UPSC परीक्षा 2026 : सिलेबस, पैटर्न और तैयारी गाइड

| अगस्त 21, 2025
UPSC परीक्षा 2026: सिलेबस, पैटर्न और तैयारी गाइड | Sarkari Service Prep

UPSC परीक्षा 2026: सिलेबस, पैटर्न और तैयारी गाइड

सारांश: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा 2026 भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा के माध्यम से IAS, IPS, IFS सहित 24 केंद्रीय सेवाओं में भर्ती होती है। यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित होती है - प्रारंभिक परीक्षा (Prelims), मुख्य परीक्षा (Mains) और व्यक्तित्व परीक्षण (Interview)। सफलता के लिए व्यवस्थित तैयारी, सही रणनीति और निरंतर अभ्यास आवश्यक है। प्रतिवर्ष लगभग 10 लाख अभ्यर्थी इस परीक्षा में भाग लेते हैं।
UPSC 2026 सिविल सेवा IAS IPS प्रतियोगी परीक्षा सिलेबस

UPSC परीक्षा 2026 अवलोकन

संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है। यह परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) सहित कुल 24 केंद्रीय सेवाओं के लिए आयोजित की जाती है।

UPSC की स्थापना 1926 में ली गई और यह संविधान के अनुच्छेद 315 के तहत कार्य करता है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। परीक्षा की सफलता दर मात्र 0.1% से 0.3% तक होती है, जो इसकी कठिनता को दर्शाता है।

UPSC द्वारा भर्ती होने वाली मुख्य सेवाएं

सेवा का नाम संक्षिप्त रूप कैडर पद संख्या (लगभग)
भारतीय प्रशासनिक सेवा IAS राज्य कैडर 180
भारतीय पुलिस सेवा IPS राज्य कैडर 150
भारतीय विदेश सेवा IFS केंद्रीय 25
भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क) IRS (C&CE) केंद्रीय 95
भारतीय राजस्व सेवा (आयकर) IRS (IT) केंद्रीय 120
भारतीय ऑडिट एवं लेखा सेवा IA&AS केंद्रीय 45
भारतीय रक्षा लेखा सेवा IDAS केंद्रीय 15
भारतीय सूचना सेवा IIS केंद्रीय 10

महत्वपूर्ण तिथियां 2026

घटना अनुमानित तिथि स्थिति टिप्पणी
अधिसूचना जारी फरवरी 2026 प्रतीक्षित आधिकारिक वेबसाइट पर जारी होगी
ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ फरवरी 2026 प्रतीक्षित upsc.gov.in पर
आवेदन की अंतिम तिथि मार्च 2026 प्रतीक्षित शाम 6:00 बजे तक
शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि मार्च 2026 प्रतीक्षित रात 11:59 तक
प्रारंभिक परीक्षा मई/जून 2026 प्रतीक्षित एक दिन में दो पेपर
प्रारंभिक परिणाम जुलाई 2026 प्रतीक्षित केवल रोल नंबर घोषित
मुख्य परीक्षा सितंबर/अक्टूबर 2026 प्रतीक्षित 5 दिन में 9 पेपर
मुख्य परिणाम जनवरी 2027 प्रतीक्षित अंक सहित परिणाम
व्यक्तित्व परीक्षण फरवरी-अप्रैल 2027 प्रतीक्षित दिल्ली में आयोजित
अंतिम परिणाम मई 2027 प्रतीक्षित मेरिट लिस्ट के साथ

पात्रता मानदंड

शैक्षणिक योग्यता

UPSC परीक्षा के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री है। अंतिम वर्ष के छात्र भी आवेदन कर सकते हैं बशर्ते वे परीक्षा तिथि तक अपनी डिग्री पूरी कर लें। किसी विशेष विषय या न्यूनतम प्रतिशत की कोई बाध्यता नहीं है।

राष्ट्रीयता

  • भारतीय नागरिक (सभी सेवाओं के लिए)
  • नेपाल का नागरिक (केवल IAS और IPS के लिए)
  • भूटान का नागरिक (केवल IAS और IPS के लिए)
  • तिब्बती शरणार्थी (1962 से पहले भारत आए हुए)
  • भारतीय मूल के व्यक्ति (पाकिस्तान, बर्मा, श्रीलंका से आए हुए)

आयु सीमा और प्रयासों की संख्या

श्रेणी न्यूनतम आयु अधिकतम आयु अधिकतम प्रयास आयु में छूट
सामान्य 21 वर्ष 32 वर्ष 6 नहीं
OBC (NCL) 21 वर्ष 35 वर्ष 9 3 वर्ष
SC/ST 21 वर्ष 37 वर्ष असीमित 5 वर्ष
EWS 21 वर्ष 32 वर्ष 6 नहीं
PwD (सामान्य) 21 वर्ष 42 वर्ष 9 10 वर्ष
PwD (OBC) 21 वर्ष 45 वर्ष 9 13 वर्ष
PwD (SC/ST) 21 वर्ष 47 वर्ष असीमित 15 वर्ष

शारीरिक मानदंड

विभिन्न सेवाओं के लिए अलग-अलग शारीरिक मानदंड हैं। IPS के लिए पुरुषों की न्यूनतम ऊंचाई 165 सेमी और महिलाओं की 150 सेमी होनी चाहिए। सीना पुरुषों में न्यूनतम 84 सेमी (फुलाकर 5 सेमी विस्तार) होना चाहिए। दृष्टि दोष की स्थिति में चश्मा लगाने की अनुमति है।

परीक्षा पैटर्न

UPSC सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में संपन्न होती है। प्रत्येक चरण का अपना महत्व और कठिनाई स्तर है।

चरण 1: प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination)

प्रारंभिक परीक्षा एक स्क्रीनिंग टेस्ट है जो मुख्य परीक्षा के लिए उम्मीदवारों का चयन करती है।

पेपर विषय अंक समय प्रश्न संख्या नकारात्मक अंकन
पेपर I सामान्य अध्ययन 200 2 घंटे 100 1/3 अंक काटे जाएंगे
पेपर II सिविल सेवा अभिरुचि परीक्षा (CSAT) 200 2 घंटे 80 1/3 अंक काटे जाएंगे

महत्वपूर्ण: CSAT में केवल 33% अंक (66 अंक) लाना आवश्यक है। यह केवल क्वालिफाइंग पेपर है और मेरिट में इसके अंक नहीं जोड़े जाते।

चरण 2: मुख्य परीक्षा (Main Examination)

मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं जिनमें से 7 पेपर के अंक मेरिट में जोड़े जाते हैं।

पेपर विषय अंक समय मेरिट में शामिल
पेपर A संविधान की आठवीं अनुसूची की कोई भारतीय भाषा 300 3 घंटे नहीं (केवल क्वालिफाइंग)
पेपर B अंग्रेजी 300 3 घंटे नहीं (केवल क्वालिफाइंग)
पेपर I निबंध 250 3 घंटे हां
पेपर II सामान्य अध्ययन I 250 3 घंटे हां
पेपर III सामान्य अध्ययन II 250 3 घंटे हां
पेपर IV सामान्य अध्ययन III 250 3 घंटे हां
पेपर V सामान्य अध्ययन IV 250 3 घंटे हां
पेपर VI वैकल्पिक विषय पेपर I 250 3 घंटे हां
पेपर VII वैकल्पिक विषय पेपर II 250 3 घंटे हां

कुल अंक: 1750 अंक (मेरिट के लिए)

चरण 3: व्यक्तित्व परीक्षण (Personality Test/Interview)

  • अंक: 275
  • समय: 45 मिनट से 1 घंटा
  • बोर्ड सदस्य: 5 सदस्य (1 अध्यक्ष + 4 सदस्य)
  • स्थान: धौलपुर हाउस, नई दिल्ली
  • भाषा: अंग्रेजी या हिंदी

अंतिम मेरिट: मुख्य परीक्षा (1750) + साक्षात्कार (275) = कुल 2025 अंक

प्रारंभिक परीक्षा सिलेबस

पेपर I - सामान्य अध्ययन

भारतीय इतिहास और राष्ट्रीय आंदोलन

प्राचीन भारत:

  • सिंधु घाटी सभ्यता - हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, कालीबंगन, लोथल
  • वैदिक सभ्यता - ऋग्वैदिक काल, उत्तर वैदिक काल
  • महाजनपद काल - 16 महाजनपद, मगध साम्राज्य
  • मौर्य साम्राज्य - चंद्रगुप्त मौर्य, अशोक महान
  • गुप्त साम्राज्य - चंद्रगुप्त प्रथम, समुद्रगुप्त, चंद्रगुप्त द्वितीय
  • दक्षिण भारत के राजवंश - चोल, चेर, पांड्य, पल्लव

मध्यकालीन भारत:

  • दिल्ली सल्तनत - गुलाम वंश, खिलजी वंश, तुगलक वंश, लोदी वंश
  • मुगल साम्राज्य - बाबर, हुमायूं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां, औरंगजेब
  • दक्षिण भारत - विजयनगर साम्राज्य, बहमनी सल्तनत
  • मराठा साम्राज्य - शिवाजी, पेशवा शासन
  • धार्मिक सुधार आंदोलन - भक्ति आंदोलन, सूफी आंदोलन

आधुनिक भारत:

  • यूरोपीय कंपनियों का आगमन - पुर्तगाली, डच, फ्रांसीसी, अंग्रेज
  • ब्रिटिश शासन का विस्तार - प्लासी का युद्ध (1757), बक्सर का युद्ध (1764)
  • 1857 का विद्रोह - कारण, नेता, परिणाम
  • राष्ट्रीय आंदोलन - कांग्रेस की स्थापना, स्वदेशी आंदोलन
  • गांधी युग - असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन
  • क्रांतिकारी आंदोलन - चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस

भारत और विश्व का भूगोल

भौतिक भूगोल:

  • सौर मंडल और पृथ्वी - ग्रह, उपग्रह, पृथ्वी की गतियां
  • वायुमंडल - संरचना, मौसम और जलवायु
  • स्थलमंडल - पर्वत निर्माण, भूकंप, ज्वालामुखी
  • जलमंडल - महासागरीय धाराएं, ज्वार-भाटा
  • जैवमंडल - पारिस्थितिकी तंत्र, जैव विविधता

भारत का भूगोल:

  • भौतिक विशेषताएं - हिमालय, उत्तरी मैदान, प्रायद्वीपीय पठार
  • नदी तंत्र - गंगा, सिंधु, ब्रह्मपुत्र, गोदावरी, कृष्णा
  • जलवायु - मानसून, ऋतुएं, वर्षा का वितरण
  • मिट्टी के प्रकार - जलोढ़, लैटेराइट, काली, लाल
  • वनस्पति और वन्य जीव - प्राकृतिक वनस्पति के प्रकार
  • खनिज संसाधन - कोयला, पेट्रोलियम, लौह अयस्क

विश्व भूगोल:

  • महाद्वीप और महासागर - एशिया, यूरोप, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका
  • विश्व की प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएं - हिमालय, आल्प्स, एंडीज, रॉकी
  • प्रमुख नदियां - नील, अमेज़न, मिसिसिपी, यांग्त्जे
  • जलवायु प्रदेश - उष्णकटिबंधीय, समशीतोष्ण, ध्रुवीय
  • प्राकृतिक आपदाएं - भूकंप, सुनामी, चक्रवात

भारतीय राज्यव्यवस्था और शासन

संविधान:

  • संविधान निर्माण - संविधान सभा, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. भीमराव अंबेडकर
  • संविधान की विशेषताएं - लिखित, संघीय, धर्मनिरपेक्ष
  • मौलिक अधिकार - 6 मौलिक अधिकार, अनुच्छेद 12-35
  • राज्य नीति के निदेशक तत्व - अनुच्छेद 36-51
  • मौलिक कर्तव्य - अनुच्छेद 51क
  • संविधान संशोधन - प्रक्रिया, प्रमुख संशोधन

संघीय व्यवस्था:

  • राष्ट्रपति - चुनाव, शक्तियां, महाभियोग
  • प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद - नियुक्ति, शक्तियां
  • संसद - लोकसभा, राज्यसभा, अध्यक्ष
  • सर्वोच्च न्यायालय - न्यायाधीशों की नियुक्ति, न्यायिक समीक्षा
  • नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक - नियुक्ति, कार्य
  • चुनाव आयोग - संरचना, कार्य, शक्तियां

राज्य सरकार:

  • राज्यपाल - नियुक्ति, शक्तियां, विवेकाधीन शक्तियां
  • मुख्यमंत्री और राज्य मंत्रिपरिषद
  • राज्य विधानसभा और विधान परिषद
  • उच्च न्यायालय - क्षेत्राधिकार, शक्तियां

स्थानीय सरकार:

  • पंचायती राज व्यवस्था - 73वां संविधान संशोधन
  • शहरी स्थानीय निकाय - 74वां संविधान संशोधन
  • त्रिस्तरीय पंचायती राज - ग्राम, पंचायत समिति, जिला पंचायत

आर्थिक और सामाजिक विकास

भारतीय अर्थव्यवस्था:

  • राष्ट्रीय आय - GDP, GNP, प्रति व्यक्ति आय
  • आर्थिक नियोजन - पंचवर्षीय योजनाएं, नीति आयोग
  • गरीबी और बेरोजगारी - माप, सरकारी योजनाएं
  • मुद्रास्फीति - कारण, प्रकार, नियंत्रण
  • बैंकिंग प्रणाली - RBI, वाणिज्यिक बैंक, सहकारी बैंक
  • केंद्रीय बजट - आय, व्यय, घाटा

क्षेत्रवार विकास:

  • कृषि - हरित क्रांति, फसल पैटर्न, कृषि सुधार
  • उद्योग - औद्योगीकरण, MSME, औद्योगिक नीति
  • सेवा क्षेत्र - IT, बैंकिंग, पर्यटन
  • व्यापार - आयात-निर्यात, व्यापार संतुलन

सामाजिक विकास:

  • जनसांख्यिकी - जनसंख्या वृद्धि, आयु संरचना
  • गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम - MGNREGA, PM-KISAN
  • शिक्षा - साक्षरता दर, शिक्षा का अधिकार
  • स्वास्थ्य - राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आयुष्मान भारत

पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन

  • पारिस्थितिकी तंत्र - घटक, ऊर्जा प्रवाह, खाद्य श्रृंखला
  • जैव विविधता - प्रकार, महत्व, संरक्षण
  • वन्यजीव संरक्षण - राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभयारण्य
  • प्रदूषण - वायु, जल, मृदा, ध्वनि प्रदूषण
  • जलवायु परिवर्तन - कारण, प्रभाव, समाधान
  • पर्यावरण संधियां - क्योटो प्रोटोकॉल, पेरिस समझौता

सामान्य विज्ञान

भौतिक विज्ञान:

  • यांत्रिकी - गति के नियम, कार्य, ऊर्जा, शक्ति
  • प्रकाश - अपवर्तन, परावर्तन, प्रकीर्णन
  • ध्वनि - तरंगें, डॉप्लर प्रभाव
  • ऊष्मा - ऊष्मा स्थानांतरण, तापमान
  • विद्युत - धारा, प्रतिरोध, शक्ति

रसायन विज्ञान:

  • परमाणु संरचना - इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, न्यूट्रॉन
  • आवर्त सारणी - तत्वों का वर्गीकरण
  • अम्ल और क्षार - pH, संकेतक
  • धातु और अधातु - गुण, उपयोग
  • कार्बनिक यौगिक - हाइड्रोकार्बन, एल्कोहल

जीव विज्ञान:

  • कोशिका संरचना - प्रोकैरियोटिक, यूकैरियोटिक
  • मानव शरीर - तंत्रिका तंत्र, श्वसन तंत्र, पाचन तंत्र
  • आनुवंशिकता - DNA, RNA, जीन
  • विकास - डार्विन का सिद्धांत
  • रोग - संक्रामक, गैर-संक्रामक

पेपर II - सिविल सेवा अभिरुचि परीक्षा (CSAT)

बोधगम्यता

  • गद्यांश पठन और समझ
  • अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में गद्यांश
  • मुख्य विचार, निष्कर्ष, अनुमान
  • लेखक का दृष्टिकोण और तर्क

संचार कौशल सहित अंतर-वैयक्तिक कौशल

  • प्रभावी संचार के सिद्धांत
  • मौखिक और अमौखिक संचार
  • सुनने का कौशल
  • समूहिक चर्चा और नेतृत्व

तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता

  • श्रृंखला पूर्ति - संख्या, अक्षर, आकृति
  • कोडिंग-डिकोडिंग
  • दिशा परीक्षण
  • रक्त संबंध
  • वेन आरेख
  • न्यायवाक्य (Syllogism)

निर्णय लेना और समस्या समाधान

  • स्थिति आधारित प्रश्न
  • कारण और प्रभाव
  • नेतृत्व के गुण
  • संकट प्रबंधन

सामान्य मानसिक योग्यता

  • संख्या श्रृंखला
  • अक्षर श्रृंखला
  • आकृति श्रृंखला
  • दर्पण प्रतिबिंब
  • कागज मोड़ना और काटना

आधारभूत संख्या ज्ञान

  • संख्या प्रणाली - प्राकृतिक, पूर्ण, परिमेय संख्याएं
  • प्रतिशत - वृद्धि, कमी, लाभ-हानि
  • अनुपात और समानुपात
  • साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज
  • समय और कार्य
  • समय, गति और दूरी
  • औसत, बहुलक, माध्यक

आंकड़ों की व्याख्या

  • सारणी - पंक्ति और स्तंभ विश्लेषण
  • दंड आरेख (Bar Charts)
  • पाई चार्ट
  • रेखा ग्राफ
  • प्रवृत्ति विश्लेषण
  • तुलनात्मक अध्ययन

मुख्य परीक्षा सिलेबस

पेपर A: भारतीय भाषा

संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं में से कोई भी भाषा चुनी जा सकती है। यह केवल क्वालिफाइंग पेपर है और इसमें न्यूनतम 25% अंक (75 अंक) लाना आवश्यक है।

भाषा की सूची:

  • असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती
  • हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली
  • मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया
  • पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल
  • तेलुगु, उर्दू

परीक्षा का प्रारूप:

  • गद्यांश की व्याख्या
  • संक्षिप्तीकरण
  • शब्द प्रयोग और वाक्य संशोधन
  • अनुवाद (दूसरी भाषा से चुनी गई भाषा में)
  • निबंध लेखन

पेपर B: अंग्रेजी

यह भी केवल क्वालिफाइंग पेपर है और इसमें न्यूनतम 25% अंक (75 अंक) लाना आवश्यक है।

परीक्षा का प्रारूप:

  • गद्यांश की समझ और प्रश्न
  • संक्षिप्तीकरण
  • शब्द प्रयोग और वाक्य संशोधन
  • अनुवाद (हिंदी से अंग्रेजी में)
  • निबंध लेखन (350 शब्द)

पेपर I: निबंध

निबंध पेपर का महत्व बहुत अधिक है क्योंकि इसमें उम्मीदवार की विषय समझ, भाषा प्रवाहता और विचारों की स्पष्टता का परीक्षण होता है।

निबंध के प्रकार:

  • दार्शनिक विषय - जीवन मूल्य, नैतिकता
  • सामाजिक विषय - महिला सशक्तिकरण, शिक्षा
  • राजनीतिक विषय - लोकतंत्र, भ्रष्टाचार
  • आर्थिक विषय - गरीबी, विकास
  • पर्यावरण विषय - जलवायु परिवर्तन, संरक्षण
  • विज्ञान और तकनीकी विषय - कृत्रिम बुद्धिमत्ता

निबंध लेखन की संरचना:

  • प्रस्तावना (150 शब्द): विषय परिचय और थीसिस स्टेटमेंट
  • मुख्य भाग (800 शब्द): मुख्य तर्क, उदाहरण, विश्लेषण
  • निष्कर्ष (150 शब्द): सारांश और भविष्य की दिशा

पेपर II: सामान्य अध्ययन I (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल और समाज)

भारतीय संस्कृति

  • प्राचीन भारत की संस्कृति - वैदिक संस्कृति, उपनिषद, महाकाव्य
  • कला और स्थापत्य - मंदिर वास्तुकला, मूर्तिकला, चित्रकला
  • साहित्य - संस्कृत, पाली, प्राकृत साहित्य
  • संगीत और नृत्य - शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत, नृत्य शैलियां
  • त्योहार और परंपराएं - धार्मिक त्योहार, लोक पर्व
  • धर्म और दर्शन - हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म, सिख धर्म

आधुनिक भारत का इतिहास

  • 18वीं शताब्दी से लेकर वर्तमान तक के महत्वपूर्ण घटनाक्रम
  • राष्ट्रीय आंदोलन - इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागों से इसमें अपना योगदान देने वाले महत्वपूर्ण व्यक्ति/उनका योगदान
  • स्वतंत्रता के बाद देश के अंदर एकीकरण और पुनर्गठन

विश्व का इतिहास

  • 18वीं सदी की घटनाएं - औद्योगिक क्रांति, फ्रांसीसी क्रांति
  • विश्व युद्ध - कारण, परिणाम, प्रभाव
  • रूसी क्रांति - कारण, चरण, महत्व
  • उपनिवेशवाद - एशिया और अफ्रीका में यूरोपीय उपनिवेशवाद
  • राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलन - लैटिन अमेरिका, एशिया, अफ्रीका
  • शीत युद्ध काल

भारतीय समाज

  • भारतीय समाज की मुख्य विशेषताएं - विविधता में एकता
  • जाति प्रथा - उत्पत्ति, विकास, समस्याएं, सुधार
  • धर्म की भूमिका - धर्मनिरपेक्षता, सांप्रदायिकता
  • भाषा और क्षेत्रीयता
  • सामाजिक सुधार आंदोलन - राजा राममोहन राय, दयानंद सरस्वती

महिलाओं की भूमिका और महिला संगठन

  • महिलाओं की बदलती भूमिका
  • लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण
  • महिला संगठनों का योगदान
  • महिला-संबंधी सामाजिक समस्याएं

भूगोल

  • विश्व के भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएं
  • विश्व भर के मुख्य प्राकृतिक संसाधनों का वितरण
  • प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रक के उद्योगों का वितरण
  • भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी, चक्रवात आदि जैसी महत्वपूर्ण भूभौतिकीय घटनाएं
  • भौगोलिक विशेषताएं और उनके स्थान

पेपर III: सामान्य अध्ययन II (राज्यव्यवस्था, संविधान, शासन प्रणाली, सामाजिक न्याय तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध)

भारतीय संविधान

  • ऐतिहासिक आधार - गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935
  • उद्विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान
  • संघ एवं राज्यों के कार्य तथा जिम्मेदारियां
  • संघीय ढांचे से संबंधित विषय - केंद्र-राज्य संबंध
  • न्यायपालिका की भूमिका - न्यायिक समीक्षा, न्यायिक सक्रियता

संसदीय प्रणाली

  • केंद्र और राज्यों के राजनीतिक और प्रशासनिक ढांचे की तुलना
  • कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्यप्रणाली
  • सरकारी मंत्रालयों और विभागों की संरचना
  • दबाव समूह और औपचारिक/अनौपचारिक संघ

स्थानीय स्वशासन

  • पंचायती राज संस्थाएं - संरचना, कार्यप्रणाली, वित्त
  • नगरीय स्वशासन - नगर निगम, नगर पालिका
  • विकेंद्रीकरण की आवश्यकता और महत्व

शासन प्रणाली

  • लोक सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही
  • सूचना का अधिकार - महत्व, चुनौतियां
  • ई-गवर्नेंस - मॉडल, सफलताएं, सीमाएं
  • नागरिक चार्टर - उद्देश्य, कार्यान्वयन

सामाजिक न्याय

  • कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं
  • अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए संवैधानिक/वैधानिक निकाय
  • बच्चों, वृद्धों, महिलाओं, दिव्यांगजनों के लिए कानून और संस्थाएं
  • सामाजिक सुरक्षा योजनाएं - MGNREGA, JAM Trinity

अंतर्राष्ट्रीय संबंध

  • भारत और उसके पड़ोसी देशों के संबंध
  • द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित समझौते
  • भारत के हितों पर विकसित और विकासशील देशों की नीतियों का प्रभाव
  • महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान - UN, IMF, World Bank

पेपर IV: सामान्य अध्ययन III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन)

भारतीय अर्थव्यवस्था

  • भारतीय अर्थव्यवस्था की नीति - नियोजन से लेकर उदारीकरण तक
  • समावेशी विकास और इससे उत्पन्न विषय
  • सरकारी बजट - घटक, घाटे के प्रकार
  • मुद्रा और बैंकिंग की भूमिका - RBI की भूमिका
  • पूंजी बाजार - प्राथमिक और द्वितीयक बाजार
  • वित्तीय संस्थाएं - SIDBI, NABARD, MUDRA

कृषि

  • कृषि की समस्याएं और सुधार - MSP, कृषि विपणन
  • फूड प्रोसेसिंग और संबंधित उद्योग
  • भूमि सुधार - भूमि अधिग्रहण अधिनियम
  • कृषि उत्पादकता - किसानों की आय दोगुनी करना
  • कृषि-आधारित उद्योग - चीनी, कपड़ा

उद्योग

  • औद्योगिक नीति और विकास
  • विनिर्माण क्षेत्र - मेक इन इंडिया
  • सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME)
  • स्टार्टअप इकोसिस्टम

सेवा क्षेत्र

  • सूचना प्रौद्योगिकी - डिजिटल इंडिया
  • बैंकिंग और बीमा सेवाएं
  • पर्यटन उद्योग
  • परिवहन सेवाएं

विज्ञान और प्रौद्योगिकी

  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां
  • स्वदेशी रूप से प्रौद्योगिकी का विकास
  • नई प्रौद्योगिकियां - AI, Machine Learning, Blockchain
  • बौद्धिक संपदा अधिकार - पेटेंट, कॉपीराइट
  • अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी - ISRO की उपलब्धियां
  • रक्षा प्रौद्योगिकी

पर्यावरण

  • संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण
  • पर्यावरण प्रभाव का आकलन
  • आपदा और आपदा प्रबंधन
  • वन्यजीव संरक्षण
  • जैव विविधता

आंतरिक सुरक्षा

  • आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियां - नक्सलवाद, आतंकवाद
  • सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियां
  • संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच संबंध
  • सुरक्षा बलों की भूमिका - CRPF, BSF, CISF
  • मनी लॉन्ड्रिंग और इसकी रोकथाम

पेपर V: सामान्य अध्ययन IV (नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा और अभिरुचि)

नीतिशास्त्र और मानवीय सह-संबंध

  • नीतिशास्त्र का सार, निर्धारक और परिणाम
  • नैतिकता के आयाम - काम, परिवार, समाज, कानून
  • मानवीय मूल्य - सत्य, धैर्य, करुणा
  • नैतिक दुविधाओं का समाधान
  • भारत और विश्व के नैतिक विचारकों के योगदान

अभिवृत्ति

  • अभिवृत्ति की संरचना, कार्य और प्रभाव
  • विचार और व्यवहार के संदर्भ में इसकी भूमिका
  • नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि
  • सामाजिक प्रभाव और धारणा

भावनात्मक बुद्धिमत्ता

  • संकल्पनाएं और उनकी उपयोगिताएं और प्रशासन में उनका अनुप्रयोग
  • स्वयं की भावनाओं को समझना और नियंत्रित करना
  • दूसरों की भावनाओं को समझना
  • टीम वर्क में भावनात्मक बुद्धिमत्ता की भूमिका

लोक प्रशासन में नीतिशास्त्र

  • स्थिति और समस्याएं - नैतिक चिंताएं और दुविधाएं
  • सरकारी और निजी संस्थानों में नैतिक मार्गदर्शन
  • शासन में नीतिपरक तत्व - सूचना साझाकरण, पारदर्शिता
  • नैतिक मूल्य और लोक प्रशासन में उनका अनुप्रयोग

शासन व्यवस्था में ईमानदारी

  • लोक सेवा में ईमानदारी - अवधारणा और व्यावहारिक कार्यान्वयन
  • भ्रष्टाचार के कारण और प्रभाव
  • भ्रष्टाचार निवारण - कानूनी ढांचा
  • नैतिक शासन - सुशासन की अवधारणा

केस स्टडी

  • नैतिक दुविधा की स्थितियां
  • व्यावहारिक समस्याओं का समाधान
  • निर्णय लेने की प्रक्रिया
  • हितधारकों का विश्लेषण

तैयारी की रणनीति

प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी

प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी के लिए एक व्यवस्थित और चरणबद्ध दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है। सफलता के लिए सही रणनीति और निरंतर अभ्यास महत्वपूर्ण है।

चरण 1: आधार निर्माण (6-8 महीने)

  • NCERT पुस्तकों का गहन अध्ययन: कक्षा VI से XII तक की NCERT पुस्तकें पढ़ें
  • विषयवार अध्ययन: प्रत्येक विषय को अलग से पढ़ें और समझें
  • मानचित्र का अभ्यास: भौगोलिक स्थानों की पहचान
  • नोट्स निर्माण: महत्वपूर्ण तथ्यों के संक्षिप्त नोट्स बनाएं

चरण 2: विस्तृत अध्ययन (6-8 महीने)

  • मानक पुस्तकों का अध्ययन: प्रत्येक विषय के लिए 1-2 मानक पुस्तकें
  • समसामयिक घटनाओं का अध्ययन: दैनिक अख़बार पढ़ना शुरू करें
  • साप्ताहिक टेस्ट: हर सप्ताह छोटे टेस्ट लें
  • पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण: पैटर्न और ट्रेंड समझें

चरण 3: रिवीजन और अभ्यास (3-4 महीने)

  • नियमित रिवीजन: बनाए गए नोट्स का नियमित रिवीजन
  • मॉक टेस्ट: प्रतिदिन 1-2 मॉक टेस्ट दें
  • कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान: टेस्ट के परिणाम के आधार पर कमजोर विषयों पर अधिक समय दें
  • समय प्रबंधन: 2 घंटे में 100 प्रश्न हल करने का अभ्यास

मुख्य परीक्षा की तैयारी

मुख्य परीक्षा की तैयारी अधिक चुनौतीपूर्ण है क्योंकि यहाँ उत्तर लेखन कौशल की आवश्यकता होती है।

उत्तर लेखन की तकनीक

  • परिचय: प्रश्न की मुख्य बात का संक्षिप्त परिचय
  • मुख्य भाग: तथ्यों, उदाहरणों और विश्लेषण के साथ
  • निष्कर्ष: समाधान या भविष्य की दिशा
  • आरेख और चार्ट: जहाँ उपयुक्त हो वहाँ चित्र का प्रयोग

वैकल्पिक विषय का चयन

मानदंड विवरण महत्व
रुचि विषय में व्यक्तिगत रुचि उच्च
पृष्ठभूमि शैक्षणिक या व्यावसायिक पृष्ठभूमि उच्च
स्कोरिंग क्षमता अच्छे अंक लाने की संभावना मध्यम
उपलब्ध संसाधन पुस्तकें, शिक्षक, गाइडेंस मध्यम
समय की उपलब्धता तैयारी के लिए आवश्यक समय उच्च

लोकप्रिय वैकल्पिक विषय

  • लोक प्रशासन: GS पेपर्स से ओवरलैप
  • भूगोल: चार्ट और मानचित्र का प्रयोग
  • इतिहास: व्यापक सिलेबस लेकिन दिलचस्प
  • राजनीति विज्ञान: GS-II से संबंधित
  • समाजशास्त्र: निबंध पेपर में सहायक
  • मनोविज्ञान: GS-IV और साक्षात्कार में उपयोगी

व्यक्तित्व परीक्षण की तैयारी

तैयारी के मुख्य क्षेत्र

  • बायो-डेटा की तैयारी: DAF (Detailed Application Form) के हर पहलू की तैयारी
  • समसामयिक घटनाएं: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की घटनाएं
  • होम स्टेट की जानकारी: अपने राज्य की संस्कृति, इतिहास, भूगोल
  • हॉबी और इंटरेस्ट्स: DAF में लिखे गए शौक की गहरी जानकारी
  • मॉक इंटरव्यू: अनुभवी व्यक्तियों से अभ्यास

व्यक्तित्व विकास

  • संचार कौशल: स्पष्ट और प्रभावी बोलना
  • आत्मविश्वास: शांत और संयमित व्यवहार
  • नेतृत्व गुण: टीम वर्क और निर्णय लेने की क्षमता
  • सामाजिक जागरूकता: समसामयिक मुद्दों पर राय

महत्वपूर्ण पुस्तकें

प्रारंभिक परीक्षा के लिए पुस्तकें

विषय पुस्तक लेखक/प्रकाशक टिप्पणी
प्राचीन इतिहास प्राचीन भारत का इतिहास आर.एस. शर्मा मौलिक पुस्तक
मध्यकालीन इतिहास मध्यकालीन भारत सतीश चंद्र विस्तृत जानकारी
आधुनिक इतिहास आधुनिक भारत का इतिहास बिपिन चंद्र संपूर्ण कवरेज
आधुनिक इतिहास स्वतंत्रता संग्राम बिपिन चंद्र राष्ट्रीय आंदोलन के लिए
भूगोल भारत का भूगोल माजिद हुसैन भारतीय भूगोल के लिए
भूगोल विश्व का भूगोल माजिद हुसैन विश्व भूगोल के लिए
राजव्यवस्था भारतीय राजव्यवस्था एम. लक्ष्मीकांत सबसे अच्छी पुस्तक
अर्थशास्त्र भारतीय अर्थव्यवस्था रमेश सिंह व्यापक कवरेज
अर्थशास्त्र इकॉनमिक सर्वे सरकारी प्रकाशन समसामयिक डेटा
पर्यावरण पर्यावरण और पारिस्थितिकी माजिद हुसैन पर्यावरण की बेसिक्स
सामान्य विज्ञान सामान्य विज्ञान मैनुअल अरिहंत प्रकाशन सभी विषयों की जानकारी
समसामयिक इंडिया इयर बुक सूचना और प्रसारण मंत्रालय सरकारी योजनाओं के लिए

मुख्य परीक्षा के लिए पुस्तकें

पेपर पुस्तक लेखक विशेषता
निबंध निबंध दर्पण अरिहंत प्रकाशन विविध विषयों पर निबंध
GS-I भारतीय कला और संस्कृति नितिन सिंघानिया संस्कृति की संपूर्ण जानकारी
GS-I A Brief History of Modern India राजीव अहीर आधुनिक इतिहास
GS-II भारत की राजव्यवस्था एम. लक्ष्मीकांत राजनीति विज्ञान की आधारभूत पुस्तक
GS-II International Relations पुष्पेश पंत अंतर्राष्ट्रीय संबंध
GS-III Indian Economy रमेश सिंह अर्थव्यवस्था की व्यापक जानकारी
GS-III Science and Technology अरिहंत प्रकाशन विज्ञान और तकनीक
GS-IV Ethics, Integrity and Aptitude लेक्सिकन प्रकाशन नीतिशास्त्र की संपूर्ण तैयारी

समाचारपत्र और पत्रिकाएं

प्रकाशन भाषा विशेषता उपयोगिता
द हिंदू अंग्रेजी संपादकीय पेज राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समसामयिक
इंडियन एक्सप्रेस अंग्रेजी विश्लेषणात्मक लेख नीति विश्लेषण
दैनिक जागरण हिंदी हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए राष्ट्रीय समसामयिक
योजना हिंदी/अंग्रेजी सरकारी योजनाएं GS-II और GS-III के लिए
कुरुक्षेत्र हिंदी/अंग्रेजी ग्रामीण विकास सामाजिक मुद्दों के लिए
फ्रंटलाइन अंग्रेजी गहन विश्लेषण राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे

पूर्व वर्षों के प्रश्न (PYQs)

प्रारंभिक परीक्षा - 2024

सामान्य अध्ययन पेपर I

प्रश्न 1: भारत में कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए निम्नलिखित में से कौन सा कारक सबसे महत्वपूर्ण है?

  1. उर्वरकों का अधिक उपयोग
  2. सिंचाई सुविधाओं का विस्तार
  3. कृषि मशीनीकरण
  4. उन्नत बीजों का प्रयोग

उत्तर: (d) उन्नत बीजों का प्रयोग

व्याख्या: हरित क्रांति की सफलता मुख्यतः उच्च उत्पादन वाली किस्मों (HYV) के कारण हुई। उन्नत बीज तकनीक कृषि उत्पादकता का आधार है।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा संविधान संशोधन पंचायती राज व्यवस्था से संबंधित है?

  1. 42वां संशोधन
  2. 44वां संशोधन
  3. 73वां संशोधन
  4. 86वां संशोधन

उत्तर: (c) 73वां संशोधन

व्याख्या: 73वां संविधान संशोधन (1992) ने पंचायती राज संस्थानों को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया और 11वीं अनुसूची जोड़ी।

प्रश्न 3: भारत की सबसे लंबी नदी कौन सी है?

  1. गंगा
  2. गोदावरी
  3. सिंधु
  4. ब्रह्मपुत्र

उत्तर: (a) गंगा

व्याख्या: गंगा नदी की कुल लंबाई 2525 किमी है, जो इसे भारत की सबसे लंबी नदी बनाती है।

प्रश्न 4: 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्या है?

  1. कृषि उत्पादन बढ़ाना
  2. विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देना
  3. सेवा क्षेत्र का विकास
  4. निर्यात बढ़ाना

उत्तर: (b) विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देना

व्याख्या: मेक इन इंडिया का लक्ष्य भारत को विश्व की विनिर्माण हब बनाना और GDP में विनिर्माण की हिस्सेदारी 25% करना है।

प्रश्न 5: भारत में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कितनी बार हुई है?

  1. एक बार
  2. दो बार
  3. तीन बार
  4. चार बार

उत्तर: (c) तीन बार

व्याख्या: भारत में राष्ट्रीय आपातकाल तीन बार लगा: 1962 (चीनी आक्रमण), 1971 (पाकिस्तानी युद्ध), 1975-77 (आंतरिक अशांति)।

CSAT पेपर II

प्रश्न 1: यदि MONDAY को 123456 लिखा जाता है, तो DAEMON को कैसे लिखा जाएगा?

  1. 451213
  2. 514123
  3. 415123
  4. 451312

उत्तर: (c) 415123

व्याख्या: M=1, O=2, N=3, D=4, A=5, Y=6. अतः D=4, A=5, E=1, M=1, O=2, N=3 = 415123

मुख्य परीक्षा - निबंधात्मक प्रश्न 2024

सामान्य अध्ययन I

प्रश्न 1: "भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भूमिका का मूल्यांकन करें।" (150 शब्द)

उत्तर:

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं ने अत्यंत महत्वपूर्ण और बहुआयामी भूमिका निभाई। प्रारंभिक चरण में रानी लक्ष्मीबाई और बेगम हजरत महल ने 1857 के विद्रोह में वीरतापूर्वक भाग लिया।

राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान सरोजिनी नायडू, कमला नेहरू, विजयलक्ष्मी पंडित और अरुणा आसफ अली जैसी नेत्रियों ने राजनीतिक नेतृत्व प्रदान किया। गांधी जी के सत्याग्रह आंदोलनों में महिलाओं की व्यापक भागीदारी देखी गई। नमक सत्याग्रह में कमला नेहरू का योगदान और भारत छोड़ो आंदोलन में अरुणा आसफ अली का नेतृत्व उल्लेखनीय है।

क्रांतिकारी आंदोलन में भी प्रीतिलता वाद्देदार, कल्पना दत्त और दुर्गा भाभी जैसी महिलाओं ने अपना योगदान दिया। कुल मिलाकर, महिलाओं ने न केवल स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भागीदारी की बल्कि भारतीय समाज में अपनी स्थिति को भी मजबूत बनाया।

प्रश्न 2: "मुगल काल में धार्मिक सहिष्णुता की नीति और उसके प्रभावों की चर्चा करें।" (250 शब्द)

उत्तर:

मुगल काल में धार्मिक सहिष्णुता की नीति एक महत्वपूर्ण विशेषता थी, जिसका सबसे स्पष्ट उदाहरण अकबर की धार्मिक नीति में देखा जा सकता है।

अकबर की धार्मिक नीति: अकबर ने 'सुलह-ए-कुल' (सार्वभौमिक शांति) की नीति अपनाई। उसने जज़िया कर को समाप्त किया, तीर्थयात्रा कर हटाया, और हिंदू-मुस्लिम विवाह को प्रोत्साहित किया। उसने 'दीन-ए-इलाही' नामक एक नया धर्म भी शुरू किया जो सभी धर्मों के तत्वों को मिलाता था।

प्रभाव: इस नीति के सकारात्मक प्रभाव व्यापक थे। राजपूत शासकों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित हुए, हिंदू रईसों को मुगल प्रशासन में महत्वपूर्ण पद मिले। टोडरमल, बीरबल, मान सिंह जैसे हिंदू अधिकारियों ने मुगल साम्राज्य को मजबूत बनाने में योगदान दिया।

सांस्कृतिक संश्लेषण: धार्मिक सहिष्णुता के कारण भारतीय और इस्लामी कला, स्थापत्य, संगीत और साहित्य का अद्भुत मिश्रण हुआ। फतेहपुर सीकरी जैसी स्थापत्य कलाएं इसका प्रमाण हैं।

हालांकि, औरंगजेब के काल में धार्मिक कट्टरता की वापसी हुई, जिसने साम्राज्य की एकता को नुकसान पहुंचाया। निष्कर्ष रूप में, मुगल काल की धार्मिक सहिष्णुता ने भारतीय समाज में धर्मनिरपेक्षता की परंपरा को मजबूत बनाया।

सामान्य अध्ययन II

प्रश्न 1: "भारत में न्यायिक सक्रियता: आवश्यकता या अतिक्रमण?" चर्चा करें। (250 शब्द)

उत्तर:

न्यायिक सक्रियता का मुद्दा भारतीय लोकतंत्र में महत्वपूर्ण बहस का विषय है। यह तब होती है जब न्यायालय पारंपरिक न्यायिक भूमिका से आगे बढ़कर नीति निर्माण और प्रशासनिक मामलों में सक्रिय हस्तक्षेप करता है।

आवश्यकता के तर्क:

न्यायिक सक्रियता कई परिस्थितियों में आवश्यक है। जब कार्यपालिका या विधायिका संविधान के मौलिक अधिकारों की रक्षा में विफल होती है, तब न्यायपालिका को हस्तक्षेप करना पड़ता है। मेनका गांधी केस (1978) ने जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार को व्यापक अर्थ दिया। विशाखा गाइडलाइन्स (1997) ने कार्यक्षेत्र में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के मुद्दे को संबोधित किया। पर्यावरण संरक्षण के मामलों में भी न्यायालय की सक्रिय भूमिका सराहनीय रही है।

अतिक्रमण के तर्क:

अत्यधिक न्यायिक सक्रियता शक्ति पृथक्करण के सिद्धांत का उल्लंघन करती है। कोलेजियम प्रणाली के माध्यम से न्यायाधीशों की नियुक्ति, दिल्ली के वायु प्रदूषण पर ऑड-इवन स्कीम जैसे नीतिगत मामलों में हस्तक्षेप, और प्रशासनिक निर्देश जारी करना अतिक्रमण के उदाहरण हैं।

निष्कर्ष:

न्यायिक सक्रियता आवश्यक है परंतु संयम के साथ। न्यायालय को मौलिक अधिकारों की रक्षा, संविधान की सर्वोच्चता बनाए रखने और न्याय सुनिश्चित करने में सक्रिय रहना चाहिए। हालांकि, नीति निर्माण और प्रशासनिक मामलों में अनावश्यक हस्तक्षेप से बचना चाहिए।

प्रश्न 2: "डिजिटल इंडिया मिशन की उपलब्धियों और चुनौतियों का विश्लेषण करें।" (150 शब्द)

उत्तर:

डिजिटल इंडिया मिशन, 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया, का उद्देश्य भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलना है।

उपलब्धियां: जन औषधि योजना, डिजिटल लॉकर, आधार आधारित प्रमाणीकरण, UPI की सफलता, जैम ट्रिनिटी (जन धन-आधार-मोबाइल) का सफल कार्यान्वयन। ऑनलाइन सेवाओं में वृद्धि, ई-गवर्नेंस में सुधार, और डिजिटल साक्षरता में वृद्धि।

चुनौतियां: डिजिटल विभाजन, ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी, साइबर सुरक्षा चिंताएं, डेटा प्राइवेसी के मुद्दे। भाषाई बाधाएं और तकनीकी साक्षरता की कमी भी प्रमुख चुनौतियां हैं।

भविष्य में 5G तकनीक, AI और IoT के माध्यम से डिजिटल इंडिया को और भी मजबूत बनाया जा सकता है।

सामान्य अध्ययन III

प्रश्न 1: "भारत में किसानों की आत्महत्या की समस्या के कारणों और समाधान पर चर्चा करें।" (250 शब्द)

उत्तर:

भारत में किसानों की आत्महत्या एक गंभीर सामाजिक-आर्थिक समस्या है जो मुख्यतः महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में देखी जाती है।

मुख्य कारण:

आर्थिक कारण: ऋण का बढ़ता बोझ, फसल की विफलता, कम उत्पादकता, अपर्याप्त आय। साहूकारों से लिए गए उच्च ब्याज दर वाले ऋण किसानों को कर्ज के जाल में फंसा देते हैं।

प्राकृतिक कारण: सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, कीट-पतंगों का प्रकोप। जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम की अनिश्चितता बढ़ गई है।

संस्थागत कारण: फसल बीमा का अपर्याप्त कवरेज, MSP का सही लाभ न मिलना, मंडी सिस्टम की समस्याएं, कृषि विपणन में मध्यस्थों का शोषण।

सामाजिक कारण: पारिवारिक दबाव, सामाजिक प्रतिष्ठा का नुकसान, मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं।

समाधान:

फसल बीमा योजना का विस्तार, किसान क्रेडिट कार्ड की पहुंच बढ़ाना, PM-KISAN जैसी प्रत्यक्ष आय सहायता योजनाएं। कृषि विविधीकरण, जैविक खेती को बढ़ावा, कृषि-आधारित उद्योगों का विकास। ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनाओं का विस्तार और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का प्रावधान आवश्यक है।

प्रश्न 3: "स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत की स्थिति और भविष्य की संभावनाओं का मूल्यांकन करें।" (150 शब्द)

उत्तर:

भारत वर्तमान में विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है, जिसमें 90,000+ स्टार्टअप्स हैं और 100+ यूनिकॉर्न कंपनियां हैं।

वर्तमान स्थिति: स्टार्टअप इंडिया अभियान के तहत सरकारी सहायता, फंड ऑफ फंड्स स्कीम, और कर लाभ। फिनटेक, ई-कॉमर्स, एडटेक, हेल्थटेक क्षेत्रों में तेजी से विकास। बेंगलुरु, दिल्ली-NCR, मुंबई प्रमुख स्टार्टअप हब के रूप में उभरे हैं।

चुनौतियां: फंडिंग की कमी, नियामक जटिलताएं, प्रतिभा की कमी, बाजार पहुंच की समस्याएं। टियर-2 और टियर-3 शहरों में इकोसिस्टम का धीमा विकास।

भविष्य की संभावनाएं: 2025 तक 1 मिलियन स्टार्टअप्स का लक्ष्य। डीप टेक, AI, IoT, ब्लॉकचेन जैसी नई तकनीकों में निवेश। ग्रामीण स्टार्टअप्स को बढ़ावा और महिला उद्यमिता में वृद्धि की संभावनाएं उज्ज्वल हैं।

सफलता के टिप्स

समय प्रबंधन

UPSC की तैयारी में समय प्रबंधन सबसे महत्वपूर्ण कौशल है। सफल अभ्यर्थी वे होते हैं जो समय का सदुपयोग करते हैं।

दैनिक समय सारणी

  • प्रातःकाल (5:00-8:00): NCERT पठन और रिवीजन
  • सुबह (9:00-12:00): मुख्य विषयों का गहन अध्ययन
  • दोपहर (2:00-5:00): समसामयिक घटनाएं और अख़बार पठन
  • शाम (6:00-8:00): उत्तर लेखन अभ्यास
  • रात (9:00-10:00): दिन भर के अध्ययन का रिवीजन

साप्ताहिक योजना

  • सोमवार-बुधवार: नए टॉपिक्स का अध्ययन
  • बृहस्पतिवार-शुक्रवार: रिवीजन और नोट्स बनाना
  • शनिवार: मॉक टेस्ट और उत्तर लेखन
  • रविवार: कमजोर क्षेत्रों पर फोकस

नोट्स बनाने की तकनीक

प्रभावी नोट्स की विशेषताएं

  • संक्षिप्तता: मुख्य बिंदुओं को हाइलाइट करें
  • स्पष्टता: सरल और समझने योग्य भाषा का प्रयोग
  • संगठन: विषयवार और कालक्रमानुसार व्यवस्थित करें
  • दृश्य सहायक: चार्ट, डायग्राम, मानचित्र का प्रयोग
  • नियमित अपडेट: नई जानकारी जोड़ते रहें

डिजिटल नोट्स vs पारंपरिक नोट्स

पहलू डिजिटल नोट्स पारंपरिक नोट्स
खोज सुविधा तुरंत खोज मैन्युअल खोज
संपादन आसान संपादन सीमित संपादन
बैकअप ऑटो बैकअप मैन्युअल कॉपी
याददाश्त कम प्रभावी अधिक प्रभावी
लागत डिवाइस की आवश्यकता कम लागत

रिवीजन रणनीति

रिवीजन के चरण

  • दैनिक रिवीजन: दिन भर पढ़े गए विषयों का संक्षिप्त दोहराना
  • साप्ताहिक रिवीजन: सप्ताह भर के टॉपिक्स का विस्तृत रिवीजन
  • मासिक रिवीजन: पूरे महीने के सिलेबस का व्यापक रिवीजन
  • त्रैमासिक रिवीजन: तीन महीने के सिलेबस का गहन रिवीजन

स्मृति तकनीकें

  • Mnemonics: स्मरण युक्तियों का प्रयोग
  • Mind Mapping: विषयों को चित्रात्मक रूप में प्रस्तुत करना
  • Flash Cards: महत्वपूर्ण तथ्यों के लिए छोटे कार्ड
  • Group Study: मित्रों के साथ चर्चा और बहस

मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन

तनाव के लक्षण

  • शारीरिक लक्षण: सिरदर्द, अनिद्रा, भूख में कमी
  • मानसिक लक्षण: चिंता, अवसाद, एकाग्रता में कमी
  • व्यवहारिक लक्षण: चिड़चिड़ाहट, सामाजिक अलगाव

तनाव प्रबंधन तकनीकें

  • योग और ध्यान: प्रतिदिन 30 मिनट योग और 15 मिनट ध्यान
  • नियमित व्यायाम: सुबह-शाम टहलना, जॉगिंग या साइक्लिंग
  • संतुलित आहार: पौष्टिक भोजन, पर्याप्त पानी, जंक फूड से बचें
  • पर्याप्त नींद: 6-7 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद
  • मनोरंजन: संगीत सुनना, फिल्म देखना, मित्रों से मिलना

परीक्षा तकनीक

प्रारंभिक परीक्षा में रणनीति

  • समय वितरण: प्रत्येक प्रश्न के लिए अधिकतम 1.2 मिनट
  • प्राथमिकता: पहले आसान प्रश्न, फिर मध्यम, अंत में कठिन
  • अनुमान लगाना: यदि 2-3 विकल्प eliminate हो जाएं तो अनुमान लगाएं
  • नकारात्मक अंकन: अनिश्चितता में गलत उत्तर से बचें

मुख्य परीक्षा में रणनीति

  • प्रश्न चयन: 3 घंटे में अधिकतम प्रश्न हल करने की रणनीति
  • उत्तर संरचना: परिचय-मुख्य भाग-निष्कर्ष की त्रिकोणीय संरचना
  • शब्द सीमा: निर्धारित शब्द सीमा का सख्ती से पालन
  • हस्तलेखन: स्पष्ट और सुंदर लिखावट
  • आरेख प्रयोग: उपयुक्त स्थान पर चित्र, मानचित्र का प्रयोग

महत्वपूर्ण सुझाव

करने योग्य कार्य

  • नियमितता बनाए रखें: प्रतिदिन 8-10 घंटे का अध्ययन
  • गुणवत्तापूर्ण अध्ययन: मात्रा से ज्यादा गुणवत्ता पर ध्यान
  • समसामयिक घटनाएं: प्रतिदिन अख़बार पढ़ें और नोट्स बनाएं
  • मॉक टेस्ट: नियमित टेस्ट देकर अपनी तैयारी का आकलन करें
  • पिछले वर्षों के प्रश्न: PYQs का नियमित अभ्यास
  • हेल्थ केयर: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें

न करने योग्य कार्य

  • अत्यधिक पुस्तकें: बहुत सारी किताबों में न उलझें
  • सामाजिक मीडिया: अधिक समय सोशल मीडिया पर न बिताएं
  • तुलना: दूसरे अभ्यर्थियों से अपनी तुलना न करें
  • रटकर याद करना: समझकर पढ़ने पर ध्यान दें
  • अनियमितता: पढ़ाई में लंबे अंतराल न लें
  • नकारात्मक सोच: असफलता के डर से न घबराएं

प्रेरणा और उत्साह बनाए रखना

प्रेरणादायक विचार

  • "सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है।" - निरंतर परिश्रम ही सफलता की कुंजी है
  • "असफलता सफलता की सीढ़ी है।" - हर असफलता से सीखें और आगे बढ़ें
  • "आज का परिश्रम कल की सफलता है।" - वर्तमान में मेहनत करें
  • "दृढ़ संकल्प से पहाड़ भी हिल जाते हैं।" - अपने लक्ष्य पर दृढ़ रहें

सफल अभ्यर्थियों की सलाह

  • टीना डाबी (2015 टॉपर): "NCERT की मजबूत नींव और नियमित रिवीजन सफलता की गारंटी है"
  • अनसर शेख (2017 टॉपर): "कड़ी मेहनत के साथ-साथ स्मार्ट तरीके से पढ़ना जरूरी है"
  • कनिष्क कटारिया (2018 टॉपर): "धैर्य और निरंतरता ही सफलता दिला सकती है"

तकनीकी सहायता और संसाधन

उपयोगी वेबसाइट्स

  • upsc.gov.in: आधिकारिक वेबसाइट, नोटिफिकेशन और सिलेबस
  • pib.gov.in: सरकारी योजनाओं और नीतियों की जानकारी
  • mhrd.gov.in: शिक्षा नीति और योजनाएं
  • rbi.org.in: मौद्रिक नीति और आर्थिक डेटा
  • niti.gov.in: नीति आयोग की रिपोर्ट्स

मोबाइल ऐप्स

  • UPSC Pathshala: ऑनलाइन कोर्स और टेस्ट
  • Byju's: वीडियो लेक्चर्स
  • Unacademy: लाइव क्लासेस
  • Current Affairs: दैनिक समसामयिक घटनाएं

निष्कर्ष

UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2026 की तैयारी एक लंबी और चुनौतीपूर्ण यात्रा है, लेकिन सही रणनीति, निरंतर अभ्यास और दृढ़ संकल्प के साथ यह निश्चित रूप से संभव है। महत्वपूर्ण बात यह है कि आप नियमित रूप से अध्ययन करें, अपनी कमजोरियों को पहचानें और उन्हें सुधारने पर काम करें।

याद रखें कि यह केवल एक परीक्षा नहीं है, बल्कि देश सेवा का अवसर है। आपकी सफलता न केवल आपके व्यक्तिगत विकास में योगदान देगी, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी आपकी भूमिका होगी। धैर्य रखें, मेहनत करते रहें, और अपने सपनों को साकार करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहें।

सफलता उन्हीं को मिलती है जो हार नहीं मानते। आपकी मेहनत और लगन निश्चित रूप से रंग लाएगी। शुभकामनाएं!