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जोधपुर जिला 2025 | इतिहास, भूगोल, पर्यटन, प्रशासन व UPSC-RPSC गाइड

जोधपुर जिला 2025: इतिहास, भूगोल, संस्कृति, प्रशासन व पर्यटन का सम्पूर्ण गाइड

Jodhpur District 2025 – राजस्थान GK का पावरहाउस

जोधपुर जिसे “Blue City”, “Sun City” और “जोधाणा” के नाम से जाना जाता है, केवल एक ऐतिहासिक शहर ही नहीं बल्कि UPSC, RPSC, और सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एक महत्वपूर्ण टॉपिक है।

यह लेख आपको देगा इतिहास, भूगोल, पर्यटन, प्रशासन, संस्कृति और पिछले वर्षों के सवाल-जवाब — सब एक जगह, एकदम परीक्षा-फोकस्ड अंदाज़ में।

लेखक: Sarkari Service Prep™ | अद्यतन: 2025

जोधपुर जिला 2025 | इतिहास, भूगोल, पर्यटन, प्रशासन व UPSC-RPSC गाइड

जोधपुर, जिसे "सूर्य नगरी" और "नीला शहर" के नाम से भी जाना जाता है, राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा नगर है। इसकी स्थापना 12 मई 1459 ईस्वी में राठौड़ शासक राव जोधा ने की थी। जोधपुर थार मरुस्थल के मध्य अपने दुर्गों, महलों और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है।

इतिहास:

  • जोधपुर की स्थापना से पहले मण्डोर मारवाड़ की राजधानी थी। सामरिक दृष्टि से असुरक्षित समझकर, राव जोधा ने चिड़ियाटुक पहाड़ी पर मेहरानगढ़ दुर्ग का निर्माण करवाया और जोधपुर नगर की नींव रखी।

भूगोल:

  • क्षेत्रफल: 22,850 वर्ग किमी, जो इसे राजस्थान का चौथा सबसे बड़ा जिला बनाता है।

जनसंख्या (2011 जनगणना के अनुसार):

  • कुल जनसंख्या: 36,87,165
  • जनसंख्या घनत्व: 161 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी
  • लिंगानुपात: 916 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष
  • साक्षरता दर: 65.94%

प्रमुख पर्यटन स्थल:

  • मेहरानगढ़ दुर्ग: 1459 ई. में राव जोधा द्वारा निर्मित यह दुर्ग चिड़ियाटुक पहाड़ी पर स्थित है और इसमें फुलमहल, मोती महल, श्रंगार चौकी, चामुण्डा देवी का मंदिर आदि प्रमुख स्थल हैं।

  • उम्मेद भवन पैलेस: महाराजा उम्मेद सिंह द्वारा 1928-1940 के बीच निर्मित यह महल छीतर पत्थर से बना है, इसलिए इसे 'छीतर पैलेस' भी कहा जाता है।

  • मण्डोर गार्डन: मारवाड़ नरेशों की पूर्व राजधानी मण्डोर में स्थित इस उद्यान में शासकों की छतरियाँ, एक थम्बा महल, तैंतीस करोड़ देवताओं की साल, और नगारड़ी सरोवर जैसे स्थल हैं।

संस्कृति:

  • लोकनृत्य: घूमर और घुड़ला नृत्य यहाँ के प्रमुख नृत्य रूप हैं। घुड़ला नृत्य शीतलाष्टमी से गणगौर तक महिलाओं द्वारा किया जाता है, जिसमें छिद्रित मटकियों में जलता हुआ दीपक रखकर नृत्य किया जाता है।

  • त्योहार एवं मेले: बेतमार गणगौर मेला, जिसे धींगा गवर भी कहते हैं, वैशाख कृष्ण तृतीया को मनाया जाता है, जिसमें विधवा तथा विवाहित महिलाएँ भाग लेती हैं।

कला एवं हस्तशिल्प:

  • जोधपुर चित्रकला: इसकी शुरुआत मालदेव के शासन काल में हुई थी। इस शैली में पीले रंग की प्रधानता है, और ऊँट, आम, नायिका की आँखें बादाम के समान, नायक के लंबे कद, चौड़े कंधे एवं लंबी मूंछों के साथ चित्रित किए जाते हैं।

  • बंधेज कार्य: चुनरी पर बंधेज का कार्य जोधपुर का प्रसिद्ध हस्तशिल्प है।

अन्य महत्वपूर्ण तथ्य:

  • जोधपुर में रावण का एकमात्र मंदिर स्थापित है।

  • यहाँ का बंद गले का कोट राष्ट्रीय पोशाक है।

  • राजस्थान का उच्च न्यायालय जोधपुर में स्थित है।

  • राजस्थान में वनों की कटाई पर सर्वप्रथम प्रतिबंध जोधपुर रियासत ने लगाया था।

जोधपुर अपनी समृद्ध विरासत, सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक स्थलों के लिए विश्व प्रसिद्ध है, जो इसे पर्यटन और अध्ययन दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल बनाते हैं। आइए, जोधपुर को विस्तार से देखे, समझे एवं अध्ययन करे।

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1. नाम और उपनाम

प्रमुख बिंदु:

  • "जोधपुर" नाम की उत्पत्ति राठौड़ शासक राव जोधा के नाम पर हुई थी।
    उन्होंने 1459 ई. में मेहरानगढ़ दुर्ग की स्थापना के साथ इस नगर को बसाया।

  • इसे "सूर्य नगरी (Sun City)" कहा जाता है क्योंकि यहाँ पूरे साल तेज धूप रहती है।
    यह नाम सूर्य देवता की पूजा परंपरा से भी जुड़ा है, जिनके वंशज राठौड़ माने जाते हैं।

  • एक अन्य प्रसिद्ध उपनाम है "नीली नगरी (Blue City)"
    क्योंकि पुराने शहर की अधिकतर इमारतें नीले रंग से रंगी गई हैं।

  • यह नीला रंग ब्राह्मण समुदाय की पहचान के रूप में उपयोग होता था,
    साथ ही यह गर्मी में ठंडक बनाए रखने और कीटों को दूर रखने के लिए भी उपयोगी माना जाता है।

  • जोधपुर का नाम इतिहास, जलवायु और स्थापत्य तीनों से गहराई से जुड़ा हुआ है।

UPSC/RAS उपयोगी तथ्य:

  • राव जोधा ने जोधपुर की स्थापना कब की? → 1459 ई.
  • सूर्य नगरी नाम क्यों पड़ा? → सालभर धूप व सूर्य उपासना के कारण
  • नीली नगरी उपनाम का कारण? → पुराने शहर की नीली पुताई वाली दीवारें

2. भौगोलिक स्थिति व क्षेत्रफल

  • जोधपुर जिला राजस्थान राज्य के पश्चिम-मध्य भाग में स्थित है।

  • यह भौगोलिक दृष्टि से थार मरुस्थल और अरावली पर्वतमाला के संगम क्षेत्र में आता है।
    इस कारण यहाँ की जलवायु और स्थलाकृति में विविधता देखने को मिलती है।

  • भौगोलिक सीमाएँ:

    • उत्तर में: बीकानेर व नागौर
    • पूर्व में: पाली
    • दक्षिण में: बाड़मेर व जालोर
    • पश्चिम में: जैसलमेर
  • निर्देशांक:
    लगभग 26.28°N अक्षांश और 73.02°E देशांतर पर स्थित है।

  • कुल क्षेत्रफल (2024 के अनुसार):
    ~22,850 वर्ग किलोमीटर — यह राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा जिला है (जैसलमेर के बाद)।

  • भौगोलिक विशेषताएं:

    • उत्तर-पश्चिम भाग पूरी तरह रेगिस्तानी है (रेत के धोरे, सूखा इलाका)
    • दक्षिण-पूर्व भाग में कुछ पठारी और अर्ध-हरित क्षेत्र मिलते हैं (पाली सीमा की ओर)
  • वन क्षेत्र:
    लगभग 2,000 वर्ग किमी क्षेत्र वन क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जिसमें कुछ आरक्षित वन और अभयारण्य शामिल हैं।


UPSC/RAS दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण तथ्य:

3. इतिहास (History of Jodhpur District)

मुख्य बिंदु:

  • स्थापना:
    जोधपुर नगर की स्थापना 1459 ई. में राव जोधा ने की थी, जो मंडोर (Mandore) के राठौड़ वंश के शासक थे। मंडोर पूर्व राजधानी थी जिसे बाद में सुरक्षा कारणों से मेहरानगढ़ के पास स्थानांतरित किया गया।

  • प्राचीन नाम:
    मांडव्यपुर → मडौर → जोधपुर
    मांडौर कई शिलालेखों में प्राचीन मरु-प्रदेश की राजधानी के रूप में उल्लेखित है।

  • राठौड़ राजवंश:
    राठौड़ों की वंशावली कान्हाड़ देव से शुरू होती है, जो कानोज से विस्थापित होकर मारवाड़ आए।
    राव रणमल, राव जोधा, राव मालदेव, महाराजा अजीत सिंह, जसवंत सिंह, सूर सिंह आदि महत्वपूर्ण शासक हुए।

  • महान शासक – राव मालदेव (1532–1562):

    • जोधपुर को उत्तर भारत की एक प्रमुख शक्ति में बदला।
    • शेरशाह सूरी से सामेल युद्ध (1544) में वीरतापूर्वक लड़े।
  • मुग़ल काल में योगदान:

    • जसवंत सिंह, मानसिंह आदि मुगल दरबार में उच्च पदों पर रहे।
    • जोधपुर से एकाध विवाह अकबर के परिवार से भी हुए।
  • मारवाड़ रियासत का ब्रिटिशकाल:

    • 1818 में अंग्रेजों से संधि कर ब्रिटिश संरक्षित राज्य बना।
    • 1901 में जोधपुर को ब्रिटिश भारत का एक सबसे समृद्ध रियासतों में गिना जाता था।
  • स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान:

    • सागा आंदोलन, प्रजामंडल आंदोलन, और स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिकाएं रही।
    • सरदार वल्लभ भाई पटेल के मार्गदर्शन में जोधपुर का भारत में विलय हुआ।

UPSC/RAS परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य:



4. स्वतंत्रता के बाद (Post-Independence Evolution of Jodhpur)

मुख्य बिंदु:

  • भारत में विलय (1949):
    जोधपुर के महाराजा हनवंत सिंह ने प्रारंभ में पाकिस्तान के साथ जाने का संकेत दिया था,
    लेकिन सरदार वल्लभभाई पटेल और वी.पी. मेनन के प्रयासों से अंततः जोधपुर भारत में शामिल हुआ।

  • राजस्थान एकीकरण (1949–1956):
    जोधपुर को वृहत्तर राजस्थान में सम्मिलित कर एक आधुनिक जिला बनाया गया।

  • नवीन प्रशासनिक ढाँचा:

    • जिला मुख्यालय – जोधपुर
    • क्रमशः उपखंडों, तहसीलों, पंचायत समितियों का गठन हुआ।
    • वर्तमान में जोधपुर जिले में 10 से अधिक तहसीलें, कई उपखंड, नगर निकाय कार्यरत हैं।
  • औद्योगीकरण और शहरीकरण:

    • 1960 के दशक में हस्तशिल्प व वस्त्र उद्योग का विकास
    • 1980 के बाद पर्यटन, शिक्षा और खनिज आधारित विकास
  • रक्षा व सुरक्षा क्षेत्र में योगदान:

    • जोधपुर को एक रणनीतिक रक्षा केंद्र के रूप में विकसित किया गया
    • वायुसेना स्टेशन, BSF कैंप, और सिविल डिफेंस ट्रेनिंग यहाँ संचालित
  • शिक्षा और संस्थानों की स्थापना:

    • जोधपुर विश्वविद्यालय (अब जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय)
    • IIT जोधपुर, AIIMS, NLU जैसे प्रमुख राष्ट्रीय संस्थान
  • वर्तमान में:
    जोधपुर जिला राजस्थान का एक सांस्कृतिक, औद्योगिक और शैक्षणिक केंद्र बन चुका है।


UPSC/RAS परीक्षा हेतु One-Liners:

  • जोधपुर का भारत में औपचारिक विलय: 1949 ई.
  • स्वतंत्रता के बाद पहला प्रशासनिक पुनर्गठन: 1956 (राज्य पुनर्गठन अधिनियम)
  • आधुनिक संस्थान: IIT, AIIMS, NLU
  • प्रमुख रक्षा केंद्र: जोधपुर वायुसेना स्टेशन

5. प्रशासनिक ढाँचा (Administrative Structure of Jodhpur District)

मुख्य बिंदु:

  • मुख्यालय:
    जोधपुर जिला का प्रशासनिक मुख्यालय जोधपुर शहर है।

  • वर्तमान प्रशासनिक इकाइयाँ (2024):

    • तहसीलें: 12+ (जैसे – जोधपुर, शेरगढ़, ओसियां, बावड़ी, फलोदी, बिलाड़ा, लोहावट, आदि)
    • उपखंड: लगभग 10
    • पंचायत समितियाँ (ब्लॉक): ~10
    • ग्राम पंचायतें: 950+
    • गाँवों की संख्या: ~1,500
    • शहरी निकाय:
      • जोधपुर नगर निगम (North & South)
      • 1 नगर परिषद
      • 5 नगर पालिकाएँ
  • लोकसभा व विधानसभा क्षेत्र:

    • लोकसभा सीट: जोधपुर (1 सीट)
    • विधानसभा क्षेत्र: 10
      • जैसे: जोधपुर शहर, सरदारपुरा, सूरसागर, ओसियां, लोहावट, बिलाड़ा आदि
  • प्रशासनिक अधिकारी:

    • जिला कलेक्टर: राज्य प्रशासनिक सेवा (IAS अधिकारी)
    • पुलिस अधीक्षक (SP): IPS अधिकारी
    • जिला परिषद अध्यक्षनगर निगम महापौर
  • महानगर स्तर पर दो भागों में बंटा है:

    • जोधपुर उत्तर (North Municipal Corporation)
    • जोधपुर दक्षिण (South Municipal Corporation)

UPSC/RAS परीक्षा हेतु उपयोगी तथ्य:

6. प्रमुख व्यक्ति (Prominent Personalities from Jodhpur District)

जोधपुर जिले ने ऐतिहासिक, राजनीतिक, साहित्यिक, शैक्षणिक, और सैन्य क्षेत्रों में कई महान व्यक्तित्व देश को दिए हैं।


इतिहास और शासन:

  • राव जोधा:
    जोधपुर नगर के संस्थापक (1459 ई.) और राठौड़ वंश के प्रमुख शासक।

  • राव मालदेव:
    महान राठौड़ शासक जिन्होंने सामेल युद्ध (1544) में शेरशाह सूरी को चुनौती दी।

  • महाराजा जसवंत सिंह:
    मुगलकालीन प्रमुख राजनेता व सैन्य प्रशासक।

  • महाराजा हनवंत सिंह:
    जोधपुर के अंतिम शासक जिन्होंने भारत में विलय के समय अहम भूमिका निभाई।


राजनीति व प्रशासन:

  • गजेन्द्र सिंह शेखावत:
    वर्तमान केंद्रीय जलशक्ति मंत्री, जोधपुर से सांसद।

  • अशोक गहलोत:
    राजस्थान के मुख्यमंत्री (तीसरी बार), जोधपुर जिले के मथानिया क्षेत्र से।

    • पद्मभूषण प्राप्त, लंबे समय से राज्य की राजनीति में सक्रिय।

स्वतंत्रता सेनानी:

  • जय नारायण व्यास:
    स्वतंत्रता सेनानी और राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे।

    • JNVU विश्वविद्यालय इनके नाम पर है।
  • ठाकुर केसरी सिंह बारहठ (संबंधित):
    क्रांतिकारी गतिविधियों में योगदान, जोधपुर से प्रेरित क्षेत्रीय संपर्क।


साहित्य, कला व संगीत:

  • पं. विश्वमोहन भट्ट:
    प्रसिद्ध मोहन वीणा वादक, पद्मभूषण, ग्रैमी अवार्ड विजेता।

    • जोधपुर निवासी।
  • इला अरुण:
    प्रख्यात लोकगायिका और अभिनेत्री, जिनकी जड़ें जोधपुर से हैं।

  • जगजीत सिंह (जन्म श्रीगंगानगर, लेकिन संगीत साधना में जोधपुर का योगदान)


शिक्षा व विज्ञान:

  • IIT, AIIMS, NLU के शिक्षाविद:
    इन संस्थानों ने भारत के लिए श्रेष्ठ प्रोफेसर, वैज्ञानिक और शोधकर्ता दिए हैं (जैसे: IITJ डायरेक्टर्स, डॉक्टर्स आदि)।

सैन्य और सुरक्षा:

  • ब्रिगेडियर राजेंद्र सिंह:
    महावीर चक्र विजेता (जोधपुर लांसर रेजीमेंट), भारतीय सेना के प्रतिष्ठित योद्धा।

UPSC/RAS परीक्षा उपयोगी तथ्य:



7. शिक्षा संस्थान (Educational Institutions in Jodhpur District)

जोधपुर जिला राजस्थान का एक प्रमुख शैक्षणिक हब बन चुका है, जहाँ पर पारंपरिक शिक्षा से लेकर तकनीकी, चिकित्सा और विधिक अध्ययन तक के प्रतिष्ठित संस्थान स्थित हैं।


प्रमुख विश्वविद्यालय व संस्थान:

1. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (JNVU)

  • जोधपुर का प्रमुख राज्य विश्वविद्यालय
  • कला, विज्ञान, वाणिज्य, विधि और इंजीनियरिंग की पढ़ाई उपलब्ध
  • नाम प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व मुख्यमंत्री जय नारायण व्यास के नाम पर

2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान – जोधपुर (IIT Jodhpur)

  • देश के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों में से एक
  • 2008 में स्थापित, अब पूर्ण विकसित आवासीय कैंपस
  • AI, Robotics, Photonics आदि उन्नत विषयों में शोध

3. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान – जोधपुर (AIIMS Jodhpur)

  • 2012 में स्थापित, उच्चस्तरीय चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र
  • एमबीबीएस, एमडी, एमएस, नर्सिंग व रिसर्च सुविधाएँ उपलब्ध

4. राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय – जोधपुर (NLU Jodhpur)

  • भारत के शीर्ष 5 Law Universities में गिनती
  • BA-LLB, LLM, PhD, बिजनेस लॉ जैसे कोर्सेज में विशेषज्ञता

अन्य प्रमुख संस्थान:

  • MBM इंजीनियरिंग कॉलेज:
    पूर्व में JNVU से संबद्ध, अब स्वतंत्र विश्वविद्यालय
    – राज्य का पहला इंजीनियरिंग कॉलेज (1951)

  • महिला स्नातकोत्तर कॉलेज (Girls PG College)

  • Lachoo Memorial College (Pharmacy & Science)

  • Rajasthan Technical University (संलग्न कॉलेज)

  • Polytechnic College, Law College, Teacher Training Institutes


कोचिंग व प्रतियोगी शिक्षा केंद्र:

  • जोधपुर में RAS, REET, SSC, NEET, JEE आदि परीक्षाओं हेतु अनेक कोचिंग संस्थान कार्यरत
  • विशेषतः सर्कल, शास्त्री नगर, चौपासनी हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में शैक्षणिक माहौल

UPSC/RAS परीक्षा उपयोगी तथ्य:

8. बोली, वेशभूषा (Language, Dialect & Traditional Attire of Jodhpur District)

जोधपुर की भाषा और वेशभूषा इसकी सांस्कृतिक आत्मा का दर्पण हैं। यहाँ की बोली, पहनावा और लोकसंस्कृति पूरे राजस्थान में विशिष्ट माने जाते हैं।


भाषा और बोली (Language & Dialect):

  • राजकीय भाषा:
    हिंदी (देवनागरी लिपि)

  • प्रचलित बोली:
    "मारवाड़ी" — जोधपुर और आसपास के जिलों में प्रमुख स्थानीय बोली है

    • मारवाड़ी बोली में मीठा, सम्मानसूचक संवाद आम बात है
    • यह राजस्थानी भाषा परिवार की सबसे समृद्ध बोली मानी जाती है
  • अन्य भाषाएँ:

    • अंग्रेज़ी (शिक्षा और प्रशासन में)
    • उर्दू (कुछ क्षेत्रों में), पंजाबी (सीमावर्ती प्रवासी समुदायों में)

वेशभूषा (Traditional Dress):

पुरुषों की वेशभूषा:

  • अंगरखा: हल्का और सफेद/रंगीन वस्त्र
  • धोती या चूड़ीदार पायजामा
  • साफा (पगड़ी):
    • रंग-बिरंगा कपड़ा, जोधपुर की पहचान
    • विशेष अवसरों पर 'बांधनी' या 'लहरिया' पगड़ियाँ
  • जोधपुरी सूट:
    • आधुनिक पहनावे में प्रसिद्ध "Jodhpuri Suit" (Bandhgala)

महिलाओं की वेशभूषा:

  • घाघरा, चोली और ओढ़नी (दुपट्टा)
    • बंधेज, लहरिया, गोटा-पट्टी वर्क से सजी होती हैं
  • गहने:
    • नथ, चूड़ी, बिछुए, बोरला (मांगटीका), बाजूबंद आदि
  • रंगों का अर्थ:
    • विवाहित महिलाएँ प्रायः लाल, हरा व गुलाबी रंग पहनती हैं
    • सफेद वस्त्र विधवा या वृद्धाओं द्वारा पहने जाते हैं

विशेषताएँ:

  • जोधपुरी परिधान शाही ठाट-बाट का प्रतीक माने जाते हैं
  • शादी-ब्याह और त्योहारों में पारंपरिक वेशभूषा अत्यंत रंगीन व भव्य होती है
  • स्थानीय लोग कपड़े  खरीदने हेतु ‘थाण’ (देशी भाषा) में मोल भाव करते हैं

UPSC/RAS परीक्षा उपयोगी तथ्य:

9. परिवहन व यातायात (Transport & Connectivity of Jodhpur District)

जोधपुर जिला पश्चिमी राजस्थान का एक प्रमुख संपर्क केंद्र है। इसकी स्थिति और संरचना इसे सड़क, रेल और वायु परिवहन से उत्तम रूप से जोड़ती है।


1. सड़क परिवहन (Road Transport):

  • राष्ट्रीय राजमार्ग (NH):

    • NH-62: जोधपुर से बीकानेर, पाली और सिरोही को जोड़ता है।
    • NH-25: जोधपुर से बाड़मेर और उत्तर प्रदेश तक जाता है।
    • NH-125, NH-114, NH-112: अन्य महत्वपूर्ण मार्ग हैं।
  • राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (RSRTC):

    • जोधपुर से जयपुर, दिल्ली, उदयपुर, जैसलमेर, अहमदाबाद आदि के लिए सीधी बस सेवाएँ।
  • शहरी और ग्रामीण बसें:

    • नगर निगम क्षेत्र में मिनी बस, ऑटो, ई-रिक्शा सेवाएँ उपलब्ध हैं।
    • ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम संपर्क हेतु RSRTC और निजी बसें संचालित होती हैं।

2. रेल परिवहन (Rail Transport):

  • जोधपुर जंक्शन (JU):

    • उत्तर पश्चिम रेलवे का एक प्रमुख स्टेशन
    • दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद, कोलकाता आदि से सीधी ट्रेनें
  • अन्य स्टेशन:

    • भगत की कोठी, मंडोर, बनाड़, मथानिया, फलोदी, ओसियां
  • विशेष ट्रेनें:

    • पैलेस ऑन व्हील्स, डेजर्ट क्वीन जैसी पर्यटक ट्रेनें
  • विद्युतीकरण:

    • प्रमुख मार्गों का विद्युतिकरण पूर्ण हो चुका है

3. हवाई परिवहन (Air Transport):

  • जोधपुर हवाई अड्डा (Jodhpur Airport – JDH):

    • भारतीय वायुसेना और नागरिक उड्डयन का साझा एयरपोर्ट
    • फ्लाइट सेवाएँ: दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद, बेंगलुरु
  • प्रस्तावित विस्तार:

    • अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल के लिए प्रस्तावित योजना (2024 तक प्रगति पर)

4. आंतरिक यातायात (Local Transport):

  • ऑटो, टैक्सी, ओला/उबर सेवाएँ
  • स्मार्ट बस सेवा (परिक्षण स्तर पर)
  • ई-रिक्शा और बैटरी चालित वाहन बढ़ते हुए

UPSC/RAS परीक्षा उपयोगी तथ्य:

10. भूगोल व जलवायु (Geography and Climate of Jodhpur District)

जोधपुर जिला राजस्थान के पश्चिम-मध्य क्षेत्र में स्थित है और इसकी स्थलाकृति मरुस्थल, पठारी मैदान और अरावली पर्वतों का अनूठा मिश्रण दर्शाती है।


1. भौगोलिक विस्तार:

  • स्थिति:
    उत्तर अक्षांश: ~26.28°N
    पूर्व देशांतर: ~73.02°E

  • सीमा लगने वाले जिले:

    • उत्तर में: नागौर, बीकानेर
    • दक्षिण में: बाड़मेर, जालोर
    • पूर्व में: पाली
    • पश्चिम में: जैसलमेर
  • कुल क्षेत्रफल:
    लगभग 22,850 वर्ग किमी


2. स्थलाकृति (Topography):

  • उत्तर-पश्चिम भाग:
    शुष्क मरुस्थलीय – रेत के धोरे, बालू मिट्टी

  • दक्षिण-पूर्व भाग:
    पठारी व अर्ध-हरित क्षेत्र (पाली सीमा की ओर)

  • अरावली पर्वतमाला:
    दक्षिण-पूर्वी जोधपुर को प्रभावित करती है


3. जल स्रोत:

  • मुख्य नदियाँ:

    • लूनी नदी: जिले की एकमात्र महत्वपूर्ण नदी
      – उद्गम: पुष्कर, अजमेर से
      – बहाव: जोधपुर होते हुए गुजरात के कच्छ में समाप्त
  • झीलें:

    • कायलाना झील – जोधपुर शहर के पश्चिम में स्थित, पेयजल स्रोत
    • बालेसमंद झील, सूरसागर
  • बाँध:

    • उमेद सागर, तख्त सागर, जलरा बाँध
  • जल संकट:

    • भूमिगत जल खारा
    • इंदिरा गांधी नहर परियोजना और बीसलपुर परियोजना से जल आपूर्ति

4. मिट्टी (Soil):

  • बलुई, रेतीली मिट्टी
  • पश्चिम में अधिक शुष्क और झरझरी
  • दक्षिण में लाल-पीली मिश्रित उपजाऊ मिट्टी

5. जलवायु (Climate):

  • प्रकार:
    शुष्क महाद्वीपीय जलवायु

  • गर्मियाँ:

    • अत्यंत गर्म, तापमान 45–48°C तक
    • मई-जून में लू चलती है
  • सर्दियाँ:

    • अपेक्षाकृत ठंडी, रात में तापमान ~5°C तक गिर सकता है
  • वर्षा:

    • औसतन ~300-350 मिमी प्रति वर्ष
    • मुख्यतः मानसून (जुलाई-सितंबर)

वनावरण (Vegetation):

  • वृक्ष: खेजड़ी, रोहिड़ा, बबूल
  • वन्यजीव: चिंकारा, लोमड़ी, साही
  • संकटग्रस्त प्रजातियाँ: गोड़ावण (Great Indian Bustard)

UPSC/RAS परीक्षा उपयोगी तथ्य:

11. कृषि (Agriculture in Jodhpur District)

जोधपुर जिला मुख्यतः वर्षा आधारित शुष्क कृषि क्षेत्र है। यहाँ की जलवायु, मिट्टी व सिंचाई सुविधाओं के आधार पर खेती की स्थिति अन्य जिलों की तुलना में थोड़ी चुनौतीपूर्ण है, परंतु कृत्रिम सिंचाई, सूखा प्रतिरोधी फसलें और पशुपालन के सहारे कृषि यहाँ की आजीविका का एक प्रमुख साधन है।


1. प्रमुख फसलें (Major Crops):

खरीफ फसलें (बरसात में बोई जाने वाली):

  • बाजरा (Pearl Millet):
    • मुख्य फसल, शुष्क जलवायु में उपयुक्त
  • ग्वार (Cluster Bean):
    • जोधपुर और पश्चिमी राजस्थान में सबसे अधिक उत्पादित
  • मूँगफली, मूँग, मोठ, तिल

रबी फसलें (सर्दियों में बोई जाने वाली):

  • चना (Gram), सरसों (Mustard), गेहूँ (Wheat – सीमित क्षेत्र में)
  • जीरा व धनिया – अंशतः

2. सिंचाई के साधन:

  • नलकूप एवं कुएँ:

    • परंतु अधिकांश क्षेत्र में भूजल खारा
  • तालाब, बाँध व झीलें:

    • कायलाना, उमेद सागर जैसे जलस्रोतों से सीमित सिंचाई
  • इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP):

    • जोधपुर जिले के फलोदी, ओसियां आदि क्षेत्रों को लाभ
  • ड्रिप व स्प्रिंकलर सिस्टम:

    • सूखा-प्रतिरोधी खेती हेतु बढ़ता प्रयोग

3. कृषि से संबंधित गतिविधियाँ:

  • पशुपालन:

    • ऊँट, गाय, बकरी, भेड़ – ग्रामीण जीवन का आधार
    • ऊन उत्पादन में राजस्थान में अग्रणी
    • दुग्ध सहकारी समितियों का अच्छा नेटवर्क
  • कृषि आधारित उद्योग:

    • ग्वारगम प्रसंस्करण
    • अनाज मंडी – मंडोर, ओसियां, फलोदी आदि में

4. कृषि जल संकट और समाधान:

  • कम वर्षा के कारण सूखा बार-बार आता है
  • राज्य सरकार द्वारा "मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान", जल छाजनसूखा राहत योजना संचालित

UPSC/RAS परीक्षा उपयोगी तथ्य:

12. उद्योग व व्यापार (Industry and Trade in Jodhpur District)

जोधपुर जिला न केवल सांस्कृतिक और शैक्षणिक दृष्टि से बल्कि औद्योगिक और व्यापारिक दृष्टि से भी राजस्थान के अग्रणी जिलों में से एक है। यहां परंपरागत हस्तशिल्प से लेकर आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स तक, विविध उद्योग कार्यरत हैं।


1. प्रमुख उद्योग (Major Industries):

A. हस्तशिल्प उद्योग (Handicrafts):

  • लकड़ी पर नक्काशी (Wood Carving):
    • फर्नीचर, अलमारी, पलंग आदि पर जोधपुरी कारीगरी प्रसिद्ध
  • लाख की चूड़ियाँ, नीली पॉटरी, धातु शिल्प
  • Textile Block Printing, बंधेज वस्त्र

B. मेटल, आयरन व मेटल फर्नीचर उद्योग:



  • Jodhpur को "Metal Furniture Capital" भी कहा जाता है
  • लोहे के बिस्तर, कुर्सी, अलमारियाँ आदि देशभर में निर्यात

C. सूखा फल और मसाले उद्योग:

  • मिर्च, जीरा, मैथी, ग्वार प्रसंस्करण इकाइयाँ
  • ग्वार गम पाउडर का निर्यात महत्त्वपूर्ण व्यापार

D. खाद्य प्रसंस्करण इकाइयाँ:

  • पापड़, भुजिया, नमकीन, सेव, मिठाइयों की यूनिट्स

2. औद्योगिक क्षेत्र:

  • RIICO द्वारा विकसित क्षेत्र:
    • Boranada Industrial Area
    • Sangariya Industrial Estate
    • MIA (Mandore Industrial Area)
  • टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग, केमिकल, फार्मास्युटिकल यूनिट्स

3. आधुनिक व्यापार केंद्र:

  • मोती चौक, सरदारपुरा, चौपासनी रोड, न्यू मण्डी जैसे बाजार
  • मार्बल, ज्वेलरी, वस्त्र, कृषि उपकरण का थोक व्यापार

4. स्टार्टअप और MSME हब:

  • युवाओं में स्टार्टअप कल्चर बढ़ा है
  • हैंडीक्राफ्ट, टूरिज्म, फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में MSME सक्रिय

5. निर्यात (Exports):

  • लकड़ी का फर्नीचर, आयरन क्राफ्ट, सूखे फूल, जड़ी-बूटियाँ, मसाले, ग्वार गम

UPSC/RAS परीक्षा उपयोगी तथ्य:

13. पर्यटन स्थल (Tourist Attractions of Jodhpur District)

जोधपुर जिला, जिसे अक्सर "सूर्य नगरी" और "नीली नगरी" कहा जाता है, भारत के प्रमुख पर्यटन केंद्रों में शामिल है। यहाँ का राजपूती स्थापत्य, इतिहास, सांस्कृतिक विरासत, और प्राकृतिक सौंदर्य हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है।


1. ऐतिहासिक स्थल (Historical Monuments):

मेहरानगढ़ किला (Mehrangarh Fort):

  • राव जोधा द्वारा 1459 ई. में निर्मित
  • 400 फीट ऊँचाई पर स्थित यह दुर्ग राजस्थान के सबसे भव्य किलों में से एक है
  • संग्रहालय, शस्त्रागार, शीश महल, फूल महल, मोती महल आदि दर्शनीय

उम्मेद भवन पैलेस (Umaid Bhawan Palace):

  • महाराजा उम्मेद सिंह द्वारा 1929–1943 के बीच बनवाया गया
  • दुनिया के सबसे बड़े निजी महलों में एक
  • एक भाग होटल, दूसरा संग्रहालय, और तीसरा शाही परिवार का निवास

जसवंत थड़ा (Jaswant Thada):

  • महाराजा जसवंत सिंह द्वितीय की स्मृति में बना सफेद संगमरमर का स्मारक
  • राजसी समाधियों का स्थान

2. धार्मिक स्थल (Religious Places):

  • मंडोर गार्डन और हॉल ऑफ हीरोज – राठौड़ राजाओं की छतरियाँ और गाथाएँ
  • राजाराम जी मंदिर, रणछोड़ राम जी मंदिर, घनश्याम जी मंदिर, शिव मंदिर, गणेश मंदिर, सिद्धनाथ, मंडलनाथ, भूतनाथ, अचलेश्वर, इत्यादि
  • चामुंडा माता मंदिर – मेहरानगढ़ दुर्ग परिसर में स्थित

3. प्राकृतिक स्थल (Natural Sites):

  • कायलाना झील: सूर्यास्त का शानदार दृश्य, बोटिंग सुविधा
  • बालेसमंद झील: सुंदर उद्यान से घिरी, शाही विश्रामगृह के पास
  • राव जोधा डेज़र्ट रॉक पार्क: दुर्लभ मरुस्थलीय वनस्पतियों का संरक्षण केंद्र

4. संग्रहालय और सांस्कृतिक स्थल:

  • सरदार संग्रहालय (उम्मेद गार्डन परिसर में)
  • मंडोर संग्रहालय
  • लोक कला मंडल – जोधपुर (स्थानीय हस्तशिल्प और नृत्य प्रदर्शनी)

5. आधुनिक आकर्षण:

  • घंटाघर (Clock Tower): शहर का केंद्र, आस-पास प्रसिद्ध सरदार बाजार
  • सदर बाजार, त्रिपोलिया बाजार: शॉपिंग और लोकहस्तशिल्प के लिए

6. विशेष अनुभव:

  • ऊँट सफारी और डेजर्ट कैम्पिंग (ओसियां):
    • "थार डेजर्ट की प्रवेश द्वार" के रूप में प्रसिद्ध
    • यहाँ "ओसियां मंदिर समूह" भी दर्शनीय हैं

UPSC/RAS परीक्षा उपयोगी तथ्य:

14. नृत्य, मेले व संस्कृति (Dance, Fairs & Cultural Heritage of Jodhpur District)

जोधपुर राजस्थान की सांस्कृतिक राजधानी की तरह है — यहाँ के लोकनृत्य, संगीत, परंपराएँ, और मेले राज्य की विविधता को जीवंत रूप में प्रस्तुत करते हैं।


1. प्रमुख लोकनृत्य (Folk Dances):

घूमर:

  • राजस्थान का पारंपरिक स्त्री समूह नृत्य
  • जोधपुर और आसपास की महिलाओं द्वारा विवाह व त्योहारों में किया जाता है

कालबेलिया:

  • सपेरा समुदाय द्वारा प्रस्तुत यह नृत्य यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल है

तेरहताली:

  • महिला कलाकारों द्वारा 13 मंजीरों के साथ किया जाने वाला आकर्षक नृत्य

कच्ची घोड़ी, चारी नृत्य, भवाई:

  • मेलों व उत्सवों में प्रदर्शन

2. प्रमुख मेले व उत्सव (Fairs & Festivals):

मरु उत्सव (Maru Mahotsav):

  • फरवरी-मार्च में आयोजित
  • ऊँट दौड़, पारंपरिक वेशभूषा, नृत्य-संगीत प्रतियोगिताएँ
  • ओसियां और शहर में लोक संस्कृति का अद्भुत प्रदर्शन

शरद पूर्णिमा मेला (उम्मेद सागर पर):

  • चांदनी रात में लोकसंगीत व भजन संध्या

गणगौर, तीज, दीपावली, होली:

  • पारंपरिक वेशभूषा, गीत, नृत्य के साथ धार्मिक आयोजन

स्नेह मिलन महोत्सव (Rao Jodha Park में):

  • प्रकृति, संस्कृति और सामुदायिक जुड़ाव का आयोजन

3. लोकगायन व संगीत:

  • मंगणियार और लंगा समुदाय – राजस्थान के पारंपरिक गायन के ध्वजवाहक
  • मांड गायन (जैसे: केसरिया बालम), ढोला-मारू गाथाएँ
  • रावणहत्था, कमायचा, खड़ताल जैसे वाद्ययंत्रों का प्रयोग

4. हस्तशिल्प और लोक कला:

  • लकड़ी की नक्काशी, बंधेज वस्त्र, धातु व काष्ठकला
  • पॉटरी, टेराकोटा, मीनाकारी आभूषण
  • कठपुतली नृत्य और पपेट शो

UPSC/RAS परीक्षा उपयोगी तथ्य:

15. परीक्षा उपयोगी तथ्य (One-Liner GK for UPSC/RAS – Jodhpur District)

यहाँ दिए गए तथ्यों को UPSC, RAS, REET, SSC आदि परीक्षाओं में बार-बार पूछा गया है या पूछे जाने की प्रबल संभावना है:


प्रमुख तथ्य सूची:

  • स्थापना: राव जोधा द्वारा 1459 ई. में
  • प्राचीन राजधानी: मांडौर
  • उपनाम: सूर्य नगरी, नीली नगरी
  • मुख्य बोली: मारवाड़ी
  • सबसे ऊँचा दुर्ग: मेहरानगढ़ किला (400 फीट)
  • सबसे प्रसिद्ध महल: उम्मेद भवन पैलेस (1929–1943)
  • लोकसभा सीट: 1 (जोधपुर)
  • विधानसभा सीटें: 10
  • मुख्य नृत्य: घूमर, कालबेलिया
  • प्रसिद्ध झील: कायलाना झील
  • मुख्य नदी: लूनी
  • औसत वर्षा: ~300–350 मिमी
  • जोधपुर की प्रमुख फसल: बाजरा, ग्वार
  • वायुमार्ग: जोधपुर एयरपोर्ट (सांझा उपयोग – नागरिक + वायुसेना)
  • रेलवे ज़ोन: उत्तर पश्चिम रेलवे
  • प्रसिद्ध विश्वविद्यालय: JNVU, IIT, AIIMS, NLU
  • प्रसिद्ध कलाकार: पं. विश्वमोहन भट्ट, इला अरुण
  • प्रमुख मेला: मरु उत्सव (Maru Mahotsav)
  • वनस्पति: खेजड़ी, रोहिड़ा, बबूल
  • राजनीतिक व्यक्तित्व: अशोक गहलोत, गजेन्द्र सिंह शेखावत
  • प्रसिद्ध हस्तशिल्प: मेटल फर्नीचर, लकड़ी पर नक्काशी
  • महत्वपूर्ण उद्योग: फर्नीचर, मसाले, सूखे फूल, पॉटरी

सरकारी योजनाओं और रिकॉर्ड्स से जुड़े तथ्य:

  • जोधपुर का सबसे बड़ा उपखंड: शेरगढ़
  • IGNP का लाभ लेने वाला क्षेत्र: फलोदी, ओसियां
  • घंटाघर बाजार प्रसिद्ध है: हस्तशिल्प और मसालों के लिए
  • जोधपुरी सूट: विश्व प्रसिद्ध पारंपरिक पहनावा

यह रही जोधपुर की प्रसिद्ध मिठाइयों, नमकीन और लोकप्रिय दुकानों की सूची, जो स्थानीय स्वाद और परंपरा का अनूठा संगम प्रस्तुत करती है:


16.जोधपुर की प्रसिद्ध मिठाइयाँ (Famous Sweets of Jodhpur)

  1. मावा कचौरी

    • खस्ता परत और भीतर मीठा मावा, जोधपुर की सबसे प्रसिद्ध मिठाई।
  2. घेवर (सावन विशेष)

    • शुद्ध देशी घी में बना कुरकुरा घेवर, विशेषकर तीज-रक्षा बंधन में लोकप्रिय।
  3. मोतीचूर लड्डू

    • छोटे-छोटे बूंदी के दानों से बना, शुद्ध देसी घी में तला हुआ।
  4. चूर्मा लड्डू

    • गेहूं के आटे, गुड़ और घी से बना पारंपरिक लड्डू।
  5. कलाकंद

    • मावे से बनी यह मिठाई खासतौर पर त्यौहारों में पसंद की जाती है।
  6. रसगुल्ला (जोधपुरी स्टाइल)

    • हल्के गुलाबी रंग और गुलाबजल युक्त रसगुल्ले।

जोधपुर की प्रसिद्ध नमकीन (Famous Namkeen of Jodhpur)

  1. मिक्सचर नमकीन (जोधपुरी मिक्स)

    • बेसन सेव, मूंगफली, भुने चने और मसालों का मिश्रण।
  2. प्याज की कचौरी

    • खस्ता कवर और मसालेदार प्याज की भरावन, नाश्ते में सर्वाधिक पसंदीदा।
  3. मिर्ची बड़ा

    • हरी मिर्च में आलू का मसाला भरकर बेसन में तली गई, जोधपुर की खास पहचान।
  4. राजस्थानी भुजिया

    • मसालेदार और क्रिस्पी सेव जो चाय के साथ अद्भुत लगती है।
  5. पापड़ मंगोड़ी

    • घरेलू व्यंजनों के लिए जोधपुर के पारंपरिक सूखे पदार्थ।

जोधपुर की प्रसिद्ध मिठाई एवं नमकीन की दुकानें (Famous Sweet & Namkeen Shops in Jodhpur)




नोट: इन दुकानों में आपको जोधपुर का पारंपरिक स्वाद, शुद्धता और स्थानीयपन का अद्भुत मेल मिलेगा। यदि आप जोधपुर जाएँ, तो इन स्थानों पर मिठाई और नमकीन का अनुभव अवश्य लें!


17. FAQ

प्रश्न 1:

जोधपुर नगर की स्थापना किसने और कब की थी?
उत्तर: राव जोधा ने 1459 ई. में।

प्रश्न 2:

जोधपुर को सूर्य नगरी क्यों कहा जाता है?
उत्तर: यहाँ पूरे वर्ष तेज धूप रहती है और यह सूर्य वंश से जुड़ा है।

प्रश्न 3:

मेहरानगढ़ किला किसने बनवाया?
उत्तर: राव जोधा ने।

प्रश्न 4:

जोधपुर का प्रमुख लोकनृत्य कौनसा है?
उत्तर: घूमर।

प्रश्न 5:

जोधपुर में स्थित प्रमुख तकनीकी संस्थान कौनसा है?
उत्तर: IIT जोधपुर।

प्रश्न 6:

लूनी नदी कहाँ से निकलती है?
उत्तर: अजमेर के पास पुष्कर क्षेत्र से।

प्रश्न 7:

जोधपुर जिले में सबसे बड़ी झील कौनसी है?
उत्तर: कायलाना झील।

प्रश्न 8:

जोधपुर का प्रसिद्ध महल कौनसा है जहाँ आज भी शाही परिवार निवास करता है?
उत्तर: उम्मेद भवन पैलेस।

प्रश्न 9:

जोधपुर में सबसे अधिक बोली जाने वाली बोली कौनसी है?
उत्तर: मारवाड़ी।

प्रश्न 10:

जोधपुर किस रेलवे ज़ोन के अंतर्गत आता है?
उत्तर: उत्तर पश्चिम रेलवे।

प्रश्न 11:

जोधपुर का सबसे प्रमुख औद्योगिक उत्पाद क्या है?
उत्तर: मेटल फर्नीचर व लकड़ी के हस्तशिल्प।

प्रश्न 12:

जोधपुर किस प्रमुख नदी के तट पर स्थित है?
उत्तर: लूनी नदी के समीप।

प्रश्न 13:

जोधपुर में कौनसा प्रसिद्ध मेले का आयोजन होता है?
उत्तर: मरु महोत्सव (Maru Mahotsav)।

प्रश्न 14:

जोधपुर में कौन-कौनसे उच्च शिक्षा संस्थान स्थित हैं?
उत्तर: JNVU, IIT, AIIMS, NLU।

प्रश्न 15:

जोधपुर का परंपरागत पुरुष परिधान क्या है?
उत्तर: जोधपुरी सूट।

UPSC और RPSC परीक्षाओं में जोधपुर से संबंधित पूछे गए कुछ प्रश्न और उनके उत्तर निम्नलिखित हैं:

1. प्रश्न: जोधपुर के निकट ओसियाँ में स्थित मंदिर समूह किस राजवंश की देन है?

  • उत्तर: प्रतिहार वंश।

2. प्रश्न: छगन बेन ने अपनी सर्वोदयी गतिविधियों के लिए राजस्थान का कौन-सा क्षेत्र चुना?

  • उत्तर: जोधपुर का खीचन।

3. प्रश्न: 1572-73 ईस्वी में अकबर ने जोधपुर किसको सुपर्द किया?

  • उत्तर: बीकानेर के रायसिंह को।

4. प्रश्न: राजस्थान में सौर ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी जिला कौन-सा है?

  • उत्तर: जोधपुर।

इन प्रश्नों से स्पष्ट होता है कि जोधपुर का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक महत्व UPSC और RPSC परीक्षाओं में विशेष रूप से उभरकर आता है।


जोधपुर | जोधाणा | Blue City | Sun City

जोधपुर जिला 2025 – राजस्थान का गर्व, UPSC-RPSC के लिए सम्पूर्ण गाइड

इतिहास से लेकर प्रशासन तक, संस्कृति से लेकर भूगोल तक — यह लेख है जोधपुर जिले की सम्पूर्ण तैयारी का केंद्र।

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  • ✅ जोधपुर का ऐतिहासिक विकास
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  • ✅ प्रशासनिक ढांचा और न्याय व्यवस्था
  • ✅ अब तक के पूछे गए UPSC-RPSC प्रश्न
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