सेवा पुस्तिका अपडेट हेतु DDO द्वारा आवश्यक प्रविष्टियाँ | सेवा सत्यापन गाइड 2025
📘 सेवा पुस्तिका अपडेट हेतु DDO द्वारा आवश्यक प्रविष्टियाँ
प्रश्न: डीडीओ द्वारा कार्मिकों की सेवा पुस्तिका को अपडेट रखने हेतु नियमित रूप से कौन-कौन सी प्रविष्टियाँ करनी होती हैं?
उत्तर: कार्मिकों की सेवा पुस्तिका को अद्यतन बनाए रखने हेतु DDO द्वारा निम्नलिखित प्रविष्टियाँ अनिवार्य रूप से की जाती हैं:
- 💼 सेवा सत्यापन: प्रत्येक वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर (1 अप्रैल से 31 मार्च) वेतन भुगतान के आधार पर सेवा सत्यापन करना।
- 📈 वेतन वृद्धि: जनवरी एवं जुलाई माह में वेतन वृद्धि की प्रविष्टि करना।
- 🪜 पदोन्नति/एमएसीपी: पदोन्नति, MACP या स्थायीकरण पर वेतन निर्धारण की प्रविष्टि आवश्यक।
- 🔁 कार्यग्रहण/कार्यमुक्ति: स्थानांतरण या पदोन्नति के पश्चात कार्यग्रहण व कार्यमुक्ति की प्रविष्टि।
- 📅 उपार्जित अवकाश:
- शिक्षकों के लिए: प्रत्येक वर्ष (1 जनवरी से 31 दिसंबर) अर्जित उपार्जित अवकाश को जोड़ना।
- मंत्रालयिक कार्मिक के लिए: 1 जनवरी एवं 1 जुलाई को (6-6 माह के लिए)।
- यदि 15 दिन उपार्जित अवकाश सरेंडर किया गया है तो उसकी भी प्रविष्टि करनी होगी।
- 🗓️ परिवर्तित/अर्द्ध वेतन अवकाश: नियुक्ति तिथि से एक वर्ष की अवधि की प्रविष्टि करना।
- 👶 विशेष अवकाश: चाइल्ड केयर लीव, मातृत्व, पितृत्व या असाधारण अवकाश की प्रविष्टियाँ करना।
- 💰 अधिक भुगतान/रिकवरी: यदि वेतन संबंधी कोई रिकवरी हो, तो उसकी स्पष्ट प्रविष्टि सेवा पुस्तिका में होनी चाहिए।
📝 नोट: प्रोबेशन काल के दौरान उपार्जित अवकाश एवं परिवर्तित अवकाश अर्जित नहीं होते हैं। ये तीसरे वर्ष की समाप्ति पर प्रविष्ट होते हैं।
📌 यह जानकारी सभी DDO, प्रधानाचार्य, कार्यालय सहायक एवं कार्मिकों के लिए उपयोगी है।
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