सामान्य विज्ञान – रसायन विज्ञान: तत्व, यौगिक, मिश्रण, रासायनिक अभिक्रियाएँ, अम्ल, क्षार, लवण
सामान्य विज्ञान
रसायन विज्ञान
(मूल सिद्धांत)
विषय सूची
1. परिचय
रसायन विज्ञान पदार्थ और उसमें होने वाले परिवर्तनों का अध्ययन है। यह विज्ञान की वह शाखा है जो परमाणुओं और अणुओं के व्यवहार, उनके संयोजन और रासायनिक अभिक्रियाओं को समझने में मदद करती है। रसायन विज्ञान के मूल सिद्धांत हमारे दैनिक जीवन से जुड़े हैं - भोजन पकाने से लेकर दवा बनाने तक, सभी में रासायनिक प्रक्रियाएं शामिल होती हैं।
रसायन विज्ञान की मुख्य शाखाएं:
- अकार्बनिक रसायन: धातुओं, अधातुओं और उनके यौगिकों का अध्ययन
- कार्बनिक रसायन: कार्बन यौगिकों का अध्ययन
- भौतिक रसायन: रासायनिक अभिक्रियाओं में भौतिक नियमों का अध्ययन
- विश्लेषणात्मक रसायन: पदार्थों की संरचना और मात्रा का विश्लेषण
- जैव रसायन: जीवित प्राणियों में होने वाली रासायनिक क्रियाओं का अध्ययन
2. तत्व (Elements)
तत्व सबसे सरल प्रकार का पदार्थ है जिसे रासायनिक विधियों द्वारा और भी सरल पदार्थों में विभाजित नहीं किया जा सकता। तत्व एक ही प्रकार के परमाणुओं से बने होते हैं।
तत्व = एक ही प्रकार के परमाणु = एक ही परमाणु क्रमांक
2.1 तत्वों के प्रकार
तत्वों को उनके गुणधर्मों के आधार पर तीन मुख्य श्रेणियों में बांटा जा सकता है:
1. धातु (Metals):
- भौतिक गुणधर्म: चमकदार, विद्युत और ऊष्मा के सुचालक
- यांत्रिक गुणधर्म: आघातवर्ध्य (Malleable), तन्य (Ductile)
- रासायनिक गुणधर्म: इलेक्ट्रॉन दान करते हैं, धनायन बनाते हैं
- उदाहरण: लोहा (Fe), तांबा (Cu), सोना (Au), चांदी (Ag)
2. अधातु (Non-metals):
- भौतिक गुणधर्म: चमकरहित, विद्युत और ऊष्मा के कुचालक
- यांत्रिक गुणधर्म: भंगुर, तन्य नहीं
- रासायनिक गुणधर्म: इलेक्ट्रॉन ग्रहण करते हैं, ऋणायन बनाते हैं
- उदाहरण: कार्बन (C), ऑक्सीजन (O), नाइट्रोजन (N), सल्फर (S)
3. उपधातु (Metalloids):
- गुणधर्म: धातु और अधातु दोनों के गुणधर्म
- विशेषता: अर्धचालक (Semiconductor) होते हैं
- उदाहरण: सिलिकॉन (Si), जर्मेनियम (Ge), आर्सेनिक (As)
2.2 आवर्त सारणी
आवर्त सारणी तत्वों की एक व्यवस्थित तालिका है जिसमें तत्वों को उनके परमाणु क्रमांक के अनुसार व्यवस्थित किया गया है।
आवर्त सारणी की विशेषताएं:
- आवर्त (Periods): 7 क्षैतिज पंक्तियां
- समूह (Groups): 18 ऊर्ध्वाधर स्तंभ
- व्यवस्था: बढ़ते परमाणु क्रमांक के क्रम में
महत्वपूर्ण समूह:
- समूह 1: क्षार धातुएं (Li, Na, K, Rb, Cs, Fr)
- समूह 2: क्षारीय मृदा धातुएं (Be, Mg, Ca, Sr, Ba, Ra)
- समूह 17: हैलोजन (F, Cl, Br, I, At)
- समूह 18: उत्कृष्ट गैसें (He, Ne, Ar, Kr, Xe, Rn)
2.3 महत्वपूर्ण तत्व
| तत्व | संकेत | परमाणु क्रमांक | महत्वपूर्ण उपयोग |
|---|---|---|---|
| हाइड्रोजन | H | 1 | ईंधन, अमोनिया निर्माण |
| कार्बन | C | 6 | ईंधन, स्टील निर्माण |
| ऑक्सीजन | O | 8 | श्वसन, दहन |
| सोडियम | Na | 11 | नमक, साबुन निर्माण |
| लोहा | Fe | 26 | स्टील निर्माण |
| तांबा | Cu | 29 | विद्युत तार |
| चांदी | Ag | 47 | आभूषण, सिक्के |
| सोना | Au | 79 | आभूषण, निवेश |
3. यौगिक (Compounds)
यौगिक दो या अधिक विभिन्न तत्वों के परमाणुओं के एक निश्चित अनुपात में रासायनिक संयोजन से बनते हैं। यौगिकों के गुणधर्म उनके घटक तत्वों से भिन्न होते हैं।
यौगिक = दो या अधिक तत्व + निश्चित अनुपात + रासायनिक बंध
3.1 यौगिकों के प्रकार
संयोजन के आधार पर:
- आयनिक यौगिक (Ionic Compounds)
- सहसंयोजक यौगिक (Covalent Compounds)
संरचना के आधार पर:
- अकार्बनिक यौगिक: कार्बन रहित या सरल कार्बन यौगिक
- कार्बनिक यौगिक: कार्बन-हाइड्रोजन श्रृंखला वाले यौगिक
3.2 आयनिक और सहसंयोजक यौगिक
आयनिक यौगिक:
- निर्माण: धातु और अधातु के बीच इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण
- बंध: आयनिक बंध (विद्युत स्थैतिक आकर्षण)
- गुणधर्म: उच्च गलनांक, जल में घुलनशील, विद्युत चालक
- उदाहरण: NaCl (नमक), CaCO₃ (चूना पत्थर), MgO
सहसंयोजक यौगिक:
- निर्माण: अधातुओं के बीच इलेक्ट्रॉन साझाकरण
- बंध: सहसंयोजक बंध
- गुणधर्म: कम गलनांक, कार्बनिक विलायकों में घुलनशील
- उदाहरण: H₂O (पानी), CO₂ (कार्बन डाइऑक्साइड), CH₄ (मीथेन)
3.3 महत्वपूर्ण यौगिक
दैनिक जीवन के महत्वपूर्ण यौगिक:
- पानी (H₂O): जीवन के लिए आवश्यक, सार्वभौमिक विलायक
- नमक (NaCl): भोजन में स्वाद, शरीर में आयन संतुलन
- चीनी (C₁₂H₂₂O₁₁): ऊर्जा का स्रोत
- खाना सोडा (NaHCO₃): बेकिंग, अम्लता कम करना
- एस्पिरिन (C₉H₈O₄): दर्द निवारक दवा
4. मिश्रण (Mixtures)
मिश्रण दो या अधिक पदार्थों का भौतिक संयोजन है जिसमें घटक पदार्थ अपनी व्यक्तिगत पहचान बनाए रखते हैं। मिश्रण में घटकों का अनुपात परिवर्तनशील हो सकता है।
4.1 मिश्रण के प्रकार
1. समांगी मिश्रण (Homogeneous Mixtures):
- परिभाषा: पूरे मिश्रण में एकसमान संयोजन
- विशेषता: घटकों की पहचान अलग से नहीं हो सकती
- अन्य नाम: विलयन (Solutions)
- उदाहरण: चीनी का पानी, नमक का पानी, हवा, स्टील
2. विषमांगी मिश्रण (Heterogeneous Mixtures):
- परिभाषा: असमान संयोजन, अलग-अलग भाग दिखाई देते हैं
- विशेषता: घटकों की पहचान अलग से हो सकती है
- उदाहरण: तेल और पानी, बालू और पानी, दूध, मिट्टी
विलयन के प्रकार:
- विलेय (Solute): कम मात्रा में घुलने वाला पदार्थ
- विलायक (Solvent): अधिक मात्रा में घोलने वाला पदार्थ
- तनु विलयन: विलेय की कम मात्रा
- सांद्र विलयन: विलेय की अधिक मात्रा
- संतृप्त विलयन: अधिकतम घुलनशीलता
4.2 पृथक्करण की विधियां
मिश्रण के घटकों को अलग करने के लिए विभिन्न भौतिक विधियों का उपयोग किया जाता है:
1. छानना (Filtration):
- सिद्धांत: कण आकार के आधार पर पृथक्करण
- उपयोग: अघुलनशील ठोस को द्रव से अलग करना
- उदाहरण: रेत और पानी का मिश्रण
2. वाष्पीकरण (Evaporation):
- सिद्धांत: वाष्पीकरण दर के अंतर पर आधारित
- उपयोग: घुलनशील ठोस को द्रव से अलग करना
- उदाहरण: नमक और पानी का मिश्रण
3. आसवन (Distillation):
- सिद्धांत: क्वथनांक के अंतर पर आधारित
- उपयोग: द्रवों के मिश्रण को अलग करना
- उदाहरण: शराब और पानी का मिश्रण
4. चुंबकीय पृथक्करण (Magnetic Separation):
- सिद्धांत: चुंबकीय गुणधर्म के आधार पर
- उपयोग: चुंबकीय पदार्थ को अचुंबकीय से अलग करना
- उदाहरण: लोहे के बुरादे और रेत का मिश्रण
5. अपकेंद्रण (Centrifugation):
- सिद्धांत: घनत्व के अंतर पर आधारित
- उपयोग: सूक्ष्म कणों को अलग करना
- उदाहरण: दूध से मक्खन निकालना
5. रासायनिक अभिक्रियाएं
रासायनिक अभिक्रिया एक प्रक्रिया है जिसमें एक या अधिक पदार्थ (अभिकारक) परस्पर क्रिया करके नए पदार्थ (उत्पाद) बनाते हैं। इस प्रक्रिया में रासायनिक बंधों का टूटना और बनना होता है।
अभिकारक (Reactants) → उत्पाद (Products)
A + B → C + D
5.1 अभिक्रियाओं के प्रकार
1. संयोजन अभिक्रिया (Combination Reaction):
- परिभाषा: दो या अधिक पदार्थ मिलकर एक नया पदार्थ बनाते हैं
- सामान्य रूप: A + B → AB
- उदाहरण: 2H₂ + O₂ → 2H₂O
- अन्य नाम: संश्लेषण अभिक्रिया
2. वियोजन अभिक्रिया (Decomposition Reaction):
- परिभाषा: एक यौगिक टूटकर दो या अधिक सरल पदार्थ बनाता है
- सामान्य रूप: AB → A + B
- उदाहरण: 2H₂O → 2H₂ + O₂ (विद्युत अपघटन द्वारा)
3. विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction):
- परिभाषा: अधिक सक्रिय तत्व कम सक्रिय तत्व को विस्थापित करता है
- सामान्य रूप: A + BC → AC + B
- उदाहरण: Zn + CuSO₄ → ZnSO₄ + Cu
4. द्विविस्थापन अभिक्रिया (Double Displacement Reaction):
- परिभाषा: दो यौगिकों के बीच आयनों का आदान-प्रदान
- सामान्य रूप: AB + CD → AD + CB
- उदाहरण: AgNO₃ + NaCl → AgCl + NaNO₃
5. ऑक्सीकरण-अपचयन अभिक्रिया (Redox Reaction):
- ऑक्सीकरण: इलेक्ट्रॉन का त्याग या ऑक्सीजन का योग
- अपचयन: इलेक्ट्रॉन का ग्रहण या हाइड्रोजन का योग
- उदाहरण: 2Mg + O₂ → 2MgO
5.2 अभिक्रिया की शर्तें
अभिक्रिया को प्रभावित करने वाले कारक:
- तापमान: उच्च तापमान पर अभिक्रिया की दर बढ़ती है
- दाब: गैसीय अभिक्रियाओं में दाब का प्रभाव
- सांद्रता: अभिकारकों की सांद्रता बढ़ने पर दर बढ़ती है
- उत्प्रेरक: अभिक्रिया की दर बढ़ाने वाले पदार्थ
- सतह क्षेत्र: छोटे कण तेजी से अभिक्रिया करते हैं
| अभिक्रिया का प्रकार | सामान्य रूप | उदाहरण | विशेषता |
|---|---|---|---|
| संयोजन | A + B → AB | H₂ + Cl₂ → 2HCl | ऊष्माक्षेपी |
| वियोजन | AB → A + B | CaCO₃ → CaO + CO₂ | ऊष्माशोषी |
| विस्थापन | A + BC → AC + B | Fe + CuSO₄ → FeSO₄ + Cu | सक्रियता श्रेणी |
| द्विविस्थापन | AB + CD → AD + CB | BaCl₂ + H₂SO₄ → BaSO₄ + 2HCl | अवक्षेप निर्माण |
6. अम्ल (Acids)
अम्ल वे पदार्थ हैं जो जल में घुलकर हाइड्रोजन आयन (H⁺) मुक्त करते हैं। ये स्वाद में खट्टे होते हैं और नीले लिटमस पत्र को लाल कर देते हैं।
अम्ल = H⁺ आयन दाता
HCl → H⁺ + Cl⁻
अम्ल के गुणधर्म:
- स्वाद: खट्टा
- लिटमस परीक्षण: नीले लिटमस को लाल करते हैं
- pH मान: 7 से कम
- विद्युत चालकता: जलीय विलयन में विद्युत चालक
- धातुओं से अभिक्रिया: हाइड्रोजन गैस निकालते हैं
अम्ल के प्रकार:
1. प्राकृतिक अम्ल:
- साइट्रिक अम्ल: नींबू, संतरा में
- एसिटिक अम्ल: सिरका में
- टार्टरिक अम्ल: अंगूर में
- ऑक्जेलिक अम्ल: टमाटर में
- फॉर्मिक अम्ल: चींटी के डंक में
2. खनिज अम्ल:
- हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl): तेज अम्ल, पेट में पाया जाता है
- सल्फ्यूरिक अम्ल (H₂SO₄): अम्लों का राजा
- नाइट्रिक अम्ल (HNO₃): विस्फोटक निर्माण में उपयोग
- फॉस्फोरिक अम्ल (H₃PO₄): उर्वरक निर्माण में
अम्ल की सामर्थ्य:
- प्रबल अम्ल: पूर्ण आयनीकरण (HCl, H₂SO₄, HNO₃)
- दुर्बल अम्ल: आंशिक आयनीकरण (CH₃COOH, H₂CO₃)
7. क्षार (Bases)
क्षार वे पदार्थ हैं जो जल में घुलकर हाइड्रॉक्साइड आयन (OH⁻) मुक्त करते हैं। ये स्पर्श में चिकने लगते हैं और लाल लिटमस पत्र को नीला कर देते हैं।
क्षार = OH⁻ आयन दाता
NaOH → Na⁺ + OH⁻
क्षार के गुणधर्म:
- स्वाद: कड़वा
- स्पर्श: चिकना (साबुनी)
- लिटमस परीक्षण: लाल लिटमस को नीला करते हैं
- pH मान: 7 से अधिक
- अम्ल से अभिक्रिया: उदासीनीकरण अभिक्रिया
क्षार के प्रकार:
1. क्षार धातु हाइड्रॉक्साइड:
- सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH): कास्टिक सोडा
- पोटेशियम हाइड्रॉक्साइड (KOH): कास्टिक पोटाश
- लिथियम हाइड्रॉक्साइड (LiOH): दुर्बल क्षार
2. क्षारीय मृदा धातु हाइड्रॉक्साइड:
- कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड [Ca(OH)₂]: चूना पानी
- मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड [Mg(OH)₂]: मिल्क ऑफ मैग्नीशिया
- बेरियम हाइड्रॉक्साइड [Ba(OH)₂]: बेराइटा वाटर
अमोनिया (NH₃):
- विशेषता: OH⁻ आयन नहीं देता लेकिन क्षारीय गुण दिखाता है
- कारण: पानी से OH⁻ आयन स्वीकार करता है
- अभिक्रिया: NH₃ + H₂O → NH₄⁺ + OH⁻
8. लवण (Salts)
लवण अम्ल और क्षार के बीच उदासीनीकरण अभिक्रिया से बनने वाले यौगिक हैं। ये आयनिक यौगिक होते हैं जो धनायन और ऋणायन से मिलकर बने होते हैं।
अम्ल + क्षार → लवण + पानी
HCl + NaOH → NaCl + H₂O
लवण के प्रकार:
1. सामान्य लवण:
- परिभाषा: अम्ल के सभी H⁺ आयन क्षार द्वारा प्रतिस्थापित
- उदाहरण: NaCl, KBr, CaSO₄
2. अम्लीय लवण:
- परिभाषा: अम्ल के कुछ H⁺ आयन अप्रतिस्थापित
- उदाहरण: NaHSO₄, KHCO₃
3. क्षारीय लवण:
- परिभाषा: क्षार के कुछ OH⁻ आयन अप्रतिस्थापित
- उदाहरण: Mg(OH)Cl, Al(OH)₂Cl
4. मिश्रित लवण:
- परिभाषा: एक से अधिक धनायन या ऋणायन
- उदाहरण: CaOCl₂ (ब्लीचिंग पाउडर)
महत्वपूर्ण लवण और उनके उपयोग:
| लवण | रासायनिक नाम | सूत्र | मुख्य उपयोग |
|---|---|---|---|
| नमक | सोडियम क्लोराइड | NaCl | भोजन, अचार बनाना |
| खाना सोडा | सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट | NaHCO₃ | बेकिंग, अम्लता कम करना |
| धोने का सोडा | सोडियम कार्बोनेट | Na₂CO₃.10H₂O | कपड़े धोना, कांच बनाना |
| जिप्सम | कैल्शियम सल्फेट | CaSO₄.2H₂O | प्लास्टर ऑफ पेरिस |
| नील थोथा | कॉपर सल्फेट | CuSO₄.5H₂O | कवकनाशी, विद्युत लेपन |
pH स्केल:
- pH < 7: अम्लीय (लाल)
- pH = 7: उदासीन (हरा)
- pH > 7: क्षारीय (नीला)
- सबसे अम्लीय: pH = 0
- सबसे क्षारीय: pH = 14
9. प्रश्नोत्तरी
10. निबंधात्मक प्रश्न
आवर्त सारणी आधुनिक रसायन विज्ञान की आधारशिला है। यह तत्वों की एक व्यवस्थित तालिका है जो रसायन विज्ञान के अध्ययन को सरल और व्यवस्थित बनाती है।
आवर्त सारणी का विकास:
- डॉबेराइनर का नियम (1829): तत्वों के त्रिक (Triads)
- न्यूलैंड्स का अष्टक नियम (1865): हर आठवें तत्व में समानता
- मेंडेलीव की आवर्त सारणी (1869): परमाणु भार के आधार पर
- आधुनिक आवर्त सारणी: मोसले द्वारा परमाणु क्रमांक के आधार पर
आवर्त सारणी की संरचना:
आवर्त (Periods):
- कुल 7 आवर्त (क्षैतिज पंक्तियां)
- प्रत्येक आवर्त में बाएं से दाएं परमाणु क्रमांक बढ़ता है
- प्रत्येक आवर्त में तत्वों का बाह्यतम इलेक्ट्रॉन कोश समान होता है
समूह (Groups):
- कुल 18 समूह (ऊर्ध्वाधर स्तंभ)
- प्रत्येक समूह में संयोजी इलेक्ट्रॉन समान होते हैं
- समान रासायनिक गुणधर्म
महत्वपूर्ण समूह और उनकी विशेषताएं:
समूह 1 - क्षार धातुएं:
- तत्व: Li, Na, K, Rb, Cs, Fr
- एक संयोजी इलेक्ट्रॉन
- अत्यधिक क्रियाशील
- जल के साथ तीव्र अभिक्रिया
समूह 17 - हैलोजन:
- तत्व: F, Cl, Br, I, At
- सात संयोजी इलेक्ट्रॉन
- अत्यधिक क्रियाशील अधातुएं
- द्विपरमाणुक अणु बनाते हैं
समूह 18 - उत्कृष्ट गैसें:
- तत्व: He, Ne, Ar, Kr, Xe, Rn
- पूर्ण बाह्यतम कोश
- रासायनिक रूप से निष्क्रिय
- एकपरमाणुक गैसें
आवर्त सारणी में आवर्तिता (Periodicity):
1. परमाणु आकार:
- आवर्त में बाएं से दाएं घटता है
- समूह में ऊपर से नीचे बढ़ता है
- कारण: नाभिकीय आवेश में वृद्धि
2. आयनीकरण ऊर्जा:
- आवर्त में बाएं से दाएं बढ़ती है
- समूह में ऊपर से नीचे घटती है
- उत्कृष्ट गैसों की सर्वाधिक
3. धात्विक गुण:
- आवर्त में बाएं से दाएं घटता है
- समूह में ऊपर से नीचे बढ़ता है
- बाएं में धातुएं, दाएं में अधातुएं
4. विद्युत ऋणात्मकता:
- आवर्त में बाएं से दाएं बढ़ती है
- समूह में ऊपर से नीचे घटती है
- फ्लोरीन की सर्वाधिक (4.0)
आवर्त सारणी का महत्व:
1. वैज्ञानिक महत्व:
- तत्वों के गुणधर्मों की भविष्यवाणी
- नए तत्वों की खोज में सहायक
- रासायनिक अभिक्रियाओं की समझ
- यौगिकों के सूत्र निर्धारण में सहायक
2. व्यावहारिक महत्व:
- उद्योगों में कच्चे माल का चयन
- मिश्र धातुओं का निर्माण
- दवा निर्माण में सहायक
- नई सामग्री का विकास
3. शैक्षणिक महत्व:
- रसायन विज्ञान की समझ का आधार
- तत्वों के व्यवस्थित अध्ययन
- रासायनिक बंधन की समझ
- आणविक संरचना की भविष्यवाणी
आधुनिक संशोधन और भविष्य:
- सुपर हेवी एलिमेंट्स की खोज
- स्थिरता द्वीप (Island of Stability) की अवधारणा
- नैनो तकनीक में अनुप्रयोग
- क्वांटम रसायन में भूमिका
निष्कर्ष: आवर्त सारणी केवल तत्वों की एक तालिका नहीं है बल्कि यह पदार्थ की मूलभूत संरचना को समझने का एक शक्तिशाली उपकरण है। इसकी आवर्तिता न केवल प्राकृतिक नियमों को दर्शाती है बल्कि भविष्य के वैज्ञानिक विकास की दिशा भी निर्धारित करती है।
अम्ल, क्षार और लवण रसायन विज्ञान के मौलिक यौगिक हैं जो हमारे दैनिक जीवन में व्यापक रूप से पाए जाते हैं और उपयोग किए जाते हैं। इनकी समझ जीव विज्ञान, भूगोल, और औद्योगिक प्रक्रियाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अम्ल (Acids):
परिभाषा और सिद्धांत:
- अरहेनियस सिद्धांत: H⁺ आयन मुक्त करने वाले पदार्थ
- ब्रॉन्स्टेड-लॉरी सिद्धांत: प्रोटॉन दाता
- लुईस सिद्धांत: इलेक्ट्रॉन जोड़ा स्वीकारकर्ता
अम्ल के भौतिक गुणधर्म:
- स्वाद में खट्टे
- नीले लिटमस को लाल करते हैं
- pH < 7
- जलीय विलयन में विद्युत चालक
- त्वचा पर जलन पैदा करते हैं
अम्ल के रासायनिक गुणधर्म:
- धातुओं से अभिक्रिया: Zn + 2HCl → ZnCl₂ + H₂
- कार्बोनेट से अभिक्रिया: CaCO₃ + 2HCl → CaCl₂ + H₂O + CO₂
- क्षार से अभिक्रिया: HCl + NaOH → NaCl + H₂O
अम्ल का वर्गीकरण:
स्रोत के आधार पर:
- कार्बनिक अम्ल: एसिटिक अम्ल (CH₃COOH), साइट्रिक अम्ल
- अकार्बनिक अम्ल: HCl, H₂SO₄, HNO₃
सामर्थ्य के आधार पर:
- प्रबल अम्ल: HCl, H₂SO₄, HNO₃ (पूर्ण आयनीकरण)
- दुर्बल अम्ल: CH₃COOH, H₂CO₃ (आंशिक आयनीकरण)
क्षार (Bases):
परिभाषा और गुणधर्म:
- OH⁻ आयन मुक्त करने वाले पदार्थ
- स्वाद में कड़वे
- स्पर्श में चिकने (साबुनी)
- लाल लिटमस को नीला करते हैं
- pH > 7
क्षार के प्रकार:
- प्रबल क्षार: NaOH, KOH, Ca(OH)₂
- दुर्बल क्षार: NH₄OH, Mg(OH)₂
लवण (Salts):
निर्माण और वर्गीकरण:
1. सामान्य लवण:
- उदाहरण: NaCl, KBr, CaSO₄
- पूर्ण उदासीनीकरण से बनते हैं
- न्यूट्रल pH (लगभग 7)
2. अम्लीय लवण:
- उदाहरण: NaHSO₄, KHCO₃
- आंशिक उदासीनीकरण से बनते हैं
- pH < 7
3. क्षारीय लवण:
- उदाहरण: Na₂CO₃, CH₃COONa
- दुर्बल अम्ल और प्रबल क्षार से बनते हैं
- pH > 7
दैनिक जीवन में उपयोग:
अम्ल के उपयोग:
1. भोजन और पेय पदार्थ:
- साइट्रिक अम्ल: नींबू, संतरा में प्राकृतिक रूप से
- एसिटिक अम्ल: सिरका, अचार बनाने में
- टार्टरिक अम्ल: बेकिंग पाउडर में
- कार्बनिक अम्ल: फलों का स्वाद और संरक्षण
2. औद्योगिक उपयोग:
- सल्फ्यूरिक अम्ल: उर्वरक, बैटरी, धातु शोधन
- हाइड्रोक्लोरिक अम्ल: धातु सफाई, pH नियंत्रण
- नाइट्रिक अम्ल: विस्फोटक, उर्वरक निर्माण
3. चिकित्सा क्षेत्र:
- पेट में HCl पाचन में सहायक
- एस्पिरिन (एसिटाइल सैलिसिलिक अम्ल)
- विटामिन सी (एस्कॉर्बिक अम्ल)
क्षार के उपयोग:
1. घरेलू उपयोग:
- कास्टिक सोडा (NaOH): साबुन निर्माण, सफाई
- चूना पानी: दीवारों की सफेदी
- बेकिंग सोडा: खाना बनाने में
2. औद्योगिक उपयोग:
- कागज निर्माण
- पेट्रोलियम शोधन
- कपड़ा उद्योग
- धातु निष्कर्षण
लवण के उपयोग:
1. खाद्य उद्योग:
- नमक (NaCl): स्वाद, परिरक्षण
- बेकिंग सोडा (NaHCO₃): खमीर उठाने में
- खाना सोडा: अम्लता कम करने में
2. चिकित्सा:
- ORS: निर्जलीकरण का इलाज
- मैग्नीशिया दूध: एंटासिड
- एप्सम सॉल्ट: रेचक
3. उद्योग:
- ब्लीचिंग पाउडर: कीटाणुनाशक
- जिप्सम: सीमेंट, प्लास्टर
- फिटकरी: जल शुद्धीकरण
pH और बफर सिस्टम:
pH स्केल का महत्व:
- जैविक प्रक्रियाओं में pH नियंत्रण आवश्यक
- रक्त का pH 7.35-7.45 (अत्यंत महत्वपूर्ण)
- मिट्टी का pH फसल उत्पादन को प्रभावित करता है
- जल की गुणवत्ता निर्धारण में उपयोग
पर्यावरणीय प्रभाव:
- अम्ल वर्षा: SO₂ और NO₂ से बनने वाले अम्ल
- मृदा अम्लता: कृषि उत्पादन पर प्रभाव
- जल प्रदूषण: औद्योगिक अपशिष्ट से pH परिवर्तन
निष्कर्ष: अम्ल, क्षार और लवण न केवल रसायन विज्ञान के मौलिक यौगिक हैं बल्कि हमारे दैनिक जीवन, उद्योग, कृषि और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इनकी समझ आधुनिक जीवन की अनेक समस्याओं के समाधान में सहायक है और वैज्ञानिक प्रगति का आधार है।
यह सामग्री केवल शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है। सभी अधिकार सुरक्षित हैं।
सामान्य विज्ञान – रसायन विज्ञान (Basics)
Elements, Compounds, Mixtures, Reactions, Acids, Bases, Salts
Quick Facts
- तत्व (Element): एक ही प्रकार के परमाणु से बना पदार्थ (जैसे – हाइड्रोजन, ऑक्सीजन)।
- यौगिक (Compound): दो या अधिक तत्व निश्चित अनुपात में रासायनिक रूप से जुड़े (जैसे – पानी, NaCl)।
- मिश्रण (Mixture): दो या अधिक पदार्थ बिना रासायनिक बंधन के (जैसे – हवा, दूध)।
- रासायनिक अभिक्रिया: एक या अधिक पदार्थ का नए पदार्थ में परिवर्तन (जैसे – Fe + O₂ → Fe₂O₃)।
- अम्ल: हाइड्रोजन आयन (H⁺) देने वाले (जैसे – HCl, H₂SO₄)।
- क्षार: हाइड्रॉक्साइड आयन (OH⁻) देने वाले (जैसे – NaOH, KOH)।
- लवण: अम्ल और क्षार की अभिक्रिया से बनने वाला यौगिक (जैसे – NaCl, CaCO₃)।
PYQ-Style MCQs
-
पानी का रासायनिक सूत्र क्या है?
Answer: H₂O
दो हाइड्रोजन और एक ऑक्सीजन परमाणु से बना यौगिक।
-
दूध किस प्रकार का मिश्रण है?
Answer: कोलॉइड
दूध में वसा और पानी का कोलॉइडल मिश्रण होता है।
-
NaOH किस प्रकार का यौगिक है?
Answer: क्षार
यह हाइड्रॉक्साइड आयन (OH⁻) देता है, इसलिए क्षार है।
-
HCl अम्लीय है क्योंकि:
Answer: यह H⁺ आयन देता है
जल में घुलने पर हाइड्रोजन आयन उत्पन्न करता है।
-
NaCl किसकी अभिक्रिया से बनता है?
Answer: HCl और NaOH
अम्ल (HCl) + क्षार (NaOH) → लवण (NaCl) + पानी।
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