी एक निश्चित अवधि के बाद मूल राशि चुकाने और उस पर नियमित रूप से ब्याज का भुगतान करने का वादा करती है। यह शेयरों से अलग है, क्योंकि डिबेंचर धारक कंपनी के मालिक नहीं होते।

11. ऋजु कोण (Straight Angle)

संक्षिप्त अर्थ:

ज्यामिति में, एक कोण जो ठीक 180 डिग्री का होता है।

विस्तृत विवरण:

एक ऋजु कोण एक सीधी रेखा जैसा दिखता है। यह दो समकोण (90 डिग्री) के योग के बराबर होता है। यह कोणों के वर्गीकरण में एक मौलिक अवधारणा है।

12. ऋत (वैदिक अवधारणा) (Rita)

संक्षिप्त अर्थ:

वैदिक धर्म में ब्रह्मांड के भौतिक और नैतिक व्यवस्था का सिद्धांत।

विस्तृत विवरण:

ऋत वह सिद्धांत है जो ब्रह्मांड में सब कुछ नियंत्रित करता है - सूर्य का उदय होना, ऋतुओं का बदलना, और मनुष्यों के नैतिक कार्य। देवता वरुण को ऋत का संरक्षक माना जाता था। यह बाद में 'धर्म' की अवधारणा में विकसित हुआ।

13. ऋद्धि (Riddhi)

संक्षिप्त अर्थ:

समृद्धि, सफलता, धन और अलौकिक शक्तियां।

विस्तृत विवरण:

हिंदू पौराणिक कथाओं में, ऋद्धि को अक्सर धन के देवता कुबेर और भगवान गणेश से जोड़ा जाता है। बौद्ध धर्म में, यह ध्यान और आध्यात्मिक अभ्यास के माध्यम से प्राप्त की गई मानसिक शक्तियों को संदर्भित करता है।

14. ऋण शोधन क्षमता (सॉल्वेंसी) (Solvency)

संक्षिप्त अर्थ:

किसी व्यक्ति या कंपनी की अपने दीर्घकालिक ऋणों और वित्तीय दायित्वों को चुकाने की क्षमता।

विस्तृत विवरण:

सॉल्वेंसी किसी कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। यदि किसी कंपनी की संपत्ति उसकी देनदारियों से अधिक है, तो उसे सॉल्वेंट माना जाता है। इसके विपरीत स्थिति को दिवालियापन (insolvency) कहा जाता है।

15. ऋष्यशृंग (Rishyasringa)

संक्षिप्त अर्थ:

रामायण और महाभारत में वर्णित एक महान ऋषि, जिनके सिर पर एक सींग था।

विस्तृत विवरण:

पौराणिक कथा के अनुसार, उनके पास सूखे को समाप्त करने और बारिश लाने की शक्ति थी। राजा दशरथ ने उन्हें अपने 'पुत्रकामेष्टि यज्ञ' का संचालन करने के लिए आमंत्रित किया था, जिसके परिणामस्वरूप राम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म हुआ।

16. ऋतु स्राव (माहवारी) (Menstruation)

संक्षिप्त अर्थ:

महिलाओं में होने वाली एक प्राकृतिक जैविक प्रक्रिया जिसमें गर्भाशय की परत योनि के माध्यम से रक्त के रूप में बाहर निकलती है।

विस्तृत विवरण:

यह मासिक चक्र का एक हिस्सा है और आमतौर पर हर महीने होता है। यह यौवनारंभ से लेकर रजोनिवृत्ति (menopause) तक प्रजनन आयु का एक सामान्य संकेत है। यह समाज में स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ा एक महत्वपूर्ण विषय है।

17. ऋणदाता (Creditor)

संक्षिप्त अर्थ:

एक व्यक्ति, बैंक या संस्था जो किसी दूसरे को पैसा उधार देती है।

विस्तृत विवरण:

ऋणदाता को उधार दी गई राशि (मूलधन) और उस पर ब्याज प्राप्त करने का अधिकार होता है। एक सुरक्षित ऋणदाता के पास ऋण के बदले में संपार्श्विक (collateral) होता है, जबकि एक असुरक्षित ऋणदाता के पास नहीं होता।

18. ऋजुता (Uprightness)

संक्षिप्त अर्थ:

ईमानदारी, सीधापन और नैतिक रूप से सही होने का गुण।

विस्तृत विवरण:

यह शब्द किसी व्यक्ति के चरित्र की दृढ़ता और सत्य के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह शासन, व्यवसाय और व्यक्तिगत संबंधों में एक महत्वपूर्ण मूल्य है जो विश्वास और सम्मान का आधार बनता है।

19. ऋणानुबंध (Karmic Bond)

संक्षिप्त अर्थ:

भारतीय दर्शन में, पूर्व जन्मों के कर्मों के कारण लोगों के बीच एक मजबूत और अक्सर जटिल संबंध।

विस्तृत विवरण:

यह माना जाता है कि हमारे वर्तमान जीवन के रिश्ते (परिवार, दोस्त, दुश्मन) पिछले कर्मों के अधूरे लेन-देन का परिणाम हैं। यह अवधारणा जीवन की घटनाओं और संबंधों को एक गहरे आध्यात्मिक संदर्भ में समझाती है।

20. ऋक्ष (Riksh)

संक्षिप्त अर्थ:

संस्कृत में भालू के लिए एक शब्द; यह एक तारे या नक्षत्र को भी संदर्भित कर सकता है।

विस्तृत विवरण:

ज्योतिष और खगोल विज्ञान में, 'सप्तर्षि' नक्षत्र को कभी-कभी 'ग्रेट बियर' (Ursa Major) कहा जाता है। इस संदर्भ में, ऋक्ष शब्द नक्षत्रों के अध्ययन और प्राचीन भारतीय खगोल विज्ञान से जुड़ता है।

21. ऋग्वैदिक काल (Rigvedic Period)

संक्षिप्त अर्थ:

भारतीय इतिहास का वह प्रारंभिक काल (लगभग 1500-1000 ईसा पूर्व) जिसमें ऋग्वेद की रचना हुई थी।

विस्तृत विवरण:

इस काल में, समाज मुख्य रूप से पशुपालक और कबीलाई था। लोग प्रकृति की शक्तियों (जैसे इंद्र, अग्नि) की पूजा करते थे। सामाजिक संरचना अपेक्षाकृत समतावादी थी और जाति व्यवस्था कठोर नहीं थी। यह काल प्रारंभिक आर्य संस्कृति को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।

22. ऋण जाल (Debt Trap)

संक्षिप्त अर्थ:

एक ऐसी स्थिति जिसमें कोई व्यक्ति या देश इतना अधिक कर्ज ले लेता है कि वह केवल ब्याज चुकाने के लिए और अधिक कर्ज लेने के लिए मजबूर हो जाता है।

विस्तृत विवरण:

ऋण जाल से बाहर निकलना बहुत मुश्किल होता है और यह आर्थिक पतन का कारण बन सकता है। अंतरराष्ट्रीय संबंधों में, कुछ आलोचक बड़े देशों पर छोटे देशों को ऋण जाल में फंसाने का आरोप लगाते हैं ताकि उन पर राजनीतिक प्रभाव डाला जा सके।

23. ऋषि पंचमी (Rishi Panchami)

संक्षिप्त अर्थ:

एक हिंदू त्योहार जो सप्तर्षियों (सात महान ऋषियों) के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है।

विस्तृत विवरण:

यह त्योहार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन मनाया जाता है, जो गणेश चतुर्थी के अगले दिन होता है। इस दिन, लोग ऋषियों के ज्ञान और योगदान को याद करते हुए व्रत रखते हैं और पूजा करते हैं।

24. ऋणावेश (Negative Charge)

संक्षिप्त अर्थ:

भौतिकी में, दो प्रकार के विद्युत आवेशों में से एक; इलेक्ट्रॉनों द्वारा वहन किया जाने वाला आवेश।

विस्तृत विवरण:

जब किसी उदासीन परमाणु में इलेक्ट्रॉनों की संख्या प्रोटॉनों से अधिक हो जाती है, तो वह ऋणावेशित हो जाता है। ऋणावेशित वस्तुएं एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करती हैं और धनावेशित वस्तुओं को आकर्षित करती हैं।

25. ऋत्विज (Ritvij)

संक्षिप्त अर्थ:

वैदिक काल में यज्ञ या अनुष्ठान करने वाला पुरोहित।

विस्तृत विवरण:

वैदिक यज्ञों में आमतौर पर चार मुख्य प्रकार के ऋत्विज होते थे: होता (ऋग्वेद का पाठ करने वाला), अध्वर्यु (यजुर्वेद के अनुसार यज्ञ की प्रक्रिया करने वाला), उद्गाता (सामवेद का गान करने वाला), और ब्रह्मा (यज्ञ का निरीक्षण करने वाला)।

26. ऋण माफ़ी (Loan Waiver)

संक्षिप्त अर्थ:

सरकार या किसी संस्था द्वारा कर्जदारों के ऋण को माफ करने की कार्रवाई।

विस्तृत विवरण:

भारत में, कृषि ऋण माफी एक आम राजनीतिक और आर्थिक मुद्दा है। यह अक्सर किसानों को सूखे या फसल खराब होने जैसी कठिनाइयों से राहत देने के लिए की जाती है। हालांकि, इसके आर्थिक प्रभावों (जैसे बैंकिंग प्रणाली पर बोझ) पर बहस होती रहती है।

27. ऋष्यमूक पर्वत (Rishyamukha Mountain)

संक्षिप्त अर्थ:

रामायण में वर्णित एक पर्वत, जो किष्किंधा के पास स्थित था।

विस्तृत विवरण:

यह वही पर्वत है जहाँ सुग्रीव अपने भाई बालि के डर से रहता था। यहीं पर हनुमान ने भगवान राम और लक्ष्मण की मुलाकात सुग्रीव से करवाई थी, जो सीता की खोज में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। इसे वर्तमान में कर्नाटक के हम्पी क्षेत्र के पास स्थित माना जाता है।

28. ऋजु रेखीय गति (Rectilinear Motion)

संक्षिप्त अर्थ:

भौतिकी में, एक सीधी रेखा के साथ होने वाली गति।

विस्तृत विवरण:

इसे एक-आयामी गति भी कहा जाता है। एक सीधी सड़क पर चलती कार या ऊपर से सीधे नीचे गिरती गेंद ऋजु रेखीय गति के उदाहरण हैं। गति के समीकरण (equations of motion) अक्सर इस प्रकार की गति का विश्लेषण करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।

29. ऋद्धि-सिद्धि (Riddhi-Siddhi)

संक्षिप्त अर्थ:

हिंदू धर्म में, क्रमशः समृद्धि और आध्यात्मिक सिद्धि का प्रतीक दो देवियाँ।

विस्तृत विवरण:

ऋद्धि और सिद्धि को अक्सर भगवान गणेश की पत्नियों के रूप में दर्शाया जाता है। ऋद्धि भौतिक धन और समृद्धि प्रदान करती है, जबकि सिद्धि आध्यात्मिक शक्तियों और ज्ञान का प्रतीक है। वे गणेश पूजा का एक अभिन्न अंग हैं।

30. ऋण-इक्विटी अनुपात (Debt-to-Equity Ratio)

संक्षिप्त अर्थ:

एक वित्तीय अनुपात जो किसी कंपनी के कुल ऋण की तुलना उसके शेयरधारकों की इक्विटी से करता है।

विस्तृत विवरण:

यह अनुपात यह मापने के लिए उपयोग किया जाता है कि कोई कंपनी अपने संचालन को वित्तपोषित करने के लिए कितना ऋण का उपयोग कर रही है। एक उच्च अनुपात का मतलब है कि कंपनी पर अधिक ऋण है, जो जोखिम भरा हो सकता है। निवेशक और ऋणदाता कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य का आकलन करने के लिए इसका उपयोग करते हैं।

31. ऋग्वेद संहिता (Rigveda Samhita)

संक्षिप्त अर्थ:

ऋग्वेद का मुख्य भाग, जिसमें सभी मंत्र और स्तुतियां (ऋचाएं) शामिल हैं।

विस्तृत विवरण:

संहिता वेदों का सबसे पुराना हिस्सा है। ऋग्वेद संहिता में 1,028 सूक्त (hymns) हैं, जिन्हें 10 मंडलों में व्यवस्थित किया गया है। बाद में, इन संहिताओं पर भाष्य (commentaries) लिखे गए, जिन्हें ब्राह्मण, आरण्यक और उपनिषद कहा जाता है।

32. ऋतुराज (वसंत) (King of Seasons)

संक्षिप्त अर्थ:

वसंत ऋतु के लिए एक काव्यात्मक उपाधि, जिसे सभी ऋतुओं का राजा माना जाता है।

विस्तृत विवरण:

वसंत को ऋतुराज कहा जाता है क्योंकि इस मौसम में प्रकृति अपने सबसे सुंदर रूप में होती है, जिसमें नए फूल खिलते हैं और चारों ओर हरियाली होती है। भारतीय साहित्य और कला में इसका बहुत काव्यात्मक वर्णन मिलता है।

33. ऋणमुक्त (Debt-free)

संक्षिप्त अर्थ:

कर्ज से पूरी तरह मुक्त होने की अवस्था।

विस्तृत विवरण:

व्यक्तिगत वित्त में, ऋणमुक्त होना एक महत्वपूर्ण लक्ष्य माना जाता है जो वित्तीय स्वतंत्रता और सुरक्षा प्रदान करता है। कंपनियों के लिए, ऋणमुक्त होना एक मजबूत वित्तीय स्थिति का संकेत हो सकता है।

34. ऋतु-वर्णन (Description of Season)

संक्षिप्त अर्थ:

साहित्य में एक शैली जिसमें किसी विशेष ऋतु की विशेषताओं, सुंदरता और प्रभावों का विस्तृत वर्णन किया जाता है।

विस्तृत विवरण:

संस्कृत और हिंदी साहित्य में ऋतु-वर्णन की एक लंबी परंपरा है। महाकवि कालिदास की रचना 'ऋतुसंहार' इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमें छह भारतीय ऋतुओं का सुंदर चित्रण है।

35. ऋणग्रस्तता (Indebtedness)

संक्षिप्त अर्थ:

कर्जदार होने की स्थिति; किसी व्यक्ति, संगठन या देश पर कुल ऋण की मात्रा।

विस्तृत विवरण:

उच्च ऋणग्रस्तता एक अर्थव्यवस्था के लिए एक बोझ हो सकती है, क्योंकि राजस्व का एक बड़ा हिस्सा ऋण और ब्याज चुकाने में चला जाता है। ग्रामीण ऋणग्रस्तता भारत में एक गंभीर सामाजिक-आर्थिक समस्या है।

36. ऋषभ (वृषभ राशि) (Taurus)

संक्षिप्त अर्थ:

ज्योतिष में बारह राशियों में से दूसरी राशि, जिसका प्रतीक बैल है।

विस्तृत विवरण:

पश्चिमी ज्योतिष के अनुसार, जो लोग 20 अप्रैल से 20 मई के बीच पैदा होते हैं, वे वृषभ राशि के होते हैं। इस राशि के लोगों को धैर्यवान, विश्वसनीय और व्यावहारिक माना जाता है।

37. ऋषि-मुनि (Sages and Ascetics)

संक्षिप्त अर्थ:

प्राचीन भारत के ज्ञानी, तपस्वी और पवित्र व्यक्तियों के लिए एक संयुक्त शब्द।

विस्तृत विवरण:

यह शब्द भारतीय संस्कृति में ज्ञान, त्याग और आध्यात्मिकता की लंबी परंपरा को दर्शाता है। ऋषि-मुनियों ने जंगलों में आश्रम स्थापित किए, जहाँ वे ध्यान करते थे और शिष्यों को शिक्षा देते थे।

38. ऋणात्मक आयन (Anion)

संक्षिप्त अर्थ:

एक परमाणु या अणु जिसने एक या अधिक इलेक्ट्रॉन प्राप्त करके एक शुद्ध ऋणात्मक आवेश प्राप्त कर लिया है।

विस्तृत विवरण:

एनायन (Anion) इलेक्ट्रोड की ओर आकर्षित होते हैं जिसे एनोड (anode) कहा जाता है। क्लोराइड आयन ($Cl^-$) और सल्फेट आयन ($SO_4^{2-}$) एनायन के उदाहरण हैं। वे आयनिक यौगिकों (जैसे नमक) के निर्माण में महत्वपूर्ण हैं।

39. ऋतुमती (Menstruating)

संक्षिप्त अर्थ:

वह स्त्री जिसे माहवारी (menstruation) हो रही हो।

विस्तृत विवरण:

यह शब्द एक महिला के मासिक धर्म चक्र की एक प्राकृतिक अवस्था को दर्शाता है। यह प्रजनन स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण पहलू है।

40. ऋषि कपूर (Rishi Kapoor)

संक्षिप्त अर्थ:

भारतीय सिनेमा के एक प्रसिद्ध अभिनेता और फिल्म निर्माता, जो कपूर परिवार से थे।

विस्तृत विवरण:

ऋषि कपूर ने 1970 के दशक में 'बॉबी' फिल्म के साथ एक प्रमुख अभिनेता के रूप में अपनी शुरुआत की और एक रोमांटिक हीरो के रूप में बहुत लोकप्रिय हुए। उन्होंने अपने लंबे करियर में कई सफल फिल्मों में अभिनय किया। 2020 में उनका निधन हो गया।

41. ऋण सुविधा (Credit Facility)

संक्षिप्त अर्थ:

एक बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा एक ग्राहक को प्रदान की जाने वाली एक व्यवस्था, जो उसे एक निश्चित सीमा तक धन उधार लेने की अनुमति देती है।

विस्तृत विवरण:

ऋण सुविधा कई रूपों में हो सकती है, जैसे ओवरड्राफ्ट, क्रेडिट कार्ड, या एक परिक्रामी ऋण (revolving credit)। यह व्यवसायों को उनकी कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने और व्यक्तियों को अल्पकालिक वित्तीय जरूरतों को प्रबंधित करने में मदद करती है।

42. ऋणात्मक कार्य (Negative Work)

संक्षिप्त अर्थ:

भौतिकी में, जब किसी वस्तु पर लगाया गया बल उसकी गति की दिशा के विपरीत होता है, तो बल द्वारा किया गया कार्य ऋणात्मक होता है।

विस्तृत विवरण:

उदाहरण के लिए, जब आप किसी चलती गेंद को रोकते हैं, तो आपके द्वारा लगाया गया बल गेंद की गति के विरुद्ध होता है; इसलिए, आपके द्वारा किया गया कार्य ऋणात्मक है। घर्षण बल द्वारा किया गया कार्य हमेशा ऋणात्मक होता है।

43. ऋषि मार्कंडेय (Rishi Markandeya)

संक्षिप्त अर्थ:

हिंदू पौराणिक कथाओं में एक प्राचीन ऋषि, जो अपनी लंबी आयु और भगवान शिव की भक्ति के लिए जाने जाते हैं।

विस्तृत विवरण:

पौराणिक कथा के अनुसार, मार्कंडेय को 16 वर्ष की आयु में मरना था, लेकिन उन्होंने महामृत्युंजय मंत्र की रचना की और भगवान शिव की घोर तपस्या की। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर, शिव ने मृत्यु के देवता यम को हराया और उन्हें चिरंजीवी होने का वरदान दिया।

44. ऋण का पुनर्गठन (Debt Restructuring)

संक्षिप्त अर्थ:

वित्तीय संकट का सामना कर रहे किसी कर्जदार के ऋण की शर्तों को बदलने की एक प्रक्रिया ताकि वह अपने ऋण को चुका सके।

विस्तृत विवरण:

इसमें ब्याज दरों को कम करना, भुगतान अवधि को बढ़ाना, या ऋण के एक हिस्से को माफ करना शामिल हो सकता है। यह कंपनियों और देशों दोनों द्वारा दिवालियापन से बचने के लिए उपयोग किया जाता है।

45. ऋतु-चक्र (Seasonal Cycle)

संक्षिप्त अर्थ:

वर्ष के दौरान ऋतुओं के नियमित, दोहराए जाने वाले पैटर्न।

विस्तृत विवरण:

यह चक्र पृथ्वी के झुकाव और सूर्य के चारों ओर उसकी कक्षा के कारण होता है। ऋतु-चक्र कृषि, पारिस्थितिकी तंत्र और मानव संस्कृतियों पर गहरा प्रभाव डालता है। इसका उपयोग मासिक धर्म चक्र (menstrual cycle) के लिए भी किया जाता है।

46. ऋण बाजार (Debt Market)

संक्षिप्त अर्थ:

एक वित्तीय बाजार जहाँ प्रतिभागी ऋण प्रतिभूतियों (debt securities) को खरीद और बेच सकते हैं।

विस्तृत विवरण:

ऋण बाजार में, निवेशक ऋणदाता बन जाते हैं और जारीकर्ता (जैसे सरकारें और कंपनियाँ) कर्जदार बन जाते हैं। सरकारी बॉन्ड, कॉर्पोरेट बॉन्ड और डिबेंचर इस बाजार में कारोबार करने वाले सामान्य उपकरण हैं। यह इक्विटी बाजार (शेयर बाजार) से अलग है।

47. ऋषिपट्टन (सारनाथ) (Rishipattana)

संक्षिप्त अर्थ:

सारनाथ का प्राचीन नाम, वह स्थान जहाँ गौतम बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद अपना पहला उपदेश दिया था।

विस्तृत विवरण:

ऋषिपट्टन का अर्थ है "ऋषियों का उतरना"। बुद्ध के पहले उपदेश को "धर्मचक्रप्रवर्तन" (धर्म के पहिये को गतिमान करना) कहा जाता है। यह बौद्ध धर्म के चार सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है। सम्राट अशोक ने यहाँ एक प्रसिद्ध स्तंभ बनवाया था।

48. ऋणात्मक उत्प्रेरक (Negative Catalyst)

संक्षिप्त अर्थ:

एक पदार्थ जो किसी रासायनिक अभिक्रिया की दर को धीमा कर देता है; इसे अवरोधक (inhibitor) भी कहा जाता है।

विस्तृत विवरण:

यह सामान्य उत्प्रेरकों के विपरीत काम करता है। ऋणात्मक उत्प्रेरकों का उपयोग उन अभिक्रियाओं को रोकने या नियंत्रित करने के लिए किया जाता है जो बहुत तेज या अवांछनीय होती हैं, जैसे कि भोजन का खराब होना (परिरक्षकों द्वारा) या रबर का क्षरण।

49. ऋणदाता देश (Creditor Nation)

संक्षिप्त अर्थ:

एक ऐसा देश जिसका अन्य देशों में कुल विदेशी निवेश उसके अपने देश में कुल विदेशी निवेश से अधिक हो।

विस्तृत विवरण:

एक ऋणदाता देश का चालू खाता अधिशेष (current account surplus) होता है, जिसका अर्थ है कि वह जितना आयात करता है उससे अधिक निर्यात करता है। जापान और चीन प्रमुख ऋणदाता देशों के उदाहरण हैं।

50. ऋग्वेद का उपवेद (आयुर्वेद) (Upaveda of Rigveda)

संक्षिप्त अर्थ:

आयुर्वेद को अक्सर ऋग्वेद का उपवेद (सहायक वेद) माना जाता है।

विस्तृत विवरण:

हालांकि आयुर्वेद की जड़ें मुख्य रूप से अथर्ववेद में हैं, लेकिन ऋग्वेद में भी स्वास्थ्य, बीमारियों और जड़ी-बूटियों से संबंधित कई मंत्र हैं। यह संबंध वेदों और पारंपरिक भारतीय चिकित्सा के बीच गहरे जुड़ाव को दर्शाता है।

51. ऋण-सेवा अनुपात (Debt-Service Ratio)

संक्षिप्त अर्थ:

एक वित्तीय अनुपात जो किसी व्यक्ति या देश की आय की तुलना उसके ऋण चुकाने की लागत से करता है।

विस्तृत विवरण:

एक देश के लिए, यह उसके कुल ऋण सेवा भुगतानों का उसके निर्यात आय से अनुपात है। एक उच्च अनुपात यह संकेत दे सकता है कि देश को अपना कर्ज चुकाने में कठिनाई हो रही है, जो एक ऋण संकट का कारण बन सकता है।

52. ऋक्षराज (जाम्बवान) (Riksharaj Jambavan)

संCRIPT अर्थ:

रामायण में एक पात्र, जो भालुओं (ऋक्ष) के राजा थे।

विस्तृत विवरण:

जाम्बवान अपनी बुद्धिमत्ता और अपार शक्ति के लिए जाने जाते थे। उन्होंने ही हनुमान को उनकी भूली हुई शक्तियों की याद दिलाई थी, जिससे वे समुद्र लांघकर लंका पहुंच सके। वे भगवान राम की सेना के एक महत्वपूर्ण सलाहकार थे।

53. ऋषि-परंपरा (Tradition of Sages)

संक्षिप्त अर्थ:

भारत में गुरु-शिष्य के माध्यम से ज्ञान को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक हस्तांतरित करने की प्राचीन परंपरा।

विस्तृत विवरण:

यह परंपरा भारतीय दर्शन, आध्यात्मिकता, संगीत और अन्य कलाओं की निरंतरता का आधार है। इसमें ज्ञान को केवल पुस्तकों से नहीं, बल्कि एक योग्य गुरु के व्यक्तिगत मार्गदर्शन और अनुभव से प्राप्त करने पर जोर दिया जाता है।

54. ऋतुपर्ण (Rituparna)

संक्षिप्त अर्थ:

महाभारत में वर्णित अयोध्या के एक राजा, जो पासा फेंकने की कला में निपुण थे।

विस्तृत विवरण:

राजा नल ने अपने अज्ञातवास के दौरान राजा ऋतुपर्ण के सारथी और रसोइए के रूप में काम किया था। नल ने ऋतुपर्ण को घुड़सवारी का रहस्य सिखाया और बदले में ऋतुपर्ण ने उन्हें पासे का रहस्य (अक्षहृदय विद्या) सिखाया।

55. ऋण-भार (Burden of Debt)

संक्षिप्त अर्थ:

एक व्यक्ति, कंपनी या देश पर कर्ज का मनोवैज्ञानिक और वित्तीय बोझ।

विस्तृत विवरण:

उच्च ऋण-भार तनाव पैदा कर सकता है, भविष्य के निवेश को सीमित कर सकता है और आर्थिक विकास को धीमा कर सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर, यह सरकारों को सामाजिक कार्यक्रमों पर खर्च करने के बजाय ऋण चुकाने के लिए मजबूर कर सकता है।

56. ऋषि अगस्त्य (Rishi Agastya)

संक्षिप्त अर्थ:

सप्तर्षियों में से एक, जिन्हें दक्षिण भारत में वैदिक संस्कृति के प्रसार का श्रेय दिया जाता है।

विस्तृत विवरण:

पौराणिक कथाओं के अनुसार, उन्होंने विंध्य पर्वत को झुकने के लिए कहा ताकि वे दक्षिण की ओर जा सकें। उन्हें तमिल भाषा के व्याकरण का जनक भी माना जाता है और वे सिद्ध चिकित्सा के एक प्रमुख प्रणेता थे।

57. ऋण संकट (Debt Crisis)

संक्षिप्त अर्थ:

एक ऐसी स्थिति जब कोई देश अपने सार्वजनिक ऋण को चुकाने में असमर्थ हो जाता है।

विस्तृत विवरण:

एक ऋण संकट तब होता है जब कोई सरकार अपने बॉन्ड पर भुगतान करने से चूक जाती है। इसके परिणामस्वरूप वित्तीय बाजारों में दहशत, मुद्रा का अवमूल्यन और गंभीर आर्थिक मंदी हो सकती है। 2009 का यूरोपीय संप्रभु ऋण संकट इसका एक उदाहरण है।

58. ऋषभानु (Rishabhanu)

संक्षिप्त अर्थ:

ब्रज की पौराणिक कथाओं में, देवी राधा के पिता।

विस्तृत विवरण:

विभिन्न वैष्णव परंपराओं, विशेष रूप से गौड़ीय वैष्णववाद में, ऋषभानु को बरसाना का एक सम्मानित मुखिया और राधा रानी का पिता माना जाता है। उनकी पत्नी का नाम कीर्तिदा था।

59. ऋषि विश्वामित्र (Rishi Vishwamitra)

संक्षिप्त अर्थ:

प्राचीन भारत के सबसे सम्मानित ऋषियों में से एक, जो जन्म से एक क्षत्रिय राजा थे लेकिन अपनी तपस्या से ब्रह्मर्षि बने।

विस्तृत विवरण:

विश्वामित्र गायत्री मंत्र के द्रष्टा माने जाते हैं। रामायण में, वे भगवान राम और लक्ष्मण को अपने यज्ञ की रक्षा के लिए ले जाते हैं। उनकी और ऋषि वशिष्ठ की प्रतिद्वंद्विता की कहानियां भी प्रसिद्ध हैं।

60. ऋषि-प्रणीत (Authored by a Rishi)

संक्षिप्त अर्थ:

वह ज्ञान या ग्रंथ जो किसी ऋषि द्वारा रचा या प्रकट किया गया हो।

विस्तृत विवरण:

यह शब्द उन ग्रंथों को एक दिव्य या अत्यंत प्रामाणिक दर्जा देता है। वैदिक साहित्य और कई पुराणों को ऋषि-प्रणीत माना जाता है, जिसका अर्थ है कि उनका ज्ञान साधारण मानवीय बुद्धि से परे है और गहन आध्यात्मिक अनुभव का परिणाम है।

61. ऋण साख (Creditworthiness)

संक्षिप्त अर्थ:

एक व्यक्ति या कंपनी की अपने ऋणों को समय पर चुकाने की क्षमता और इच्छा का आकलन।

विस्तृत विवरण:

बैंक और वित्तीय संस्थान ऋण देने से पहले ऋण साख का मूल्यांकन करते हैं। यह मूल्यांकन आय, पिछले ऋण चुकाने के रिकॉर्ड (क्रेडिट स्कोर), और संपत्ति जैसे कारकों पर आधारित होता है। अच्छी ऋण साख से ऋण प्राप्त करना आसान होता है।

62. ऋग्वैदिक देवता (Rigvedic Deities)

संक्षिप्त अर्थ:

ऋग्वेद में पूजे जाने वाले प्रमुख देवता, जो मुख्य रूप से प्राकृतिक शक्तियों के मानवीकृत रूप थे।

विस्तृत विवरण:

इनमें सबसे प्रमुख इंद्र (युद्ध और वर्षा के देवता), अग्नि (अग्नि के देवता और देवताओं के दूत), सोम (एक पौधे और पेय के देवता), और सूर्य (सूर्य देवता) थे। इन देवताओं की स्तुति यज्ञों के माध्यम से की जाती थी।

63. ऋण गारंटी (Loan Guarantee)

संक्षिप्त अर्थ:

एक तीसरे पक्ष (गारंटर) द्वारा दिया गया एक वादा कि यदि कर्जदार ऋण चुकाने में विफल रहता है, तो वह उसे चुकाएगा।

विस्तृत विवरण:

ऋण गारंटी से ऋणदाता का जोखिम कम हो जाता है, जिससे कर्जदार के लिए ऋण प्राप्त करना आसान हो सकता है। सरकारें अक्सर छोटे व्यवसायों या छात्रों को ऋण प्राप्त करने में मदद करने के लिए ऋण गारंटी योजनाएं प्रदान करती हैं।

64. ऋषि वामदेव (Rishi Vamadeva)

संक्षिप्त अर्थ:

ऋग्वेद के चौथे मंडल के द्रष्टा माने जाने वाले एक प्रसिद्ध वैदिक ऋषि।

विस्तृत विवरण:

वामदेव को जन्म और पुनर्जन्म के ज्ञान के लिए जाना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, उन्हें गर्भ में ही दिव्य ज्ञान प्राप्त हो गया था। उन्हें कृषि का ज्ञान रखने वाला एक महत्वपूर्ण ऋषि भी माना जाता है।

65. ऋतु परिवर्तन (Change of Seasons)

संक्षिप्त अर्थ:

पृथ्वी पर वर्ष के दौरान होने वाले मौसम में चक्रीय परिवर्तन।

विस्तृत विवरण:

यह घटना पृथ्वी के अपनी धुरी पर 23.5 डिग्री के झुकाव के कारण होती है। जैसे ही पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है, विभिन्न हिस्सों को अलग-अलग मात्रा में सीधी धूप मिलती है, जिससे गर्मी, सर्दी, वसंत और शरद ऋतु होती है।

66. ऋण आवेदन (Loan Application)

संक्षिप्त अर्थ:

किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से ऋण प्राप्त करने के लिए भरा गया एक औपचारिक अनुरोध प्रपत्र।

विस्तृत विवरण:

इस आवेदन में आवेदक की व्यक्तिगत जानकारी, आय का विवरण, ऋण की राशि और उद्देश्य शामिल होता है। ऋणदाता इस जानकारी का उपयोग आवेदक की ऋण साख का मूल्यांकन करने और ऋण को स्वीकृत या अस्वीकृत करने का निर्णय लेने के लिए करता है।

67. ऋणात्मक संख्या (Negative Number)

संक्षिप्त अर्थ:

गणित में, एक वास्तविक संख्या जो शून्य से कम हो।

विस्तृत विवरण:

ऋणात्मक संख्याओं को घटाने के चिह्न (−) के साथ लिखा जाता है। इनका उपयोग ऋण, हानि, या शून्य से नीचे के तापमान जैसी मात्राओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जाता है। संख्या रेखा पर, वे शून्य के बाईं ओर स्थित होती हैं।

68. ऋषि जमदग्नि (Rishi Jamadagni)

संक्षिप्त अर्थ:

सप्तर्षियों में से एक और भगवान परशुराम के पिता।

विस्तृत विवरण:

ऋषि जमदग्नि अपनी पत्नी रेणुका के साथ रहते थे। वे अपने क्रोध के लिए जाने जाते थे। पौराणिक कथा के अनुसार, राजा कार्तवीर्य अर्जुन ने उनकी चमत्कारी गाय कामधेनु को चुरा लिया, जिसके कारण परशुराम ने उसका वध कर दिया और क्षत्रियों का संहार किया।

69. ऋषि आश्रम (Hermitage of a Sage)

संक्षिप्त अर्थ:

प्राचीन भारत में एक ऋषि और उनके शिष्यों का निवास स्थान, जो अक्सर एक शांत वन में स्थित होता था।

विस्तृत विवरण:

आश्रम शिक्षा, ध्यान और आध्यात्मिक अभ्यास के केंद्र होते थे। राजा और आम लोग सलाह और मार्गदर्शन के लिए आश्रमों में जाते थे। कण्व ऋषि का आश्रम, जहाँ शकुंतला पली-बढ़ी, एक प्रसिद्ध उदाहरण है।

70. ऋण का ब्याज (Interest on Debt)

संक्षिप्त अर्थ:

उधार लिए गए धन (मूलधन) का उपयोग करने के लिए भुगतान की जाने वाली कीमत।

विस्तृत विवरण:

ब्याज को आमतौर पर मूलधन के प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है। यह ऋणदाता के लिए आय का स्रोत है और कर्जदार के लिए उधार लेने की लागत है। ब्याज दरें अर्थव्यवस्था की स्थिति और ऋण के जोखिम पर निर्भर करती हैं।

71. ऋषि कुल (Lineage of a Sage)

संक्षिप्त अर्थ:

किसी विशेष ऋषि से उत्पन्न वंश या परंपरा।

विस्तृत विवरण:

हिंदू धर्म में, कई गोत्रों (clans) की उत्पत्ति एक प्राचीन ऋषि से मानी जाती है। उदाहरण के लिए, भारद्वाज गोत्र के लोग खुद को ऋषि भारद्वाज का वंशज मानते हैं। यह सामाजिक और धार्मिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

72. ऋण शोधन (Debt Repayment)

संक्षिप्त अर्थ:

उधार ली गई धनराशि को ब्याज सहित वापस चुकाने की प्रक्रिया।

विस्तृत विवरण:

ऋण शोधन एक निर्धारित अवधि में नियमित किस्तों (जैसे ईएमआई) के माध्यम से किया जा सकता है या एकमुश्त भुगतान के रूप में किया जा सकता है। समय पर ऋण शोधन एक अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री बनाने के लिए आवश्यक है।

73. ऋषि का श्राप (Curse of a Sage)

संक्षिप्त अर्थ:

भारतीय पौराणिक कथाओं में एक ऋषि द्वारा क्रोध में दिया गया एक अभिशाप, जिसके दूरगामी परिणाम होते थे।

विस्तृत विवरण:

ऋषियों की तपस्या की शक्ति इतनी अधिक मानी जाती थी कि उनके शब्द सच हो जाते थे। ऋषि दुर्वासा अपने क्रोध और श्राप के लिए प्रसिद्ध थे। राजा पांडु और शकुंतला को मिले श्राप प्रसिद्ध पौराणिक उदाहरण हैं।

74. ऋग्वेद का अंग्रेजी अनुवाद (English Translation of Rigveda)

संक्षिप्त अर्थ:

ऋग्वेद को अंग्रेजी भाषा में अनुवाद करने का कार्य, जिसने पश्चिमी दुनिया को वैदिक ज्ञान से परिचित कराया।

विस्तृत विवरण:

19वीं शताब्दी के जर्मन विद्वान फ्रेडरिक मैक्स मूलर द्वारा किया गया अनुवाद सबसे प्रसिद्ध प्रारंभिक प्रयासों में से एक है। इन अनुवादों ने तुलनात्मक भाषाविज्ञान, पौराणिक कथाओं और इंडोलॉजी के अध्ययन को बहुत प्रभावित किया।

75. ऋण की किस्त (EMI) (Loan Installment)

संक्षिप्त अर्थ:

एक निश्चित राशि जो एक कर्जदार अपने ऋण को चुकाने के लिए नियमित रूप से (आमतौर पर मासिक) भुगतान करता है।

विस्तृत विवरण:

ईएमआई (Equated Monthly Installment) में मूलधन और ब्याज दोनों का एक हिस्सा शामिल होता है। यह कर्जदारों को एक बड़ी राशि को समय के साथ छोटे, प्रबंधनीय भुगतानों में चुकाने की अनुमति देता है।

76. ऋण राहत योजना (Debt Relief Scheme)

संक्षिप्त अर्थ:

एक सरकारी कार्यक्रम जिसका उद्देश्य संकटग्रस्त कर्जदारों को उनके ऋण के बोझ से राहत प्रदान करना है।

विस्तृत विवरण:

इसमें ऋण माफी, ब्याज दरों में कमी, या पुनर्भुगतान अवधि का विस्तार शामिल हो सकता है। ये योजनाएं अक्सर किसानों या छोटे व्यवसायों जैसे विशिष्ट समूहों के लिए लक्षित होती हैं जो आर्थिक कठिनाई का सामना कर रहे हैं।

77. ऋण चक्र (Debt Cycle)

संक्षिप्त अर्थ:

अर्थव्यवस्था में ऋण के विस्तार और संकुचन का एक आवर्ती पैटर्न।

विस्तृत विवरण:

आर्थिक तेजी के दौरान, ऋण लेना आसान होता है और ऋण बढ़ता है। जब अर्थव्यवस्था धीमी होती है, तो ऋण चुकाना मुश्किल हो जाता है, जिससे ऋण संकुचन और मंदी हो सकती है। यह आर्थिक चक्रों को समझने में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है।

78. ऋग्वैदिक समाज (Rigvedic Society)

संक्षिप्त अर्थ:

ऋग्वैदिक काल के दौरान लोगों की सामाजिक संरचना और जीवन शैली।

विस्तृत विवरण:

यह समाज पितृसत्तात्मक था, जिसमें 'कुल' (परिवार) सबसे छोटी इकाई थी और 'जन' (कबीला) सबसे बड़ी। राजा (राजन) कबीले का मुखिया होता था। महिलाएं सभाओं में भाग ले सकती थीं और उन्हें शिक्षा का अधिकार था।

79. ऋतु विज्ञान (Phenology)

संक्षिप्त अर्थ:

जीव विज्ञान की वह शाखा जो पौधों और जानवरों में आवर्ती प्राकृतिक घटनाओं (जैसे फूल आना, प्रवासन) और जलवायु के बीच संबंधों का अध्ययन करती है।

विस्तृत विवरण:

ऋतु विज्ञान यह समझने में मदद करता है कि जलवायु परिवर्तन पारिस्थितिकी तंत्र को कैसे प्रभावित कर रहा है। उदाहरण के लिए, यह ट्रैक करता है कि वसंत में फूल पहले क्यों खिल रहे हैं या पक्षी पहले क्यों प्रवास कर रहे हैं।

80. ऋण लेना और देना (Borrowing and Lending)

संक्षिप्त अर्थ:

वित्तीय प्रणाली का एक मौलिक कार्य, जिसमें धन का हस्तांतरण उन लोगों से होता है जिनके पास अतिरिक्त धन है, उन लोगों को होता है जिन्हें धन की आवश्यकता है।

विस्तृत विवरण:

यह प्रक्रिया बैंकों और वित्तीय बाजारों के माध्यम से होती है। यह निवेश, खपत और आर्थिक विकास को संभव बनाती है। यह आधुनिक अर्थव्यवस्था का आधार है।

81. ऋण-से-जीडीपी अनुपात (Debt-to-GDP ratio)

संक्षिप्त अर्थ:

किसी देश के कुल सरकारी ऋण की तुलना उसके सकल घरेलू उत्पाद (GDP) से करने वाला एक अनुपात।

विस्तृत विवरण:

यह अनुपात यह दर्शाता है कि कोई देश अपने ऋण को चुकाने के लिए कितना उत्पादक है। एक बहुत उच्च अनुपात यह संकेत दे सकता है कि देश को अपना ऋण चुकाने में कठिनाई हो सकती है, जिससे ऋण संकट का खतरा बढ़ जाता है।

82. ऋषि दुर्वासा (Rishi Durvasa)

संक्षिप्त अर्थ:

हिंदू पौराणिक कथाओं में एक महान ऋषि, जो अपने अत्यंत क्रोधी स्वभाव और श्राप देने के लिए प्रसिद्ध थे।

विस्तृत विवरण:

उनकी कहानियाँ अक्सर अतिथि सत्कार के महत्व पर जोर देती हैं। उन्होंने शकुंतला और इंद्र सहित कई प्रमुख पात्रों को श्राप दिया था। माना जाता है कि उनका क्रोध उनकी गहन तपस्या की शक्ति का परिणाम था।

83. ऋणात्मक त्वरण (मंदता) (Negative Acceleration)

संक्षिप्त अर्थ:

भौतिकी में, किसी वस्तु के वेग में कमी की दर; इसे मंदता (retardation) भी कहा जाता है।

विस्तृत विवरण:

जब कोई वस्तु धीमी हो रही होती है, तो उसका त्वरण उसकी गति की दिशा के विपरीत होता है, जिसे ऋणात्मक त्वरण कहते हैं। उदाहरण के लिए, ब्रेक लगाने पर एक कार में ऋणात्मक त्वरण होता है।

84. ऋग्वेद में उल्लिखित नदियाँ (Rivers in Rigveda)

संक्षिप्त अर्थ:

ऋग्वेद में वर्णित नदियाँ, जो उस काल के भूगोल को समझने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

विस्तृत विवरण:

ऋग्वेद के 'नदीस्तुति सूक्त' में कई नदियों का उल्लेख है। इनमें सबसे प्रमुख सरस्वती नदी है, जिसे सबसे पवित्र माना गया है। सिंधु (Indus) और उसकी सहायक नदियाँ (जैसे वितस्ता-झेलम, परुष्णी-रावी) का भी प्रमुखता से उल्लेख है।

85. ऋण जाल कूटनीति (Debt-trap diplomacy)

संक्षिप्त अर्थ:

एक अंतरराष्ट्रीय संबंध रणनीति जिसमें एक ऋणदाता देश जानबूझकर दूसरे देश को अत्यधिक ऋण देता है ताकि उस पर कूटनीतिक लाभ प्राप्त किया जा सके।

विस्तृत विवरण:

आलोचकों का आरोप है कि चीन अक्सर विकासशील देशों में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए insustainable ऋण प्रदान करता है। जब कर्जदार देश ऋण चुकाने में विफल रहता है, तो चीन रणनीतिक संपत्ति (जैसे बंदरगाह) पर नियंत्रण हासिल कर लेता है।

86. ऋषि वेदव्यास (Rishi Vedvyasa)

संक्षिप्त अर्थ:

एक श्रद्धेय ऋषि जिन्हें महाभारत महाकाव्य का रचयिता माना जाता है।

विस्तृत विवरण:

वेदव्यास को वेदों को चार भागों (ऋक्, यजुः, साम, अथर्व) में विभाजित करने का श्रेय भी दिया जाता है, इसीलिए उनका नाम 'वेदव्यास' पड़ा। उन्हें हिंदू धर्म में एक 'चिरंजीवी' (अमर) माना जाता है।

87. ऋण की वसूली (Debt Recovery)

संक्षिप्त अर्थ:

एक ऋणदाता द्वारा एक कर्जदार से बकाया ऋण की राशि प्राप्त करने की प्रक्रिया।

विस्तृत विवरण:

इस प्रक्रिया में अनुस्मारक भेजना, कानूनी नोटिस जारी करना, या अदालत में मुकदमा दायर करना शामिल हो सकता है। भारत में, बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए ऋण वसूली न्यायाधिकरण (Debt Recovery Tribunals - DRT) स्थापित किए गए हैं।

88. ऋणात्मक प्रतिक्रिया (फीडबैक) (Negative Feedback)

संक्षिप्त अर्थ:

एक प्रक्रिया जिसमें एक प्रणाली का आउटपुट इनपुट को कम करने के लिए वापस फीड किया जाता है, जिससे स्थिरता बनी रहती है।

विस्तृत विवरण:

यह जीव विज्ञान और इंजीनियरिंग में एक सामान्य नियंत्रण तंत्र है। उदाहरण के लिए, शरीर का तापमान नियंत्रण: जब शरीर गर्म होता है, तो पसीना आता है (आउटपुट) जो शरीर को ठंडा करता है (इनपुट को कम करता है)।

89. ऋद्धिपुर (Riddhapur)

संक्षिप्त अर्थ:

महाराष्ट्र के अमरावती जिले में स्थित एक गाँव, जो महानुभाव पंथ के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।

विस्तृत विवरण:

माना जाता है कि महानुभाव पंथ के संस्थापक श्री चक्रधर स्वामी ने अपना अधिकांश जीवन यहीं बिताया था। यह स्थान पंथ के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है।

90. ऋण समेकन (Debt Consolidation)

संक्षिप्त अर्थ:

कई छोटे ऋणों को मिलाकर एक बड़े ऋण में बदलने की प्रक्रिया, आमतौर पर कम ब्याज दर पर।

विस्तृत विवरण:

इसका उद्देश्य ऋण प्रबंधन को सरल बनाना और कुल ब्याज भुगतान को कम करना है। लोग अक्सर क्रेडिट कार्ड ऋण जैसी उच्च-ब्याज वाली देनदारियों को चुकाने के लिए व्यक्तिगत ऋण लेकर ऋण समेकन करते हैं।

91. ऋषभ पर्वत (Rishabha Mountain)

संक्षिप्त अर्थ:

हिंदू पौराणिक कथाओं में वर्णित एक पर्वत।

विस्तृत विवरण:

विभिन्न पुराणों में ऋषभ पर्वत का उल्लेख मिलता है। इसे अक्सर भारत के प्रमुख पर्वतों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया जाता है। कुछ परंपराओं में, इसे उस स्थान से जोड़ा जाता है जहाँ से महत्वपूर्ण नदियाँ निकलती हैं।

92. ऋग्वैदिक यज्ञ (Rigvedic Yajna)

संक्षिप्त अर्थ:

ऋग्वैदिक काल में देवताओं को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किए जाने वाले अग्नि अनुष्ठान।

विस्तृत विवरण:

यज्ञ में, ऋत्विज (पुरोहित) अग्नि में घी, अनाज और सोम जैसी सामग्री की आहुति देते थे, जबकि वेदों के मंत्रों का पाठ करते थे। यह माना जाता था कि अग्नि देवताओं तक इन प्रसादों को पहुँचाती है।

93. ऋण सीमा (Credit Limit)

संक्षिप्त अर्थ:

एक वित्तीय संस्थान द्वारा एक ग्राहक को उधार दी जाने वाली अधिकतम धनराशि।

विस्तृत विवरण:

ऋण सीमा क्रेडिट कार्ड और क्रेडिट लाइनों पर लागू होती है। यह ग्राहक की आय और क्रेडिट स्कोर के आधार पर निर्धारित की जाती है। अपनी ऋण सीमा के भीतर खर्च करना एक जिम्मेदार वित्तीय आदत मानी जाती है।

94. ऋणग्रस्त किसान (Indebted Farmer)

संक्षिप्त अर्थ:

एक किसान जो कर्ज के बोझ तले दबा हुआ हो।

विस्तृत विवरण:

यह भारत में एक गंभीर सामाजिक-आर्थिक समस्या है। फसल की विफलता, कम कीमतें और उच्च इनपुट लागत के कारण किसान अक्सर अनौपचारिक स्रोतों से उच्च-ब्याज वाले ऋण लेने के लिए मजबूर हो जाते हैं, जिससे वे ऋण जाल में फंस जाते हैं।

95. ऋषि की पत्नी (ऋषिपत्नी) (Wife of a Sage)

संक्षिप्त अर्थ:

हिंदू पौराणिक कथाओं में एक ऋषि की पत्नी, जो अक्सर स्वयं बहुत ज्ञानी और गुणी होती थीं।

विस्तृत विवरण:

अरुंधति (वशिष्ठ की पत्नी), अनसूया (अत्रि की पत्नी), और लोपामुद्रा (अगस्त्य की पत्नी) प्रसिद्ध ऋषिपत्नियों के उदाहरण हैं। वे अपने पतिव्रता धर्म, बुद्धिमत्ता और तपस्या के लिए सम्मानित की जाती हैं।

96. ऋण का नवीनीकरण (Loan Renewal)

संक्षिप्त अर्थ:

एक मौजूदा ऋण की अवधि समाप्त होने पर उसे नई शर्तों के साथ बढ़ाने की प्रक्रिया।

विस्तृत विवरण:

जब कोई कर्जदार मूल ऋण को पूरी तरह से चुकाने में असमर्थ होता है, तो वह ऋणदाता से ऋण के नवीनीकरण के लिए अनुरोध कर सकता है। इसमें अक्सर नई ब्याज दरें और भुगतान अनुसूची शामिल होती है।

97. ऋग्वेद का जर्मन अनुवाद (German Translation of Rigveda)

संक्षिप्त अर्थ:

ऋग्वेद का जर्मन भाषा में अनुवाद, जिसने यूरोपीय विद्वानों के बीच वैदिक अध्ययन को लोकप्रिय बनाया।

विस्तृत विवरण:

19वीं शताब्दी में, फ्रेडरिक मैक्स मूलर के अलावा, थियोडोर औफ्रेक्ट और हरमन ग्रासमैन जैसे जर्मन विद्वानों ने ऋग्वेद पर महत्वपूर्ण काम किया। उनके अनुवादों और विश्लेषणों ने इंडो-यूरोपीय भाषाओं और संस्कृतियों के अध्ययन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

98. ऋजु बुद्धि (Sound Judgment)

संक्षिप्त अर्थ:

तर्कसंगत और समझदारी से निर्णय लेने की क्षमता; सीधा और स्पष्ट सोचने वाला मन।

विस्तृत विवरण:

ऋजु बुद्धि का अर्थ है पूर्वाग्रहों और भावनाओं से प्रभावित हुए बिना स्थितियों का निष्पक्ष रूप से आकलन करना। यह नेतृत्व, न्याय और व्यक्तिगत जीवन में सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण गुण माना जाता है।

99. ऋण-मुक्त भारत (Debt-free India)

संक्षिप्त अर्थ:

एक अवधारणा या लक्ष्य जो एक ऐसे भारत की कल्पना करता है जहाँ व्यक्ति और सरकार कर्ज के बोझ से मुक्त हों।

विस्तृत विवरण:

यह वित्तीय साक्षरता, जिम्मेदार उधार, और सतत आर्थिक नीतियों को बढ़ावा देने के एक व्यापक दृष्टिकोण को दर्शाता है। इसका उद्देश्य नागरिकों और देश के लिए वित्तीय स्थिरता और आत्मनिर्भरता प्राप्त करना है।

100. ऋषि का तपोवन (A Sage's Hermitage Forest)

संक्षिप्त अर्थ:

एक शांत और पवित्र वन जहाँ प्राचीन ऋषि ध्यान और तपस्या करते थे।

विस्तृत विवरण:

तपोवन को आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र माना जाता था। ये स्थान अक्सर प्रकृति के साथ गहरे संबंध और सांसारिक जीवन से वैराग्य का प्रतीक होते थे। कालिदास के 'अभिज्ञानशाकुन्तलम्' में कण्व ऋषि के तपोवन का सुंदर वर्णन है।

💡 यह हमारे ज्ञानकोश का एक हिस्सा है। सभी भाग पढ़ें:
» भाग 1: 'अ' अक्षर के 100+ शब्द यहाँ पढ़ें।
» भाग 2: 'आ' अक्षर के 100+ शब्द यहाँ पढ़ें।
» भाग 3: 'इ' अक्षर के 100+ शब्द यहाँ पढ़ें।
» भाग 4: 'ई' अक्षर के 100+ शब्द यहाँ पढ़ें।
» भाग 5: 'उ' अक्षर के 100+ शब्द यहाँ पढ़ें।
» भाग 6: 'ऊ' अक्षर के 100+ शब्द यहाँ पढ़ें।
» भाग 7: 'ऋ' अक्षर के 100+ शब्द यहाँ पढ़ें।
» भाग 8: 'ए' अक्षर के 100+ शब्द यहाँ पढ़ें।
» भाग 9: 'ऐ' अक्षर के 100+ शब्द यहाँ पढ़ें।
» भाग 10: 'ओ' अक्षर के 100+ शब्द यहाँ पढ़ें।

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