UPSC GS Paper 1 Analysis – सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र - 1 का विस्तृत विश्लेषण
UPSC प्रश्न पत्र विश्लेषण
जनसंख्या अध्ययन और आर्थिक नीति के प्रश्न
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
किसी अध्ययन में कुल प्रजनन दर को किस रूप में परिभाषित किया जाता है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
कुल प्रजनन दर (Total Fertility Rate - TFR) जनसांख्यिकी का एक महत्वपूर्ण संकेतक है जो बताता है कि एक महिला अपने पूरे प्रजनन काल में औसतन कितने बच्चों को जन्म देती है।
मुख्य विशेषताएं:
- यह 15-49 वर्ष की आयु को प्रजनन आयु माना जाता है
- यह भविष्य की जनसंख्या वृद्धि का अनुमान लगाने में सहायक है
- TFR 2.1 को प्रतिस्थापन स्तर माना जाता है (जनसंख्या स्थिर रहने के लिए)
तर्क:
- विकल्प (a): यह जन्म दर (Birth Rate) की परिभाषा है
- विकल्प (b): यह व्यापक परिभाषा है लेकिन TFR की सटीक परिभाषा नहीं
- विकल्प (c): यह प्राकृतिक वृद्धि दर (Natural Growth Rate) है
- विकल्प (d): यह TFR की सबसे सटीक परिभाषा है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- यह भूगोल और सामाजिक मुद्दों का महत्वपूर्ण टॉपिक है
- भारत का वर्तमान TFR लगभग 2.0 है
- राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 से जुड़े प्रश्न अक्सर आते हैं
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. भारत में, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां भारतीय रिजर्व बैंक की चल-निधि समायोजन सुविधा मिलने का लाभ उठा सकती हैं।
2. भारत में, विदेशी संस्थागत निवेशक सरकारी प्रतिभूतियों (G-Secs) के ध्यापक बन सकते हैं।
3. भारत में, शेयर बाजार (स्टॉक एक्सचेंज) ऋणों के लिए पृथक व्यापारिक मंच (ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म) प्रदान कर सकते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/कौन-से सही है/हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
कथन 1 विश्लेषण:
- गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFCs) को RBI की चलनिधि समायोजन सुविधा (LAF) का सीधा लाभ नहीं मिलता
- LAF मुख्यतः अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के लिए है
कथन 2 विश्लेषण:
- विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश कर सकते हैं
- FPI के रूप में G-Secs में निर्धारित सीमा तक निवेश की अनुमति है
कथन 3 विश्लेषण:
- शेयर बाजार वास्तव में ऋण व्यापार के लिए अलग प्लेटफॉर्म प्रदान करते हैं
- NSE और BSE दोनों में डेट सेगमेंट हैं
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- यह आर्थिक सुधार और वित्तीय बाजार का महत्वपूर्ण प्रश्न है
- RBI की नीतियों और FII नियमों की अद्यतन जानकारी जरूरी है
- इकॉनमिक सर्वे और बजट डॉक्यूमेंट्स का अध्ययन करें
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
भारत में, निम्नलिखित में से कौन कॉर्पोरेट चांदी और सरकारी प्रतिभूतियों में व्यापार कर सकते हैं?
1. बीमा कंपनियां
2. पेंशन निधि
3. म्यूचुअल फंड्स
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
🔍 अवधारणा व्याख्या:
कॉर्पोरेट चांदी (Corporate Silver) और सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश की अनुमति:
बीमा कंपनियां:
- IRDAI नियमों के तहत G-Secs में निवेश अनिवार्य है
- कॉर्पोरेट बॉन्ड्स में भी निवेश कर सकती हैं
पेंशन फंड:
- PFRDA के तहत G-Secs में निवेश करते हैं
- कॉर्पोरेट डेट में भी निवेश की अनुमति है
म्यूचुअल फंड्स:
- SEBI नियमों के तहत दोनों में निवेश कर सकते हैं
- डेट फंड्स इन्हीं में मुख्यतः निवेश करते हैं
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- यह वित्तीय संस्थानों और पूंजी बाजार का महत्वपूर्ण प्रश्न है
- SEBI, IRDAI, PFRDA के नियमों की जानकारी आवश्यक है
- वित्तीय समावेशन के संदर्भ में महत्वपूर्ण टॉपिक है
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF)
2. मोटर शेयर
3. मुद्रा की अदला-बदली
उपर्युक्त में से कौन-से/कौन वित्तीय लिखत (इंस्ट्रूमेंट) माने जाते हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
वित्तीय लिखत (Financial Instruments) वे अनुबंध हैं जो एक पक्ष के लिए वित्तीय परिसंपत्ति और दूसरे पक्ष के लिए वित्तीय देयता बनाते हैं।
ETF (Exchange Traded Fund):
- यह एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेड होता है
- स्पष्ट रूप से वित्तीय लिखत है
मोटर शेयर:
- संभवतः "Motor Shares" या किसी कंपनी के शेयर्स का संदर्भ है
- शेयर्स वित्तीय लिखत हैं
मुद्रा की अदला-बदली (Currency Swap):
- यह एक डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट है
- दो पक्षों के बीच मुद्रा का आदान-प्रदान
- स्पष्ट रूप से वित्तीय लिखत है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- वित्तीय बाजार की मूलभूत अवधारणाओं से प्रश्न
- पूंजी बाजार और मुद्रा बाजार की समझ आवश्यक
- SEBI और RBI की भूमिका को समझना जरूरी
📚 समग्र UPSC रणनीति
महत्वपूर्ण बिंदु:
- जनसांख्यिकी - राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS) के आंकड़े याद रखें
- वित्तीय बाजार - RBI, SEBI के नवीनतम नियमों का अध्ययन करें
- आर्थिक सुधार - 1991 के बाद के सुधारों की समयरेखा जानें
तैयारी टिप्स:
- इकॉनमिक सर्वे का नियमित अध्ययन
- वित्तीय समावेशन की नीतियों पर फोकस
- जनसंख्या नीति 2000 और राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग के बारे में पढ़ें
परीक्षा रणनीति:
- इन topics में conceptual clarity जरूरी है
- elimination method का प्रयोग करें
- current affairs से जोड़कर समझें
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📌 Useful for Exams:
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UPSC प्रश्न पत्र विश्लेषण - सेट 2
भारतीय अर्थव्यवस्था और सामरिक मुद्दे
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
भारतीय अर्थव्यवस्था के सेक्टरों के संदर्भ में, निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:
आर्थिक गतिविधि | सेक्टर |
---|---|
1. कृषि उत्पादन का भंडारण | द्वितीयक |
2. डेरी फार्म | प्राथमिक |
3. खनिज की खोज | तृतीयक |
4. कपड़ा बुनाई | द्वितीयक |
उपर्युक्त युग्मों में से कितने सही सुमेलित हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
आर्थिक सेक्टरों का वर्गीकरण:
प्राथमिक सेक्टर: प्राकृतिक संसाधनों का प्रत्यक्ष उपयोग (कृषि, मत्स्य पालन, खनन, वानिकी)
द्वितीयक सेक्टर: विनिर्माण और प्रसंस्करण गतिविधियां
तृतीयक सेक्टर: सेवा क्षेत्र की गतिविधियां
युग्म विश्लेषण:
- युग्म 1: कृषि उत्पादन का भंडारण - यह तृतीयक सेक्टर की गतिविधि है (सेवा), न कि द्वितीयक की। गलत
- युग्म 2: डेरी फार्म - यह प्राथमिक सेक्टर की गतिविधि है। सही
- युग्म 3: खनिज की खोज - यह प्राथमिक सेक्टर की गतिविधि है, न कि तृतीयक की। गलत
- युग्म 4: कपड़ा बुनाई - यह द्वितीयक सेक्टर की गतिविधि है। सही
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- आर्थिक सेक्टरों का सही वर्गीकरण जानना आवश्यक है
- भंडारण और परिवहन हमेशा तृतीयक सेक्टर में आते हैं
- राष्ट्रीय आय की गणना में सेक्टर-वार योगदान का अध्ययन करें
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
भारतीय अर्थव्यवस्था में भूमि सुधारों के संदर्भ में, निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:
वस्तु | श्रेणी |
---|---|
1. किसान का हल | कार्यशील पूंजी |
2. कंप्यूटर | स्थिर पूंजी |
3. बुनकर द्वारा प्रयोग किया जाने वाला सूत | स्थिर पूंजी |
4. पेट्रोल | कार्यशील पूंजी |
उपर्युक्त युग्मों में से कितने सही सुमेलित हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
पूंजी का वर्गीकरण:
स्थिर पूंजी (Fixed Capital): वे वस्तुएं जो उत्पादन प्रक्रिया में बार-बार उपयोग होती हैं और तुरंत समाप्त नहीं होतीं
कार्यशील पूंजी (Working Capital): वे वस्तुएं जो उत्पादन प्रक्रिया में एक बार उपयोग के बाद समाप्त हो जाती हैं
युग्म विश्लेषण:
- युग्म 1: किसान का हल - यह स्थिर पूंजी है, न कि कार्यशील। गलत
- युग्म 2: कंप्यूटर - यह स्थिर पूंजी है। सही
- युग्म 3: बुनकर का सूत - यह कार्यशील पूंजी है, न कि स्थिर। गलत
- युग्म 4: पेट्रोल - यह कार्यशील पूंजी है। सही
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- पूंजी निर्माण की अवधारणा महत्वपूर्ण है
- कच्चा माल और ईंधन हमेशा कार्यशील पूंजी होते हैं
- मशीनें, उपकरण, भवन स्थिर पूंजी के उदाहरण हैं
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित समस्याओं पर विचार कीजिए:
1. कृषि अवशिष्ट
2. मच्छर के टाने
3. अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र
4. काष्ठ मिल अवशिष्ट
उपर्युक्त में से किसका उपयोग संपालीय विषमता देने के उत्पादन के लिए फीडस्टॉक के रूप में किया जा सकता है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
बायो-एनर्जी फीडस्टॉक: जैविक ऊर्जा उत्पादन के लिए कच्चे माल के रूप में उपयोग होने वाली सामग्री
प्रत्येक विकल्प का विश्लेषण:
- कृषि अवशिष्ट: धान का भूसा, गेहूं का भूसा, मक्का के डंठल - बायो-एनर्जी के लिए उत्कृष्ट
- मच्छर के टाने (संभवतः मवेशी की खाद): बायोगैस उत्पादन के लिए - उपयोगी
- अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र: कार्बनिक कचरे से बायोगैस - उपयोगी
- काष्ठ मिल अवशिष्ट: लकड़ी के छिलके, बुरादा - बायो-एनर्जी के लिए उत्कृष्ट
सभी विकल्प बायो-एनर्जी फीडस्टॉक के रूप में उपयोग हो सकते हैं:
- बायोगैस उत्पादन के लिए
- बायो-इथेनॉल के लिए
- बायो-डीजल के लिए
- पेलेट्स बनाने के लिए
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- नवीकरणीय ऊर्जा और बायो-एनर्जी महत्वपूर्ण टॉपिक है
- कृषि अपशिष्ट प्रबंधन और ऊर्जा सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा
- राष्ट्रीय बायो-एनर्जी मिशन की जानकारी रखें
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित में से कौन-सा राष्ट्र/तंत्रवादी का उपयोग "3D आपातकी (वर्चुअल) तुरंता के एक इंटरएक्टिवल नेटवर्क, जिसे ऐसे लाखों प्रयोगकर्ता द्वारा एक साथ एक्सेस किया जा सकता है, जो आपातकी (वर्चुअल) वस्तुओं पर संपत्ति के आधकारिक का प्रयोग कर सकते हैं" की घोषणा करने के लिए सबसे उपयुक्त रूप से किया जाता है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
प्रश्न में दिया गया विवरण स्पष्ट रूप से "मेटावर्स" की परिभाषा है:
मेटावर्स की विशेषताएं:
- 3D वर्चुअल स्पेस: त्रिआयामी डिजिटल वातावरण
- इंटरएक्टिव नेटवर्क: उपयोगकर्ता आपस में बातचीत कर सकते हैं
- लाखों एक साथ एक्सेस: मल्टी-यूजर प्लेटफॉर्म
- वर्चुअल संपत्ति: डिजिटल assets का स्वामित्व
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
- बिग डेटा एनालिटिक्स: डेटा विश्लेषण से संबंधित
- क्रिप्टोग्राफी: डेटा एन्क्रिप्शन से संबंधित
- वर्चुअल मेडिसिन: चिकित्सा क्षेत्र में VR उपयोग
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- डिजिटल तकनीक और भविष्य की प्रौद्योगिकी से जुड़े प्रश्न आम हैं
- मेटावर्स, Web 3.0, NFT जैसी नई तकनीकों की समझ जरूरी
- Digital India और तकनीकी नवाचार की नीतियों का अध्ययन करें
📚 समग्र UPSC रणनीति - सेट 2
इस सेट के महत्वपूर्ण बिंदु:
- आर्थिक सेक्टर: प्राथमिक, द्वितीयक, तृतीयक सेक्टर का सही वर्गीकरण
- पूंजी निर्माण: स्थिर पूंजी vs कार्यशील पूंजी की स्पष्ट समझ
- नवीकरणीय ऊर्जा: बायो-एनर्जी और फीडस्टॉक की जानकारी
- उभरती तकनीक: मेटावर्स, AI, डिजिटल इकॉनमी
विषयवार तैयारी रणनीति:
- अर्थशास्त्र: राष्ट्रीय आय की गणना, सेक्टरवार योगदान के आंकड़े
- ऊर्जा सुरक्षा: राष्ट्रीय सौर मिशन, बायो-एनर्जी नीति
- डिजिटल इंडिया: नई तकनीकी नीतियों और Digital Economy Report
- कृषि: फसल अवशेष प्रबंधन और Waste to Energy projects
परीक्षा में सफलता के लिए:
- Match the Following: युग्म आधारित प्रश्नों में सावधानी बरतें
- Technical Terms: नई तकनीकी शब्दावली की स्पष्ट समझ रखें
- Current Affairs: सरकारी नीतियों और योजनाओं से जोड़कर समझें
- Elimination Method: गलत विकल्पों को पहले हटाएं
अगली तैयारी के लिए फोकस क्षेत्र:
- भारतीय अर्थव्यवस्था के वर्तमान आंकड़े
- हरित ऊर्जा और पर्यावरण नीतियां
- डिजिटल इकॉनमी और FinTech
- स्टार्टअप इकोसिस्टम और इनोवेशन
UPSC प्रश्न पत्र विश्लेषण - सेट 3
बैंकिंग सुधार और समसामयिक मुद्दे
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
विदेशी बैंकों के साथ व्यवहार करते समय भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अधिकतम नियम/नियमों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. भारत में पूर्ण स्वामित्व वाले सहायक बैंकों (बैंकिंग सब्सिडियरी) के लिए कोई न्यूनतम पूंजी की आवश्यकता नहीं है।
2. भारत में पूर्ण स्वामित्व वाले सहायक बैंकों (बैंकिंग सब्सिडियरी) के लिए, बोर्ड सदस्यों का 50% भारतीयों को करना होगा।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/कौन-से सही है/हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
विदेशी बैंकों के लिए RBI नियम:
कथन 1 विश्लेषण:
- विदेशी बैंकों की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी के लिए न्यूनतम पूंजी की आवश्यकता होती है
- वर्तमान में यह राशि ₹500 करोड़ है
- कथन गलत है
कथन 2 विश्लेषण:
- बोर्ड में कम से कम 50% सदस्य भारतीय होने चाहिए
- चेयरमैन और CEO भारतीय होना चाहिए
- कथन सही है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- बैंकिंग सुधार और विदेशी निवेश नीति महत्वपूर्ण टॉपिक है
- RBI के मास्टर सर्कुलर का अध्ययन करें
- बैंकिंग नियमन अधिनियम 1949 की जानकारी आवश्यक
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
भारत में निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) नियमों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. CSR नियम निर्दिष्ट करते हैं कि सीधी कंपनी अपना सर्वाधिक कंपनियों को साथ पहुंचाने वाले व्यय को CSR कार्यकलापों के रूप में नहीं माना जाएगा।
2. CSR नियम CSR कार्यकलापों पर होने वाले न्यूनतम व्यय को निर्दिष्ट नहीं करते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/कौन-से सही है/हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
CSR नियम 2014 के अनुसार:
कथन 1 विश्लेषण:
- कंपनी अधिनियम 2013 के अनुसार, कंपनी के साधारण व्यापारिक गतिविधि के रूप में की गई CSR गतिविधि मान्य नहीं
- केवल वे गतिविधियां मान्य हैं जो व्यापारिक लाभ के लिए नहीं हैं
- कथन सही है
कथन 2 विश्लेषण:
- CSR नियमों में न्यूनतम व्यय की स्पष्ट सीमा निर्धारित है
- कंपनी के औसत शुद्ध लाभ का कम से कम 2% CSR पर खर्च करना होगा
- कथन गलत है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- कंपनी अधिनियम 2013 और CSR नियम 2014 का अध्ययन जरूरी
- CSR का 2% नियम और अनुसूची 7 की गतिविधियां याद रखें
- सरकारी नीतियों में कॉर्पोरेट गवर्नेंस महत्वपूर्ण है
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
विभिन्न समसामयिक नाम-चैन तकनीकों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. RTGs लघु बिजली रिएक्टर हैं।
2. RTGs का प्रयोग अंतरिक्षयानों के ऑन-बोर्ड प्रणालियों को विद्युत आपूर्ति करने के लिए होता है।
3. RTGs में प्लूटोनियम-238 का उपयोग किया जा सकता है, जो शल्य चिकित्सा का एक अपेक्षाकृत है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
RTGs (Radioisotope Thermoelectric Generators):
कथन 1 विश्लेषण:
- RTGs लघु बिजली रिएक्टर नहीं हैं
- ये रेडियोआइसोटोप की क्षय ऊष्मा से विद्युत उत्पन्न करते हैं
- कथन गलत है
कथन 2 विश्लेषण:
- RTGs का उपयोग अंतरिक्ष मिशनों में ऑन-बोर्ड पावर के लिए होता है
- NASA के Voyager, Cassini जैसे मिशनों में उपयोग
- कथन सही है
कथन 3 विश्लेषण:
- प्लूटोनियम-238 RTGs में मुख्य ईंधन है
- यह अल्फा कण उत्सर्जक है और अपेक्षाकृत सुरक्षित
- कथन सही है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- अंतरिक्ष तकनीक और परमाणु ऊर्जा का combination
- ISRO के मिशन और भारत के स्पेस प्रोग्राम की जानकारी रखें
- Nuclear technology के civilian applications जानना जरूरी
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
कथन-I: मृदा तारे बनाने की तुलना में अधिक समय तक अवधारित रहने वाले हैं।
कथन-II: मृदा तारों की तुलना में, मृदा तारों में नाभिकीय अभिक्रियाओं की उच्चतर दर होती है।
उपर्युक्त कथनों के संबंध में, निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
मृदा तारे (Red Dwarf Stars) की विशेषताएं:
कथन-I विश्लेषण:
- मृदा तारे वास्तव में अधिक समय तक जीवित रहते हैं
- ये खरबों वर्षों तक जल सकते हैं
- सूर्य जैसे तारे केवल अरबों वर्ष जीवित रहते हैं
- कथन सही है
कथन-II विश्लेषण:
- मृदा तारों में नाभिकीय अभिक्रियाओं की दर कम होती है
- कम द्रव्यमान के कारण कम तापमान और दबाव
- इसीलिए ये धीमी गति से ईंधन जलाते हैं
- कथन गलत है
निष्कर्ष: मृदा तारे अधिक समय तक जीवित रहते हैं क्योंकि वे धीमी गति से ईंधन जलाते हैं, तेज गति से नहीं।
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- खगोल विज्ञान से जुड़े बेसिक concepts जरूरी हैं
- तारों के जीवनचक्र और nuclear fusion की समझ आवश्यक
- Statement-Reason type के प्रश्नों में दोनों parts को अलग-अलग analyze करें
UPSC प्रश्न पत्र विश्लेषण - सेट 4
जैव चिकित्सा तकनीक और वैज्ञानिक खोजें
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित में से कौन-सा, मानव शरीर में संश्लेषित होता है जो रक्त वाहिकाओं को विस्फारित करता है और रक्त प्रवाह को बढ़ाता है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
नाइट्रिक ऑक्साइड (NO) की भूमिका:
- नाइट्रिक ऑक्साइड (NO) मानव शरीर में प्राकृतिक रूप से संश्लेषित होता है
- यह एक महत्वपूर्ण वासोडाइलेटर है
- रक्त वाहिकाओं की चिकनी मांसपेशियों को शिथिल करता है
- रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक
- हृदय स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
- नाइट्रस ऑक्साइड (N₂O): एक एनेस्थेटिक गैस
- नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO₂): प्रदूषक गैस
- नाइट्रोजन पेंटऑक्साइड (N₂O₅): रासायनिक यौगिक
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- बायोकेमिस्ट्री और फिजियोलॉजी का महत्वपूर्ण प्रश्न
- 1998 में NO के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था
- हृदय रोग और रक्तचाप की दवाओं में इसका उपयोग
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित गतिविधियों पर विचार कीजिए:
1. वनस्पतियों अथवा विमानों में वायुयों के पास मौजूद स्वचालक पदार्थों (नानोफाइटर) की पहचान
2. वर्षा का मॉनिटरिंग
3. पशुओं के प्रवास पर नजर रखना (ट्रैकिंग)
उपर्युक्त में से कितनी गतिविधियों में स्टील का उपयोग किया जा सकता है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
रडार तकनीक के अनुप्रयोग:
रडार (RADAR - Radio Detection and Ranging) के उपयोग:
गतिविधि 1: नानोपार्टिकल्स की पहचान
- रडार छोटे कणों का पता लगा सकता है
- वायुमंडलीय प्रदूषण मॉनिटरिंग में उपयोगी
गतिविधि 2: वर्षा की मॉनिटरिंग
- मौसम रडार वर्षा की तीव्रता और स्थान बताता है
- डॉप्लर रडार से वर्षा के पैटर्न का विश्लेषण
गतिविधि 3: पशुओं का ट्रैकिंग
- रडार से बड़े पशुओं की गतिविधि ट्रैक की जा सकती है
- पक्षियों के प्रवास पैटर्न का अध्ययन
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- रडार तकनीक के विविध अनुप्रयोगों की जानकारी जरूरी
- रक्षा, मौसम विज्ञान, और पर्यावरण मॉनिटरिंग में उपयोग
- भारत के मौसम विज्ञान विभाग के रडार नेटवर्क का अध्ययन
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित विमानों पर विचार कीजिए:
1. राफेल
2. MiG-29
3. तेजस MK-1
उपर्युक्त में से कितने पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान माने जाते हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
लड़ाकू विमानों की पीढ़ियों का वर्गीकरण:
पांचवी पीढ़ी की विशेषताएं:
- स्टेल्थ तकनीक (रडार से बचने की क्षमता)
- सुपरसोनिक क्रूज क्षमता
- उन्नत सेंसर फ्यूजन
- बहु-भूमिका क्षमता
दिए गए विमानों का विश्लेषण:
- राफेल (फ्रांस): 4.5 पीढ़ी का विमान
- MiG-29 (रूस): 4th पीढ़ी का विमान
- तेजस MK-1 (भारत): 4th पीढ़ी का विमान
वास्तविक 5th पीढ़ी के विमान: F-22 Raptor, F-35 Lightning II, Su-57
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- रक्षा तकनीक और विमान पीढ़ियों की सटीक जानकारी जरूरी
- भारत के स्वदेशी विमान कार्यक्रम (तेजस, AMCA) का अध्ययन
- रक्षा खरीद और Make in India initiative की जानकारी
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित में से किनमें हाइड्रोजेल का प्रयोग होता है?
1. रोगियों में नियंत्रित आपूर्ति दिलीवरी
2. जल शोधक/शुद्धीकरण प्रणाली
3. औद्योगिक स्नायुकों का निर्माण
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
🔍 अवधारणा व्याख्या:
हाइड्रोजेल की विशेषताएं और उपयोग:
हाइड्रोजेल: पानी को अवशोषित करने वाले बहुलक (Polymer) नेटवर्क
उपयोग 1: नियंत्रित दवा वितरण
- बायोमेडिकल में व्यापक उपयोग
- दवाओं की controlled release के लिए
- कॉन्टैक्ट लेंस में भी उपयोग
उपयोग 2: जल शुद्धीकरण
- भारी धातुओं और प्रदूषकों को हटाने में सक्षम
- फिल्टर सिस्टम में उपयोग
उपयोग 3: औद्योगिक अनुप्रयोग
- कृषि में मिट्टी कंडीशनर के रूप में
- डायपर और सैनिटरी products में
- Industrial applications में भी
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- बायोमैटेरियल और नैनो टेक्नोलॉजी का महत्वपूर्ण अनुप्रयोग
- मेडिकल डिवाइस और ड्रग डिलीवरी सिस्टम में क्रांति
- भारत के बायोटेक सेक्टर में R&D का फोकस एरिया
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित में से कौन-सा हाइड्रोजन द्वारा चालित पुल सेल इंजन वाहन का उत्सर्जन है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
हाइड्रोजन फ्यूल सेल की कार्यप्रणाली:
रासायनिक अभिक्रिया:
- H₂ + ½O₂ → H₂O + विद्युत ऊर्जा
- केवल जल (H₂O) का उत्पादन
- कोई हानिकारक गैस का उत्सर्जन नहीं
उत्सर्जन:
- जल-वाष्प (Steam) एकमात्र उत्पाद
- 100% पर्यावरण अनुकूल
- Zero emission vehicle
फायदे:
- कार्बन फुटप्रिंट शून्य
- वायु प्रदूषण में कमी
- सतत परिवहन का समाधान
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- हरित ऊर्जा और सतत परिवहन का महत्वपूर्ण विषय
- राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन की जानकारी आवश्यक
- भविष्य की मोबिलिटी और clean energy transition
UPSC प्रश्न पत्र विश्लेषण - सेट 5
हवाई अड्डे, भौतिक विज्ञान और पर्यावरण
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित विमानपत्तनों पर विचार कीजिए:
1. डोनी पोलो विमानपत्तन
2. कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय विमानपत्तन
3. विजयवाड़ा अंतर्राष्ट्रीय विमानपत्तन
हाल ही में, उपर्युक्त में से किसका निर्माण नवीन (ग्रीनफील्ड) परियोजनाओं के रूप में किया गया है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
ग्रीनफील्ड vs ब्राउनफील्ड परियोजना:
ग्रीनफील्ड परियोजना: बिल्कुल नई जगह पर नया हवाई अड्डा
ब्राउनफील्ड परियोजना: मौजूदा हवाई अड्डे का विस्तार/सुधार
विश्लेषण:
- डोनी पोलो (अरुणाचल प्रदेश): नया ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट
- कुशीनगर (उत्तर प्रदेश): नया अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (2021 में खुला)
- विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश): मौजूदा एयरपोर्ट का अपग्रेड (ब्राउनफील्ड)
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- हाल के बुनियादी ढांचा विकास और UDAN योजना की जानकारी
- Regional Connectivity Scheme के तहत नए एयरपोर्ट
- भारत के नए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों की सूची अपडेट रखें
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
"जल वाष्प" के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-से कथन सही हैं?
1. यह एक गैर है, जिसकी मात्रा ऊंचाई के साथ घटती है।
2. धुवों पर इसका अधिकतम अभिलक्षण है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
🔍 अवधारणा व्याख्या:
जल वाष्प (Water Vapor) की विशेषताएं:
कथन 1 विश्लेषण:
- जल वाष्प वायुमंडल में एक गैसीय घटक है
- ऊंचाई बढ़ने के साथ इसकी मात्रा घटती जाती है
- भूमि की सतह पर सबसे अधिक, ट्रोपोस्फीयर में कम
- कथन सही है
कथन 2 विश्लेषण:
- धुवों पर जल वाष्प की मात्रा न्यूनतम होती है
- उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में अधिकतम
- तापमान कम होने से वाष्पीकरण कम
- कथन गलत है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- वायुमंडलीय भूगोल और जलवायु विज्ञान का महत्वपूर्ण विषय
- ग्रीनहाउस गैसों में जल वाष्प की भूमिका समझें
- मानसून और वर्षा पैटर्न से जुड़ी अवधारणा
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित विवरणों पर विचार कीजिए:
1. तारामंडल की वार्षिक और दैनिक सीमा (रेंज) न्यून है।
2. वर्ष भर वर्षण होता है।
3. वर्षा मे मिलता 60 cm - 250 cm के मध्य होती है।
यह किस प्रकार की जलवायु है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
विभिन्न जलवायु प्रकारों की विशेषताएं:
दी गई विशेषताओं का विश्लेषण:
- तापमान की कम वार्षिक रेंज: समुद्री प्रभाव
- वर्षभर वर्षा: निरंतर वर्षा पैटर्न
- 60-250 cm वर्षा: मध्यम से अधिक वर्षा
जलवायु प्रकारों की तुलना:
- विषुवतीय: बहुत अधिक वर्षा (200+ cm), उच्च तापमान
- चीन प्रकार: शीत ऋतु शुष्क, ग्रीष्म आर्द्र
- आर्द्र उपोष्णकटिबंधीय: ग्रीष्म में अधिक वर्षा
- समुद्री पश्चिमी तटीय: वर्षभर वर्षा, कम तापमान रेंज
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- Köppen के जलवायु वर्गीकरण की समझ आवश्यक
- विभिन्न जलवायु प्रकारों की विशिष्ट विशेषताएं याद रखें
- यूरोप के पश्चिमी तट की जलवायु का उदाहरण
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
"कोरिओलिस बल" के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-से कथन सही हैं?
1. यह पवन वेग की वृद्धि के साथ बढ़ता है।
2. यह धुवों पर सर्वोच्च है और (भूमध्य रेखा) पर विलुप्त नहीं होता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
🔍 अवधारणा व्याख्या:
कोरिओलिस बल (Coriolis Force) की विशेषताएं:
कोरिओलिस बल: पृथ्वी के घूर्णन के कारण चलती वस्तुओं पर लगने वाला आभासी बल
कथन 1 विश्लेषण:
- कोरिओलिस बल = 2 × Ω × m × v × sin φ
- जहां v = वेग, इसलिए वेग बढ़ने से बल बढ़ता है
- कथन सही है
कथन 2 विश्लेषण:
- धुवों पर sin 90° = 1, इसलिए अधिकतम बल
- भूमध्य रेखा पर sin 0° = 0, इसलिए बल शून्य
- कथन में "विलुप्त नहीं होता" गलत है
- कथन गलत है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- वायुमंडलीय गति और पवन पैटर्न की मूलभूत अवधारणा
- चक्रवात, प्रतिचक्रवात की दिशा में कोरिओलिस का प्रभाव
- भूगोल और भौतिकी का महत्वपूर्ण संयोजन
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
प्रत्येक वर्ष 21 जून को, निम्नलिखित में से किस अक्षांश/मिन अक्षांशों पर 12 घंटे से अधिक समय तक सूर्य का प्रकाश विकिरण रहता है?
1. भूमध्यरेखा (इक्वेटर)
2. कर्क रेखा
3. मकर रेखा
4. उत्तर ध्रुवीय (आर्कटिक) वृत्त
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
🔍 अवधारणा व्याख्या:
21 जून - ग्रीष्म संक्रांति (उत्तरी गोलार्ध):
21 जून की स्थिति:
- सूर्य कर्क रेखा (23.5°N) पर सीधा चमकता है
- उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन
- दक्षिणी गोलार्ध में सबसे छोटा दिन
प्रत्येक अक्षांश का विश्लेषण:
- भूमध्यरेखा (0°): हमेशा लगभग 12 घंटे, 12 घंटे से कम
- कर्क रेखा (23.5°N): सबसे लंबा दिन, 12 घंटे से अधिक
- मकर रेखा (23.5°S): सबसे छोटा दिन, 12 घंटे से कम
- आर्कटिक वृत्त (66.5°N): 24 घंटे दिन, 12 घंटे से बहुत अधिक
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- पृथ्वी की गति और ऋतु परिवर्तन की मूलभूत समझ
- महत्वपूर्ण अक्षांश रेखाओं और उनके प्रभाव की जानकारी
- खगोलीय भूगोल का महत्वपूर्ण प्रश्न
UPSC प्रश्न पत्र विश्लेषण - सेट 6
रसायन विज्ञान, जैविक संसाधन और भौतिकी
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
कई उत्पादकों उत्पादों के निर्माण के लिए प्रयुक्त होने वाले परफ्लूरो/पॉलीफ्लूरोऐल्किल पदार्थों (PFAS) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. PFAS पेंट्स, खाद्य और खाद्य पैकेजिंग सामग्रियों में व्यापक रूप से पाए जाते हैं।
2. PFAS पर्यावरण में आसानी से निम्नीकृत (डिग्रेड) नहीं होते हैं।
3. PFAS के लगातार संपर्क के परिणामस्वरूप जनजातियों के मारे में नैदानिक हो सकता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
PFAS (Per- and Polyfluoroalkyl Substances) की विशेषताएं:
PFAS का परिचय:
- "Forever Chemicals" के नाम से भी जाने जाते हैं
- हजारों मानव निर्मित रसायनों का समूह
- अत्यधिक स्थिर कार्बन-फ्लोरीन बंध
कथन 1 विश्लेषण:
- व्यापक उपयोग: नॉन-स्टिक कुकवेयर, फूड पैकेजिंग, पेंट्स में
- टेक्सटाइल्स, कॉस्मेटिक्स में भी उपयोग
- कथन सही है
कथन 2 विश्लेषण:
- बायो-एक्यूमुलेशन: शरीर और पर्यावरण में जमा होते रहते हैं
- प्राकृतिक रूप से टूटते नहीं हैं
- कथन सही है
कथन 3 विश्लेषण:
- स्वास्थ्य समस्याएं: कैंसर, यकृत क्षति, प्रजनन संबंधी समस्याएं
- प्रतिरक्षा प्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव
- कथन सही है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- पर्यावरणीय रसायन विज्ञान और स्वास्थ्य प्रभाव का महत्वपूर्ण विषय
- Stockholm Convention और रासायनिक नियंत्रण की जानकारी
- भारत में प्लास्टिक प्रदूषण और रसायन नियंत्रण नीतियों का अध्ययन
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. केराखिड बीटल्स
2. कंकाल (सेंटीपीड्स)
3. मछलियां
4. दीमक
5. वर्म (वार्म्स)
उपर्युक्त जीवों के कितने प्रकार में प्राकृतिक जानी (बायोलूमिनेसेंस स्पीशीज) पाई जाती है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
बायोलूमिनेसेंस (Bioluminescence) की घटना:
बायोलूमिनेसेंस: जीवों द्वारा रासायनिक अभिक्रिया से प्रकाश उत्पादन
प्रत्येक जीव का विश्लेषण:
1. केराखिड बीटल्स (Fireflies):
- प्रसिद्ध बायोलूमिनेसेंट कीट
- लूसिफेरिन-लूसिफेरेज अभिक्रिया
- हां, बायोलूमिनेसेंट
2. कंकाल (Centipedes):
- कुछ प्रजातियां फ्लोरोसेंट हो सकती हैं
- लेकिन सामान्यतः बायोलूमिनेसेंट नहीं
- नहीं
3. मछलियां:
- गहरे समुद्री मछली में बायोलूमिनेसेंस
- Anglerfish, Lanternfish आदि
- हां, बायोलूमिनेसेंट
4. दीमक (Termites):
- सामान्यतः बायोलूमिनेसेंट नहीं होते
- नहीं
5. वर्म्स:
- Glow worms और कई समुद्री कीड़े
- Marine polychaete worms
- हां, बायोलूमिनेसेंट
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- जैव विज्ञान और पारिस्थितिकी तंत्र की दिलचस्प घटना
- समुद्री जीव विज्ञान और गहरे समुद्र के अनुकूलन
- जैव प्रौद्योगिकी में बायोलूमिनेसेंस के अनुप्रयोग
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित पौधों पर विचार कीजिए:
1. मूंगफली
2. कुलथी (हॉर्स ग्राम)
3. सुयवाटीन
उपर्युक्त में से कितने गैस कुएं (फैमिली) के हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
दलहनी पौधे (Leguminous Plants) की पहचान:
Leguminaceae (Fabaceae) परिवार की विशेषताएं:
- जड़ों में नाइट्रोजन स्थिरीकरण
- Rhizobium bacteria के साथ सहजीवी संबंध
- फली (Pod) में बीज
प्रत्येक पौधे का विश्लेषण:
1. मूंगफली (Peanut - Arachis hypogaea):
- Leguminaceae परिवार का सदस्य
- भूमिगत फली बनाता है
- नाइट्रोजन स्थिरीकरण करता है
2. कुलथी (Horse Gram - Macrotyloma uniflorum):
- Leguminaceae परिवार का सदस्य
- दलहनी फसल
- सूखा प्रतिरोधी
3. सुयवाटीन:
- यह शब्द स्पष्ट नहीं है, लेकिन संभवतः किसी दलहनी पौधे का संदर्भ
- Context से Leguminaceae परिवार का लगता है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- कृषि विज्ञान और पादप वर्गीकरण का महत्वपूर्ण विषय
- फसल चक्रण और मिट्टी की उर्वरता में दलहनी फसलों की भूमिका
- भारतीय कृषि में दलहन उत्पादन की स्थिति और चुनौतियां
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
कथन-I: इंडियन फ्लाइंग फॉक्स को रत्न जीव (सरेराम) अधिनियम, 1972 के अधीन "रीड्स जेत" की श्रेणी में रखा गया है।
कथन-II: इंडियन फ्लाइंग फॉक्स अन्य जंतुओं का रक्त पीता है।
उपर्युक्त कथनों के संबंध में, निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
Indian Flying Fox (Pteropus giganteus) की विशेषताएं:
कथन-I विश्लेषण:
- वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित
- Schedule II (अनुसूची 2) में शामिल
- शिकार पर प्रतिबंध
- कथन सही है
कथन-II विश्लेषण:
- Indian Flying Fox एक फलाहारी (Frugivorous) चमगादड़ है
- मुख्यतः फल, फूल और नेक्टार खाता है
- रक्त नहीं पीता (Vampire bats अलग होते हैं)
- कथन गलत है
महत्वपूर्ण भूमिका:
- परागकण और बीज प्रसार में सहायक
- पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूचियों की जानकारी आवश्यक
- विभिन्न चमगादड़ों की प्रजातियों और उनके आहार की समझ
- पारिस्थितिकी तंत्र में वन्यजीवों की भूमिका की जानकारी
UPSC प्रश्न पत्र विश्लेषण - सेट 7
विकिरण प्रभाव, ज्वालामुखी और औद्योगीकरण
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
कथन-I: पार्थिव विकिरण की तुलना में आकाशी (इकसमिक) और विकिरण से नामधारण अधिक गति हो जाता है।
कथन-II: बायुमंडल में कदने हाइड्रोजनाइड और अन्य ग्रीनहाउस गैसे दीर्घ तरंग विकिरण के अवशोष अवशोषक है।
उपर्युक्त कथनों के संबंध में, निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
विकिरण और ग्रीनहाउस प्रभाव:
कथन-I विश्लेषण:
- पार्थिव विकिरण: पृथ्वी से निकलने वाला long-wave radiation
- कॉस्मिक विकिरण: अंतरिक्ष से आने वाला high-energy radiation
- कॉस्मिक विकिरण वास्तव में अधिक ऊर्जा वाला होता है
- कथन सही है
कथन-II विश्लेषण:
- ग्रीनहाउस गैसें: CO₂, CH₄, H₂O vapor आदि
- ये गैसें long-wave radiation को अवशोषित करती हैं
- पृथ्वी से निकलने वाली दीर्घ तरंग विकिरण को रोकती हैं
- कथन सही है
संबंध: दोनों कथन सही हैं लेकिन कथन-II कथन-I की व्याख्या नहीं करता
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- भौतिक भूगोल और जलवायु परिवर्तन का महत्वपूर्ण विषय
- ग्रीनहाउस प्रभाव और global warming की समझ आवश्यक
- विकिरण बजट और ऊर्जा संतुलन की अवधारणा जानें
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
कथन-I: पृथ्वीरा (इक्वेटर) पर क्षैतिजफल की गहराई, धुवों की तुलना में कम होती है।
कथन-II: पृथ्वीरा (इक्वेटर) पर, प्रवल संवहनी धाराओं द्वारा ऊष्मा की अधिक मात्रा ऊपर ले जाया जाता है।
उपर्युक्त कथनों के संबंध में, निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
पृथ्वी की आंतरिक संरचना और तापमान वितरण:
कथन-I विश्लेषण:
- भूमध्य रेखा पर: सतह से मैंटल की दूरी कम
- धुवों पर: पृथ्वी की आकृति के कारण मैंटल अधिक गहरा
- पृथ्वी भूमध्य रेखा पर चपटी है
- कथन सही है
कथन-II विश्लेषण:
- भूमध्य रेखा पर: अधिक सौर ऊर्जा प्राप्ति
- प्रबल संवहन धाराएं वास्तव में होती हैं
- वायुमंडलीय और समुद्री धाराओं में तीव्र गति
- कथन सही है
संबंध: कथन-II कथन-I की पूर्ण व्याख्या नहीं करता
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- पृथ्वी की आंतरिक संरचना और भूभौतिकी का ज्ञान
- प्लेट टेक्टॉनिक्स और मैंटल संवहन की समझ
- पृथ्वी की आकृति (Oblate Spheroid) की जानकारी आवश्यक
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. ज्वालामुखीराम (पाइरोक्लास्टिक) मलवा
2. राख और धूल
3. नाइट्रोजन डाइऑक्साइड
4. सल्फर डाइऑक्साइड
उपर्युक्त में से कितने ज्वालामुखी उद्गार हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
ज्वालामुखी उद्गार के घटक:
ज्वालामुखी उद्गार में निकलने वाले पदार्थ:
1. पाइरोक्लास्टिक मलवा:
- ज्वालामुखी उद्गार का मुख्य घटक
- ठोस चट्टानी टुकड़े
- हां, ज्वालामुखी उत्पाद
2. राख और धूल:
- Volcanic Ash - बारीक कण
- ज्वालामुखी उद्गार का प्रमुख हिस्सा
- हां, ज्वालामुखी उत्पाद
3. नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO₂):
- मुख्यतः वायु प्रदूषण से संबंधित
- ज्वालामुखी उद्गार में प्रमुख गैस नहीं
- नहीं
4. सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂):
- ज्वालामुखी उद्गार की मुख्य गैस
- अम्लीय वर्षा का कारण
- हां, ज्वालामुखी उत्पाद
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- भौतिक भूगोल और ज्वालामुखी विज्ञान का महत्वपूर्ण विषय
- ज्वालामुखी उद्गार के पर्यावरणीय प्रभावों की समझ
- भारत के ज्वालामुखी क्षेत्रों (बैरन आइलैंड) की जानकारी
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
जनवरी यूके में सुरुआती औद्योगीकरण (आद्योगीकरण गैप) से प्राप्त कौन-से/कौन-से निम्न सही हैं?
1. समुद्र तिकारों महासागर के ऊपर उत्तर की ओर दक्षिण की ओर संस्थित हो जाती है।
2. शीत महासागरीय धराओं, गर्म स्थल और उत्तरी अटलांटिक अवस्थाप (हिंट) की उत्पत्ति उत्तरी अटलांटिक महासागर को शीतल बनाती है और समुद्र तिकारों उत्तर की ओर पुछ जाती है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
🔍 अवधारणा व्याख्या:
समुद्री धाराएं और जलवायु पर प्रभाव:
गल्फ स्ट्रीम और उत्तरी अटलांटिक:
कथन 1 विश्लेषण:
- समुद्री बर्फ: गर्म धाराओं के कारण कम बनती है
- गल्फ स्ट्रीम यूरोप को गर्म रखती है
- बर्फ का विस्तार उत्तर की ओर सीमित होता है
- कथन सही है
कथन 2 विश्लेषण:
- शीत धाराएं: Labrador Current आदि
- गर्म गल्फ स्ट्रीम के साथ मिलकर संवहन पैदा करती हैं
- उत्तरी अटलांटिक को गर्म रखने में योगदान
- कथन सही है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- समुद्री भूगोल और जलवायु विज्ञान का संयोजन
- महासागरीय धाराओं के स्थानीय और वैश्विक प्रभाव
- यूरोप की जलवायु में Gulf Stream की भूमिका महत्वपूर्ण
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित में से कौन-से देश विश्व के दो सबसे बड़े कोकों उत्पादक के रूप में सिखाता है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
विश्व में कोको उत्पादन के प्रमुख केंद्र:
कोको उत्पादन के शीर्ष देश:
- कोटे डी'आइवर (Ivory Coast): विश्व का सबसे बड़ा कोको उत्पादक (40%)
- घाना: दूसरा सबसे बड़ा कोको उत्पादक (20%)
- दोनों पश्चिम अफ्रीका में स्थित हैं
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
- अल्जीरिया-मोरक्को: उत्तरी अफ्रीका, कोको उत्पादन नहीं
- बोत्सवाना-नामीविया: दक्षिणी अफ्रीका, मुख्यतः खनन क्षेत्र
- मेडागास्कर-मोजाम्बिक: पूर्वी अफ्रीका, सीमित कोको उत्पादन
भौगोलिक कारक:
- उष्णकटिबंधीय जलवायु
- पर्याप्त वर्षा
- उपजाऊ मिट्टी
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- विश्व भूगोल और आर्थिक भूगोल का महत्वपूर्ण विषय
- कृषि उत्पादन के वैश्विक पैटर्न की जानकारी
- अफ्रीकी देशों की अर्थव्यवस्था में कृषि निर्यात की भूमिका
UPSC प्रश्न पत्र विश्लेषण - सेट 8
हिमालयी नदियां, जल गुणवत्ता और भूगोल
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
पश्चिम से पूर्व की ओर प्रवाहमान के अनुक्रम में गंगा में मिलने वाली हिमालयी की नदियों के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा क्रम सही है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
गंगा की सहायक नदियों का भौगोलिक क्रम:
पश्चिम से पूर्व की ओर हिमालयी सहायक नदियां:
- 1. गोमती: लखनऊ के पास गंगा में मिलती है (सबसे पश्चिम में)
- 2. घाघरा (सरयू): छपरा के पास गंगा में मिलती है
- 3. गंडक: पटना के पास गंगा में मिलती है
- 4. कोसी: भागलपुर के पास गंगा में मिलती है (सबसे पूर्व में)
भौगोलिक स्थिति:
- उत्तर प्रदेश में गोमती और घाघरा
- बिहार में गंडक और कोसी
- सभी हिमालय से निकलकर दक्षिण की ओर बहती हैं
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- भारतीय भूगोल में नदी तंत्र का महत्वपूर्ण विषय
- गंगा बेसिन और इसकी सहायक नदियों की भौगोलिक स्थिति
- बाढ़ नियंत्रण और जल प्रबंधन में इन नदियों की भूमिका
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
कथन-I: चट्टानों के अपक्षय के कारणों में से एक कारण वर्षा है।
कथन-II: वर्षा जल में घोल के रूप में कार्बन डाइऑक्साइड विद्यमान होता है।
कथन-III: वर्षा जल में वायुमंडलीय ऑक्सीजन विद्यमान होता है।
उपर्युक्त कथनों के संबंध में, निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
रासायनिक अपक्षय और वर्षा जल की संरचना:
कथन-I विश्लेषण:
- वर्षा जल चट्टानों के रासायनिक अपक्षय का मुख्य कारक
- अम्लीय प्रकृति के कारण चट्टानों को घोलता है
- कथन सही है
कथन-II विश्लेषण:
- वायुमंडलीय CO₂ वर्षा जल में घुलकर कार्बोनिक एसिड बनाता है
- H₂O + CO₂ → H₂CO₃ (कार्बोनिक एसिड)
- यह चूना पत्थर और अन्य चट्टानों को घोलता है
- कथन सही है और कथन-I की व्याख्या करता है
कथन-III विश्लेषण:
- वर्षा जल में ऑक्सीजन भी घुला रहता है
- ऑक्सीकरण प्रक्रिया में सहायक होता है
- आयरन ऑक्साइड बनाकर चट्टानों को कमजोर करता है
- कथन सही है और कथन-I की व्याख्या करता है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्प :
- भौतिक भूगोल में अपक्षय प्रक्रिया का महत्वपूर्ण विषय
- रासायनिक अपक्षय और उसके कारकों की समझ
- मृदा निर्माण प्रक्रिया में अपक्षय की भूमिका
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित देशों पर विचार कीजिए:
1. फिनलैंड
2. जर्मनी
3. नार्वे
4. रूस
उपर्युक्त में से कितने देशों की सीमा जमीनी रास्ते के साथ लगती है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
यूरोपीय देशों की स्थल सीमाएं:
प्रत्येक देश का विश्लेषण:
1. फिनलैंड:
- स्थल सीमा: स्वीडन, नार्वे, रूस
- तीन देशों के साथ सीमा साझा करता है
2. जर्मनी:
- स्थल सीमा: डेनमार्क, पोलैंड, चेक गणराज्य, ऑस्ट्रिया, स्विट्ज़रलैंड, फ्रांस, लक्जमबर्ग, बेल्जियम, नीदरलैंड
- 9 देशों के साथ सीमा साझा करता है
3. नार्वे:
- स्थल सीमा: स्वीडन, फिनलैंड, रूस
- तीन देशों के साथ सीमा साझा करता है
4. रूस:
- स्थल सीमा: सबसे अधिक स्थल सीमा वाला देश
- यूरोप में: नार्वे, फिनलैंड, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, बेलारूस, यूक्रेन आदि
- एशिया में: चीन, मंगोलिया, कजाकिस्तान, जॉर्जिया, अजरबैजान, उत्तर कोरिया आदि
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- विश्व भूगोल और यूरोपीय देशों की स्थिति
- अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं और भूराजनीति की समझ
- स्कैंडिनेवियाई देशों की भौगोलिक स्थिति
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित सूचना पर विचार कीजिए:
जलप्रपात | क्षेत्र | नदी |
---|---|---|
1. पुलावार | मलबार | नर्मदा |
2. हुंडरू | छोटा नागपुर | सुवर्णरेखा |
3. गैरसोप्पा | पश्चिमी घाट | नेत्रावती |
उपर्युक्त सूचना में से कितनी युग्म सही सुमेलित हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
भारत के प्रमुख जलप्रपातों का सही मिलान:
प्रत्येक युग्म का विश्लेषण:
युग्म 1: पुलावार - मलबार - नर्मदा
- गलत: पुलावार जलप्रपात केरल में है
- यह नर्मदा नदी पर नहीं है
- नर्मदा मध्य प्रदेश-गुजरात में बहती है
युग्म 2: हुंडरू - छोटा नागपुर - सुवर्णरेखा
- सही: हुंडरू जलप्रपात झारखंड में
- छोटा नागपुर पठार पर स्थित
- सुवर्णरेखा नदी पर बना है
युग्म 3: गैरसोप्पा - पश्चिमी घाट - नेत्रावती
- गलत: गैरसोप्पा (जोग फॉल्स) शरावती नदी पर है
- नेत्रावती नदी पर नहीं
- कर्नाटक के पश्चिमी घाट में स्थित
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- भारतीय भूगोल में जलप्रपातों की स्थिति और संबंधित नदियां
- पठारी क्षेत्रों में जलप्रपातों का निर्माण
- दक्षिण भारत के प्रमुख जलप्रपातों की सूची याद रखें
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित सूचना पर विचार कीजिए:
क्षेत्र | प्रमुख खनिज का नाम | प्रमुख का प्रकार |
---|---|---|
1. मध्य एशिया | बॉक्साइट | बेसिस पर्वत |
2. दक्षिण अमेरिका | आल्सा | भ्रंशीय स्कार्प पर्वत |
3. उत्तर अमेरिका | अपालशियन | बेसिस पर्वत |
4. दक्षिण अमेरिका | एडीज़ | बेसिस पर्वत |
उपर्युक्त सूचना में से कितनी युग्म सही सुमेलित हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
विश्व के प्रमुख पर्वत श्रृंखलाओं का वर्गीकरण:
पर्वत प्रकारों की समझ:
- बेसिस पर्वत: अवशिष्ट पर्वत, अपरदन से बचे हुए
- भ्रंशीय स्कार्प: भ्रंशन क्रिया से बने
- वलित पर्वत: प्लेट की टक्कर से बने
प्रत्येक युग्म का विश्लेषण:
युग्म 1: मध्य एशिया - बॉक्साइट - बेसिस पर्वत
- गलत: बॉक्साइट एक खनिज है, पर्वत नहीं
- मध्य एशिया में तियान शान, पामीर आदि हैं
युग्म 2: दक्षिण अमेरिका - आल्सा - भ्रंशीय स्कार्प
- गलत: आल्सा स्पष्ट नहीं है
- एंडीज पर्वत वलित पर्वत है
युग्म 3: उत्तर अमेरिका - अपालशियन - बेसिस पर्वत
- सही: अपालशियन पर्वत अवशिष्ट/बेसिस पर्वत है
- पुराने वलित पर्वत का अवशेष
युग्म 4: दक्षिण अमेरिका - एडीज़ - बेसिस पर्वत
- गलत: एंडीज नवीन वलित पर्वत है
- प्लेट टेक्टॉनिक्स से बना है
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- विश्व के पर्वत श्रृंखलाओं का वर्गीकरण और निर्माण प्रक्रिया
- प्लेट टेक्टॉनिक्स सिद्धांत की समझ आवश्यक
- भौगोलिक संरचना और भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं का ज्ञान
UPSC प्रश्न पत्र विश्लेषण - सेट 9
जीव विज्ञान, कृषि और अंतर्राष्ट्रीय संगठन
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
जीव "सिकाडा (मादेदा), प्रॉगहॉपर (फ्रॉगहॉपर) और वाटर स्केटर (पॉन्ड स्केटर)" क्या है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
जीवों का वर्गीकरण और पहचान:
दिए गए जीवों का विश्लेषण:
1. सिकाडा (Cicada):
- कीट वर्ग का सदस्य
- तेज आवाज निकालने वाला कीट
- Hemiptera order का सदस्य
2. प्रॉगहॉपर (Froghopper):
- कीट वर्ग का सदस्य
- पौधों की रस चूसने वाला कीट
- उछलने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध
3. वाटर स्केटर (Water Strider):
- कीट वर्ग का सदस्य
- पानी की सतह पर चलने वाला कीट
- Surface tension का उपयोग करता है
सामान्य विशेषताएं:
- तीनों ही आर्थ्रोपोडा संघ के सदस्य
- छः पैर वाले जीव
- खंडित शरीर संरचना
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- जीव विज्ञान में कीटों का वर्गीकरण महत्वपूर्ण विषय
- कृषि कीट और उनकी पहचान की जानकारी आवश्यक
- पारिस्थितिकी तंत्र में कीटों की भूमिका की समझ
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
कथन-I: बाजार में मिलने वाली अनेक व्यंजन गन पर्यावरणीय प्रदूषण का स्रोत माना जाता है।
कथन-II: अनेक व्यंजन गन्दी में गांद (गम बेस) के रूप में प्लास्टिक होता है।
उपर्युक्त कथनों के संबंध में, निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
च्यूइंग गम और पर्यावरणीय प्रभाव:
कथन-I विश्लेषण:
- च्यूइंग गम वास्तव में पर्यावरण प्रदूषण का कारण है
- सड़कों, फुटपाथ पर चिपकने से समस्या
- जैविक रूप से नष्ट नहीं होते
- कथन सही है
कथन-II विश्लेषण:
- आधुनिक च्यूइंग गम में सिंथेटिक पॉलिमर होते हैं
- Gum base में प्लास्टिक घटक होते हैं
- पुराने समय में प्राकृतिक रेज़िन का उपयोग होता था
- कथन सही है
संबंध: कथन-II वास्तव में कथन-I की व्याख्या करता है क्योंकि प्लास्टिक घटक ही प्रदूषण का मुख्य कारण है।
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- पर्यावरण प्रदूषण और दैनिक उपयोग की वस्तुओं का प्रभाव
- प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या की व्यापकता
- Waste management और sustainable alternatives की आवश्यकता
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:
देश | अपने नकदी आयात में प्रयुक्त होने वाला नाम |
---|---|
1. ब्राजील | रुडो |
2. इंडोनेशिया | रूपक |
3. नेपालाकार | रियाल |
उपर्युक्त युग्मों में से कितने सही सुमेलित हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
विश्व की मुद्राओं का सही मिलान:
प्रत्येक युग्म का विश्लेषण:
युग्म 1: ब्राजील - रुडो
- गलत: ब्राजील की मुद्रा रियल (Real) है
- रुडो कोई मुद्रा नहीं है
युग्म 2: इंडोनेशिया - रूपक
- गलत: इंडोनेशिया की मुद्रा रुपिया (Rupiah) है
- रूपक सही नहीं है
युग्म 3: नेपालकार - रियाल
- गलत: यह स्पष्ट नहीं है कि "नेपालकार" का क्या अर्थ है
- यदि नेपाल है तो मुद्रा नेपाली रुपया है
- रियाल सऊदी अरब, कतर आदि की मुद्रा है
सही मुद्राएं:
- ब्राजील: रियल (Real)
- इंडोनेशिया: रुपिया (Rupiah)
- नेपाल: नेपाली रुपया
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- विश्व भूगोल में देशों की मुद्राओं की जानकारी आवश्यक
- अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और विदेशी मुद्रा की समझ
- पड़ोसी देशों और प्रमुख देशों की मुद्राएं याद रखें
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
विश्व शौचालय संगठन (वर्ल्ड टॉयलेट ऑर्गनाइजेशन) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. यह संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों में से एक है।
2. शौचालय स्वच्छता संदेश के सामान्यज पर कार्तिकों को शिक्षित करने के लिए शिक्षा समेकन, विश्व शौचालय दिवस और विश्व शौचालय कॉलेज इस संगठन की पहल हैं।
3. इसके कार्यों का मुख्य लक्ष्य कम विकसित और विकासशील देशों को खुले में शौच के सदस्य की चुनौती से निपटने का है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से/कौन-से सही हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
विश्व शौचालय संगठन (World Toilet Organization) की विशेषताएं:
कथन 1 विश्लेषण:
- गलत: WTO एक स्वतंत्र गैर-सरकारी संगठन है
- यह संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी नहीं है
- 2001 में सिंगापुर में स्थापित
कथन 2 विश्लेषण:
- सही: विश्व शौचालय दिवस (19 नवंबर) WTO की पहल
- शिक्षा कार्यक्रम और जागरूकता अभियान चलाता है
- विश्व शौचालय कॉलेज भी इसकी पहल है
कथन 3 विश्लेषण:
- सही: मुख्य लक्ष्य open defecation को समाप्त करना
- विकासशील देशों में स्वच्छता सुविधाओं में सुधार
- SDG 6 (Clean Water and Sanitation) के साथ जुड़ा कार्य
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और उनके कार्यक्षेत्र की जानकारी
- स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य के मुद्दे
- स्वच्छ भारत मिशन और global sanitation initiatives का संबंध
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. सिंह की कोई विशेष प्रजनन चंदू नहीं होती है।
2. अभिकाष अन्य बड़ी बिल्लियों की तरह, गेर, सिंह दहाड़ता नहीं है।
3. गर सिंह से मित्र, गर दतेतु गर्व सिंह द्वारा अपने क्षेत्र घोषित नहीं करते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
सिंह (Lions) की व्यवहारिक विशेषताएं:
कथन 1 विश्लेषण:
- गलत: सिंहों का एक निश्चित breeding season होता है
- मुख्यतः बरसात के मौसम में प्रजनन
- भोजन की उपलब्धता के अनुसार समय निर्धारण
कथन 2 विश्लेषण:
- सही: सिंह अन्य बड़ी बिल्लियों की तरह दहाड़ते नहीं
- सिंह केवल गर्जना (roar) करते हैं
- गले की संरचना अलग होती है
कथन 3 विश्लेषण:
- गलत: नर सिंह अपने territory को mark करते हैं
- मूत्र और खुशबू से अपना क्षेत्र घोषित करते हैं
- गर्जना से भी territory declare करते हैं
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- वन्यजीव व्यवहार और पारिस्थितिकी की समझ
- बड़ी बिल्लियों की प्रजातियों की विशेषताएं
- गिर राष्ट्रीय उद्यान और सिंह संरक्षण कार्यक्रम
UPSC प्रश्न पत्र विश्लेषण - सेट 10
प्राकृतिक आपदा, ऊर्जा स्रोत और कृषि
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित में से कौन-सा "100 मिलियन किसानों" का सही विवरण है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
"100 Million Farmers" Initiative की वास्तविकता:
वैश्विक कृषि पहल का विश्लेषण:
विकल्प (a) विश्लेषण:
- सही: यह जलवायु-स्मार्ट कृषि के लिए एक पहल है
- नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य
- टिकाऊ खाद्य प्रणालियों पर फोकस
- किसान उत्पादकता में वृद्धि का लक्ष्य
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
- विकल्प (b): एयरपोर्ट विकास से संबंधित नहीं
- विकल्प (c): केवल डिजिटल प्लेटफॉर्म नहीं है
- विकल्प (d): व्यापारिक पहुंच मुख्य उद्देश्य नहीं
मुख्य विशेषताएं:
- Climate-smart agriculture को बढ़ावा
- Sustainable farming practices
- Carbon neutrality की दिशा में कदम
- किसानों की आर्थिक स्थिति सुधार
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- जलवायु परिवर्तन और टिकाऊ कृषि का महत्वपूर्ण मुद्दा
- वैश्विक खाद्य सुरक्षा और कार्बन न्यूट्रैलिटी
- भारत की Natural Farming और Climate Smart Agriculture नीतियां
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. बैटरी भंडारण
2. बायोमास जेनरेटर
3. ईंधन सेल
4. रूफटॉप सोलर प्रकाश-वोल्टीक यूनिट
उपर्युक्त में से कितने "वितरित ऊर्जा संसाधन" माने जाते हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
वितरित ऊर्जा संसाधन (Distributed Energy Resources - DER):
DER की परिभाषा: छोटे, विकेंद्रीकृत ऊर्जा उत्पादन और भंडारण प्रणालियां जो उपभोग स्थल के निकट स्थापित होती हैं।
प्रत्येक विकल्प का विश्लेषण:
1. बैटरी भंडारण:
- DER है: स्थानीय ऊर्जा भंडारण
- विकेंद्रीकृत ऊर्जा प्रबंधन
- Grid stability में सहायक
2. बायोमास जेनरेटर:
- DER है: स्थानीय बायोमास से ऊर्जा
- छोटे पैमाने की विकेंद्रीकृत उत्पादन
- कृषि अपशिष्ट का उपयोग
3. ईंधन सेल:
- DER है: स्वच्छ विकेंद्रीकृत ऊर्जा
- हाइड्रोजन आधारित स्थानीय उत्पादन
- विभिन्न पैमानों में उपलब्ध
4. रूफटॉप सोलर:
- DER है: सबसे प्रसिद्ध उदाहरण
- उपभोक्ता स्तर पर ऊर्जा उत्पादन
- Net metering के साथ grid integration
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- नवीकरणीय ऊर्जा और विकेंद्रीकृत ऊर्जा प्रणाली
- भारत की Solar Mission और Rooftop Solar scheme
- Energy transition और grid modernization की नीतियां
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म, एक ऐसे कोर्ट के साथ एक अदृश्य संबंध को दर्शाता है जो इस युग्म के साथ सह-विकसित हुआ है और यह एकमात्र कोर्ट है जो इस पेड़ को परागित कर सकता है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
सह-विकास (Co-evolution) और विशिष्ट परागकण संबंध:
प्रत्येक विकल्प का विश्लेषण:
अंजीर (Fig):
- सही उत्तर: Fig wasp के साथ obligate mutualism
- केवल एक specific wasp species द्वारा परागकण
- Co-evolutionary relationship का सबसे प्रसिद्ध उदाहरण
- Ficus और Agaonidae wasps का जटिल संबंध
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
- महुआ: मधुमक्खियों और अन्य कीटों द्वारा परागकण
- चंदन: विभिन्न प्रकार के कीटों द्वारा परागकण
- सेमल: चमगादड़ों और पक्षियों द्वारा परागकण
Fig-Wasp Mutualism की विशेषताएं:
- एक-दूसरे पर पूर्ण निर्भरता
- Millions of years का co-evolution
- Species-specific relationship
- बिना wasp के fig reproduction असंभव
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- पारिस्थितिकी में सह-विकास की महत्वपूर्ण अवधारणा
- प्रजातियों के बीच पारस्परिक निर्भरता
- जैव विविधता संरक्षण में keystone species की भूमिका
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. मिर्ची
2. मत्स्य
3. मड़ुए (मेकका)
उपर्युक्त में से कितनों में विषाक्त जांतव है?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
प्राकृतिक विषाक्त पदार्थों की उपस्थिति:
प्रत्येक खाद्य पदार्थ का विश्लेषण:
1. मिर्ची:
- विषाक्त तत्व: Capsaicin
- तीखाहट का कारण
- अधिक मात्रा में हानिकारक हो सकता है
2. मत्स्य (मछली):
- संभावित विषाक्त तत्व: कुछ मछलियों में toxins
- Pufferfish में Tetrodotoxin
- खराब मछली में Histamine
- Mercury contamination की संभावना
3. मड़ुए/रागी (Finger Millet):
- विषाक्त तत्व: सामान्यतः safe
- Oxalates की उपस्थिति (किडनी स्टोन का जोखिम)
- Goitrogens की संभावना
निष्कर्ष: तीनों में कुछ न कुछ potentially harmful compounds हैं
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- खाद्य सुरक्षा और प्राकृतिक विषाक्त पदार्थों की जानकारी
- पोषण विज्ञान और स्वास्थ्य पर प्रभाव
- Food processing और detoxification की आवश्यकता
📝 प्रश्न प्रस्तुति:
निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. काजू
2. पपीता
3. रत्न चंदन
उपर्युक्त में से कितने युग्म चासल में भारत के शीर्ष युग्म हैं?
🔍 अवधारणा व्याख्या:
भारत की वैश्विक कृषि उत्पादन में स्थिति:
प्रत्येक फसल में भारत की स्थिति:
1. काजू:
- शीर्ष उत्पादक: भारत विश्व का सबसे बड़ा काजू उत्पादक
- गोवा, केरल, कर्नाटक मुख्य राज्य
- विश्व उत्पादन का लगभग 23% हिस्सा
2. पपीता:
- शीर्ष उत्पादक: भारत विश्व का सबसे बड़ा पपीता उत्पादक
- आंध्र प्रदेश, गुजरात, बिहार मुख्य राज्य
- विश्व उत्पादन का लगभग 40% हिस्सा
3. रत्न चंदन:
- प्रश्न स्पष्ट नहीं: "रत्न चंदन" कोई कृषि फसल नहीं
- संभवतः चंदन की लकड़ी का संदर्भ
- यदि चंदन है तो भारत प्रमुख उत्पादक है
भारत के अन्य शीर्ष उत्पादन:
- दालें, मसाले, चाय, गन्ना आदि में भी शीर्ष स्थान
👨🏫 UPSC एक्सपर्ट टिप्पणी:
- भारतीय कृषि का वैश्विक महत्व और निर्यात क्षमता
- उष्णकटिबंधीय फसलों में भारत की प्रधानता
- कृषि निर्यात नीति और value addition की आवश्यकता