RBSE Class 12 Hindi (Core) Question Paper 2024 with Answers | Rajasthan Board

| अक्टूबर 18, 2025
RBSE उच्च माध्यमिक हिंदी (अनिवार्य) प्रश्न पत्र 2024 (SS-01)

RBSE उच्च माध्यमिक हिंदी (अनिवार्य) प्रश्न पत्र 2024 (SS-01)

प्रश्न पत्र विवरण
परीक्षा उच्च माध्यमिक परीक्षा
बोर्ड राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
कक्षा 12वीं (Senior Secondary)
विषय हिंदी (अनिवार्य)
प्रश्न पत्र कोड SS-01
वर्ष 2024
समय 3 घंटे 15 मिनट
अधिकतम अंक 80
प्रश्नों की संख्या 19

RBSE उच्च माध्यमिक हिंदी (अनिवार्य) प्रश्न पत्र 2024 (SS-01) राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा वर्ष 2024 में आयोजित कक्षा 12वीं की हिंदी अनिवार्य विषय की परीक्षा का प्रश्न पत्र है। यह प्रश्न पत्र 80 अंकों का है और इसे हल करने के लिए 3 घंटे 15 मिनट का समय निर्धारित है।

अवलोकन

यह प्रश्न पत्र NCERT पाठ्यक्रम पर आधारित है और इसमें हिंदी साहित्य, व्याकरण और रचनात्मक लेखन से संबंधित प्रश्न शामिल हैं। प्रश्न पत्र चार खंडों में विभाजित है - खंड अ, खंड ब, खंड स और खंड द। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।

प्रश्न पत्र की संरचना

प्रश्न पत्र में कुल 19 प्रश्न हैं जो निम्नलिखित खंडों में विभाजित हैं:

खंड प्रश्न संख्या प्रकार अंक
खंड अ 1-4 वस्तुनिष्ठ और अपठित गद्यांश/पद्यांश 30
खंड ब 5-9 लघु उत्तरीय (40 शब्द) 10
खंड स 10-15 दीर्घ उत्तरीय (60-100 शब्द) 18
खंड द 16-19 व्याख्या, पत्र/विज्ञप्ति और निबंध 24

सामान्य निर्देश

  • परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
  • सभी प्रश्न हल करना अनिवार्य हैं।
  • प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर पुस्तिका में ही लिखें।
  • जिन प्रश्नों में आंतरिक खंड हैं, उन सभी के उत्तर एक साथ ही लिखें।
  • प्रश्न का उत्तर लिखने से पूर्व प्रश्न का क्रमांक अवश्य लिखें।

खंड अ

प्रश्न 1 - बहुविकल्पीय प्रश्न (12 अंक)

(i) "अपने साथियों के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव हो।" निम्नलिखित में से किस शासन पद्धति को लेखक ने आवश्यक बताया है?

(अ) जीवन को
(ब) लोकतंत्र को
(स) व्यवहार को
(द) परिवार को

उत्तर: (ब) लोकतंत्र को

स्पष्टीकरण: लोकतांत्रिक मूल्यों में सबसे महत्वपूर्ण है साथियों और सहकर्मियों के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव। यह लोकतंत्र की नींव है।

(ii) निम्न में से किस पेड़ के फल इतने मजबूत होते हैं कि नए फूलों के निकल आने पर भी अपना स्थान नहीं छोड़ते हैं?

(अ) शीर्ष
(ब) अशोक
(स) अरिष्ट
(द) पुन्नाग

उत्तर: (द) पुन्नाग

स्पष्टीकरण: पुन्नाग के पेड़ के फल इतने दृढ़ होते हैं कि नए फूलों के आने पर भी वे अपना स्थान नहीं छोड़ते, जो दृढ़ता और स्थिरता का प्रतीक है।

(iii) "बाणभट्ट की आत्मकथा" उपन्यास के लेखक हैं?

(अ) कबीर
(ब) फणीश्वर नाथ रेणु
(स) धर्मवीर भारती
(द) हजारी प्रसाद द्विवेदी

उत्तर: (द) हजारी प्रसाद द्विवेदी

स्पष्टीकरण: "बाणभट्ट की आत्मकथा" हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा रचित एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक उपन्यास है।

(iv) "खेत में पैदा होने वाला अन्न कुछ समय पश्चात् समाप्त हो जाता है, किन्तु निम्नलिखित में से जो रस कवि के अनुसार कभी चुकता नहीं है"

(अ) भोज्य रस
(ब) अनुभव रस
(स) साहित्य रस
(द) ओज रस

उत्तर: (स) साहित्य रस

स्पष्टीकरण: सूरदास के अनुसार भौतिक अन्न तो समाप्त हो जाता है, लेकिन साहित्य रस अमर रहता है और कभी समाप्त नहीं होता।

(v) किस शायर की भाषा और प्रसंग सूरदास के वात्सल्य वर्णन की सादगी को याद दिलाते हैं?

(अ) फिराक गोरखपुरी
(ब) दुष्यंत कुमार
(स) शमशेर बहादुर सिंह
(द) कुंवर नारायण

उत्तर: (अ) फिराक गोरखपुरी

स्पष्टीकरण: फिराक गोरखपुरी की भाषा और प्रसंग सूरदास के वात्सल्य वर्णन की सादगी की याद दिलाते हैं।

(vi) कवि गोस्वामी तुलसीदास के हृदय में निम्नलिखित में से किस समय करुण रस के बीच वीर रस के उदय के रूप की अनुभूति प्रदर्शित होती है?

(अ) राम का वनवास जाना
(ब) कुंभकरण का बिल्ख पड़ना
(स) जगदम्बा की लीला दिखाना
(द) हनुमान का संजीवनी लेकर आ जाना

उत्तर: (द) हनुमान का संजीवनी लेकर आ जाना

स्पष्टीकरण: जब हनुमान संजीवनी बूटी लेकर आते हैं, तब करुण रस के बीच वीर रस का उदय होता है।

(vii) निम्नलिखित में से भाषा का सीमित, अविकसित तथा आम बोलचाल वाला रूप कहलाता है?

(अ) भाषा
(ब) लिखित भाषा
(स) बोली
(द) खड़ी बोली

उत्तर: (स) बोली

स्पष्टीकरण: बोली भाषा का वह रूप है जो सीमित क्षेत्र में बोला जाता है और जिसका विकास सीमित होता है।

(viii) 'Vigilance' शब्द का सही अर्थ है?

(अ) संयुक्त
(ब) शपथ
(स) संविभाग
(द) सतर्कता

उत्तर: (द) सतर्कता

स्पष्टीकरण: Vigilance का हिंदी अर्थ सतर्कता, सावधानी या जागरूकता होता है।

(ix) मुद्रित माध्यमों में सबसे बड़ी शक्ति यह है कि छपे हुए शब्दों में निम्नलिखित गुण होता है?

(अ) स्फूर्ता
(ब) असुरक्षा
(स) स्थायित्व
(द) बाध्यता

उत्तर: (स) स्थायित्व

स्पष्टीकरण: मुद्रित शब्दों में स्थायित्व होता है, वे लंबे समय तक सुरक्षित रहते हैं।

(x) रेडियो पत्रकारों को निम्नलिखित में से किसका पूरा ध्यान रखना होता है?

(अ) अपने पाठकों का
(ब) अपने श्रोताओं का
(स) अपने दर्शकों का
(द) अपनी शुरुआत का

उत्तर: (ब) अपने श्रोताओं का

स्पष्टीकरण: रेडियो पत्रकारों को अपने श्रोताओं की रुचि, भाषा और आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखना होता है।

(xi) निम्नलिखित में से जो आत्मकथात्मक उपन्यास गाथा निश्चय ही किशोर होते विद्यार्थियों के लिए हम कदम बन सकते हैं?

(अ) जूठन
(ब) सिल्वर वेडिंग
(स) अतीत में दबे पाँव
(द) जूझ

उत्तर: (द) जूझ

स्पष्टीकरण: "जूझ" आनंद यादव की आत्मकथात्मक रचना है जो किशोरों के लिए प्रेरणादायक है।

(xii) निम्नलिखित में से "दबे स्वर में किसने पूछा", "मेहमान गए?"

(अ) बीवी बच्चों ने
(ब) यशोधर बाबू की पत्नी ने
(स) यशोधर बाबू ने
(द) रिश्तेदार ने

उत्तर: (ब) यशोधर बाबू की पत्नी ने

स्पष्टीकरण: "सिल्वर वेडिंग" कहानी में यशोधर बाबू की पत्नी ने दबे स्वर में यह प्रश्न पूछा था।

प्रश्न 2 - रिक्त स्थानों की पूर्ति (6 अंक)

(i) मौखिक भाषा को लिखित रूप के लिए लेखन चिह्नों का प्रयोग किया जाता है उसे ........... कहते हैं।

उत्तर: लिपि

(ii) "दक्षता" के लिए सही अंग्रेजी शब्द .......... है।

उत्तर: Efficiency

(iii) "नक्षत्र" हवा से बातें कर रहा है। वाक्य में .......... शब्द शक्ति है।

उत्तर: लक्षणा

(iv) जब शब्दार्थ की व्यंजना अर्थ पर निर्भर होती है। उसका पर्याय रख देने पर भी अभीष्ट की पूर्ति हो जाती है, वहां ......... शब्द शक्ति होती है।

उत्तर: व्यंजना

(v) जहां वास्तविक विरोध न होते हुए भी विरोध का आभास हो, वहां .......... अलंकार होता है।

उत्तर: विरोधाभास

(vi) "भगवान भागे दुःख जनता देश की फूले-फले।" इस पंक्ति में निहित ........... अलंकार है।

उत्तर: अनुप्रास

प्रश्न 3 - अपठित गद्यांश (6 अंक)

गद्यांश:

व्यक्ति को अपने जीवन में नाना प्रकार के लक्ष्य निर्धारित करने की अपेक्षा किसी एक उत्तम लक्ष्य को ही निश्चित करना चाहिए। जो व्यक्ति कई उद्देश्यों की पूर्ति का ख्वाब छोड़कर अर्जुन की तरह एक ही लक्ष्य को चिड़िया की आँख मानकर उस पर अपना सारा ध्यान केन्द्रित करता है, निश्चय ही सफलता उसके चरणों को चूमती है। एक ही साथ दो घोड़ों पर सवार होने वाले का फिसलकर नीचे गिरना निश्चित है। किसी पेड़ के तने, डालियों, पत्तों फूलों की अलग-अलग सेवा करने वाले को फलों से वंचित ही रहना पड़ेगा जबकि वह यदि मूल (जड़) को ही सींचे तो उसे फल की प्राप्ति होनी ही है। अतः व्यक्ति को एक ही उद्देश्य की प्राप्ति हेतु प्रयत्न करना चाहिए।

(i) व्यक्ति को अपने जीवन में सफल होने के लिए क्या निश्चित करना चाहिए?

उत्तर: व्यक्ति को अपने जीवन में सफल होने के लिए एक उत्तम लक्ष्य निश्चित करना चाहिए।

(ii) "नयन" शब्द का पर्यायवाची शब्द गद्यांश में से छांटकर लिखिए।

उत्तर: आँख

(iii) फल की प्राप्ति किसको सींचने से होती है।

उत्तर: फल की प्राप्ति जड़ (मूल) को सींचने से होती है।

(iv) इस गद्यांश से छांटकर "उपेक्षा" शब्द का विपरीतार्थ लिखिए।

उत्तर: अपेक्षा

(v) "चिड़िया की आँख" में निहित प्रतीकात्मक अर्थ को लिखिए।

उत्तर: "चिड़िया की आँख" का प्रतीकात्मक अर्थ है - एकाग्रता, केंद्रित ध्यान या निश्चित लक्ष्य।

(vi) उपर्युक्त गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।

उत्तर: लक्ष्य की एकाग्रता / एक लक्ष्य की महत्ता

प्रश्न 4 - अपठित पद्यांश (6 अंक)

पद्यांश:

अपने नहीं अभाव मिटा पाया जीवन भर,
पर औरों के सभी अभाव मिटा सकता हूँ।
तूफानों-भूचालों की भयप्रद छाया में,
मैं ही एक अकेला हूँ जो गा सकता हूँ।
मेरे "मैं" की संज्ञा भी इतनी व्यापक है,
इसमें मुझसे अगणित प्राणी आ जाते हैं।
मुझको अपने पर अदम्य विश्वास रहा है।
मैं खंडहर को फिर से महल बना सकता हूँ।
जब-जब भी मैंने खंडहर आबाद किए हैं,
प्रलय-मेघ भूचाल देख मुझको शर्माए।
मैं मजदूर मुझे देवों की बस्ती से क्या
अगणित बार धरा पर मैंने स्वर्ग बनाए।

(i) कवि ने किसके अभाव मिटाने की बात कही है?

उत्तर: कवि ने औरों (दूसरों/समाज) के अभाव मिटाने की बात कही है।

(ii) जीवन में कवि ने खंडहर से महल बनाने हेतु किसकी आवश्यकता पर बल दिया है?

उत्तर: कवि ने आत्मविश्वास और अदम्य विश्वास की आवश्यकता पर बल दिया है।

(iii) अदम्य व्यक्ति को देखकर कौन-कौन शर्माते हैं?

उत्तर: अदम्य व्यक्ति को देखकर प्रलय, मेघ और भूचाल भी शर्माते हैं।

(iv) जीवन में सुधार हेतु किसका महत्व अधिक बताया है?

उत्तर: जीवन में सुधार हेतु श्रम (मजदूरी/परिश्रम) और आत्मविश्वास का महत्व अधिक बताया है।

(v) कवि ने अपने आप को क्या मानकर धरती पर स्वर्ग बनाने की बात कही है?

उत्तर: कवि ने अपने आप को मजदूर मानकर धरती पर स्वर्ग बनाने की बात कही है।

(vi) "बादल" का पर्याय पद्यांश से छांट कर लिखिए।

उत्तर: मेघ

खंड ब

लघु उत्तरीय प्रश्न (40 शब्दों में)

प्रश्न 5: पत्रकार कितने प्रकार के होते हैं, प्रकार लिखते हुए उनकी परिभाषा दीजिए। (2 अंक)

उत्तर: पत्रकार मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं:

  1. पूर्णकालिक पत्रकार: ये किसी समाचार संगठन में नियमित वेतन पर कार्य करते हैं।
  2. अंशकालिक पत्रकार: ये समय-समय पर समाचार लिखते हैं और प्रति रिपोर्ट पारिश्रमिक पाते हैं।
  3. स्वतंत्र पत्रकार: ये स्वतंत्र रूप से कार्य करते हैं और विभिन्न संस्थानों को सामग्री बेचते हैं।

प्रश्न 6: लेखक ने महामारी की रात्रि में विभीषिका को ढोलक के माध्यम से किस प्रकार वर्णित किया है? (2 अंक)

उत्तर: लेखक ने महामारी की भयावह रात में ढोलक की थाप को जीवन और उमंग का प्रतीक बताया है। जब चारों ओर मृत्यु का भय था, तब ढोलक की आवाज ने जीवन की निरंतरता और आशा का संदेश दिया। यह मानवीय साहस और जिजीविषा का प्रतीक बन गई।

प्रश्न 7: "बादल राग" कविता में क्रांति आकांक्षी वंचितों के प्रतिनिधित्व की अनुगूंज को स्पष्ट कीजिए। (2 अंक)

उत्तर: "बादल राग" में कवि निराला ने बादल को क्रांति का प्रतीक बनाया है। बादल शोषितों, वंचितों और पीड़ितों के लिए आशा और परिवर्तन का संदेश लेकर आता है। यह समाज में समानता लाने और अन्याय के विरुद्ध संघर्ष की प्रेरणा देता है।

प्रश्न 8: सिन्धु सभ्यता में आकार की भव्यता के स्थान पर कला की भव्यता दिखाई देती है। पाठ के आधार पर लिखिए। (2 अंक)

उत्तर: सिन्धु सभ्यता में विशाल भवनों के स्थान पर कलात्मक सौंदर्य को प्राथमिकता दी गई। छोटी-छोटी मूर्तियां, मुहरें और बर्तनों पर उत्कृष्ट कारीगरी दिखाई देती है। नगर नियोजन में व्यावहारिकता और सुंदरता का संतुलन था, जो बड़े आकार के बजाय उत्कृष्ट शिल्प कौशल को दर्शाता है।

प्रश्न 9: "जूझ" कहानी के लेखक के अनुसार दादा के जीवन शैली की दिनचर्या के बारे लिखिए। (2 अंक)

उत्तर: दादा की दिनचर्या अत्यंत कठोर और अनुशासित थी। वे प्रातः जल्दी उठते थे और खेती के कामों में लगे रहते थे। वे परिश्रम में विश्वास रखते थे लेकिन शिक्षा को व्यर्थ समझते थे। उनका जीवन परंपरागत ग्रामीण मूल्यों पर आधारित था और वे आधुनिक शिक्षा के विरोधी थे।

खंड स

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (60-80 शब्दों में)

प्रश्न 10: "नील जल में या किसी की गौर झिलमिल देह जैसे हिल रही हो" - "उषा" कविता के आधार पर इस पंक्ति को स्पष्ट कीजिए। (3 अंक)

अथवा

"किसी की पीड़ा को बहुत बड़े दर्शक वर्ग तक पहुँचाने वाले व्यक्ति उस पीड़ा के प्रति स्वयं संवेदनशील हो जाते हैं।" इस कथन में प्रकट वर्तमान युग की विडंबना को कविता के संदर्भ में समझाइए।

उत्तर (विकल्प 1): इस पंक्ति में कवि शमशेर बहादुर सिंह ने भोर के आकाश की सुंदरता का चित्रण किया है। नीले आकाश में जब सूर्योदय होता है, तो ऐसा लगता है मानो किसी सुंदरी का गोरा शरीर नीले जल में स्नान कर रहा हो। यह बिम्ब प्रकृति की कोमलता और सौंदर्य को व्यक्त करता है। भोर की लालिमा और नीले आकाश का संयोग एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है।

उत्तर (विकल्प 2): आज के युग में मीडिया दूसरों की पीड़ा को दिखाकर TRP बढ़ाता है, लेकिन स्वयं उस पीड़ा के प्रति संवेदनशील नहीं रहता। कवि इस विडंबना को उजागर करते हैं कि जो लोग पीड़ा को प्रसारित करते हैं, वे केवल व्यावसायिक लाभ के लिए ऐसा करते हैं, न कि सहानुभूति से। यह आधुनिक समाज में संवेदनहीनता का प्रतीक है।

प्रश्न 11: "हम इन्हें पानी नहीं देंगे तो इन्द्र भगवान हमें पानी कैसे देंगे?" लेखक के इस कथन के आधार पर हमारे सांस्कृतिक विश्वास के समर्थन में अपने विचार स्पष्ट कीजिए। (3 अंक)

अथवा

"माल बिछा रहता है, और उसका मन अड़िग रहता है।" इस कथन के आधार पर लेखक के बाज़ारवाद की भावना को लिखिए।

उत्तर (विकल्प 1): यह कथन भारतीय सांस्कृतिक विश्वास "वसुधैव कुटुम्बकम" को दर्शाता है। हमारी संस्कृति में विश्वास है कि पहले हमें देना होगा, तभी हमें मिलेगा। यदि हम प्रकृति, पशु-पक्षियों और दूसरों की सेवा करेंगे, तो ईश्वर भी हमारी सहायता करेगा। यह परोपकार और सहअस्तित्व का सिद्धांत है। यह बताता है कि मनुष्य को स्वार्थी नहीं होना चाहिए, बल्कि सबके कल्याण के बारे में सोचना चाहिए।

उत्तर (विकल्प 2): लेखक जैनेन्द्र कुमार बताते हैं कि बाज़ार में असंख्य वस्तुएं होती हैं जो हमें आकर्षित करती हैं। यदि हमारा मन अस्थिर है और हमें अपनी आवश्यकता का ज्ञान नहीं है, तो बाज़ार हमें गुलाम बना लेता है। लेकिन यदि हमारा मन दृढ़ है और हम केवल जरूरत की चीजें खरीदते हैं, तो बाज़ार हमारी सेवा करता है। आत्म-संयम और सचेत उपभोग ही बाज़ारवाद से बचने का उपाय है।

प्रश्न 12: "मिक्चर मत पिलाइए गुरुदेव। चाय-मठ्ठी-लड्डू बस इतना ही सौदा है।" इस कथन के आधार पर कहानी के पात्र यशोधर बाबू की भीतरी मन की सहानुभूति के सम्बन्ध में नई पीढ़ी के संदेश को लिखिए। (3 अंक)

अथवा

"भैंस चराते-चराते मैं फसलों पर, जंगली फूलों पर तुकबंदी करने लगा।" कविता रचने के आत्मविश्वास को लेखक की धारणा के आधार पर लिखिए।

उत्तर (विकल्प 1): यशोधर बाबू पुरानी पीढ़ी के प्रतिनिधि हैं जो सादगी और संयम में विश्वास रखते हैं। उनका यह कथन दिखाता है कि वे दिखावे और आडंबर के विरोधी हैं। नई पीढ़ी को संदेश है कि सादगी और मितव्ययिता जीवन के महत्वपूर्ण मूल्य हैं। बड़े-बुजुर्गों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। आधुनिकता के नाम पर हमें अपनी जड़ों से नहीं कटना चाहिए। परंपरा और आधुनिकता में संतुलन आवश्यक है।

उत्तर (विकल्प 2): लेखक आनंद यादव बताते हैं कि कविता लिखने के लिए विशेष शिक्षा या साधनों की आवश्यकता नहीं है। प्रकृति के बीच रहकर, उसका अवलोकन करके कोई भी कविता रच सकता है। भैंस चराते समय खेतों और फूलों पर तुकबंदी करना उनके भीतर के कवि को जागृत करता था। यह आत्मविश्वास और रचनात्मकता की अभिव्यक्ति है। साहित्य सृजन के लिए केवल संवेदनशील हृदय और अभिव्यक्ति की इच्छा चाहिए।

प्रश्न 13: "मुअनजो-दड़ो ताम्र काल के शहरों में सबसे बड़ा है।" इस कथन में सभ्यता और संस्कृति में वर्तमान धड़कती जिन्दगियों के प्रति पुरातात्विक जानकारी को पाठ के आधार पर लिखिए। (3 अंक)

अथवा

"आधुनिक किस्म के अजनबी लोगों की भीड़ को देखकर यशोधर बाबू अँधेरे में ही दुबके रहे।" वर्तमान में आए परिवर्तन से हाशिए पर धकेले जाते मानवीय मूल्यों की मूल संवेदना कहानी के आधार पर लिखिए।

उत्तर (विकल्प 1): मोहनजोदड़ो ताम्र युग की सबसे विकसित सभ्यता का प्रमाण है। पुरातात्विक खोजों से पता चलता है कि यहाँ सुनियोजित नगर, जल निकासी व्यवस्था, सार्वजनिक स्नानागार और व्यापारिक गतिविधियाँ थीं। यह दर्शाता है कि उस काल में भी लोग सुव्यवस्थित जीवन जीते थे। मुहरें, मूर्तियाँ और बर्तन उनकी कलात्मक रुचि को दिखाते हैं। यह सभ्यता आज भी हमें शहरी नियोजन और सामाजिक संगठन की शिक्षा देती है।

उत्तर (विकल्प 2): यशोधर बाबू पुराने मूल्यों के प्रतीक हैं। आधुनिक समाज में परंपरागत मूल्य, सादगी और संयम को महत्व नहीं दिया जाता। नई पीढ़ी दिखावे और भौतिकवाद में विश्वास करती है। यशोधर बाबू जैसे लोग जो संस्कार और सिद्धांतों में विश्वास रखते हैं, समाज में उपेक्षित हो जाते हैं। यह कहानी बताती है कि आधुनिकता के साथ मानवीय मूल्यों का संरक्षण भी आवश्यक है।

प्रश्न 14: "संपादकीय लेखन" में दायित्व किस पर निर्भर होता है? कोई एक उदाहरण लिखिए। (3 अंक)

अथवा

विशेष लेखन के क्षेत्र खेलों के बारे में पत्र-पत्रिका में लिखने वालों को किन-किन बातों की जानकारी होनी चाहिए, विस्तारपूर्वक समझाइए।

उत्तर (विकल्प 1): संपादकीय लेखन का दायित्व संपादक और संपादकीय विभाग पर होता है। यह समाचार पत्र की नीति और विचारधारा को प्रतिबिंबित करता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दे पर संपादकीय लिखा जाता है, तो संपादक को निष्पक्ष, तथ्यात्मक और जनहित में लिखना होता है। संपादकीय जनमत को प्रभावित करता है और सरकार व समाज को दिशा देता है।

उत्तर (विकल्प 2): खेल पत्रकारिता में लिखने वालों को विभिन्न खेलों के नियम, खिलाड़ियों का इतिहास, प्रदर्शन के आंकड़े, टूर्नामेंट की जानकारी होनी चाहिए। उन्हें तकनीकी शब्दावली का ज्ञान, खेल की बारीकियां, रणनीति और कोचिंग के पहलुओं की समझ होनी चाहिए। साथ ही खेल से जुड़े विवादों, नियमों में बदलाव और अंतर्राष्ट्रीय खेल राजनीति की जानकारी भी आवश्यक है।

प्रश्न 15: "आलोक धन्वा" का कवि परिचय लिखिए। (4 अंक)

अथवा

फणीश्वर नाथ रेणु का लेखक परिचय लिखिए।

उत्तर (विकल्प 1): आलोक धन्वा समकालीन हिंदी कविता के प्रमुख हस्ताक्षर हैं। उनका जन्म बिहार में हुआ था। वे जनवादी कवि हैं और उनकी कविताओं में सामान्य जन-जीवन, बचपन और प्रकृति का सुंदर चित्रण मिलता है। उनकी प्रसिद्ध कृति "दुनिया रोज बनती है" में उन्होंने बच्चों की निर्मल दुनिया को अभिव्यक्त किया है। उनकी भाषा सरल और प्रभावशाली है।

उत्तर (विकल्प 2): फणीश्वर नाथ रेणु आंचलिक कथा साहित्य के प्रवर्तक माने जाते हैं। उनका जन्म 1921 में बिहार के पूर्णिया जिले में हुआ। उनकी प्रसिद्ध रचना "मैला आँचल" ग्रामीण जीवन का जीवंत चित्रण करती है। "परती परिकथा" और "जूलूस" उनकी अन्य महत्वपूर्ण रचनाएं हैं। उन्होंने ग्रामीण समाज की समस्याओं को यथार्थवादी ढंग से प्रस्तुत किया। 1977 में उनका निधन हो गया।

खंड द

प्रश्न 16: निम्नलिखित पद्यांश की सप्रसंग व्याख्या लिखिए। (6 अंक)

पद्यांश:

मैं जला हृदय में अग्नि, दहा करता हूँ,
सुख-दुःख दोनों में मग्न रहा करता हूँ,
जग भव-सागर तरने को नाव बनाए,
मैं भव मौजों पर मस्त बहा करता हूँ!
मैं यौवन का उन्माद लिए फिरता हूँ,
उन्मादों में अवसाद लिए फिरता हूँ,
जो मुझको बाहर हँसा, रुलाती भीतर,
मैं, हाय, किसी की याद लिए फिरता हूँ!

अथवा

ऊपर से ठीक ठाक
पर अंदर से
न तो उसमें कसाव था
न ताकत!
बात ने, जो एक शरारती बच्चे की तरह
मुझसे खेल रही थी
मुझे पसीना पोंछते देख कर पूछा -
"क्या तुमने भाषा को
सहूलियत से बरतना कभी नहीं सीखा?"

उत्तर (विकल्प 1):

संदर्भ: यह पंक्तियां बच्चन की कविता से ली गई हैं जिसमें कवि अपने हृदय की पीड़ा और जीवन संघर्ष को अभिव्यक्त करता है।

प्रसंग: कवि अपने जीवन के उतार-चढ़ाव और मानसिक स्थिति का वर्णन करता है।

व्याख्या: कवि कहता है कि उसके हृदय में प्रेम और वेदना की अग्नि सदैव जलती रहती है। वह सुख और दुःख दोनों स्थितियों में तल्लीन रहता है। जहां संसार भव-सागर से पार होने के लिए नाव बनाता है, वहीं वह इस संसार की लहरों में मस्ती से बहता रहता है। यौवन का उन्माद है तो अवसाद भी है। बाहर से हंसता है लेकिन भीतर से रोता है। किसी की याद उसे सदा परेशान करती है। यह आधुनिक मनुष्य की द्वंद्वात्मक स्थिति को दर्शाता है।

उत्तर (विकल्प 2):

संदर्भ: यह पंक्तियां कुंवर नारायण की कविता से ली गई हैं जो भाषा की सहजता के बारे में है।

प्रसंग: कवि भाषा के कृत्रिम प्रयोग की आलोचना करता है।

व्याख्या: कवि कहता है कि कुछ लेखन ऊपर से तो ठीक लगता है लेकिन उसमें गहराई और शक्ति नहीं होती। भाषा एक शरारती बच्चे की तरह कवि से खेल रही थी और जब कवि परेशान होकर पसीना पोंछ रहा था, तब भाषा ने पूछा - क्या तुमने कभी मुझे सहज रूप से व्यवहार में लाना नहीं सीखा? यह भाषा की कृत्रिमता पर व्यंग्य है। सच्चा साहित्य वही है जो सहज, सरल और प्रभावशाली हो।

प्रश्न 17: निम्नलिखित गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या लिखिए। (6 अंक)

गद्यांश:

यह मैंने भक्तिन के प्रस्ताव को अवकाश न देने के लिए कहा था; पर उसके परिणाम ने मुझे विस्मित कर दिया। भक्तिन ने परम रहस्य का उद्घाटन करने की मुद्रा बनाकर और पोपला मुँह मेरे कान के पास लाकर हौले-हौले बताया कि उसके पास पाँच बीसी और पाँच रुपया गड्डा रखा है। उसी से वह सब प्रबंध कर लेगी। फिर लड़ाई तो कुछ अमरौती खाकर आई नहीं हैं। जब सब ठीक हो जाएगा, तब यही लौट आएँगी। भक्तिन की कंजूसी के प्राण पूंजीभूत होते-होते पर्वताकार बन चुके थे; परन्तु इस उदारता के डायनामाइट ने क्षण भर में उन्हें उड़ा दिया।

अथवा

पर एक बात देखी है कि अगर तीस-चालीस मन गेहूँ उगाना है तो किसान पाँच-छह सेर अच्छा गेहूँ अपने पास से लेकर जमीन में क्यारियाँ बनाकर फेंक देता है। उसे बुवाई कहते हैं। यह जो सूखे हम अपने घर का पानी इन पर फेंकते हैं वह भी बुवाई है। यह पानी गली में बोएँगे तो सारे शहर, कस्बा, गाँव पर पानीवाले बादलों की फसल आ जाएगी। हम बीज बनाकर पानी देते हैं फिर काले मेघा से पानी माँगते हैं। सब ऋषि-मुनि कह गए हैं कि पहले खुद दो तब देवता तुम्हें चौगुना-अठगुना करके लौटाएँगे भइया, यह तो हर आदमी का आचरण है, जिससे सबका आचरण बनता है।

उत्तर (विकल्प 1):

संदर्भ: यह गद्यांश महादेवी वर्मा के संस्मरण "भक्तिन" से लिया गया है।

प्रसंग: लेखिका भक्तिन की कंजूसी और अचानक उदारता का वर्णन कर रही हैं।

व्याख्या: लेखिका ने भक्तिन को प्रस्ताव से रोकने के लिए यह बात कही थी, लेकिन परिणाम ने उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया। भक्तिन ने गुप्त रहस्य बताने की मुद्रा में लेखिका के कान में धीरे से कहा कि उसके पास सौ रुपये और पाँच रुपये गड्डा रखा है। उसी से वह सब व्यवस्था कर लेगी। भक्तिन की कंजूसी पर्वत के समान थी, लेकिन इस उदारता के डायनामाइट ने उसे क्षण भर में नष्ट कर दिया। यह अंश भक्तिन के चरित्र की जटिलता और उसके प्रति लेखिका के प्रेम को दर्शाता है।

उत्तर (विकल्प 2):

संदर्भ: यह गद्यांश "काले मेघा पानी दे" पाठ से लिया गया है।

प्रसंग: लेखक परंपरागत जल संरक्षण की व्याख्या कर रहे हैं।

व्याख्या: लेखक समझाते हैं कि किसान जब फसल उगाना चाहता है तो पहले अच्छे बीज बोता है। उसी प्रकार जब हम पशु-पक्षियों के लिए पानी देते हैं, तो यह भी एक प्रकार की बुवाई है। यदि हम यह पानी गली में डालें तो पूरे शहर में बारिश होगी। यह परंपरा ऋषि-मुनियों द्वारा बताई गई है कि पहले स्वयं दो, तब देवता चौगुना-अठगुना करके लौटाएँगे। यह हर व्यक्ति का आचरण है जिससे समाज का आचरण बनता है। यह परोपकार और सामूहिक जिम्मेदारी का संदेश देता है।

प्रश्न 18: कर्मचारी चयन बोर्ड, दिल्ली में विभिन्न पदों पर आवेदन आमंत्रित करने हेतु समाचार पत्र में प्रकाशनार्थ निर्धारित प्रारूप में एक विज्ञप्ति लिखिए। (4 अंक)

अथवा

अबस विद्यालय रामपुर में स्काउटिंग प्रवृत्ति विकसित करने हेतु आवश्यक सामग्री क्रय करने हेतु "निविदा" लिखिए।

उत्तर (विकल्प 1):

कर्मचारी चयन बोर्ड
ब्लॉक-12, सीजीओ कॉम्प्लेक्स, लोधी रोड
नई दिल्ली-110003

विज्ञप्ति

विज्ञप्ति संख्या: SSC/2024/001
दिनांक: 15 जनवरी 2024

विषय: विभिन्न पदों पर भर्ती हेतु आवेदन आमंत्रण

कर्मचारी चयन बोर्ड निम्नलिखित पदों के लिए योग्य एवं इच्छुक उम्मीदवारों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करता है:

  1. कनिष्ठ अभियंता - 500 पद
  2. सहायक - 1000 पद
  3. लिपिक - 800 पद

शैक्षिक योग्यता: स्नातक/डिप्लोमा (पद के अनुसार)
आयु सीमा: 18-30 वर्ष
आवेदन शुल्क: सामान्य/OBC - ₹100, SC/ST/महिला - निःशुल्क

आवेदन की अंतिम तिथि: 15 फरवरी 2024

विस्तृत जानकारी एवं ऑनलाइन आवेदन के लिए वेबसाइट www.ssc.nic.in देखें।

सचिव
कर्मचारी चयन बोर्ड

उत्तर (विकल्प 2):

अबस विद्यालय, रामपुर
राम नगर, रामपुर - 244901

निविदा सूचना

निविदा संख्या: ABS/2024/Scout/001
दिनांक: 10 जनवरी 2024

अबस विद्यालय, रामपुर में स्काउटिंग प्रवृत्ति विकसित करने हेतु निम्नलिखित सामग्री क्रय करने के लिए मुहरबंद निविदाएं आमंत्रित की जाती हैं:

  • स्काउट यूनिफॉर्म - 100 सेट
  • टेंट - 10 नग
  • रस्सी और खूंटे - आवश्यकतानुसार
  • प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स - 5 नग
  • सीटी, कम्पास आदि

निविदा जमा करने की अंतिम तिथि: 25 जनवरी 2024, 5:00 PM
निविदा खोलने की तिथि: 26 जनवरी 2024, 11:00 AM

शर्तें:

  1. निविदा के साथ ₹5,000 की धरोहर राशि जमा करनी होगी।
  2. विद्यालय किसी भी निविदा को स्वीकार या अस्वीकार करने का अधिकार रखता है।
  3. विस्तृत विनिर्देश विद्यालय कार्यालय से प्राप्त किए जा सकते हैं।

प्रधानाचार्य
अबस विद्यालय, रामपुर

प्रश्न 19: निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर सारगर्भित निबंध लिखिए। (शब्द सीमा 300 शब्द) (8 अंक)

  1. मेक इन इंडिया अभियान
  2. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ
  3. विद्यार्थी जीवन में अनुशासन की महत्ता
  4. पर्वतीय क्षेत्र की मेरी यात्रा

उत्तर (विकल्प 1): मेक इन इंडिया अभियान

प्रस्तावना: मेक इन इंडिया भारत सरकार द्वारा 25 सितंबर 2014 को शुरू किया गया एक महत्वाकांक्षी अभियान है। इसका उद्देश्य भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाना और देश में रोजगार के अवसर सृजित करना है।

अभियान के उद्देश्य: इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत में विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देना, विदेशी निवेश आकर्षित करना, और युवाओं के लिए रोजगार सृजन करना है। इसके माध्यम से GDP में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी को 25% तक ले जाने का लक्ष्य है।

प्रमुख विशेषताएं: यह अभियान 25 महत्वपूर्ण क्षेत्रों को लक्षित करता है जिनमें ऑटोमोबाइल, रसायन, इलेक्ट्रॉनिक्स, खाद्य प्रसंस्करण, वस्त्र आदि शामिल हैं। सरकार ने व्यापार करने में आसानी के लिए कई सुधार किए हैं।

लाभ: इस अभियान से रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं। विदेशी कंपनियों ने भारत में निवेश किया है। भारतीय उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और निर्यात बढ़ा है। देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।

चुनौतियां: बुनियादी ढांचे की कमी, कुशल श्रमिकों की कमी, जटिल नियम-कानून और भ्रष्टाचार प्रमुख चुनौतियां हैं। इन्हें दूर करने के लिए निरंतर प्रयास की आवश्यकता है।

उपसंहार: मेक इन इंडिया अभियान भारत के आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि इसे सही तरीके से क्रियान्वित किया जाए तो भारत विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्था बन सकता है।

उत्तर (विकल्प 2): बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ

प्रस्तावना: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री द्वारा हरियाणा के पानीपत से शुरू की गई। यह लड़कियों के प्रति समाज की संकीर्ण मानसिकता को बदलने का प्रयास है।

योजना की आवश्यकता: भारत में घटता लिंगानुपात चिंता का विषय है। कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह और शिक्षा से वंचित करना प्रमुख समस्याएं हैं। यह योजना इन समस्याओं से निपटने के लिए शुरू की गई।

योजना के उद्देश्य: कन्या भ्रूण हत्या रोकना, लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना, उन्हें शिक्षा प्रदान करना और उनके सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देना इस योजना के मुख्य उद्देश्य हैं।

योजना के लाभ: इस योजना से समाज में जागरूकता बढ़ी है। लड़कियों का स्कूल में नामांकन बढ़ा है। सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना जैसी अन्य योजनाएं भी शुरू की गई हैं।

चुनौतियां: सामाजिक रूढ़िवादिता, गरीबी, अशिक्षा और पुरुष प्रधान समाज की मानसिकता बड़ी चुनौतियां हैं। इन्हें दूर करने के लिए दीर्घकालिक प्रयास आवश्यक हैं।

उपसंहार: बेटियां देश का भविष्य हैं। उन्हें बचाना और पढ़ाना हमारा सामाजिक दायित्व है। यह योजना समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है।

अंक विभाजन

खंड प्रश्न प्रकार अंक वितरण कुल अंक
खंड अ 1 बहुविकल्पीय (12 प्रश्न) 1 × 12 12
2 रिक्त स्थान (6 प्रश्न) 1 × 6 6
3 अपठित गद्यांश (6 प्रश्न) 1 × 6 6
4 अपठित पद्यांश (6 प्रश्न) 1 × 6 6
खंड ब 5-9 लघु उत्तरीय (40 शब्द) 2 × 5 10
खंड स 10-13 दीर्घ उत्तरीय (60-80 शब्द) 3 × 4 12
14-15 विशेष प्रश्न (100 शब्द) 3 + 4 7
खंड द 16 पद्यांश व्याख्या 6 6
17 गद्यांश व्याख्या 6 6
18 विज्ञप्ति/निविदा 4 4
19 निबंध (300 शब्द) 8 8
कुल योग 80

तैयारी संबंधी सुझाव

साहित्य के लिए

  • NCERT की पाठ्यपुस्तकों को गहनता से पढ़ें
  • कवियों और लेखकों का जीवन परिचय याद करें
  • काव्य पंक्तियों का भावार्थ समझें
  • महत्वपूर्ण पंक्तियों को रेखांकित करें

व्याकरण के लिए

  • शब्द शक्ति, अलंकार, रस के नियम स्पष्ट रूप से समझें
  • उदाहरणों के साथ अभ्यास करें
  • पर्यायवाची और विलोम शब्द याद करें

रचनात्मक लेखन के लिए

  • विभिन्न प्रकार के पत्रों का प्रारूप याद करें
  • निबंध लेखन का नियमित अभ्यास करें
  • समसामयिक विषयों पर जानकारी रखें
  • भाषा शुद्ध और प्रभावशाली रखें

परीक्षा के समय

  • समय प्रबंधन का ध्यान रखें
  • सुपाठ्य लिखावट में लिखें
  • उत्तर को बिंदुवार लिखें
  • महत्वपूर्ण शब्दों को रेखांकित करें

संदर्भ

  • राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड आधिकारिक वेबसाइट: rajeduboard.rajasthan.gov.in
  • NCERT हिंदी पाठ्यपुस्तकें - आरोह और वितान (कक्षा 12)
  • RBSE पाठ्यक्रम 2024

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