RBSE Senior Secondary Examination 2024 – Physics (Question Paper & Answers)

| अक्टूबर 19, 2025
वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा 2024 - भौतिकी - विकिपीडिया

वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा, 2024 (भौतिकी)

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
परीक्षा विवरण
परीक्षा: वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा
विषय: भौतिकी
वर्ष: 2024
प्रश्न-पत्र: SS-40
कुल प्रश्न: 20
पूर्णांक: 56
समय: 3 घंटे 15 मिनट
आयोजक: RBSE

यह लेख राजस्थान बोर्ड की वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा 2024 के भौतिकी विषय से संबंधित है।

वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा 2024 - भौतिकी राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण परीक्षा थी। यह परीक्षा कक्षा 12 के छात्रों के लिए आयोजित की गई जिसमें विद्युत चुम्बकत्व, प्रकाशिकी, आधुनिक भौतिकी, और परमाणु भौतिकी के विभिन्न पहलुओं से प्रश्न पूछे गए।

खंड A - बहुविकल्पीय प्रश्न

इस खंड में 16 बहुविकल्पीय प्रश्न थे, प्रत्येक 0.5 अंक का।

प्रश्न 1(i): विद्युत फ्लक्स

प्रश्न: किसी बिंदु आवेश को केन्द्र मानकर खींचे गए 15cm त्रिज्या के गोलीय गाउसीय पृष्ठ पर विद्युत फ्लक्स का मान 'Φ' है। यदि इस पृष्ठ की त्रिज्या तिगुनी कर दें तो पृष्ठ से गुजरने वाला विद्युत फ्लक्स का मान होगा—

उत्तर: D) Φ

व्याख्या: गाउस के नियम के अनुसार, किसी बंद पृष्ठ से गुजरने वाला कुल विद्युत फ्लक्स केवल परिबद्ध आवेश पर निर्भर करता है, पृष्ठ के आकार या त्रिज्या पर नहीं। सूत्र Φ = q/ε₀ में q स्थिर है, इसलिए फ्लक्स अपरिवर्तित रहेगा।

प्रश्न 1(ii): परावैद्युत सामर्थ्य

प्रश्न: वायु के लिए परावैद्युत सामर्थ्य का मान होता है—

उत्तर: A) 3 × 10⁶ V/m

व्याख्या: परावैद्युत सामर्थ्य (dielectric strength) वह अधिकतम विद्युत क्षेत्र है जिसे कोई पदार्थ बिना टूटे सहन कर सकता है। वायु के लिए यह मान लगभग 3 × 10⁶ V/m होता है।

प्रश्न 1(iii): प्रतिरोधकता का मात्रक

प्रश्न: प्रतिरोधकता का SI मात्रक है—

उत्तर: A) Ω·m

व्याख्या: प्रतिरोधकता (resistivity) का SI मात्रक ओम-मीटर (Ω·m) होता है। यह सूत्र ρ = RA/l से प्राप्त होता है।

प्रश्न 1(iv): व्हीटस्टोन सेतु

प्रश्न: दिये गए चित्र में यदि व्हीटस्टोन सेतु संतुलित अवस्था में हो तो प्रतिरोध 'S' का मान होगा—

30Ω 18Ω 10Ω S
व्हीटस्टोन सेतु परिपथ

उत्तर: D) 6Ω

हल: व्हीटस्टोन सेतु के संतुलन की शर्त: P/Q = R/S

यहाँ: 30/18 = 10/S

S = (10 × 18)/30 = 180/30 = 6Ω

प्रश्न 1(v): आवेशित कण का पथ

प्रश्न: जब कोई आवेशित कण एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में क्षेत्र के लंबवत् दिशा में गति करता है तो कण का पथ होगा—

उत्तर: B) वृत्ताकार

व्याख्या: जब आवेशित कण चुंबकीय क्षेत्र के लंबवत् गति करता है, तो लोरेंत्ज बल F = qvB सदैव वेग के लंबवत् होता है और केन्द्राभिमुख बल का कार्य करता है, जिससे कण वृत्तीय पथ पर चलता है।

प्रश्न 1(vi): अन्योन्य प्रेरण

प्रश्न: अन्योन्य प्रेरण के सिद्धांत पर आधारित उपकरण है—

उत्तर: D) ट्रांसफार्मर

व्याख्या: ट्रांसफार्मर अन्योन्य प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है जहाँ एक कुंडली में धारा परिवर्तन से दूसरी कुंडली में विद्युत वाहक बल प्रेरित होता है।

प्रश्न 1(vii): विस्थापन धारा

प्रश्न: विस्थापन धारा (Id) का सूत्र है—

उत्तर: A) Id = ε₀(dΦE/dt)

व्याख्या: मैक्सवेल ने विस्थापन धारा की अवधारणा दी जो संधारित्र की प्लेटों के बीच विद्युत क्षेत्र में परिवर्तन के कारण उत्पन्न होती है। सूत्र: Id = ε₀(dΦE/dt)

प्रश्न 1(viii): ऋणात्मक आवर्धन

प्रश्न: यदि किसी प्रकाशिक उपकरण का आवर्धन ऋणात्मक हो तो प्रतिबिंब सदैव होगा—

उत्तर: A) वास्तविक एवं उल्टा

व्याख्या: ऋणात्मक आवर्धन (m < 0) का अर्थ है कि प्रतिबिंब उल्टा है। उल्टा प्रतिबिंब हमेशा वास्तविक होता है।

प्रश्न 1(ix): संयुक्त सूक्ष्मदर्शी

प्रश्न: यदि संयुक्त सूक्ष्मदर्शी में अभिदृश्यक एवं नेत्रिका का आवर्धन क्रमशः 'mo' एवं 'me' हो तो सूक्ष्मदर्शी की कुल आवर्धन क्षमता (m) होगी—

उत्तर: C) m = mo × me

व्याख्या: संयुक्त सूक्ष्मदर्शी में कुल आवर्धन दोनों लेंसों के आवर्धन का गुणनफल होता है।

प्रश्न 1(x): सूर्य का प्रकाश

प्रश्न: सूर्य से प्राप्त प्राकृतिक प्रकाश होता है—

उत्तर: B) अध्रुवित

व्याख्या: सूर्य से आने वाला प्राकृतिक प्रकाश अध्रुवित होता है क्योंकि इसमें सभी दिशाओं में कंपन करने वाली तरंगें होती हैं।

प्रश्न 1(xi): निरोधी विभव

प्रश्न: किसी धातु से उत्सर्जित प्रकाशिक इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा 1.8 eV है। निरोधी विभव (अंतक वोल्टता) का मान होगा—

उत्तर: C) 1.8 V

व्याख्या: प्रकाश विद्युत प्रभाव में, निरोधी विभव V₀ और अधिकतम गतिज ऊर्जा KEmax में संबंध: eV₀ = KEmax
अतः V₀ = 1.8 eV / e = 1.8 V

प्रश्न 1(xii): फोटॉन का संवेग

प्रश्न: फोटॉन का संवेग (p) होता है—

उत्तर: A) p = h/λ

व्याख्या: दे ब्रॉग्ली संबंध के अनुसार, किसी कण का संवेग p = h/λ होता है, जहाँ h प्लांक नियतांक और λ तरंगदैर्ध्य है।

प्रश्न 1(xiii): प्रकीर्णन कोण

प्रश्न: संघट्ट प्राचल के अधिकतम मान के लिए ऐल्फा-कण का प्रकीर्णन कोण होता है—

उत्तर: D) 0°

व्याख्या: रदरफोर्ड प्रकीर्णन में, जब संघट्ट प्राचल (impact parameter) अधिकतम होता है, अर्थात् α-कण नाभिक से बहुत दूर से गुजरता है, तो प्रकीर्णन कोण न्यूनतम (0°) होता है।

प्रश्न 1(xiv): उत्तेजन ऊर्जा

प्रश्न: हाइड्रोजन परमाणु में किसी इलेक्ट्रॉन की पहली उत्तेजित अवस्था में आवश्यक उत्तेजन ऊर्जा का मान होता है—

उत्तर: B) 10.2 eV

व्याख्या: हाइड्रोजन में ऊर्जा स्तर: En = -13.6/n² eV
E₁ = -13.6 eV, E₂ = -3.4 eV
उत्तेजन ऊर्जा = E₂ - E₁ = -3.4 - (-13.6) = 10.2 eV

प्रश्न 1(xv): समस्थानिक

प्रश्न: वे परमाणु जिनके परमाणु क्रमांक समान लेकिन द्रव्यमान संख्या भिन्न होते हैं, कहलाते हैं—

उत्तर: C) समस्थानिक

व्याख्या: समस्थानिक (isotopes) एक ही तत्व के वे परमाणु हैं जिनमें प्रोटॉनों की संख्या समान (Z समान) लेकिन न्यूट्रॉनों की संख्या भिन्न (A भिन्न) होती है।

प्रश्न 1(xvi): अकार्बनिक अर्धचालक

प्रश्न: अकार्बनिक अर्धचालक का उदाहरण है—

उत्तर: B) CdS

व्याख्या: CdS (कैडमियम सल्फाइड) एक अकार्बनिक अर्धचालक है। Ge (जर्मेनियम) तात्विक अर्धचालक है, जबकि एंथ्रासीन और पॉलीएनिलीन कार्बनिक अर्धचालक हैं।

खंड A - रिक्त स्थान भरें

प्रश्न 2(i): विद्युत क्षेत्र रेखाएं

प्रश्न: एकल धनावेश के कारण वैद्युत क्षेत्र रेखाएं त्रिज्यतः ___ होती हैं।

उत्तर: बाहर की ओर (radially outward)

प्रश्न 2(ii): गतिशीलता

प्रश्न: इकाई विद्युत क्षेत्र लगाने पर इलेक्ट्रॉनों के अपवाह वेग के परिमाण को ___ कहते हैं।

उत्तर: गतिशीलता (mobility)

व्याख्या: गतिशीलता μ = vd/E, जहाँ vd अपवाह वेग और E विद्युत क्षेत्र है।

प्रश्न 2(iii): उच्च प्रतिरोध

प्रश्न: एक गैल्वेनोमीटर को वोल्टमीटर में रूपांतरित करने हेतु उसके श्रेणीक्रम में ___ मान का प्रतिरोध जोड़ा जाता है।

उत्तर: उच्च (high)

प्रश्न 2(iv): चुंबकन

प्रश्न: किसी पदार्थ के प्रति इकाई आयतन में उत्पन्न परिणामी चुंबकीय आघूर्ण को ___ कहते हैं।

उत्तर: चुंबकन (magnetization)

प्रश्न 2(v): प्रत्यावर्ती धारा

प्रश्न: एक संपूर्ण चक्र में प्रत्यावर्ती धारा का माध्य मान ___ होता है।

उत्तर: शून्य

प्रश्न 2(vi): फोकस दूरी

प्रश्न: एक अवतल दर्पण की वक्रता त्रिज्या 24 cm है। इसकी फोकस दूरी का मान ___ cm होगा।

उत्तर: 12 cm

हल: f = R/2 = 24/2 = 12 cm

प्रश्न 2(vii): विवर्तन

प्रश्न: किसी अवरोध के किनारों द्वारा तरंगों का अपने मार्ग से मुड़ जाना ___ कहलाता है।

उत्तर: विवर्तन (diffraction)

प्रश्न 2(viii): दे ब्रॉग्ली तरंगदैर्ध्य

प्रश्न: विभव 'V' द्वारा त्वरित किसी इलेक्ट्रॉन से संबद्ध दे ब्रॉग्ली तरंगदैर्ध्य का सूत्र ___ nm होती है।

उत्तर: λ = 1.227/√V nm

प्रश्न 2(ix): बोर त्रिज्या

प्रश्न: यदि हाइड्रोजन परमाणु के प्रथम कक्ष की त्रिज्या 0.5 × 10⁻¹⁰ m हो तो इसके दूसरी कक्ष की त्रिज्या ___ m होगी।

उत्तर: 2.0 × 10⁻¹⁰ m

हल: rn = n²r₁, अतः r₂ = 4 × 0.5 × 10⁻¹⁰ = 2.0 × 10⁻¹⁰ m

प्रश्न 2(x): अपद्रव्यी अर्धचालक

प्रश्न: अपद्रव्यी अर्धचालक ___ प्रकार के होते हैं।

उत्तर: दो (n-type और p-type)

खंड A - एक पंक्ति उत्तर

प्रश्न 3(i): समविभव पृष्ठ

प्रश्न: किसी एकल धनावेश (q > 0) के लिए समविभव पृष्ठ बनाइए।

+q समविभव पृष्ठ
धनावेश के लिए समविभव पृष्ठ (गोलाकार)

उत्तर: बिंदु आवेश के लिए समविभव पृष्ठ संकेंद्रीय गोले होते हैं।

प्रश्न 3(ii): ओम का नियम

प्रश्न: ओम के नियमानुसार विभवांतर (V) तथा धारा (I) के मध्य ग्राफ बनाइए।

I V V = IR
V-I ग्राफ (सरल रेखा)

प्रश्न 3(iii): अनुचुंबकीय पदार्थ

प्रश्न: अनुचुंबकीय पदार्थ किसे कहते हैं?

उत्तर: वे पदार्थ जो बाह्य चुंबकीय क्षेत्र की दिशा में दुर्बल रूप से चुंबकित हो जाते हैं, अनुचुंबकीय पदार्थ कहलाते हैं। उदाहरण: Al, Pt, O₂।

प्रश्न 3(iv): विद्युत जड़त्व

प्रश्न: स्वप्रेरकत्व को विद्युत जड़त्व क्यों कहते हैं?

उत्तर: स्वप्रेरकत्व धारा में परिवर्तन का विरोध करता है, जैसे जड़त्व गति में परिवर्तन का विरोध करता है, इसलिए इसे विद्युत जड़त्व कहते हैं।

प्रश्न 3(v): कला-संबद्ध स्रोत

प्रश्न: कला-संबद्ध स्रोत को परिभाषित कीजिए।

उत्तर: वे प्रकाश स्रोत जो समान आवृत्ति और स्थिर कलांतर की तरंगें उत्पन्न करते हैं, कला-संबद्ध (coherent) स्रोत कहलाते हैं।

प्रश्न 3(vi): देहली आवृत्ति

प्रश्न: किसी पदार्थ की "देहली आवृत्ति" की परिभाषा लिखिए।

उत्तर: किसी धातु से फोटोइलेक्ट्रॉन उत्सर्जन के लिए आवश्यक न्यूनतम आवृत्ति को देहली आवृत्ति (ν₀) कहते हैं।

प्रश्न 3(vii): आयनन ऊर्जा

प्रश्न: "आयनन ऊर्जा" किसे कहते हैं?

उत्तर: किसी परमाणु की निम्नतम ऊर्जा अवस्था से इलेक्ट्रॉन को पूर्णतः मुक्त करने के लिए आवश्यक न्यूनतम ऊर्जा को आयनन ऊर्जा कहते हैं।

प्रश्न 3(viii): द्रव्यमान-ऊर्जा संबंध

प्रश्न: आइंस्टाइन का द्रव्यमान-ऊर्जा समतुल्यता संबंध लिखिए।

उत्तर: E = mc²

जहाँ E = ऊर्जा, m = द्रव्यमान, c = प्रकाश का वेग

खंड B - लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 4: समांतर क्रम में संधारित्र

प्रश्न: 6μF धारिता के तीन संधारित्र पार्श्वक्रम में जुड़े हैं। इनकी तुल्य धारिता का मान ज्ञात कीजिए।

हल: समांतर क्रम में: Ceq = C₁ + C₂ + C₃ = 6 + 6 + 6 = 18μF

प्रश्न 5: सेल के गुण

प्रश्न: किसी सेल के (i) विद्युत वाहक बल तथा (ii) आंतरिक प्रतिरोध को परिभाषित कीजिए।

उत्तर:

(i) विद्युत वाहक बल (EMF): खुले परिपथ में सेल के टर्मिनलों के बीच विभवांतर को विद्युत वाहक बल कहते हैं।

(ii) आंतरिक प्रतिरोध: सेल के अंदर विद्युत अपघट्य द्वारा धारा के प्रवाह में उत्पन्न प्रतिरोध को आंतरिक प्रतिरोध कहते हैं।

प्रश्न 6: चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुण

प्रश्न: चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के कोई दो गुण लिखिए।

उत्तर:

  1. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं बंद वक्र होती हैं।
  2. दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक-दूसरे को कभी नहीं काटतीं।

प्रश्न 7: प्रत्यावर्ती धारा जनित्र

प्रश्न: प्रत्यावर्ती धारा जनित्र का स्पष्ट एवं नामांकित चित्र बनाइए।

कुंडली B₁ B₂ स्लिप रिंग B
AC जनित्र का सिद्धांत

प्रश्न 8: प्रेरित विद्युत वाहक बल

प्रश्न: पूर्व से पश्चिम दिशा में स्थित 5m लंबा सीधा क्षैतिज चालक तार 0.3 × 10⁻⁴ T के पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक के लंबवत् 2 m/s की चाल से गिर रहा है। तार के सिरों के मध्य प्रेरित विद्युत वाहक बल का तात्क्षणिक मान ज्ञात कीजिए।

हल: ε = Blv
ε = (0.3 × 10⁻⁴) × 5 × 2
ε = 3.0 × 10⁻⁴ V = 0.3 mV

प्रश्न 9: विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम

प्रश्न: वैद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम में उत्पन्न किन्हीं तीन तरंगों (विकिरणों) के नाम लिखिए।

उत्तर:

  1. रेडियो तरंगें
  2. अवरक्त किरणें
  3. दृश्य प्रकाश

प्रश्न 10: दूरबीन की फोकस दूरियाँ

प्रश्न: किसी छोटी दूरबीन की आवर्धन क्षमता 9 तथा नली (ट्यूब) की लम्बाई 100cm है। दूरबीन के अभिदृश्यक तथा नेत्रिका की फोकस दूरियाँ ज्ञात कीजिए।

हल: m = fo/fe = 9 और L = fo + fe = 100 cm
fo = 9fe
9fe + fe = 100
10fe = 100
fe = 10 cm
fo = 9 × 10 = 90 cm

प्रश्न 11: स्नेल का नियम

प्रश्न: हाइगेंस के तरंग सिद्धांत से प्रकाश के अपवर्तन हेतु स्नेल के नियम को व्युत्पन्न कीजिए।

व्युत्पत्ति: हाइगेंस के सिद्धांत के अनुसार, जब तरंगाग्र माध्यम 1 से माध्यम 2 में प्रवेश करता है, तो द्वितीयक तरंगिकाओं का आवरण नया तरंगाग्र बनाता है। ज्यामितीय विश्लेषण से:

sin i / sin r = v₁/v₂ = n₂/n₁

या n₁ sin i = n₂ sin r (स्नेल का नियम)

प्रश्न 12: व्यतिकरण और ध्रुवण

प्रश्न: निम्न को परिभाषित कीजिए: A) प्रकाश का व्यतिकरण B) प्रकाश का ध्रुवण

उत्तर:

A) व्यतिकरण: जब दो सुसंगत प्रकाश तरंगें अध्यारोपित होती हैं तो परिणामी तीव्रता का पुनर्वितरण होता है, जिसे व्यतिकरण कहते हैं।

B) ध्रुवण: अप्रध्रुवित प्रकाश को ध्रुवित प्रकाश में बदलने की प्रक्रिया को ध्रुवण कहते हैं।

प्रश्न 13: फोटॉन ऊर्जा

प्रश्न: 20 वाट के बल्ब से 5 × 10⁹ फोटॉन प्रति सेकंड उत्सर्जित होते हैं। प्रत्येक फोटॉन की ऊर्जा ज्ञात कीजिए।

हल: P = nE
E = P/n = 20 / (5 × 10⁹)
E = 4 × 10⁻⁹ J = 25 eV

प्रश्न 14: बोर का द्वितीय अभिगृहीत

प्रश्न: दे ब्रॉग्ली परिकल्पना से बोर के क्वांटीकरण के द्वितीय अभिगृहीत की व्याख्या कीजिए।

व्याख्या: दे ब्रॉग्ली के अनुसार, इलेक्ट्रॉन एक तरंग की तरह व्यवहार करता है। स्थायी कक्षा में परिधि पूर्ण तरंगदैर्ध्य का गुणज होनी चाहिए:
2πr = nλ
2πr = nh/mv
mvr = nh/2π (बोर का क्वांटीकरण)

प्रश्न 15: नाभिकीय प्रक्रियाएं

प्रश्न: परिभाषित कीजिए: A) नाभिकीय विखंडन B) नाभिकीय संलयन

उत्तर:

A) नाभिकीय विखंडन: भारी नाभिक का हल्के नाभिकों में टूटना नाभिकीय विखंडन कहलाता है।

B) नाभिकीय संलयन: हल्के नाभिकों का संयोग करके भारी नाभिक बनना नाभिकीय संलयन कहलाता है।

खंड C - दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 16: विद्युत द्विध्रुव (विषुवतीय तल)

प्रश्न: वैद्युत द्विध्रुव के कारण विषुवतीय तल पर स्थित किसी बिंदु पर विद्युत क्षेत्र का सूत्र व्युत्पन्न कीजिए।

−q +q O P E
विद्युत द्विध्रुव - विषुवतीय तल

व्युत्पत्ति: विषुवतीय तल पर बिंदु P पर, दोनों आवेशों के कारण विद्युत क्षेत्र समान परिमाण के होते हैं लेकिन भिन्न दिशाओं में। घटकों का योग करने पर:

E = 2E₊ sin θ = 2(kq/r²)(a/r) = kp/r³

जहाँ p = 2aq (द्विध्रुव आघूर्ण)

विकल्प (गाउस नियम): समान आवेशित अनंत समतल चादर के लिए गाउस नियम से:
E = σ/(2ε₀)

प्रश्न 17: धारावाही वृत्ताकार पाश

प्रश्न: बायो-सावर्ट नियम से किसी धारावाही पाश के अक्ष पर स्थित किसी बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र का व्यंजक व्युत्पन्न कीजिए।

O P x r θ
वृत्ताकार पाश का चुंबकीय क्षेत्र

व्युत्पत्ति: बायो-सावर्ट नियम से अक्ष पर बिंदु P पर:
B = μ₀Ir²/[2(r² + x²)^(3/2)]

केंद्र पर (x = 0): B = μ₀I/(2r)

विकल्प (समांतर धाराओं में बल): दो समांतर धारावाही तारों के बीच प्रति एकांक लंबाई बल:
F/l = μ₀I₁I₂/(2πd)

प्रश्न 18: ऊर्जा बैंड सिद्धांत

प्रश्न: A) ऊर्जा बैंड सिद्धांत के आधार पर चालक, विद्युतरोधी एवं अर्धचालक के मध्य अंतर लिखिए। B) p-प्रकार के अर्धचालक का ऊर्जा बैंड आरेख बनाइए।

गुण चालक विद्युतरोधी अर्धचालक
वर्जित ऊर्जा अंतराल शून्य या अतिव्यापन बहुत बड़ा (>3eV) छोटा (~1eV)
चालकता उच्च नगण्य मध्यम
ताप प्रभाव बढ़ने पर घटती है कोई प्रभाव नहीं बढ़ने पर बढ़ती है
चालन बैंड Eg ~ 1eV संयोजी बैंड स्वीकर्ता स्तर
n-type अर्धचालक का ऊर्जा बैंड

खंड D - अति दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 19: प्रत्यावर्ती धारा

प्रश्न: A) सिद्ध कीजिए कि प्रत्यावर्ती धारा का शिखर मान (Im) उसके वर्ग माध्य मूल (rms) मान का √2 गुना होता है।

सिद्धांत: I(t) = Im sin ωt के लिए:
Irms = √[(1/T)∫₀ᵀ I²dt] = √[(1/T)∫₀ᵀ Im² sin²ωt dt]
= Im/√2

अतः Im = √2 Irms

B) औसत शक्ति: I = 4 sin ωt, V = 200 sin(ωt + π/3)
Pavg = Vrms Irms cos φ
= (200/√2)(4/√2) cos(60°)
= 400 × 0.5 = 200 W

प्रश्न 20: गोलीय दर्पण

प्रश्न: पूर्ण आंतरिक परावर्तन को परिभाषित कीजिए। किसी गोलीय दर्पण के लिए u, v तथा f में संबंध स्थापित कीजिए।

पूर्ण आंतरिक परावर्तन: जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण से अधिक हो, तो प्रकाश पूर्णतः परावर्तित हो जाता है।

P C वस्तु प्रतिबिंब
अवतल दर्पण में किरण आरेख

दर्पण सूत्र: 1/f = 1/v + 1/u
जहाँ f = फोकस दूरी, v = प्रतिबिंब दूरी, u = वस्तु दूरी

संदर्भ

  1. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा 2024
  2. NCERT भौतिकी पाठ्यपुस्तक, कक्षा 12
  3. राजस्थान बोर्ड आधिकारिक वेबसाइट

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