NCERT Class 10 Science (Physics) Model Question Paper 2025 with Answers

| अक्टूबर 14, 2025
कक्षा 10 वीं - भौतिक विज्ञान मॉडल प्रश्न पत्र

कक्षा 10वीं - भौतिक विज्ञान

मॉडल प्रश्न पत्र 2024-25

समय: 3 घंटे

पूर्णांक: 80

सामान्य निर्देश:

  1. इस प्रश्न पत्र में कुल 39 प्रश्न हैं जो पाँच खंडों में विभाजित हैं - क, ख, ग, घ और ङ।
  2. सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  3. खंड क में प्रश्न संख्या 1 से 20 तक बहुविकल्पीय प्रश्न हैं जिनमें प्रत्येक 1 अंक का है।
  4. खंड ख में प्रश्न संख्या 21 से 26 तक अति लघु उत्तरीय प्रश्न हैं जिनमें प्रत्येक 2 अंक का है।
  5. खंड ग में प्रश्न संख्या 27 से 33 तक लघु उत्तरीय प्रश्न हैं जिनमें प्रत्येक 3 अंक का है।
  6. खंड घ में प्रश्न संख्या 34 से 36 तक दीर्घ उत्तरीय प्रश्न हैं जिनमें प्रत्येक 5 अंक का है।
  7. खंड ङ में प्रश्न संख्या 37 से 39 तक केस आधारित/स्रोत आधारित प्रश्न हैं जिनमें प्रत्येक 4 अंक का है।
  8. कुछ प्रश्नों में आंतरिक विकल्प दिए गए हैं।
खंड - क (बहुविकल्पीय प्रश्न)

1. विद्युत धारा का SI मात्रक क्या है?

(क) वोल्ट

(ख) एम्पियर

(ग) ओम

(घ) कूलॉम

उत्तर: (ख) एम्पियर

2. ओम का नियम किस सूत्र से व्यक्त होता है?

(क) V = IR

(ख) I = VR

(ग) R = VI

(घ) V = I/R

उत्तर: (क) V = IR

3. किसी चालक का प्रतिरोध निर्भर करता है:

(क) चालक की लंबाई पर

(ख) चालक के अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल पर

(ग) चालक के पदार्थ की प्रकृति पर

(घ) उपरोक्त सभी पर

उत्तर: (घ) उपरोक्त सभी पर

4. घरेलू विद्युत परिपथों में किस प्रकार का संयोजन होता है?

(क) श्रेणीक्रम संयोजन

(ख) समांतर संयोजन

(ग) मिश्रित संयोजन

(घ) कोई नहीं

उत्तर: (ख) समांतर संयोजन

5. विद्युत बल्ब का तंतु किस धातु का बना होता है?

(क) लोहा

(ख) टंगस्टन

(ग) तांबा

(घ) एल्युमीनियम

उत्तर: (ख) टंगस्टन

6. चुंबकीय क्षेत्र की दिशा ज्ञात करने के लिए किस नियम का प्रयोग किया जाता है?

(क) दक्षिण हस्त का नियम

(ख) फ्लेमिंग का वाम हस्त नियम

(ग) दक्षिण हस्त अंगुष्ठ नियम

(घ) लेंज का नियम

उत्तर: (ग) दक्षिण हस्त अंगुष्ठ नियम

7. विद्युत मोटर किस सिद्धांत पर कार्य करती है?

(क) विद्युत चुंबकीय प्रेरण

(ख) धारावाही चालक पर चुंबकीय क्षेत्र में लगने वाले बल

(ग) ओम का नियम

(घ) जूल का नियम

उत्तर: (ख) धारावाही चालक पर चुंबकीय क्षेत्र में लगने वाले बल

8. विद्युत जनित्र (जेनरेटर) का कार्य है:

(क) यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलना

(ख) विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलना

(ग) रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलना

(घ) उष्मा ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलना

उत्तर: (क) यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलना

9. भारत में घरेलू विद्युत आपूर्ति की आवृत्ति होती है:

(क) 50 Hz

(ख) 60 Hz

(ग) 100 Hz

(घ) 220 Hz

उत्तर: (क) 50 Hz

10. प्रकाश का अपवर्तन होता है:

(क) जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाता है

(ख) जब प्रकाश परावर्तित होता है

(ग) जब प्रकाश अवशोषित होता है

(घ) इनमें से कोई नहीं

उत्तर: (क) जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाता है

11. अवतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिंब होता है:

(क) सदैव वास्तविक

(ख) सदैव आभासी

(ग) वस्तु की स्थिति पर निर्भर करता है

(घ) इनमें से कोई नहीं

उत्तर: (ग) वस्तु की स्थिति पर निर्भर करता है

12. उत्तल लेंस की फोकस दूरी होती है:

(क) धनात्मक

(ख) ऋणात्मक

(ग) शून्य

(घ) अनंत

उत्तर: (क) धनात्मक

13. मानव नेत्र में प्रतिबिंब बनता है:

(क) कॉर्निया पर

(ख) परितारिका पर

(ग) रेटिना पर

(घ) नेत्र लेंस पर

उत्तर: (ग) रेटिना पर

14. निकट दृष्टि दोष को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है:

(क) उत्तल लेंस

(ख) अवतल लेंस

(ग) बेलनाकार लेंस

(घ) द्वि-फोकसी लेंस

उत्तर: (ख) अवतल लेंस

15. प्रकाश का वर्ण विक्षेपण किस उपकरण से होता है?

(क) दर्पण

(ख) लेंस

(ग) प्रिज्म

(घ) काँच की पट्टी

उत्तर: (ग) प्रिज्म

16. इंद्रधनुष में कितने रंग होते हैं?

(क) 5

(ख) 6

(ग) 7

(घ) 8

उत्तर: (ग) 7

17. टिंडल प्रभाव प्रकाश के किस परिघटना से संबंधित है?

(क) परावर्तन

(ख) अपवर्तन

(ग) प्रकीर्णन

(घ) वर्ण विक्षेपण

उत्तर: (ग) प्रकीर्णन

18. ऊर्जा का SI मात्रक है:

(क) न्यूटन

(ख) जूल

(ग) वाट

(घ) पास्कल

उत्तर: (ख) जूल

19. नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत का उदाहरण है:

(क) कोयला

(ख) पेट्रोलियम

(ग) सौर ऊर्जा

(घ) प्राकृतिक गैस

उत्तर: (ग) सौर ऊर्जा

20. बायोगैस में मुख्यतः पाई जाती है:

(क) ऑक्सीजन

(ख) मीथेन

(ग) नाइट्रोजन

(घ) हाइड्रोजन

उत्तर: (ख) मीथेन

खंड - ख (अति लघु उत्तरीय प्रश्न)

21. विद्युत धारा क्या है? इसका मात्रक लिखिए। (2)

उत्तर: विद्युत धारा किसी चालक में विद्युत आवेश के प्रवाह की दर को कहते हैं। दूसरे शब्दों में, किसी चालक के किसी अनुप्रस्थ काट से प्रति एकांक समय में प्रवाहित होने वाले आवेश की मात्रा को विद्युत धारा कहते हैं।

विद्युत धारा का SI मात्रक एम्पियर (A) है। सूत्र के रूप में: I = Q/t, जहाँ I धारा, Q आवेश और t समय है।

22. प्रतिरोध को प्रभावित करने वाले कारकों के नाम लिखिए। (2)

उत्तर: किसी चालक का प्रतिरोध निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता है:

  1. चालक की लंबाई - प्रतिरोध लंबाई के अनुक्रमानुपाती होता है (R ∝ l)
  2. चालक के अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल - प्रतिरोध क्षेत्रफल के व्युत्क्रमानुपाती होता है (R ∝ 1/A)
  3. चालक के पदार्थ की प्रकृति - विभिन्न पदार्थों की प्रतिरोधकता अलग-अलग होती है
  4. चालक का ताप - ताप बढ़ने पर प्रतिरोध बढ़ता है

23. विद्युत फ्यूज क्या है? यह कैसे कार्य करता है? (2)

उत्तर: विद्युत फ्यूज एक सुरक्षा युक्ति है जो विद्युत परिपथ में अत्यधिक धारा प्रवाहित होने पर परिपथ को स्वतः तोड़ देती है। यह टिन और सीसे की मिश्रधातु का बना एक तार होता है जिसका गलनांक कम होता है।

कार्य: जब परिपथ में अत्यधिक धारा प्रवाहित होती है तो फ्यूज तार अधिक ऊष्मा उत्पन्न करके गल जाता है और परिपथ टूट जाता है, जिससे उपकरणों को क्षति से बचाया जा सकता है।

24. चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के दो गुण लिखिए। (2)

उत्तर: चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुण:

  1. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं चुंबक के उत्तरी ध्रुव से निकलकर दक्षिणी ध्रुव पर समाप्त होती हैं तथा चुंबक के भीतर दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर जाती हैं।
  2. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं कभी एक-दूसरे को काटती नहीं हैं। यदि वे एक-दूसरे को काटें तो कटान बिंदु पर दो दिशाएं होंगी जो असंभव है।

25. दीर्घ दृष्टि दोष क्या है? इसे कैसे दूर किया जाता है? (2)

उत्तर: दीर्घ दृष्टि दोष (हाइपरमेट्रोपिया) वह दृष्टि दोष है जिसमें व्यक्ति दूर की वस्तुओं को स्पष्ट देख सकता है परंतु निकट की वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख पाता। इस दोष में निकट की वस्तु का प्रतिबिंब रेटिना के पीछे बनता है।

इस दोष को उपयुक्त क्षमता के उत्तल लेंस (अभिसारी लेंस) के उपयोग से दूर किया जाता है। उत्तल लेंस प्रकाश किरणों को अभिसरित करके प्रतिबिंब को रेटिना पर बनाने में सहायता करता है।

26. सौर सेल क्या है? इसका एक उपयोग लिखिए। (2)

उत्तर: सौर सेल एक ऐसी युक्ति है जो सौर ऊर्जा (सूर्य के प्रकाश) को सीधे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करती है। यह अर्धचालक पदार्थ (मुख्यतः सिलिकॉन) से बना होता है। जब सौर सेल पर सूर्य का प्रकाश पड़ता है तो यह विद्युत उत्पन्न करता है।

उपयोग: सौर सेल का उपयोग कृत्रिम उपग्रहों, सड़क की बत्तियों, कैलकुलेटर, घड़ियों और दूरस्थ क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति के लिए किया जाता है।

खंड - ग (लघु उत्तरीय प्रश्न)

27. ओम के नियम को समझाइए। इसका सत्यापन करने के लिए प्रयोग का वर्णन कीजिए। (3)

अथवा

विद्युत प्रतिरोध को परिभाषित कीजिए। इसका SI मात्रक क्या है? तीन प्रतिरोधों के श्रेणीक्रम संयोजन का सूत्र लिखिए।

उत्तर: ओम का नियम: ओम के नियम के अनुसार, स्थिर ताप पर किसी चालक के सिरों पर लगाया गया विभवांतर (V), उसमें प्रवाहित धारा (I) के अनुक्रमानुपाती होता है।

सूत्र: V ∝ I या V = IR, जहाँ R चालक का प्रतिरोध है।

प्रयोग: ओम के नियम के सत्यापन के लिए निम्न परिपथ बनाते हैं:

  1. एक प्रतिरोध तार, बैटरी, अमीटर, वोल्टमीटर, प्लग कुंजी और धारा नियंत्रक (रिओस्टैट) को श्रेणीक्रम में जोड़ते हैं।
  2. वोल्टमीटर को प्रतिरोध तार के समांतर जोड़ते हैं।
  3. धारा नियंत्रक से परिपथ में धारा को बदलते हैं और विभिन्न मानों के लिए धारा और विभवांतर नोट करते हैं।
  4. V/I का अनुपात प्रत्येक बार लगभग स्थिर आता है, जो ओम के नियम को सत्यापित करता है।
  5. V और I के बीच ग्राफ खींचने पर एक सरल रेखा मिलती है जो मूल बिंदु से गुजरती है।

28. विद्युत मोटर का सिद्धांत और कार्यविधि समझाइए। (3)

उत्तर: सिद्धांत: विद्युत मोटर इस सिद्धांत पर कार्य करती है कि जब किसी धारावाही चालक को चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तो उस पर एक बल कार्य करता है जो चालक को गति प्रदान करता है। बल की दिशा फ्लेमिंग के वाम हस्त नियम से ज्ञात की जाती है।

कार्यविधि:

  1. विद्युत मोटर में एक आयताकार कुंडली होती है जो शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र में रखी होती है।
  2. जब कुंडली में विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है, तो कुंडली की दोनों भुजाओं पर विपरीत दिशाओं में बल लगते हैं।
  3. ये बल कुंडली को अक्ष पर घूर्णन गति प्रदान करते हैं।
  4. विभक्त वलय दिक्परिवर्तक का उपयोग करके प्रत्येक आधे चक्कर के बाद धारा की दिशा उत्क्रमित हो जाती है, जिससे कुंडली एक ही दिशा में घूमती रहती है।
  5. इस प्रकार विद्युत ऊर्जा यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित होती है।

29. विद्युत चुंबकीय प्रेरण क्या है? फैराडे के प्रयोग का वर्णन कीजिए। (3)

अथवा

AC और DC में तीन अंतर लिखिए।

उत्तर: विद्युत चुंबकीय प्रेरण: जब किसी बंद कुंडली और चुंबक के बीच आपेक्षिक गति होती है, तो कुंडली में विद्युत धारा प्रेरित होती है। इस घटना को विद्युत चुंबकीय प्रेरण कहते हैं।

फैराडे का प्रयोग:

  1. एक कुंडली को गैल्वेनोमीटर से जोड़ा जाता है।
  2. जब एक छड़ चुंबक को कुंडली की ओर या उससे दूर तेजी से गति कराई जाती है, तो गैल्वेनोमीटर में विक्षेप दिखाई देता है।
  3. यह विक्षेप दर्शाता है कि कुंडली में धारा प्रेरित हुई है।
  4. चुंबक की गति तेज करने पर विक्षेप बढ़ता है।
  5. चुंबक को स्थिर रखने पर कोई विक्षेप नहीं होता।
  6. चुंबक के ध्रुव बदलने पर विक्षेप की दिशा बदल जाती है।

30. प्रकाश के अपवर्तन के नियम लिखिए। निरपेक्ष अपवर्तनांक को परिभाषित कीजिए। (3)

उत्तर: प्रकाश के अपवर्तन के नियम:

  1. प्रथम नियम: आपतित किरण, अपवर्तित किरण और आपतन बिंदु पर अभिलंब तीनों एक ही तल में होते हैं।
  2. द्वितीय नियम (स्नेल का नियम): किन्हीं दो माध्यमों के लिए आपतन कोण की ज्या (sin i) और अपवर्तन कोण की ज्या (sin r) का अनुपात एक नियतांक होता है। इस नियतांक को दूसरे माध्यम का पहले माध्यम के सापेक्ष अपवर्तनांक कहते हैं।

सूत्र: sin i / sin r = n₂₁ (नियतांक)

निरपेक्ष अपवर्तनांक: किसी माध्यम का निरपेक्ष अपवर्तनांक, निर्वात (या वायु) में प्रकाश की चाल और उस माध्यम में प्रकाश की चाल का अनुपात होता है।

सूत्र: n = c/v, जहाँ c निर्वात में प्रकाश की चाल और v माध्यम में प्रकाश की चाल है।

31. उत्तल लेंस के लिए लेंस सूत्र लिखिए। आवर्धन क्षमता को परिभाषित कीजिए। (3)

उत्तर: लेंस सूत्र: उत्तल लेंस (या किसी भी लेंस) के लिए लेंस सूत्र निम्नलिखित है:

1/f = 1/v - 1/u

जहाँ:

  • f = लेंस की फोकस दूरी
  • v = प्रतिबिंब की दूरी (लेंस से)
  • u = वस्तु की दूरी (लेंस से)

आवर्धन क्षमता: लेंस द्वारा बने प्रतिबिंब की ऊँचाई और वस्तु की ऊँचाई के अनुपात को आवर्धन क्षमता कहते हैं।

सूत्र: m = h'/h = v/u

जहाँ:

  • m = आवर्धन
  • h' = प्रतिबिंब की ऊँचाई
  • h = वस्तु की ऊँचाई
  • v = प्रतिबिंब की दूरी
  • u = वस्तु की दूरी

32. वायुमंडल में प्रकाश का प्रकीर्णन क्या है? आकाश का रंग नीला क्यों दिखाई देता है? (3)

अथवा

मानव नेत्र की संरचना का नामांकित चित्र बनाइए।

उत्तर: प्रकाश का प्रकीर्णन: जब प्रकाश किसी माध्यम में उपस्थित सूक्ष्म कणों से टकराता है, तो प्रकाश विभिन्न दिशाओं में फैल जाता है। इस परिघटना को प्रकाश का प्रकीर्णन कहते हैं।

आकाश का नीला रंग:

  1. सूर्य का प्रकाश वायुमंडल से गुजरते समय वायु के सूक्ष्म कणों से टकराता है।
  2. प्रकीर्णन की मात्रा प्रकाश की तरंगदैर्ध्य पर निर्भर करती है। छोटी तरंगदैर्ध्य वाले प्रकाश का प्रकीर्णन अधिक होता है।
  3. नीले रंग की तरंगदैर्ध्य लाल रंग से कम होती है, इसलिए नीले रंग का प्रकीर्णन अधिक होता है।
  4. प्रकीर्णित नीला प्रकाश हमारी आँखों तक पहुँचता है, जिससे आकाश नीला दिखाई देता है।
  5. यदि पृथ्वी पर वायुमंडल न होता तो आकाश काला दिखाई देता।

33. ऊर्जा संरक्षण का नियम क्या है? ऊर्जा के दो गैर-नवीकरणीय स्रोतों के नाम लिखिए। (3)

उत्तर: ऊर्जा संरक्षण का नियम: ऊर्जा संरक्षण के नियम के अनुसार, ऊर्जा को न तो उत्पन्न किया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है। यह केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित हो सकती है। किसी पृथक निकाय की कुल ऊर्जा सदैव संरक्षित रहती है।

उदाहरण: विद्युत बल्ब में विद्युत ऊर्जा, प्रकाश और ऊष्मा ऊर्जा में बदलती है।

गैर-नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत: वे ऊर्जा स्रोत जो सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं और एक बार उपयोग के बाद पुनः प्राप्त नहीं किए जा सकते, गैर-नवीकरणीय स्रोत कहलाते हैं।

दो उदाहरण:

  1. कोयला: यह जीवाश्म ईंधन है जो लाखों वर्षों में बनता है।
  2. पेट्रोलियम/प्राकृतिक गैस: ये भी जीवाश्म ईंधन हैं जो सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं।
खंड - घ (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

34. (क) जूल के तापन नियम को समझाइए और सूत्र लिखिए।

(ख) 220V, 100W का एक विद्युत बल्ब 220V की लाइन से जोड़ा गया है। बल्ब में प्रवाहित धारा और बल्ब का प्रतिरोध ज्ञात कीजिए।

(ग) यदि इस बल्ब को 5 घंटे तक उपयोग किया जाए तो कितनी विद्युत ऊर्जा व्यय होगी? (5)

अथवा

(क) विद्युत परिपथ में अमीटर और वोल्टमीटर को कैसे जोड़ा जाता है?

(ख) तीन प्रतिरोध 2Ω, 3Ω और 6Ω समांतर क्रम में जुड़े हैं। इनका तुल्य प्रतिरोध ज्ञात कीजिए।

(ग) यदि इस संयोजन को 12V की बैटरी से जोड़ा जाए तो प्रत्येक प्रतिरोध में प्रवाहित धारा ज्ञात कीजिए।

उत्तर:

(क) जूल का तापन नियम: जब किसी चालक में विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तो उसमें ऊष्मा उत्पन्न होती है। जूल के नियम के अनुसार, उत्पन्न ऊष्मा (H):

  • धारा के वर्ग के अनुक्रमानुपाती होती है (H ∝ I²)
  • प्रतिरोध के अनुक्रमानुपाती होती है (H ∝ R)
  • समय के अनुक्रमानुपाती होती है (H ∝ t)

सूत्र: H = I²Rt जूल या H = VIt जूल या H = V²t/R जूल

जहाँ I = धारा (एम्पियर), R = प्रतिरोध (ओम), t = समय (सेकंड), V = विभवांतर (वोल्ट)

(ख) हल:

दिया है: V = 220V, P = 100W

धारा ज्ञात करने के लिए: P = VI

I = P/V = 100/220 = 0.45 A

प्रतिरोध ज्ञात करने के लिए: R = V/I

R = 220/0.45 = 488.89 Ω

या R = V²/P = (220)²/100 = 48400/100 = 484 Ω

(ग) हल:

दिया है: P = 100W = 0.1 kW, t = 5 घंटे

विद्युत ऊर्जा = शक्ति × समय

E = P × t = 0.1 × 5 = 0.5 kWh या 500 Wh

या E = 0.5 यूनिट विद्युत ऊर्जा व्यय होगी।

35. (क) विद्युत जनित्र (जेनरेटर) का सिद्धांत लिखिए।

(ख) नामांकित चित्र बनाकर AC जनित्र की कार्यविधि समझाइए।

(ग) विद्युत जनित्र और विद्युत मोटर में दो अंतर लिखिए। (5)

अथवा

(क) फ्लेमिंग के वाम हस्त नियम को समझाइए।

(ख) किसी धारावाही वृत्ताकार पाश के कारण उसके केंद्र पर उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र को प्रभावित करने वाले कारक लिखिए।

(ग) विद्युत चुंबक के दो उपयोग लिखिए।

उत्तर:

(क) विद्युत जनित्र का सिद्धांत: विद्युत जनित्र विद्युत चुंबकीय प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है। जब किसी कुंडली को शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र में घुमाया जाता है, तो कुंडली से गुजरने वाली चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की संख्या में परिवर्तन होता है, जिससे कुंडली में विद्युत धारा प्रेरित होती है। इस प्रकार यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।

(ख) AC जनित्र की कार्यविधि:

संरचना: इसमें एक आयताकार कुंडली होती है जो शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र में घूम सकती है। कुंडली के सिरे दो वलयों से जुड़े होते हैं जो दो कार्बन ब्रुशों से स्पर्श करते हैं।

कार्यविधि:

  1. जब कुंडली को चुंबकीय क्षेत्र में घुमाया जाता है, तो कुंडली से गुजरने वाली चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं में परिवर्तन होता है।
  2. इससे कुंडली में विद्युत धारा प्रेरित होती है।
  3. कुंडली के एक चक्कर में धारा की दिशा दो बार बदलती है।
  4. वलय प्रत्येक आधे चक्कर के बाद ब्रुश बदल देते हैं, जिससे बाहरी परिपथ में प्रत्यावर्ती धारा (AC) मिलती है।
  5. इस प्रकार यांत्रिक ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में बदलती है।

(ग) विद्युत जनित्र और विद्युत मोटर में अंतर:

विद्युत जनित्र विद्युत मोटर
यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलता है विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलता है
विद्युत चुंबकीय प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है चुंबकीय क्षेत्र में धारावाही चालक पर लगने वाले बल के सिद्धांत पर कार्य करता है

36. (क) किरण आरेख द्वारा दर्शाइए कि उत्तल लेंस प्रकाश किरणों को कैसे अभिसरित करता है।

(ख) एक उत्तल लेंस की फोकस दूरी 15 cm है। लेंस से 30 cm दूरी पर रखी वस्तु का प्रतिबिंब कहाँ बनेगा? प्रतिबिंब की प्रकृति बताइए।

(ग) लेंस की क्षमता क्या है? इसका मात्रक लिखिए। (5)

अथवा

(क) अवतल दर्पण के मुख्य फोकस की परिभाषा लिखिए।

(ख) एक अवतल दर्पण की फोकस दूरी 20 cm है। दर्पण से 10 cm दूरी पर रखी वस्तु का प्रतिबिंब कहाँ बनेगा? किरण आरेख बनाइए।

(ग) दर्पण सूत्र और आवर्धन का सूत्र लिखिए।

उत्तर:

(क) उत्तल लेंस के मुख्य अक्ष के समांतर आने वाली किरणें अपवर्तन के पश्चात मुख्य फोकस से गुजरती हैं या मुख्य फोकस की ओर अभिसरित होती हैं। [किरण आरेख बनाना आवश्यक]

(ख) हल:

दिया है: f = +15 cm (उत्तल लेंस), u = -30 cm

लेंस सूत्र से: 1/f = 1/v - 1/u

1/15 = 1/v - 1/(-30)

1/15 = 1/v + 1/30

1/v = 1/15 - 1/30 = (2-1)/30 = 1/30

v = +30 cm

आवर्धन: m = v/u = 30/(-30) = -1

प्रतिबिंब की प्रकृति: प्रतिबिंब लेंस से 30 cm दूरी पर दूसरी ओर बनेगा। यह वास्तविक, उल्टा और वस्तु के बराबर आकार का होगा।

(ग) लेंस की क्षमता: किसी लेंस द्वारा प्रकाश किरणों को अभिसरित या अपसरित करने की क्षमता को लेंस की क्षमता कहते हैं। यह लेंस की फोकस दूरी के व्युत्क्रम के बराबर होती है।

सूत्र: P = 1/f (मीटर में)

मात्रक: डाइऑप्टर (D)

उत्तल लेंस की क्षमता धनात्मक और अवतल लेंस की क्षमता ऋणात्मक होती है।

खंड - ङ (केस आधारित/स्रोत आधारित प्रश्न)

37. निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

घरेलू विद्युत परिपथ में सभी विद्युत उपकरण समांतर क्रम में जुड़े होते हैं। इससे प्रत्येक उपकरण पर समान विभवांतर (220V) लगता है और प्रत्येक उपकरण को स्वतंत्र रूप से चालू या बंद किया जा सकता है। विद्युत परिपथ में तीन तार होते हैं - विद्युन्मय तार (लाल या भूरा), उदासीन तार (काला या नीला) और भू-संपर्क तार (हरा)। विद्युत परिपथ की सुरक्षा के लिए फ्यूज और MCB का उपयोग किया जाता है।

(i) घरेलू परिपथ में उपकरण समांतर क्रम में क्यों जोड़े जाते हैं? (1)

(ii) विद्युन्मय तार का रंग कौन सा होता है? (1)

(iii) भू-संपर्क तार का क्या कार्य है? (2)

अथवा

MCB क्या है? यह फ्यूज से कैसे बेहतर है? (2)

उत्तर:

(i) घरेलू परिपथ में उपकरण समांतर क्रम में निम्न कारणों से जोड़े जाते हैं:

  • प्रत्येक उपकरण पर समान विभवांतर (220V) मिलता है
  • प्रत्येक उपकरण को स्वतंत्र रूप से चालू या बंद किया जा सकता है
  • एक उपकरण खराब होने पर दूसरे उपकरण प्रभावित नहीं होते

(ii) विद्युन्मय तार का रंग लाल या भूरा होता है।

(iii) भू-संपर्क तार का कार्य: भू-संपर्क तार (अर्थ तार) का रंग हरा होता है। यह सुरक्षा उपाय के रूप में कार्य करता है। यह उपकरण के धात्विक आवरण को पृथ्वी से जोड़ता है। यदि किसी कारण से विद्युन्मय तार धात्विक आवरण से स्पर्श कर जाए तो विद्युत धारा भू-संपर्क तार से होकर पृथ्वी में चली जाती है और व्यक्ति विद्युत आघात से बच जाता है।

अथवा

MCB (Miniature Circuit Breaker): MCB एक स्वचालित स्विच है जो विद्युत परिपथ में अत्यधिक धारा प्रवाहित होने पर स्वतः परिपथ को तोड़ देता है।

MCB फ्यूज से बेहतर है क्योंकि:

  • MCB को दोबारा उपयोग में लाया जा सकता है जबकि फ्यूज को बदलना पड़ता है
  • MCB अधिक संवेदनशील और तेज़ कार्य करता है
  • MCB में सटीक धारा सीमा निर्धारित की जा सकती है

38. निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

मानव नेत्र प्रकृति का एक अद्भुत उपहार है। यह एक कैमरे की तरह कार्य करता है। नेत्र का लेंस उत्तल लेंस है जो रेटिना पर वस्तु का वास्तविक और उल्टा प्रतिबिंब बनाता है। रेटिना प्रकाश के प्रति संवेदनशील होता है और विद्युत संकेत मस्तिष्क को भेजता है। नेत्र की समंजन क्षमता के कारण हम विभिन्न दूरियों पर रखी वस्तुओं को स्पष्ट देख सकते हैं। सामान्य नेत्र के लिए निकट बिंदु 25 cm और दूर बिंदु अनंत होता है। कुछ व्यक्तियों को दृष्टि दोष हो सकते हैं जैसे निकट दृष्टि दोष, दीर्घ दृष्टि दोष और जरा दूरदर्शिता।

(i) मानव नेत्र में प्रतिबिंब कहाँ बनता है? (1)

(ii) सामान्य नेत्र का निकट बिंदु कितना होता है? (1)

(iii) नेत्र की समंजन क्षमता से क्या तात्पर्य है? (2)

अथवा

जरा दूरदर्शिता क्या है? इसे कैसे ठीक किया जाता है? (2)

उत्तर:

(i) मानव नेत्र में प्रतिबिंब रेटिना (दृष्टिपटल) पर बनता है।

(ii) सामान्य नेत्र का निकट बिंदु (स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी) लगभग 25 cm होता है।

(iii) नेत्र की समंजन क्षमता: नेत्र की वह क्षमता जिसके कारण वह अपनी फोकस दूरी को समायोजित करके विभिन्न दूरियों पर रखी वस्तुओं को रेटिना पर स्पष्ट प्रतिबिंब बना सकता है, समंजन क्षमता कहलाती है। नेत्र लेंस की वक्रता में परिवर्तन के द्वारा यह संभव होता है। पक्ष्माभी पेशियाँ नेत्र लेंस की वक्रता को बदलकर फोकस दूरी को समायोजित करती हैं।

अथवा

जरा दूरदर्शिता (प्रेसबायोपिया): यह वृद्धावस्था में होने वाला दृष्टि दोष है। इसमें व्यक्ति को निकट और दूर दोनों की वस्तुएँ स्पष्ट दिखाई नहीं देतीं। यह नेत्र लेंस की लचीलेपन में कमी और पक्ष्माभी पेशियों के कमजोर होने के कारण होता है।

उपचार: इस दोष को द्वि-फोकसी लेंस (बाइफोकल लेंस) के उपयोग से ठीक किया जाता है। इस लेंस के ऊपरी भाग में अवतल लेंस (दूर देखने के लिए) और निचले भाग में उत्तल लेंस (पास देखने के लिए) होता है।

39. निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

ऊर्जा के पारंपरिक स्रोत जैसे कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस सीमित मात्रा में हैं और इनके जलने से पर्यावरण प्रदूषण होता है। इसलिए ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों की खोज आवश्यक है। सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल ऊर्जा, जैव ऊर्जा और भूतापीय ऊर्जा नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत हैं जो पर्यावरण के अनुकूल हैं। सौर सेल सौर ऊर्जा को सीधे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। पवन चक्कियाँ पवन ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलती हैं। बायोगैस संयंत्र में जैव पदार्थों से गैस बनाई जाती है जो ईंधन के रूप में उपयोग की जाती है।

(i) कोयला और पेट्रोलियम किस प्रकार के ऊर्जा स्रोत हैं? (1)

(ii) सौर सेल का क्या कार्य है? (1)

(iii) बायोगैस के दो लाभ लिखिए। (2)

अथवा

पवन ऊर्जा के दो लाभ और दो सीमाएँ लिखिए। (2)

उत्तर:

(i) कोयला और पेट्रोलियम गैर-नवीकरणीय (अनवीकरणीय) ऊर्जा स्रोत हैं। ये जीवाश्म ईंधन हैं।

(ii) सौर सेल का कार्य सौर ऊर्जा (सूर्य के प्रकाश) को सीधे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करना है।

(iii) बायोगैस के लाभ:

  1. नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत: बायोगैस जैव अपशिष्ट से बनती है जो निरंतर उपलब्ध रहता है। यह कभी समाप्त नहीं होगी।
  2. पर्यावरण मित्र: बायोगैस जलने पर धुआँ नहीं देती और प्रदूषण कम करती है। इसके अवशेष उत्तम खाद के रूप में उपयोग होते हैं।
  3. अतिरिक्त लाभ: यह जैव अपशिष्ट के निपटान में भी सहायक है और स्वच्छता को बढ़ावा देती है।

अथवा

पवन ऊर्जा के लाभ:

  1. यह नवीकरणीय और पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा स्रोत है
  2. इसमें कोई ईंधन खर्च नहीं होता और प्रदूषण नहीं होता

पवन ऊर्जा की सीमाएँ:

  1. पवन ऊर्जा फार्म केवल उन्हीं स्थानों पर स्थापित किए जा सकते हैं जहाँ वर्ष के अधिकांश दिनों में तेज़ हवा चलती है
  2. पवन चक्की स्थापित करने की प्रारंभिक लागत बहुत अधिक होती है और इसके लिए बड़े क्षेत्र की आवश्यकता होती है

--- प्रश्न पत्र समाप्त ---

यह एक मॉडल प्रश्न पत्र है जो NCERT पाठ्यक्रम और CBSE बोर्ड परीक्षा के पैटर्न पर आधारित है।

Heading (H1): NCERT Class 10 Physics Model Paper (With Answers) – Board Pattern
Model Paper – Class 10 Physics
विषयभौतिक विज्ञान (Physics)
समय3 घंटे
पूर्णांक80 (थ्योरी) + 20 (आंतरिक)
पैटर्न रेफरेंसवास्तविक बोर्ड-पैटर्न; सेक्शन A–E (MCQ, AR, Case Study, Numericals, LA)

NCERT Class 10 Physics Model Paper (Answers Included)

यह मॉडल पेपर कक्षा 10 भौतिक विज्ञान के लिए वास्तविक बोर्ड पैटर्न को ध्यान में रखकर बनाया गया है। संरचना 12वीं फिजिक्स की तरह स्पष्ट सेक्शनिंग, अंक-विभाजन और उत्तर-लेखन संकेतों के साथ दी गई है, ताकि अवधारणाएँ और प्रस्तुति—दोनों का अभ्यास हो सके।

प्रश्न पत्र संरचना (Pattern & Marks)

सेक्शनप्रकृतिप्रश्नअंक
AMCQ (एक सही विकल्प)2020
BVery Short (20–30 शब्द)612
CShort Answer (50–60 शब्द)618
DAssertion–Reason48
ECase Study (डेटा/चित्र आधारित)28
FNumerical/Long Answer214
कुल80
निर्देश: SI इकाइयाँ लिखें, आवश्यकतानुसार आरेख बनाएं, संख्यात्मक प्रश्नों में चरणवार गणना दिखाएं।

Section A – MCQ (20×1=20)

  1. विद्युत धारा का SI मात्रक है— (a) वोल्ट (b) कुलॉम (c) एम्पीयर (d) ओम
    Answer: (c) एम्पीयर
  2. किस यंत्र से परिपथ में धारा मापते हैं? (a) वोल्टमीटर (b) एमीटर (c) गैल्वेनोमीटर (d) ओह्ममीटर
    Answer: (b) एमीटर
  3. ओम के नियम के अनुसार V–I ग्राफ की ढलान दर्शाती है— (a) प्रतिरोध (b) चालकता (c) वोल्टेज (d) शक्ति
    Answer: (a) प्रतिरोध
  4. श्रृंखला संयोजन में कुल प्रतिरोध— (a) घटता है (b) बढ़ता है (c) समान रहता है (d) अनिश्चित
    Answer: (b) बढ़ता है
  5. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ किस ध्रुव से किस ध्रुव की ओर जाती हैं? (a) S से N (b) N से S (c) केंद्र से बाहर (d) यादृच्छिक
    Answer: (b) N से S बाहर; पदार्थ के भीतर S से N
  6. दर्पण सूत्र है— (a) 1/f = 1/u + 1/v (b) f = u+v (c) m = v/u (d) v = fu
    Answer: (a)
  7. उत्तल दर्पण का फोकस— (a) वास्तविक (b) काल्पनिक (c) दोनों (d) कोई नहीं
    Answer: (b) काल्पनिक
  8. विद्युत शक्ति P की SI इकाई— (a) जूल (b) वॉट (c) न्यूटन (d) पास्कल
    Answer: (b) वॉट
  9. विद्युत ऊर्जा (E) = P×t; घरेलू बिल की इकाई— (a) जूल (b) वॉट (c) किलोवॉट-घंटा (d) एंपेयर-घंटा
    Answer: (c) kWh
  10. विसरण (Dispersion) होता है— (a) प्रकाश का अवशोषण (b) रंगों का पृथक्करण (c) परावर्तन (d) अपवर्तन शून्य
    Answer: (b)
  11. अर्धचालक उपकरण में P–N जंक्शन प्रयोग होता है— (a) डायोड (b) रेसिस्टर (c) सोलनॉइड (d) ट्रांसफॉर्मर
    Answer: (a)
  12. नकारात्मक आवेश वहन करने वाला मूलभूत कण— (a) प्रोटॉन (b) न्यूट्रॉन (c) इलेक्ट्रॉन (d) पॉज़िट्रॉन
    Answer: (c)
  13. फ्यूज तार का गलनांक सामान्यतः— (a) बहुत अधिक (b) बहुत कम (c) समान (d) शून्य
    Answer: (b)
  14. विद्युत अपघटन में आवेश का मात्रक— (a) न्यूटन (b) कूलॉम (c) ओम (d) वोल्ट
    Answer: (b)
  15. दृष्टिदोष “मायोपिया” को सुधारा जाता है— (a) उत्तल लेंस (b) अवतल लेंस (c) बेलनाकार लेंस (d) प्रिज्म
    Answer: (b)
  16. सोलनॉइड के अंदर चुंबकीय क्षेत्र समान होता है क्योंकि— (a) कुंडली फैली होती है (b) कुण्डली घनी (c) धारा नहीं बहती (d) शून्य
    Answer: (b)
  17. निम्न में विद्युत का उत्तम चालक— (a) काँच (b) रबर (c) तांबा (d) लकड़ी
    Answer: (c)
  18. फोकस दूरी दोगुनी हो जाने पर शक्ति (Power of lens) — (a) दोगुनी (b) आधी (c) चार गुना (d) समान
    Answer: (b) P=1/f
  19. विद्युत परिपथ में उपकरणों को समानांतर जोड़ने का लाभ— (a) कुल वोल्टेज घटता (b) प्रत्येक पर समान वोल्टेज (c) धारा समान (d) सब गलत
    Answer: (b)
  20. वर्षा के बाद इंद्रधनुष बनता है— (a) परावर्तन (b) अपवर्तन और आंतरिक परावर्तन (c) विवर्तन (d) ध्रुवण
    Answer: (b)

Section B – Very Short Answer (6×2=12)

  1. ओम का नियम लिखें।
    Answer: नियत ताप पर किसी चालक में बहने वाली धारा V के अनुपाती होती है: V = IR, जहाँ R प्रतिरोध है।
  2. श्रृंखला और समानांतर संयोजन में एक-एक लाभ लिखें।
    Answer: श्रृंखला: धारा समान रहती। समानांतर: प्रत्येक उपकरण पर समान वोल्टेज; एक खराब होने पर अन्य कार्यशील।
  3. प्रतिबिंब और वास्तविक प्रतिबिंब में अंतर (एक-एक बिंदु)।
    Answer: वास्तविक स्क्रीन पर प्राप्त; काल्पनिक स्क्रीन पर नहीं। वास्तविक किरणें अभिसरण; काल्पनिक में अपसरण।
  4. विद्युत शक्ति का सूत्र और इकाई।
    Answer: P = VI = I²R = V²/R; इकाई वॉट (W)।
  5. मायोपिया का कारण क्या है?
    Answer: नेत्रगोलक लंबा/लेंस की शक्ति अधिक; दूर की वस्तु की छवि रेटिना से पहले बनती।
  6. AC और DC में एक अंतर।
    Answer: DC की दिशा व परिमाण स्थिर; AC का परिमाण व दिशा समयानुसार बदलते हैं।

Section C – Short Answer (6×3=18)

  1. किर्चॉफ का जंक्शन नियम लिखकर उसका भौतिक अर्थ बताइए।
    Answer: किसी संयोजन बिंदु पर प्रवेशित कुल धाराओं का बीजीय योग निकासित धाराओं के योग के बराबर: आवेश संरक्षण का परिणाम।
  2. दर्पण के लिए आवर्धन (Magnification) का सूत्र लिखिए और उसका संकेत बताइए।
    Answer: m = h'/h = -v/u; m>1 बड़ा प्रतिबिंब; m<1 छोटा; ऋण चिह्न वास्तविक/उल्टा दर्शा सकता है (दर्पण सम्मेलन पर निर्भर)।
  3. मानव नेत्र का निकट बिंदु और दूर बिंदु स्पष्ट कीजिए।
    Answer: सामान्य नेत्र का निकट बिंदु ~25 cm; दूर बिंदु अनंत। निकट बिंदु से पास वस्तु स्पष्ट नहीं; दूर बिंदु से दूर वस्तु स्पष्ट नहीं।
  4. विद्युत चुम्बकीय प्रेरण का फैराडे का नियम संक्षेप में लिखें।
    Answer: परिपथ में प्रेरित विभव परिवर्तित चुंबकीय फ्लक्स के समय-व्युत्पन्न के अनुपाती होता है: ε = -dΦ/dt (ऋण चिह्न—लेन्ज का नियम)।
  5. रेसिस्टिव हीटिंग का उपयोग और एक सावधानी लिखिए।
    Answer: इस्त्री/हीटर/टोस्टर; सावधानी—रेटिंग के अनुसार उचित फ्यूज/MCB लगाना और समानांतर कनेक्शन।
  6. प्रिज्म में विचलन क्यों होता है?
    Answer: प्रिज्म के दो अपवर्तक पृष्ठों से अपवर्तन; विभिन्न तरंगदैर्घ्य के लिए अपवर्तनांक अलग, इसलिए पथ बदलता और रंग अलग होते हैं (विसरण)।

Section D – Assertion–Reason (4×2=8)

प्रत्येक में सही विकल्प चुनिए: (A) दोनों सत्य और R, A का सही कारण; (B) दोनों सत्य पर R, A का कारण नहीं; (C) A सत्य, R असत्य; (D) A असत्य, R सत्य।

  1. A: श्रृंखला संयोजन में कुल प्रतिरोध बढ़ता है। R: श्रृंखला में समतुल्य प्रतिरोध का व्यंजक R=R₁+R₂+... है।
    Answer: (A)
  2. A: उत्तल दर्पण सदैव वास्तविक प्रतिबिंब बनाता है। R: उत्तल दर्पण का फोकस काल्पनिक होता है।
    Answer: (D) — A असत्य; उत्तल दर्पण सदैव काल्पनिक छोटा सीधा प्रतिबिंब बनाता है।
  3. A: kWh ऊर्जा की व्यावहारिक इकाई है। R: 1 kWh = 3.6×106 J.
    Answer: (A)
  4. A: अवतल लेंस मायोपिया सुधारता है। R: अवतल लेंस किरणों को अपसारित करता है ताकि छवि रेटिना पर बने।
    Answer: (A)

Section E – Case Study (2×4=8)

केस–1: घरेलू परिपथ और सुरक्षा

एक घर में 230 V AC सप्लाई है। तीन उपकरण जुड़े हैं—इस्त्री (1000 W), बल्ब (100 W), फ्रिज (200 W)। परिपथ समानांतर है और 5 A फ्यूज लगा है।

  1. सभी उपकरण चालू होने पर कुल धारा कितनी होगी?
    Answer: I = P/V = (1000+100+200)/230 ≈ 6.0 A
  2. क्या 5 A फ्यूज पर्याप्त है? कारण।
    Answer: नहीं; 6 A > 5 A, फ्यूज पिघल सकता है—उच्च रेटिंग (10 A) चाहिए।
  3. समानांतर संयोजन क्यों उचित है?
    Answer: सभी पर समान 230 V; एक खराब हो तो अन्य प्रभावित नहीं; स्वतंत्र नियंत्रण।
  4. ऊर्जा उपभोग: इस्त्री 30 मिनट और बल्ब 2 घंटे—kWh में।
    Answer: E = (1.0×0.5)+(0.1×2)=0.5+0.2=0.7 kWh

केस–2: दर्पण–लेंस प्रयोग

एक अवतल दर्पण में वस्तु फोकस और केंद्र वक्रता के बीच रखी है; तथा 20 cm फोकस वाले उत्तल लेंस का उपयोग किया गया।

  1. अवतल दर्पण में प्रतिबिंब का स्वभाव।
    Answer: वास्तविक, उल्टा, बड़ा; केंद्र वक्रता से परे बनेगा।
  2. उत्तल लेंस की शक्ति लिखिए।
    Answer: P=1/f=1/0.20=+5 D
  3. यदि वस्तु दूरी u = –30 cm, f = +20 cm हो, v ज्ञात करें।
    Answer: 1/f = 1/v – 1/u ⇒ 1/20 = 1/v + 1/30 ⇒ 1/v = 1/20 – 1/30 = 1/60 ⇒ v = 60 cm
  4. आवर्धन m कितना होगा?
    Answer: m = v/u = 60/(–30) = –2 (वास्तविक, उल्टा, दुगना बड़ा)

Section F – Numericals / Long Answer (2×7=14)

  1. संख्यात्मक–1: 12 Ω और 6 Ω प्रतिरोध श्रृंखला में 6 V बैटरी से जुड़े हैं। (i) कुल प्रतिरोध, (ii) धारा, (iii) प्रत्येक पर विभवान्तर, (iv) कुल शक्ति।
    Answer: (i) R = 12+6 = 18 Ω; (ii) I = V/R = 6/18 = 0.333 A; (iii) V12=I×12=4 V, V6=2 V; (iv) P=VI=6×0.333≈2 W
  2. लॉन्ग–1 (ऑप्टिक्स): दर्पण सूत्र और आवर्धन से अवतल दर्पण हेतु छवि-निर्माण का व्युत्पादन संक्षेप में लिखें। एक किरण आरेख बनाइए जो वस्तु को C और F के बीच दर्शाए व छवि का स्वभाव बताए।
    Answer (संक्षेप): गोलेय दर्पण के लिए 1/f=1/v+1/u (चिन्ह परंपरा: वस्तु दूरी u ऋणात्मक)। आवर्धन m = -v/u = h'/h। जब वस्तु F और C के बीच, तब v > C (रियल, उल्टा, आवर्धित)। आरेख: प्रमुख किरणें—(i) धुरी के समांतर → F से, (ii) F से → समांतर लौटती, (iii) धुरी पर केंद्र से गुजरने वाली।

उत्तर–संकेत (संक्षेप)

सेक्शन–A के विकल्प नीचे दिए गए क्रम में हैं: 1–c, 2–b, 3–a, 4–b, 5–b, 6–a, 7–b, 8–b, 9–c, 10–b, 11–a, 12–c, 13–b, 14–b, 15–b, 16–b, 17–c, 18–b, 19–b, 20–b.

टिप: गणना में अंतिम उत्तर SI इकाइयों सहित लिखें; ग्राफ/आरेख साफ़ रूलिंग के साथ बनाएं; तर्क-आधारित भागों में बिंदुवार उत्तर दें।

UPSC GK 100 Keywords (Delhi NBT, 14 Oct 2025) – Festival, Governance, Health, Transport & Cyber

| अक्टूबर 14, 2025
UPSC GK 100 Keywords (Delhi NBT, 14 Oct 2025) – शब्दावली, संदर्भ और त्वरित नोट्स
यह लेख UPSC GK की 100 शब्दावली (Delhi NBT, 14 अक्टूबर 2025) के बारे में है—अख़बार में आए नए/चर्चित शब्दों को विषयवार समझ और त्वरित नोट्स के रूप में संकलित किया गया है। मूल तथ्य NBT दिल्ली संस्करण से संकलित हैं। 0
UPSC GK 100 Keywords (14 Oct 2025)
Indian Railways Logo
स्रोतNBT दिल्ली, 14-10-2025 (महानगर संस्करण)। 1
मुख्य थीमत्योहार प्रबंधन, नगरीय अवसंरचना, सार्वजनिक स्वास्थ्य, परिवहन, शासन। 2
कीवर्ड संख्या100 चयनित शब्द
उपयोगUPSC Prelims/Mains, राज्य PCS, समसामयिकी नोट्स

UPSC GK 100 Keywords (Delhi NBT, 14 Oct 2025): विषयवार शब्दावली और त्वरित व्याख्या

UPSC GK 100 Keywords संग्रह 14 अक्टूबर 2025 के NBT दिल्ली संस्करण में प्रकाशित प्रमुख खबरों से चुना गया है, जिनमें दिवाली-छठ जैसे पर्वों के आयोजन, दिल्ली में अवसंरचना और यातायात प्रबंधन, खाद्य सुरक्षा निरीक्षण, रेलवे की त्योहार-तैयारियाँ, साइबर अपराध, तथा चिड़ियाघर/जनस्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। यह सूची UPSC परीक्षार्थियों को शब्द-आधारित त्वरित रिवीजन, करंट-आधारित स्थैतिक लिंकिंग और उत्तर-लेखन में शब्द-संपदा बढ़ाने में उपयोगी होगी। 3

Instagram logo used for cyber fraud reporting context
साइबर धोखाधड़ी के मामलों में सोशल मीडिया खातों का दुरुपयोग—अख़बार में दर्ज केस-स्टडी का संदर्भ। 4

परिचय

इस लेख का उद्देश्य अख़बार से निकले शब्दों को UPSC तैयारी के अनुरूप व्यवस्थित करना है। विषयों में धर्म-सांस्कृतिक आयोजन, शहरी अवसंरचना, स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था और अर्थ-प्रशासन शामिल हैं। NBT की रिपोर्टिंग में दिवाली की तिथि-भिन्नता, छठ पूजा की तैयारियाँ, रेलवे/पुलिस/फूड सेफ्टी की व्यवस्थाएँ तथा अपराध संबंधी अपडेट प्रमुख रहे। 5 6

परीक्षा के परिप्रेक्ष्य में यह संग्रह शब्दार्थ, संक्षेप, संस्थागत भूमिकाएँ और डेटा-सूत्र के साथ प्रस्तुत किया गया है, ताकि प्रीलिम्स MCQ तथा मेन्स उत्तर-लेखन दोनों में संदर्भित किया जा सके।

चयन पद्धति

शब्दों का चयन 14-10-2025 के NBT दिल्ली संस्करण के महानगर पृष्ठों से किया गया, जिनमें त्योहार की व्यवस्थाएँ, फूड सेफ्टी ड्राइव, रेलवे तैयारियाँ, फ्लाईओवर/योजना, तथा साइबर अपराध कवरेज प्रमुख था। सूची में हिंदी मूल शब्द, उनकी हिंदी-इंग्लिश व्याख्या और श्रेणी (डोमेन) दी गई है। 7 8 9

100 कीवर्ड: संक्षिप्त हिन्दी–अंग्रेज़ी व्याख्या (Quick Glossary)

#शब्दहिंदी अर्थ / English in bracketsडोमेन
1दिवालीदीपों का पर्व; तिथि-निर्धारण अमावस्या पर आधारित (Festival/Amavasya)संस्कृति
2अमावस्याचंद्र-मास का शून्य चंद्र-दिन; पूजा-मुहूर्त निर्धारण (New Moon)संस्कृति
3छठ पूजासूर्योपासना का पर्व; यमुना/घाट प्रबंधन (Chhath)संस्कृति-शासन 10
4समितिआयोजन/प्रबंधन हेतु नामित निकाय (Committee)शासन 11
5यमुना घाटअनुष्ठान स्थल; अस्थायी/स्थायी व्यवस्थाएँ (Ghats)शहरी प्रबंधन 12
6ड्रोन शोलाइटिंग/डिजिटल प्रदर्शन (Drone Light Show)कार्यक्रम प्रबंधन 13
7फूड सेफ्टीखाद्य सुरक्षा जांच (Food Safety)स्वास्थ्य 14
8मिलावटखाद्य में अवांछित मिश्रण (Adulteration)स्वास्थ्य 15
9कुट्टू आटाउपवास में प्रयुक्त; नमूनों की विफलता (Buckwheat flour)स्वास्थ्य 16
10रेलवे UTSअनारक्षित टिकट प्रणाली (Unreserved Ticketing System)परिवहन 17
11होल्डिंग एरियाभीड़ प्रबंधन हेतु प्रतीक्षा क्षेत्र (Holding Area)परिवहन 18
12फ्लाईओवरऊर्ध्व-पुल; भीड़/जाम समाधान (Flyover)अवसंरचना 19
13PWDलोक निर्माण विभाग (Public Works Department)शासन-निर्माण 20
14यमुनापार विकास बोर्डक्षेत्र-विशेष विकास निकाय (Regional Development Board)शासन 21
15संशोधित बजटवित्तीय वर्ष में पुन:आवंटन (Revised Budget)वित्त-शासन 22
16एवियन इन्फ्लुएंजापक्षी फ्लू; निगरानी/सैंपलिंग (Avian Influenza)जनस्वास्थ्य 23
17H5N8इन्फ्लुएंजा A वायरस का उपप्रकारजनस्वास्थ्य 24
18सर्विलांसनिगरानी/नमूना-निरीक्षण (Surveillance)जनस्वास्थ्य 25
19साइबर पुलिसऑनलाइन अपराध की जांच इकाईकानून-व्यवस्था 26
20धोखाधड़ीअवैधानिक छल (Fraud)कानून-व्यवस्था 27
इन्फ्लुएंजा विरियन का योजनाचित्र
इन्फ्लुएंजा वायरस का योजनाचित्र—एवियन इन्फ्लुएंजा उपप्रकार H5N8 संदर्भ हेतु।

डोमेन-वाइज वर्गीकरण

नीचे 100 कीवर्ड को पाँच व्यापक डोमेन में बाँटा गया है—(क) संस्कृति/त्योहार, (ख) शासन/वित्त, (ग) परिवहन/अवसंरचना, (घ) जनस्वास्थ्य/खाद्य, (ङ) कानून-व्यवस्था/साइबर। यह वर्गीकरण रिवीजन-अनुकूल है।

डोमेनउदाहरण कीवर्डUPSC उपयोग
संस्कृति/त्योहारदिवाली, अमावस्या, छठ, दीये, ड्रोन शोसंस्कृति+प्रशासन—त्योहार प्रबंधन के केस-स्टडी। 28
शासन/वित्तसमिति, विकास बोर्ड, संशोधित बजट, आदेशनीति-निर्माण, बजटीय प्रक्रिया, स्थानीय शासन। 29
परिवहन/अवसंरचनाफ्लाईओवर, PWD, UTS, होल्डिंग एरियाशहरी परिवहन, भीड़ प्रबंधन, सेवा वितरण। 30
जनस्वास्थ्य/खाद्यफूड सेफ्टी, कुट्टू आटा, सर्विलांस, H5N8रेगुलेशन, प्रयोगशाला और जोखिम संचार। 31
कानून-व्यवस्था/साइबरसाइबर पुलिस, धोखाधड़ी, गैंगस्टरडिजिटल अपराध, प्रवर्तन और साक्ष्य। 32 33

त्योहार प्रबंधन और शासन

दिवाली की तिथि-भिन्नता (20/21 अक्टूबर) को लेकर धार्मिक संस्थाओं/ज्योतिष पक्षों में मतांतर दर्ज हुआ। प्रशासनिक दृष्टि से, आयोजन की तिथियाँ, स्वच्छता, प्रकाश/ड्रोन-शो और भीड़-प्रबंधन समन्वित कार्रवाई माँगते हैं। 34 35

छठ पूजा के लिए समिति गठन, यमुना तटों पर घाट-निर्माण और अस्थायी व्यवस्थाओं का विस्तार प्रस्तावित हुआ, जिससे लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा बने। 36

विषयप्रमुख शब्दप्रशासनिक निहितार्थ
दिवाली तिथिअमावस्या, निषीथ/प्रदोष कालआधिकारिक कार्यक्रम-शेड्यूलिंग, सुरक्षा, यातायात प्लान। 37
सार्वजनिक आयोजनड्रोन शो, लेज़र प्रोजेक्शनलाइसेंसिंग, हवाई सुरक्षा, जन-समुदाय नियंत्रण। 38
घाट प्रबंधनअस्थायी घाट, स्वच्छतानदी-तट पारिस्थितिकी और कचरा प्रबंधन। 39
इंडियन रेलवे का चिह्न
त्योहारों में रेलवे की अतिरिक्त व्यवस्थाएँ—UTS/होल्डिंग एरिया/अतिरिक्त काउंटर। 40

जनस्वास्थ्य और फूड सेफ्टी

त्योहार-सीज़न में फूड सेफ्टी निरीक्षण बढ़ाए गए; कुछ जिलों में कुट्टू के आटे/मिल्क-प्रोडक्ट के नमूनों की विफलता दर्ज हुई। चुनौतियाँ—जांच-वैन की उपलब्धता और निरीक्षकों की कमी। 41

चिड़ियाघर/एवियन इन्फ्लुएंजा संदर्भ में सर्विलांस-सैंपलिंग और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उल्लेख मिलता है, जिससे जैव-सुरक्षा और सार्वजनिक पहुँच में अस्थायी प्रतिबंध पड़ते हैं। 42

उप-विषयशब्दUPSC एंगल
खाद्य मिलावटफूड सेफ्टी, नमूना, प्रयोगशालाFSSAI नियमन, लो-रिसोर्स इम्प्लीमेंटेशन। 43
उपवास-खाद्यकुट्टू आटा, शुचिताधर्म-संस्कृति और सेफ्टी अनुपालन। 44
वन्यजीव-स्वास्थ्यएवियन इन्फ्लूएंजा, H5N8ज़ूनोसिस, BSL प्रयोगशाला, निगरानी। 45

परिवहन और अवसंरचना

दिल्ली रेलवे स्टेशनों पर त्योहार भीड़ के लिए विशेष होल्डिंग एरिया, मोबाइल UTS, अतिरिक्त टिकट काउंटर और स्टाफ की तैनाती का प्रावधान उजागर हुआ। 46

कश्मीरी गेट क्षेत्र में ~3 किमी फ्लाईओवर प्रस्ताव/स्टडी का उद्देश्य पुराने जाम बिंदुओं को बायपास करना है; PWD को तकनीकी-आर्थिक अध्ययन सौंपा गया। 47

उपक्रमसमाधान-तत्वउद्देश्य
रेलवे फेस्टिवल मैनेजमेंटUTS, अतिरिक्त काउंटर, होल्डिंग एरियालाइन-भीड़ कम करना, सुरक्षा, स्वच्छता। 48
शहरी फ्लाईओवरPWD स्टडी, एलाइनमेंट, कनेक्टिविटीट्रैफिक डीकंजेशन, समय/ईंधन बचत। 49

कानून-व्यवस्था और साइबर

अख़बार में संगठित अपराध नेटवर्क और साइबर ठगी के मामले दर्ज हैं—इंस्टाग्राम प्रोफाइल के माध्यम से तांत्रिक सेवाओं के बहाने ठगी; पुलिस ने तकनीकी निगरानी और अन्तर्राज्यीय समन्वय से गिरफ़्तारी की। 50

शहर में कानून-व्यवस्था के प्रसंग UPSC मेन्स में “अर्बन पॉलिसिंग” तथा “डिजिटल एविडेंस” पर केस-स्टडी के रूप में उपयोगी हैं। 51

मुद्दाशब्दपरीक्षा-उपयोग
साइबर फ्रॉडइंस्टाग्राम, अकाउंट, साइबर पुलिसIT अधिनियम, डिजिटल फॉरेंसिक, पीड़ित सहायता। 52
संगठित अपराधगैंगस्टर, एक्सटॉर्शनUAPA/CrPC/IPC संदर्भ, इंटर-एजेंसी तालमेल। 53
दिल्ली में यमुना का तट
त्योहार-सीज़न में नदी-तट (घाट) प्रबंधन और स्वच्छता—शहरी निकायों की भूमिका। 54

अध्ययन रणनीति: UPSC उत्तर-लेखन

1) शब्द-लिंकिंग पद्धति

हर शब्द को किसी नीति/संस्था/कानून से जोड़ें: जैसे “UTS → यात्री सेवाएँ → डिजिटलीकरण → सेवा वितरण सुधार”। यह linkage मेन्स उत्तरों को सुदृढ़ बनाती है।

2) केस-स्टडी फ्रेम

“दिवाली-छठ भीड़ प्रबंधन” पर 150–200 शब्द का केस-स्टडी टेम्पलेट बनाइए: समस्या, हितधारक, उपाय, जोखिम-संचार, मूल्यांकन। 55

3) सांख्यिकी/आकड़े

अख़बार के संख्यात्मक संकेत (जैसे अतिरिक्त काउंटर/होल्डिंग एरिया) को generic डेटा-बिंदु की तरह उद्धृत करें, और स्रोत-टिप्पणी जोड़ें। 56

परिशिष्ट: संक्षेप (Abbreviations) और संस्थाएँ

संक्षेपपूरा नामटिप्पणी
UTSUnreserved Ticketing Systemमोबाइल/काउंटर—अनारक्षित टिकट. 57
PWDPublic Works Departmentफ्लाईओवर/सड़क निर्माण एजेंसी. 58
H5N8Influenza A (H5N8)एवियन इन्फ्लुएंजा उपप्रकार. 59
FSSAIFood Safety and Standards Authority of Indiaखाद्य मानक नियामक—प्रसंगानुसार.

100-शब्द सूची (विषयवार संक्षेप)

संस्कृति/त्योहारशासन/वित्तपरिवहन/अवसंरचनाजनस्वास्थ्य/खाद्यकानून-व्यवस्था/साइबर
दिवाली, अमावस्या, छठ, दीये, ड्रोन, लेज़र, प्रदोष, पूजा, घाट, संस्कृति समिति, आदेश, आवंटन, विकास बोर्ड, संशोधित बजट, विधानसभा, योजना फ्लाईओवर, PWD, UTS, स्टेशन, काउंटर, होल्डिंग एरिया, ट्रैफिक, जाम फूड सेफ्टी, मिलावट, कुट्टू आटा, नमूना, प्रयोगशाला, सर्विलांस, H5N8 साइबर पुलिस, धोखाधड़ी, अकाउंट, इंस्टाग्राम, गैंगस्टर, एक्सटॉर्शन

संदर्भ

  1. NBT दिल्ली (महानगर), 14 अक्टूबर 2025 — दिवाली 20 या 21?, छठ-समिति/घाट व्यवस्था, रेलवे UTS/होल्डिंग एरिया कवरेज। 60
  2. NBT दिल्ली — कश्मीरी गेट फ्लाईओवर/3 किमी एलाइनमेंट और PWD स्टडी रिपोर्टिंग। 61
  3. NBT दिल्ली — फूड सेफ्टी ड्राइव, कुट्टू आटा नमूने, निरीक्षक/वैन की कमी के मुद्दे। 62
  4. NBT दिल्ली — साइबर धोखाधड़ी (इंस्टाग्राम) और पुलिस कार्रवाई का केस-स्टडी। 63
  5. NBT दिल्ली — सरकारी कार्यक्रम में ड्रोन शो/लेज़र प्रोजेक्शन संदर्भ। 64
  6. NBT दिल्ली — धार्मिक संस्थाएँ: 21 अक्टूबर को दीपोत्सव के समर्थन/अपीले। 65
  7. Wikimedia Commons — Indian Railways Logo (छवि स्रोत)।
  8. Wikimedia Commons — Influenza virion diagram (छवि स्रोत)।
  9. Wikimedia Commons — Instagram logo (छवि स्रोत)।
  10. Wikimedia Commons — Yamuna River at Delhi (छवि स्रोत)।

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तदर्थ बोनस 2024–25 (राजस्थान) – पात्रता, गणना, 75% नकद + 25% GPF गाइड

| अक्टूबर 14, 2025
तदर्थ बोनस 2024-25 (राजस्थान) – पूर्ण मार्गदर्शिका, पात्रता, गणना, FAQ
यह लेख तदर्थ बोनस 2024–25 (राजस्थान) के बारे में है—राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त Non-Productivity Linked Ad-hoc Bonus की पात्रता, गणना, भुगतान व्यवस्था और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न।
तदर्थ बोनस 2024–25 (राजस्थान)
राजस्थान सरकार का प्रतीक चिह्न
वित्तीय वर्ष2024–25[1]
कवर्ड श्रेणीपे लेवल L-12 (ग्रेड पे 4800) तक, State Services के अधिकारी अपात्र[1]
आवश्यक शर्त31-03-2025 को सेवा में तथा 01-04-2025 को निरंतर सेवा[1]
सेवा अवधिन्यूनतम 6 माह (Pro-rata अनुमन्य)[1]
राशि का स्वभाव30 दिनों के वेतन (Emoluments) के समतुल्य; गणना सीमा ₹7000/माह[1]
भुगतान75% नकद + 25% GPF जमा[1]
अधिकतम देय₹6,774 (सीलिंग पर), जिसमें ~₹5,080 नकद + ~₹1,694 GPF[1],[15]

तदर्थ बोनस 2024–25 (राजस्थान): सम्पूर्ण मार्गदर्शिका

तदर्थ बोनस 2024–25 (Ad-hoc Bonus, Non-Productivity Linked Bonus) राजस्थान सरकार द्वारा उन नियमित कार्मिकों को दिया जाने वाला वार्षिक लाभ है जो पे लेवल L-12 (ग्रेड पे 4800) या उससे नीचे वेतन आहरित करते हैं, 31 मार्च 2025 को सेवा में हैं और 1 अप्रैल 2025 को भी सेवा निरंतर रखते हैं। यह बोनस 30 दिनों के वेतन (emoluments) के समतुल्य होता है, जिसकी गणना ₹7000 प्रति माह की अधिकतम सीमा पर 31-दिन माह मानकर की जाती है; भुगतान 75% नकद और 25% GPF में होता है।[1]

परिचय और परिभाषाएँ

तदर्थ बोनस (Ad-hoc Bonus) ऐसा वार्षिक अनुदान है जो उत्पादकता-लिंक्ड योजना से पृथक होता है और अधिकतम emoluments सीमा पर आधारित गणना के अनुसार देय होता है। राजस्थान में वर्ष 2024–25 हेतु यह लाभ 30 दिनों के वेतन के समतुल्य है, जिसके लिए अधिकतम मासिक वेतन ₹7000 माना जाएगा और माह को 31 दिनों का माना जाएगा।[1]

Emoluments (इमोल्यूमेंट्स) में बेसिक पे, पर्सनल पे, डिप्यूटेशन अलाउंस और महंगाई भत्ता शामिल हैं; HRA/CCA जैसे भत्ते शामिल नहीं हैं।[1]

भारतीय बैंकनोट्स का संग्रह (आरबीआई नमूना)
तदर्थ बोनस की गणना ₹7000/माह की अधिकतम सीमा पर आधारित होती है। चित्र: RBI नमूना बैंकनोट्स।

पात्रता मानदंड

बोनस प्राप्ति के लिए निम्न शर्तें अनिवार्य हैं।[1]

मानदंडविवरण
सेवा स्थिति31-03-2025 को सेवा में तथा 01-04-2025 को निरंतर सेवा में होना
वेतन स्तरPay Matrix L-12 (या 2008 नियमों में GP ₹4800) तक; State Services अधिकारियों पर लागू नहीं
न्यूनतम सेवावित्तीय वर्ष 2024-25 में कम से कम 6 माह की सतत सेवा (6-12 माह पर Pro-rata)
कर्मचारी प्रकारनियमित/स्थायी (Probationer Trainee अपात्र — नीचे देखें)
वेतन परिभाषाEmoluments: Basic + Personal Pay + Deputation Allowance + DA; HRA/CCA व अन्य भत्ते शामिल नहीं

कौन अपात्र हैं

आदेश के अनुसार नीचे दी गई श्रेणियाँ बोनस हेतु अपात्र हैं।[1]

श्रेणीकारण/आधार
राजपत्रित/State Services अधिकारीआदेश में L-12/GP-4800 तक हेतु प्रावधान; अधिकारियों को अपवर्जित किया गया
Probationer Traineeस्पष्ट रूप से अपात्र घोषित[1]
पार्ट-टाइम/दैनिक वेतन/कॉन्ट्रैक्टआदेश के खंड (f) के अनुसार अपात्र
31-03-2025 को निलंबन परउस समय भुगतान स्थगित; पुनर्बहाली पर नियमों के अनुसार निर्णय[1]
31-03-2025 तक सेवानिवृत्त/मृतवर्ष 2024-25 का तदर्थ बोनस देय नहीं[1]

गणना विधि और सूत्र

गणना 31-03-2025 के emoluments पर आधारित होती है, अधिकतम ₹7000/माह सीमा के साथ, तथा माह = 31 दिन माना जाता है। अधिकतम स्थिति में 30 दिनों के समतुल्य राशि होगी:

सूत्र: देय बोनस = (नियत मासिक emoluments, अधिकतम ₹7000) × (30 ÷ 31)
अर्थात अधिकतम देय ≈ ₹7000 × 30/31 = ₹6,774 (राउण्ड ऑफ नज़दीकी रुपये तक)।[1],[15]
मासिक emoluments (₹)देय 30-दिवसीय बोनस (₹) [31-दिन माह]नकद 75% (₹)GPF 25% (₹)
7000 (सीलिंग)≈ 6,774≈ 5,080≈ 1,694
6000≈ 5,806≈ 4,355≈ 1,451
5000≈ 4,839≈ 3,629≈ 1,210

राशि निकटतम रुपये तक राउण्ड-ऑफ की जाएगी।[1]

अनुपातिक (Pro-rata) भुगतान: नियम व उदाहरण

यदि सतत सेवा 6–12 माह के मध्य है, तो Pro-rata भुगतान होगा। योग्यता अवधि महीनों में ली जाती है और 15 दिन या उससे अधिक को एक माह माना जाता है; 6 माह से कम सेवा के लिए राउण्ड-ऑफ नहीं।[1]

परिस्थितिसेवा अवधियोग्य माहदेय अनुपात
01-10-2024 को स्थायीकरण01-10-2024 से 31-03-20256 माह6/12 × 30-दिवसीय राशि
01-12-2024 को ACP से L-13L-12 में 01-04-2024–30-11-20248 माह8/12 × 30-दिवसीय राशि
9 माह 20 दिन सेवा (स्थायीकरण के बाद)10 माह (≥15 दिन ⇒ 1 माह)10/12 × 30-दिवसीय राशि
3 माह अवैतनिक अवकाश12 में से 3 माह LWP9 माह9/12 × 30-दिवसीय राशि
महत्वपूर्ण: 01-04-2025 के बाद से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को, आदेश के उपबंध (m) के अनुसार, वर्ष 2024-25 का बोनस पूरी तरह नकद देय है (उनके GPF में 25% जमा नहीं होगा)।[1]

अवकाश, निलंबन और सेवानिवृत्ति से जुड़े नियम

विषयनियमआधार
सवैतनिक अवकाशयोग्यता अवधि में शामिलआदेश खंड (a)[1]
असाधारण/अवैतनिक अवकाश (LWP)योग्यता अवधि से बहिर्गणित, परंतु सेवा का विच्छेद नहींखंड (a)[1]
निलंबन31-03-2025 को निलंबित हो तो तत्काल देय नहीं; पुनर्बहाली पर निर्णयखंड (b)[1]
31-03-2025 तक रिटायर/डेथवर्ष 2024-25 का बोनस देय नहींखंड (c)[1]
01-04-2025 के बाद रिटायर2024-25 बोनस देय एवं नकद भुगतानखंड (m)[1]

FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1) बोनस किसे मिलेगा?

वित्त वर्ष 2024-25 में कम से कम 6 माह की सतत सेवा पूर्ण करने वाले L-12/GP-4800 या उससे नीचे वेतन आहरित नियमित कार्मिकों को बोनस देय है। राज्य सेवा (State Services) के अधिकारी अपात्र हैं।[1]

2) 31-03-2025 तक सेवानिवृत्त/मृत कार्मिक?

ऐसे कार्मिक 01-04-2025 को सेवा में नहीं हैं, अतः 2024-25 का बोनस देय नहीं।[1]

3) 01-10-2024 को स्थायीकरण हुआ—क्या बोनस मिलेगा?

हाँ, 01-10-2024 से 31-03-2025 तक 6 माह की सेवा पूर्ण होने पर 6 माह का अनुपातिक बोनस देय होगा।[1]

4) 01-07-2024 को ACP से L-13 मिला—क्या बोनस?

वर्ष 2024-25 में L-12 में सेवा अवधि 6 माह से कम रहने पर L-12 के आधार पर बोनस देय नहीं।[1]

5) DPC से 01-04-2024 से व्याख्याता (राजपत्रित) पद पर चयन?

राजपत्रित/State Service पद पर 01-04-2024 से माने जाने पर बोनस देय नहीं।[1]

6) 01-12-2024 को ACP से L-13—कितना बोनस?

01-04-2024 से 30-11-2024 तक L-12 में 8 माह होने पर 8 माह का अनुपातिक बोनस L-12 की पात्रता पर देय।[1]

7) Probation में हूँ और पूर्व पद का विद्यमान वेतन ले रहा/रही हूँ—क्या बोनस मिलेगा?

आदेश के अनुसार Probationer Trainee अपात्र हैं, भले विद्यमान वेतन आहरित हो।[1]

8) 3 वर्ष से अधिक सेवा हो चुकी, पर स्थायीकरण आदेश लंबित—बोनस कैसे मिलेगा?

नियमित/स्थायी प्रविष्टि IFMS/Service Details में अपडेट होने पर ही बिल बनेगा; विभागीय प्रक्रियाएँ आवश्यक होंगी। (व्यवहारतः IFMS-3.0 अद्यतन के बाद भुगतान संभव होता है।)

9) 3 माह अवैतनिक अवकाश (LWP) रहा—कितना बोनस?

LWP अवधि योग्यता से बाहर घटेगी; अतः 12-3 = 9 माह के अनुपात से बोनस देय।[1]

10) 9 माह 20 दिन सेवा—राउण्ड-ऑफ कैसे?

15 दिन या अधिक = 1 माह राउण्ड-ऑफ; अतः 9 माह 20 दिन ⇒ 10 माह की योग्यता। ध्यान दें: कुल सेवा 6 माह से कम होने पर राउण्ड-ऑफ मान्य नहीं।[1]

11) क्या पूरी राशि नकद है?

नहीं; 75% नकद और 25% GPF में जमा होगी। सीलिंग पर यह लगभग ₹5080 नकद और ₹1694 GPF बैठती है।[1],[15]

12) 01-07-2025 को रिटायर—GPF वाला 25% भी कटेगा?

नहीं; उपबंध (m) के अनुसार 01-04-2025 के बाद सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बोनस नकद दिया जाएगा।[1]

13) 20-01-2025 से निलंबन—क्या भुगतान होगा?

निलंबन पर तत्काल देय नहीं; पुनर्बहाली व पूर्ण वेतन लाभ मिलने पर उस अवधि की पात्रता के अनुसार निर्णय।[1]

14) 01-04-2025 को अवकाश (स्वीकृत) पर हूँ—क्या बोनस मिलेगा?

यदि अवकाश स्वीकृत है तो कर्मचारी सेवारत माना जाएगा; बोनस देय होगा (LWP को छोड़कर अन्य अवकाश योग्यता में शामिल)।[1]

IFMS/GPF पक्ष और बिलिंग प्रक्रिया

भुगतान 75% नकद तथा 25% GPF खाते में क्रेडिट किया जाएगा। संबंधित कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी के लिए भुगतान उसी कार्यालय से होगा (डिप्यूटेशन के विशेष प्रावधान देखें)।[1]

चरणकार्रवाईटिप्पणी
1Service Details सत्यापन/स्थायीकरण प्रविष्टिIFMS-3.0 में नवीन पद/ACP परिवर्तन अवश्य अपडेट हों
2योग्य माह निर्धारण6–12 माह; 15 दिन या अधिक ⇒ 1 माह
3Emoluments निर्धारण31-03-2025 के emoluments; सीलिंग ₹7000
4बिल जनरेशन75% नकद हेड; 25% GPF ट्रांसफर
5GPF क्रेडिटराजस्थान GPF नियम, 2021 के अनुरूप क्रेडिट[1]

क़ानूनी/नीतिगत संदर्भ और तुलनात्मक परिप्रेक्ष्य

राजस्थान सरकार का 2024-25 का आदेश वित्त विभाग (Rule Division) द्वारा निर्गत है, जिसमें Pay-level, सेवा-शर्तें, Pro-rata, 31-दिन मानक और 75:25 भुगतान-विन्यास स्पष्ट है।[1] केंद्र सरकार तथा अन्य राज्यों में NP-Linked Ad-hoc Bonus के लिए भी ₹7000/माह की गणना-सीलिंग अपनाई जाती रही है, जिससे तुलनात्मक समझ विकसित होती है।[3],[12],[16],[17]

राजस्थान विधान भवन, जयपुर
नीतिगत आदेश राज्य सरकार के वित्त विभाग, जयपुर द्वारा निर्गत किए जाते हैं; चित्र: राजस्थान विधान भवन, जयपुर।
तत्वराजस्थान 2024-25केंद्र/अन्य उदाहरण
गणना-सीलिंग₹7000/माह[1]₹7000/माह (FinMin/IGECorner OM उदाहरण)[16],[17]
देय अवधि30 दिन (माह=31 दिन)[1]आम तौर पर 30 दिन, 31-दिन मानक[16]
भुगतान विन्यास75% नकद + 25% GPF[1]केंद्र में प्रायः 100% नकद; कुछ राज्यों में विविध व्यवस्था
न्यूनतम सेवा≥6 माह; 15 दिन या अधिक = 1 माह[1]समान/सदृश मानक (उदा. WB परिपत्र)[8]

व्यावहारिक सुझाव और सामान्य भूलें

  • ACP/Promotion परिवर्तन तिथि के साथ IFMS प्रविष्टि अद्यतन रखें; अन्यथा L-12 पात्रता/माह का निर्धारण गलत पड़ सकता है।
  • LWP की अवधि घटाकर ही माह गिनें; सवैतनिक अवकाश (EL/HPL/CL आदि) को पूर्ण अवधि मानें।[1]
  • Probationer Trainee को बोनस देय नहीं — भले पूर्व-पद का वेतन आहरित हो।[1]
  • 01-04-2025 के बाद रिटायर केस में 25% GPF जमा नहीं—पूरा नकद।[1]

उदाहरण: Pro-rata गणना सारणी (सीलिंग पर)

योग्य माहसूत्रदेय (₹)नकद 75% (₹)GPF 25% (₹)
66/12 × 6774≈ 3,387≈ 2,540≈ 847
88/12 × 6774≈ 4,516≈ 3,387≈ 1,129
1010/12 × 6774≈ 5,645≈ 4,234≈ 1,411
1212/12 × 6774≈ 6,774≈ 5,080≈ 1,694

समयसारिणी/टाइमलाइन (उदाहरणात्मक)

तिथिघटनाअर्थ
31-03-2025सेवा में होनापात्रता की मूल शर्त
01-04-2025सेवा निरंतरअगले दिन भी सेवा में होना
आदेश-जारीवित्त विभाग (Rule Division)भुगतान प्रक्रिया आरंभ

संदर्भ

  1. Finance Department, Government of Rajasthan. Order: Grant of ad-hoc bonus to State Government employees for the financial year 2024-25, No. F.6(5)FD(Rules)/2009, Jaipur. (मुख्य आदेश: L-12 तक, 6-माह नियम, 31-दिन, ₹7000 सीलिंग, 75% नकद/25% GPF, probation अपात्र, रिटायर्ड-after-1-4-2025 नकद) — PDF. 0
  2. Finance Department, GoR – होमपेज (आधिकारिक स्रोत)। 1
  3. Department of Expenditure, GoI. Non-Productivity Linked Bonus (Ad-hoc Bonus) to Central Government Employees 2024-25 (तुलनात्मक पृष्ठभूमि, ₹7000 सीलिंग)। 2
  4. IGECorner/FinMin OMs (Ad-hoc Bonus—₹7000 गणना-सीलिंग का मानक)। 3
  5. WBxPress (उदाहरण: 15 दिन या अधिक = 1 माह, 6-12 माह Pro-rata सिद्धांत—तुलनात्मक)। 4
  6. Dainik Bhaskar (English) रिपोर्ट—राजस्थान: 75% नकद, 25% GPF, आदेश जारी (समाचार संदर्भ)। 5
  7. RajOrders/राजटीचर्स—FAQ संकलन (ऐतिहासिक/मार्गदर्शक): probation अपात्र आदि (अनौपचारिक मार्गदर्शक)। 6
  8. University of Rajasthan आदेश (2023-24 अपनाया—प्रक्रियात्मक संदर्भ)। 7
  9. Rajasthan Wikipedia पृष्ठ (सामान्य राज्य-संदर्भ)। 8
  10. Jaipur Wikipedia (भौगोलिक/प्रशासनिक पृष्ठभूमि)। 9
  11. Wikimedia Commons—Emblem of Rajasthan (चित्र स्रोत)। 10
  12. Wikimedia Commons—Rajasthan Assembly (चित्र स्रोत)। 11
  13. Wikimedia Commons—Banknote of India (RBI, GODL) (चित्र स्रोत)। 12
  14. Finance Dept site root (आधिकारिक नेविगेशन)। 13
  15. First India (2023-24 के संदर्भ में अधिकतम राशि ~₹6774, 75/25 मीडिया रिपोर्ट) — तुलनात्मक समझ हेतु। 14

श्रेणियाँ: Rajasthan Government | Service Rules | Bonus & Allowances | Finance Department, GoR

कक्षा 12 हिंदी कोर मॉडल प्रश्न पत्र 2025 | NCERT आधारित CBSE पैटर्न

| अक्टूबर 13, 2025
कक्षा 12वीं हिंदी कोर मॉडल प्रश्न पत्र 2025

हिंदी (कोर)

कक्षा XII (2024-25)
मॉडल प्रश्न पत्र
सीबीएसई नमूना प्रश्न पत्र पैटर्न पर आधारित
निर्धारित समय: 3 घंटे
अधिकतम अंक: 80
विषय कोड: 002
सामान्य निर्देश:
  1. प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का समय दिया गया है।
  2. इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं – खंड 'क' और खंड 'ख'
  3. खंड 'क' में 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं, जिनमें से केवल 40 प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
  4. खंड 'ख' में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं, आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं।
  5. निर्देशानुसार सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

खंड 'क' - वस्तुपरक प्रश्न (40 अंक)

अपठित बोध (10 अंक)
1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए:
भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ की लगभग 60 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। हमारी अर्थव्यवस्था का मूल आधार कृषि ही है। हरित क्रांति के बाद भारत में खाद्यान्न उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। आज भारत चावल, गेहूँ, दालें, गन्ना और कपास जैसी फसलों का विश्व में सबसे बड़ा उत्पादक है। किंतु आधुनिक कृषि के सामने कई चुनौतियाँ हैं। जलवायु परिवर्तन, मृदा क्षरण, जल की कमी और रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग कृषि की उत्पादकता को प्रभावित कर रहे हैं।

इन समस्याओं के समाधान के लिए जैविक खेती, जल संरक्षण, फसल विविधीकरण और आधुनिक तकनीकों का उपयोग आवश्यक है। सरकार भी किसानों को प्रशिक्षण, बीज, उर्वरक और ऋण की सुविधा उपलब्ध करा रही है। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए विभिन्न योजनाएँ चलाई जा रही हैं। यदि हम परंपरागत ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का समन्वय करें तो भारतीय कृषि विश्व में अग्रणी बन सकती है।
उपर्युक्त गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित बहुविकल्पी प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए:
(i) भारत की कितनी जनसंख्या कृषि पर निर्भर है? (1)
(क) लगभग 40 प्रतिशत
(ख) लगभग 50 प्रतिशत
(ग) लगभग 60 प्रतिशत
(घ) लगभग 70 प्रतिशत
(ii) हरित क्रांति का क्या प्रभाव पड़ा? (1)
(क) कृषि उत्पादन में कमी
(ख) खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि
(ग) औद्योगिक विकास में वृद्धि
(घ) जनसंख्या में कमी
(iii) आधुनिक कृषि के समक्ष प्रमुख चुनौती नहीं है: (1)
(क) जलवायु परिवर्तन
(ख) मृदा क्षरण
(ग) जैविक खेती
(घ) जल की कमी
(iv) गद्यांश के अनुसार किसानों की आय बढ़ाने के लिए क्या आवश्यक है? (1)
(क) केवल सरकारी सहायता
(ख) परंपरागत ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का समन्वय
(ग) केवल रासायनिक उर्वरकों का उपयोग
(घ) कृषि का त्याग
(v) 'उल्लेखनीय' शब्द का अर्थ है: (1)
(क) सामान्य
(ख) उल्लेख करने योग्य
(ग) नगण्य
(घ) अनुपयोगी
2. निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए:
मैत्री की मधुर मूरत संसार में,
प्रेम का अमृत घोलती है।
जीवन के कठिन पथ पर चलते,
साथ हर पल मिलती है।
सुख में हो या दुःख में हो,
सच्चा मित्र साथ रहता है।
आत्मा की गहराई में छिपी,
मैत्री जीवन को महका देती है।
उपर्युक्त काव्यांश के आधार पर निम्नलिखित बहुविकल्पी प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए:
(i) काव्यांश में किसकी महिमा का वर्णन है? (1)
(क) प्रकृति की
(ख) मातृत्व की
(ग) मैत्री की
(घ) देशभक्ति की
(ii) सच्चा मित्र कब साथ नहीं छोड़ता? (1)
(क) केवल सुख में
(ख) केवल दुःख में
(ग) सुख और दुःख दोनों में
(घ) कभी नहीं
(iii) 'मधुर मूरत' का अर्थ है: (1)
(क) कड़वा रूप
(ख) मीठा रूप
(ग) भयानक रूप
(घ) सुंदर मूर्ति
(iv) मैत्री किसे महकाती है? (1)
(क) घर को
(ख) जीवन को
(ग) बगीचे को
(घ) संसार को
(v) काव्यांश का मुख्य भाव है: (1)
(क) मित्रता का महत्व
(ख) प्रेम की महिमा
(ग) जीवन की कठिनाइयाँ
(घ) सुख-दुःख का वर्णन
व्यावहारिक व्याकरण (16 अंक)
3. निर्देशानुसार किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए: [4 × 1 = 4 अंक]
(i) 'राम ने पुस्तक पढ़ी' – इस वाक्य में कर्म कारक है:
(क) राम
(ख) ने
(ग) पुस्तक
(घ) पढ़ी
(ii) 'जो बीत गई सो बात गई' – इस वाक्य में कौन-सा समास है?
(क) तत्पुरुष समास
(ख) द्वंद्व समास
(ग) अव्ययीभाव समास
(घ) बहुव्रीहि समास
(iii) 'गंगाजल' शब्द में कौन-सा समास है?
(क) कर्मधारय समास
(ख) तत्पुरुष समास
(ग) द्विगु समास
(घ) द्वंद्व समास
(iv) 'मुख' शब्द का पर्यायवाची नहीं है:
(क) आनन
(ख) वदन
(ग) हाथ
(घ) मुखड़ा
(v) 'अल्पज्ञ' का विलोम शब्द है:
(क) अज्ञानी
(ख) बहुज्ञ
(ग) मूर्ख
(घ) विद्वान
4. निर्देशानुसार किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए: [4 × 1 = 4 अंक]
(i) 'उसने पत्र लिखा' – इस वाक्य को कर्मवाच्य में बदलिए:
(क) उसके द्वारा पत्र लिखा गया
(ख) पत्र लिखा गया
(ग) उसने पत्र लिखा जाएगा
(घ) पत्र लिखा जा रहा है
(ii) 'नीला' शब्द में प्रत्यय है:
(क) नी
(ख) ला
(ग) इला
(घ) आ
(iii) 'हँसना' क्रिया का भाववाचक संज्ञा रूप है:
(क) हँसी
(ख) हँसता
(ग) हँसाना
(घ) हँसते
(iv) 'आजीवन' शब्द में संधि है:
(क) स्वर संधि
(ख) व्यंजन संधि
(ग) विसर्ग संधि
(घ) यण संधि
(v) 'हाथ कंगन को आरसी क्या' – इस लोकोक्ति का अर्थ है:
(क) प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं
(ख) आईने की आवश्यकता
(ग) हाथ में कंगन होना
(घ) अमीर होना
5. निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प चुनिए: [4 × 1 = 4 अंक]
कबिरा खड़ा बाजार में, मांगे सबकी खैर।
ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर।।
(i) कबीर बाजार में क्यों खड़े हैं?
(क) सामान खरीदने
(ख) सबकी भलाई की कामना करने
(ग) व्यापार करने
(घ) मिलने-जुलने
(ii) कबीर किससे दोस्ती और दुश्मनी नहीं रखते?
(क) केवल अमीरों से
(ख) केवल गरीबों से
(ग) किसी से भी
(घ) सबसे
(iii) 'खैर' शब्द का अर्थ है:
(क) बुराई
(ख) भलाई
(ग) समानता
(घ) व्यापार
(iv) दोहे का मुख्य संदेश क्या है?
(क) बाजार में खड़े रहना
(ख) समभाव रखना
(ग) व्यापार करना
(घ) लड़ाई करना
6. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प चुनिए: [4 × 1 = 4 अंक]
भक्तिन का वास्तविक नाम लछमिन या लक्ष्मी था। वह एक निर्धन किसान की बेटी थी। बचपन में ही उसका विवाह हो गया था। ससुराल में उसे बहुत कष्ट मिले। उसके पति की मृत्यु के बाद उसने विधवा जीवन व्यतीत किया। अंततः वह महादेवी वर्मा के घर नौकरानी के रूप में आई और जीवन भर उनकी सेवा करती रही।
(i) भक्तिन का वास्तविक नाम क्या था?
(क) राधा
(ख) लक्ष्मी
(ग) सीता
(घ) गीता
(ii) भक्तिन के जीवन में सबसे बड़ा दुःख क्या था?
(क) गरीबी
(ख) पति की मृत्यु
(ग) ससुराल के कष्ट
(घ) उपरोक्त सभी
(iii) भक्तिन किसके घर नौकरानी के रूप में आई?
(क) सुभद्रा कुमारी चौहान
(ख) महादेवी वर्मा
(ग) मीरा बाई
(घ) अमृता प्रीतम
(iv) भक्तिन की विशेषता क्या थी?
(क) धनवान होना
(ख) शिक्षित होना
(ग) सेवाभाव
(घ) व्यापारी होना
पाठ्यपुस्तक आरोह (14 अंक)
7. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सही विकल्प चुनिए: [5 × 1 = 5 अंक]
माँ का अँचल हाथ में लेकर,
जब-जब मैं रोई,
कितनी बार वह आँचल से,
आँसू पोंछे मोई।
माँ के प्यार में मिठास है,
ममता का सागर माँ।
(i) काव्यांश में किसकी महिमा का वर्णन है?
(क) पिता की
(ख) माँ की
(ग) गुरु की
(घ) मित्र की
(ii) माँ अपने बच्चे के आँसू किससे पोंछती है?
(क) रूमाल से
(ख) अपने हाथ से
(ग) अपने आँचल से
(घ) कपड़े से
(iii) 'ममता का सागर' में कौन-सा अलंकार है?
(क) उपमा
(ख) रूपक
(ग) उत्प्रेक्षा
(घ) अनुप्रास
(iv) माँ के प्यार में क्या है?
(क) कड़वाहट
(ख) मिठास
(ग) खारापन
(घ) तीखापन
(v) काव्यांश का मुख्य भाव है:
(क) माँ की ममता और स्नेह
(ख) रोना-धोना
(ग) दुःख का वर्णन
(घ) बचपन की यादें
8. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए सही विकल्प चुनिए: [5 × 1 = 5 अंक]
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी ने 'शिरीष के फूल' नामक निबंध में शिरीष के वृक्ष की विशेषताओं का वर्णन किया है। शिरीष का फूल अत्यंत कोमल होता है, परंतु इसका पेड़ बहुत मजबूत होता है। यह फूल गर्मी के प्रचंड ताप में भी खिलता रहता है। लेखक का कहना है कि जीवन में कठिनाइयों के बीच भी मनुष्य को शिरीष की तरह कोमल और दृढ़ दोनों होना चाहिए।
(i) 'शिरीष के फूल' निबंध के लेखक कौन हैं?
(क) जयशंकर प्रसाद
(ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ग) रामचंद्र शुक्ल
(घ) महादेवी वर्मा
(ii) शिरीष का फूल कैसा होता है?
(क) कठोर
(ख) कोमल
(ग) काँटेदार
(घ) सूखा
(iii) शिरीष का फूल कब खिलता है?
(क) वर्षा ऋतु में
(ख) शीत ऋतु में
(ग) गर्मी के मौसम में
(घ) वसंत ऋतु में
(iv) लेखक के अनुसार मनुष्य को कैसा होना चाहिए?
(क) केवल कोमल
(ख) केवल कठोर
(ग) कोमल और दृढ़ दोनों
(घ) उदासीन
(v) निबंध का मुख्य संदेश क्या है?
(क) फूलों का महत्व
(ख) कठिनाइयों में धैर्य रखना
(ग) प्रकृति का सौंदर्य
(घ) गर्मी से बचाव
9. निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए: [4 × 1 = 4 अंक]
(i) 'आत्मा का ताप' पाठ के लेखक कौन हैं?
(क) फणीश्वर नाथ रेणु
(ख) यशपाल
(ग) निर्मल वर्मा
(घ) कमलेश्वर
(ii) 'उत्साह' कविता में किस ऋतु का वर्णन है?
(क) ग्रीष्म
(ख) वर्षा
(ग) शीत
(घ) वसंत
(iii) फणीश्वर नाथ रेणु की प्रसिद्ध कहानी है:
(क) पहलवान की ढोलक
(ख) चीफ की दावत
(ग) काले मेघा पानी दे
(घ) उपर्युक्त सभी
(iv) 'कविता के बहाने' कविता में कवि क्या बताना चाहते हैं?
(क) कविता की सीमाएँ
(ख) कविता की असीमितता
(ग) कविता का अंत
(घ) कविता का आरंभ
(v) 'बाजार दर्शन' पाठ के लेखक कौन हैं?
(क) जैनेंद्र कुमार
(ख) अज्ञेय
(ग) मोहन राकेश
(घ) भीष्म साहनी

खंड 'ख' - वर्णनात्मक प्रश्न (40 अंक)

सूचना: इस खंड में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं। प्रत्येक प्रश्न के आंतरिक विकल्प दिए गए हैं। निर्देशानुसार उत्तर दीजिए।
पाठ्यपुस्तक आरोह व वितान (14 अंक)
10. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में दीजिए: [2 + 2 + 2 = 6 अंक]
मुक्त करो नारी को, मानव!
चिर-बंदिनी नारी को।
युग-युग की निष्ठुर कारा से,
तोड़ो जंजीर आज उसकी।
दो उसे स्वतंत्रता निर्भय,
दो उसे अधिकार सारे।
(क) कवि किसे मुक्त करने की बात कर रहे हैं और क्यों?
(ख) 'चिर-बंदिनी' शब्द का क्या अर्थ है?
(ग) काव्यांश में कवि का क्या संदेश है?
11. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए: [2 × 4 = 8 अंक]
(क) 'पहलवान की ढोलक' कहानी के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।
(ख) 'शिरीष के फूल' निबंध के आधार पर बताइए कि शिरीष के फूल से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?
(ग) 'भक्तिन' पाठ के आधार पर भक्तिन के चरित्र की विशेषताएँ लिखिए।
रचनात्मक लेखन (16 अंक)
12. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 150 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए: [6 अंक]
(क) डिजिटल इंडिया: लाभ और चुनौतियाँ
• भूमिका
• डिजिटल इंडिया के लाभ
• चुनौतियाँ और समाधान
• उपसंहार
अथवा
(ख) पर्यावरण संरक्षण: हमारी जिम्मेदारी
• प्रस्तावना
• पर्यावरण प्रदूषण के कारण
• संरक्षण के उपाय
• निष्कर्ष
अथवा
(ग) युवा पीढ़ी और सोशल मीडिया
• सोशल मीडिया का प्रभाव
• सकारात्मक पहलू
• नकारात्मक पक्ष
• संतुलित उपयोग की आवश्यकता
13. अपने क्षेत्र में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यातायात पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखिए। [5 अंक]
अथवा
अपने मित्र को पत्र लिखकर बताइए कि आपने अपनी वार्षिक परीक्षा की तैयारी कैसे की।
14. 'स्वच्छ भारत अभियान' विषय पर एक विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में तैयार कीजिए। [5 अंक]
अथवा
अपने विद्यालय के वार्षिकोत्सव के लिए 50 शब्दों में एक सूचना तैयार कीजिए। आप विद्यालय के सांस्कृतिक सचिव हैं।
पाठ्यपुस्तक (10 अंक)
15. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए: [2 × 3 = 6 अंक]
(क) 'काले मेघा पानी दे' पाठ के आधार पर बताइए कि लोग इंदर सेना का जुलूस क्यों निकालते थे?
(ख) 'कैमरे में बंद अपाहिज' कविता के आधार पर मीडिया की संवेदनहीनता पर टिप्पणी कीजिए।
(ग) 'बाजार दर्शन' पाठ के आधार पर 'बाजार की असलियत' स्पष्ट कीजिए।
16. निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 80-100 शब्दों में दीजिए: [4 अंक]
(क) 'उत्साह' कविता में कवि बादलों से क्या आह्वान कर रहे हैं और क्यों? विस्तार से समझाइए।
अथवा
(ख) 'पहलवान की ढोलक' कहानी के माध्यम से लेखक क्या संदेश देना चाहते हैं? विस्तार से लिखिए।

प्रश्न पत्र प्रारूप सारांश

खंड विषय-वस्तु अंक
खंड 'क' वस्तुपरक प्रश्न
• अपठित बोध (गद्यांश और काव्यांश) 10
• व्यावहारिक व्याकरण 16
• पाठ्यपुस्तक आरोह (बहुविकल्पी) 14
खंड 'क' कुल 40
खंड 'ख' वर्णनात्मक प्रश्न
• पाठ्यपुस्तक आरोह व वितान 14
• रचनात्मक लेखन (अनुच्छेद, पत्र, विज्ञापन/सूचना) 16
• पाठ्यपुस्तक (दीर्घ उत्तरीय) 10
खंड 'ख' कुल 40
कुल योग 80
महत्वपूर्ण निर्देश:
  • खंड 'क' में 45 में से 40 प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
  • प्रत्येक प्रश्न के साथ दिए गए अंक उसके महत्व को दर्शाते हैं।
  • शब्द-सीमा का ध्यान रखें।
  • स्वच्छ और सुपाठ्य लेखन आवश्यक है।