शालादर्पण पोषण ट्रैकर: 5-6 वर्षीय बच्चों के शिक्षा में प्रवेश हेतु नवीन दिशा-निर्देश
शालादर्पण पोषण ट्रैकर: 5-6 वर्षीय बच्चों के शिक्षा में प्रवेश संबंधी दिशा-निर्देश
परिचय और उद्देश्य
राजस्थान के निदेशक माध्यमिक शिक्षा, बीकानेर द्वारा जारी किए गए इस महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश का मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी में अध्ययनरत 5-6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ना है। यह पहल सुनिश्चित करती है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।
महत्वपूर्ण आंकड़े
शालादर्पण पोषण ट्रैकर पर कुल 3.8 लाख बाल-बालिकाओं का डेटा उपलब्ध है, जो जिलावार और जेंडरवार विभाजित किया गया है। यह व्यापक डेटाबेस राज्य भर के सभी विद्यालयों के लॉगिन में उपलब्ध है।
शालादर्पण पोर्टल पर डेटा एक्सेस प्रक्रिया
पोषण ट्रैकर डेटा का पथ:
चरण 1: डेटा डाउनलोड और विश्लेषण
सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने क्षेत्र की आंगनवाड़ी में प्रदर्शित विद्यार्थियों का डेटा डाउनलोड करें और प्रत्येक विद्यार्थी की स्थिति का विस्तृत विश्लेषण करें।
चरण 2: प्रवेश स्थिति की पुष्टि
विद्यार्थीवार यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि कौन से विद्यार्थी को किस विद्यालय (सरकारी अथवा गैर-सरकारी) में प्रवेश दिया गया है। इसका संपूर्ण रिकॉर्ड संधारित करना अनिवार्य है।
चरण 3: आउट ऑफ स्कूल बच्चों की पहचान
शेष आउट ऑफ स्कूल विद्यार्थियों को चिन्हित कर उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने की स्थानीय योजना बनाना आवश्यक है।
नई सुविधा: पोषण आई-डी ऑप्शन
विशेष घोषणा: विद्यार्थी के प्रवेश के लिए विद्यार्थी मॉड्यूल के टैब में "नई प्रवेश प्रविष्टि" में पोषण आई-डी ऑप्शन जोड़ दिया गया है। यह सुविधा प्रवेश प्रक्रिया को और भी सरल और व्यवस्थित बनाती है।
मुख्य लक्ष्य और दायित्व
शत-प्रतिशत नामांकन का लक्ष्य
आंगनवाड़ी में अध्ययनरत समस्त बाल-बालिकाओं को निकटस्थ विद्यालय में शत-प्रतिशत नामांकन करवाया जाना सुनिश्चित करना है। यह राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
कार्यान्वयन की रणनीति
- विद्यालयवार रिपोर्ट: शालादर्पण पोर्टल से 5-6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों की विद्यालयवार रिपोर्ट डाउनलोड करना
- प्रवेश व्यवस्था: इन बच्चों को निकटस्थ सरकारी अथवा गैर-सरकारी विद्यालयों में दाखिला दिलवाना
- ट्रैकिंग सिस्टम: आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिन्हित कर स्थानीय योजना के माध्यम से विद्यालय से जोड़ना
- निरंतर मॉनिटरिंग: प्रगति की नियमित समीक्षा और आवश्यक सुधार
प्राधिकरण और निगरानी
आदेश प्राधिकारी: श्री सीताराम जाट (IAS), निदेशक माध्यमिक शिक्षा राजस्थान, बीकानेर एवं पदेन अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक (वरिष्ठ) समग्र शिक्षा अभियान (SMSA)
प्रतिलिपि वितरण
यह आदेश निम्नलिखित महत्वपूर्ण पदाधिकारियों को सूचनार्थ और आवश्यक कार्यवाही हेतु भेजा गया है:
- विशिष्ट सहायक, माननीय शिक्षा मंत्री महोदय
- शासन सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग
- आयुक्त तथा राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा
- सभी संभागीय संयुक्त निदेशक, स्कूल शिक्षा
- सभी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी
- सभी जिला शिक्षा अधिकारी
- सभी मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी
- सभी PEEOs/UCEEOs
- सभी संस्थाप्रधान
प्राथमिकता और कार्यान्वयन
सर्वोच्च प्राथमिकता
इस पहल को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की गई है। सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से अपेक्षा की जाती है कि वे इस दिशा-निर्देश का तत्काल और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
अपेक्षित परिणाम
इस व्यापक योजना के सफल क्रियान्वयन से निम्नलिखित सकारात्मक परिणाम अपेक्षित हैं:
- शिक्षा में समानता: सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार
- डिजिटल ट्रैकिंग: बेहतर डेटा प्रबंधन और निगरानी व्यवस्था
- नामांकन दर में वृद्धि: प्राथमिक शिक्षा में 100% नामांकन का लक्ष्य
- सामाजिक न्याय: वंचित समुदायों के बच्चों का शैक्षिक समावेश
निष्कर्ष
राजस्थान सरकार की यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। शालादर्पण पोषण ट्रैकर के माध्यम से 5-6 वर्षीय बच्चों की व्यवस्थित ट्रैकिंग और उनके शैक्षिक संस्थानों में प्रवेश की व्यवस्था एक दूरदर्शी नीति है। इस योजना की सफलता राज्य के सभी शिक्षा अधिकारियों, शिक्षकों और संबंधित कर्मचारियों के सामूहिक प्रयासों पर निर्भर करती है।
मुख्य संदेश: प्रत्येक बच्चे का शिक्षा में समावेश राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान है। इस नीति के सफल क्रियान्वयन से राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल स्थापित करेगा।
Telegram Join Link: https://t.me/sarkariserviceprep
📥 Download Zone:
📌 Useful for Exams:
- UPSC | RPSC | SSC | REET | Patwar | LDC
- All India Competitive Exams
✅ Note: Don’t forget to share this post with your friends and join our Telegram for regular updates.