UPSC की तैयारी कब और किस कक्षा से शुरू करें? सम्पूर्ण गाइड

परीक्षा | संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) |
न्यूनतम योग्यता | स्नातक (Graduation) |
प्रमुख पद | IAS, IPS, IFS, IRS |
तैयारी आरंभ | कक्षा 9–12 उपयुक्त मानी जाती |
UPSC की तैयारी कौनसी कक्षा से आरंभ करना चाहिए
UPSC की तैयारी (Union Public Service Commission Preparation) भारत की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी है। यह प्रश्न अक्सर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के मन में आता है कि इस तैयारी की सही शुरुआत किस कक्षा से की जानी चाहिए। सामान्यतः माना जाता है कि कक्षा 9 से 12 के दौरान बुनियादी ज्ञान (foundation) विकसित करना और स्नातक (Graduation) में व्यवस्थित अध्ययन करना सर्वश्रेष्ठ रणनीति होती है।
[संपादित करें]परिचय
संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission - UPSC) भारत की सर्वोच्च परीक्षा संस्था है। यह IAS, IPS, IFS, IRS समेत 20 से अधिक अखिल भारतीय सेवाओं और केंद्रीय सेवाओं के लिए अधिकारी चयन करती है। इस परीक्षा की कठिनाई का स्तर इतना ऊँचा है कि इसे विश्व की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिना जाता है।
इसलिए छात्रों में यह जिज्ञासा बनी रहती है कि तैयारी कब से शुरू की जाए। यद्यपि औपचारिक पात्रता (Eligibility) स्नातक के बाद ही होती है, परंतु आधारभूत ज्ञान और सोचने की क्षमता का विकास विद्यालय स्तर से ही किया जा सकता है।
[संपादित करें]UPSC परीक्षा संरचना
UPSC परीक्षा तीन चरणों में होती है: प्रारंभिक परीक्षा (Prelims), मुख्य परीक्षा (Mains) और साक्षात्कार (Interview)।
चरण | विवरण | प्रमुख विषय |
---|---|---|
प्रारंभिक परीक्षा | दो पेपर (GS और CSAT), वस्तुनिष्ठ प्रश्न | इतिहास, भूगोल, polity, CSAT |
मुख्य परीक्षा | 9 पेपर, वर्णनात्मक | GS I-IV, निबंध, वैकल्पिक विषय |
साक्षात्कार | व्यक्तित्व परीक्षण | वर्तमान घटनाएँ, दृष्टिकोण |
[संपादित करें]कक्षा-वार रणनीति
छात्र किस कक्षा में हैं, उसके अनुसार तैयारी की रणनीति अलग होनी चाहिए।
कक्षा 9
यह आधारशिला रखने का समय है। इतिहास, भूगोल, विज्ञान और बुनियादी गणित पर ध्यान देना चाहिए। समाचार पत्र पढ़ने की आदत डालनी चाहिए।
कक्षा 10
NCERT की किताबें ध्यान से पढ़नी चाहिए। विशेषकर सामाजिक विज्ञान (Social Science) पर फोकस करें।
कक्षा 11
यह समय वैकल्पिक विषय चुनने और गहन अध्ययन शुरू करने का होता है। राजनीति विज्ञान (Polity) और अर्थशास्त्र (Economics) विशेष महत्व रखते हैं।
कक्षा 12
इस स्तर पर समसामयिक घटनाओं (Current Affairs) की गहरी समझ विकसित करनी चाहिए। समाचार पत्र, मासिक पत्रिकाएँ और सरकारी रिपोर्ट पढ़ें।
स्नातक स्तर
यही औपचारिक तैयारी का सही समय है। UPSC syllabus के अनुसार GS और optional subject का व्यवस्थित अध्ययन करना चाहिए।
[संपादित करें]विषय-वार महत्व
विषय | महत्व | स्रोत |
---|---|---|
इतिहास | प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में उच्च वजन | NCERT, Spectrum |
भूगोल | GS पेपर और निबंध | NCERT, G.C. Leong |
राजनीति (Polity) | GS-II में आधारभूत | लक्ष्मीकांत |
अर्थशास्त्र | GS-III के लिए आवश्यक | NCERT, आर्थिक सर्वेक्षण |
विज्ञान | Prelims के लिए बुनियादी | NCERT |
[संपादित करें]अध्ययन स्रोत
- NCERT (कक्षा 6–12)
- समाचार पत्र: The Hindu, Indian Express
- PIB, Yojana, Kurukshetra
- मानक पुस्तकें जैसे लक्ष्मीकांत, Spectrum
[संपादित करें]रणनीति एवं समय प्रबंधन
[संपादित करें]तुलनात्मक तालिकाएँ
कक्षा | फोकस | समय |
---|---|---|
9–10 | आधार मजबूत करना | 2-3 घंटे |
11–12 | गहन अध्ययन | 3-4 घंटे |
स्नातक | UPSC Syllabus आधारित तैयारी | 6-8 घंटे |
[संपादित करें]सफल उम्मीदवार के अनुभव
कई सफल IAS/IPS अधिकारी बताते हैं कि उन्होंने समाचार पत्र पढ़ने और NCERT किताबों से शुरुआत की थी। उन्होंने लगातार अभ्यास और पुनरावृत्ति (Revision) पर ध्यान दिया।
[संपादित करें]निष्कर्ष
UPSC की तैयारी की औपचारिक शुरुआत स्नातक स्तर पर होती है, लेकिन आधारभूत तैयारी कक्षा 9–12 से ही करना लाभदायक है। यह लंबी प्रक्रिया है, जिसमें धैर्य, अनुशासन और निरंतरता सबसे महत्वपूर्ण है।
संदर्भ
- UPSC Official Website – upsc.gov.in
- NCERT Books – ncert.nic.in
- The Hindu Newspaper
- Indian Express Editorials
- भारत सरकार आर्थिक सर्वेक्षण
- Yojana Magazine (भारत सरकार)
- Kurukshetra Journal
- Laxmikanth – Indian Polity
- Spectrum Modern History
- G.C. Leong – Geography
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