राष्ट्रपति और केंद्रीय कार्यपालिका की संरचना | UPSC राजव्यवस्था गाइड
🏛️ राष्ट्रपति और केंद्रीय कार्यपालिका की संरचना
UPSC राजव्यवस्था एवं शासन - लेख 5
📚 विषय सूची
🌟 प्रस्तावना
👑 राष्ट्रपति का पद
संवैधानिक स्थिति
राष्ट्रपति बनने की योग्यताएं
अनुच्छेद 58 के अनुसार योग्यताएं
- भारत का नागरिक हो
- 35 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुका हो
- लोकसभा सदस्य बनने की योग्यता रखता हो
- भारत सरकार या राज्य सरकार के अधीन लाभ का पद धारण न करे
- राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, राज्यपाल का पद लाभ का पद नहीं माना जाता
🗳️ राष्ट्रपति का चुनाव
निर्वाचक मंडल
सदस्य | संख्या | मत का मूल्य |
---|---|---|
लोकसभा सदस्य | 543 | 708 (प्रत्येक) |
राज्यसभा सदस्य | 245 | 708 (प्रत्येक) |
विधानसभा सदस्य | 4120 (लगभग) | राज्य के अनुसार अलग |
कुल मत | - | 10,98,882 |
मत मूल्य की गणना
संसद सदस्य के मत का मूल्य = सभी विधानसभा सदस्यों के मत का कुल मूल्य / संसद सदस्यों की कुल संख्या
⚡ राष्ट्रपति की शक्तियां
- प्रधानमंत्री की नियुक्ति
- मंत्रिपरिषद की नियुक्ति
- राज्यपालों की नियुक्ति
- सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति
- महान्यायवादी की नियुक्ति
- नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक की नियुक्ति
- संसद का अधिवेशन बुलाना
- संसद का सत्रावसान
- लोकसभा का विघटन
- संसद में अभिभाषण
- विधेयकों पर स्वीकृति
- अध्यादेश जारी करना
- दया याचिका पर निर्णय
- मृत्युदंड को आजीवन कारावास में बदलना
- सजा में कमी या माफी
- न्यायाधीशों की नियुक्ति
- सुप्रीम कोर्ट से सलाह मांगना
- राष्ट्रीय आपातकाल (अनुच्छेद 352)
- राष्ट्रपति शासन (अनुच्छेद 356)
- वित्तीय आपातकाल (अनुच्छेद 360)
- मूल अधिकारों का निलंबन
राष्ट्रपति की विवेकाधीन शक्तियां
स्थितियां जहां राष्ट्रपति अपने विवेक का प्रयोग कर सकता है
- प्रधानमंत्री की नियुक्ति: जब किसी दल को स्पष्ट बहुमत न हो
- लोकसभा का विघटन: प्रधानमंत्री की सलाह के बावजूद
- अध्यादेश पर हस्ताक्षर: संवैधानिक आधार पर इनकार
- मंत्रिपरिषद वापसी: जानकारी मांगना
- विधेयक पर हस्ताक्षर: संविधान विरोधी होने पर
🎯 प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद
प्रधानमंत्री की स्थिति
पहलू | राष्ट्रपति | प्रधानमंत्री |
---|---|---|
स्थिति | संवैधानिक प्रमुख | वास्तविक कार्यकारी प्रमुख |
चुनाव | अप्रत्यक्ष चुनाव | प्रत्यक्ष चुनाव (लोकसभा सदस्य के रूप में) |
कार्यकाल | 5 वर्ष निश्चित | लोकसभा के विश्वास तक |
शक्ति | नाममात्र | वास्तविक |
जवाबदेही | संविधान के प्रति | संसद के प्रति |
मंत्रिपरिषद की संरचना
मंत्रिपरिषद के तीन स्तर
- कैबिनेट मंत्री: सबसे वरिष्ठ, कैबिनेट बैठक में भाग लेते हैं
- राज्य मंत्री: स्वतंत्र प्रभार या अधीनस्थ मंत्री
- उप मंत्री: सबसे जूनियर स्तर
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO)
🚨 आपातकालीन प्रावधान
आपातकाल | अनुच्छेद | कारण | अवधि |
---|---|---|---|
राष्ट्रीय आपातकाल | 352 | युद्ध, बाहरी आक्रमण, सशस्त्र विद्रोह | 6 महीने (संसदीय अनुमोदन के साथ) |
राष्ट्रपति शासन | 356 | राज्य में संवैधानिक तंत्र की विफलता | 6 महीने (अधिकतम 3 वर्ष) |
वित्तीय आपातकाल | 360 | भारत की वित्तीय स्थिरता को खतरा | 2 महीने (संसदीय अनुमोदन के साथ) |
अनुच्छेद 356 - राष्ट्रपति शासन
🥈 उप-राष्ट्रपति
उप-राष्ट्रपति की विशेषताएं
- चुनाव: संसद के दोनों सदनों के सदस्यों द्वारा
- कार्यकाल: 5 वर्ष
- योग्यता: राज्यसभा सदस्य बनने की योग्यता
- मुख्य कार्य: राज्यसभा का सभापति
- वेतन: राज्यसभा सभापति के रूप में
⚖️ महान्यायवादी
महान्यायवादी के कार्य
- भारत सरकार को कानूनी सलाह देना
- सरकार की ओर से न्यायालयों में पैरवी करना
- संसद की कार्यवाही में भाग लेना (बिना मत के)
- राष्ट्रपति द्वारा सौंपे गए अन्य कानूनी कार्य
📝 अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1: राष्ट्रपति बनने के लिए न्यूनतम आयु कितनी है?
प्रश्न 2: राष्ट्रपति के चुनाव में कुल कितने मत होते हैं?
प्रश्न 3: किस अनुच्छेद के तहत राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है?
प्रश्न 4: मंत्रिपरिषद के कितने स्तर हैं?
प्रश्न 5: उप-राष्ट्रपति किसका पदेन सभापति होता है?
प्रश्न 6: महान्यायवादी की नियुक्ति कौन करता है?
मुख्य परीक्षा प्रश्न 1: "भारत में राष्ट्रपति नाममात्र का प्रमुख है जबकि प्रधानमंत्री वास्तविक शक्ति का केंद्र है।" इस कथन की व्याख्या करें। (250 शब्द)
मुख्य परीक्षा प्रश्न 2: राष्ट्रपति शासन (अनुच्छेद 356) के दुरुपयोग की समस्या और बोम्मई केस के बाद के सुधारों का विश्लेषण करें। (250 शब्द)
🎯 मुख्य बिंदु
- राष्ट्रपति संवैधानिक प्रमुख है, प्रधानमंत्री वास्तविक कार्यकारी शक्ति का केंद्र
- राष्ट्रपति का चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व से निर्वाचक मंडल द्वारा होता है
- तीन प्रकार के आपातकाल - राष्ट्रीय, राष्ट्रपति शासन, वित्तीय
- मंत्रिपरिषद लोकसभा के प्रति सामूहिक जिम्मेदारी रखती है
- उप-राष्ट्रपति राज्यसभा का पदेन सभापति होता है
📚 संबंधित विषय पढ़ें | Explore More on Indian Polity:
- 🔹 भारतीय संविधान की आधारशिला और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
- 🔹 UPSC परीक्षा गाइड: प्रारंभ से साक्षात्कार तक
- 🔹 नीति निदेशक तत्व और मूल कर्तव्य
- 🔹 राष्ट्रपति एवं केंद्रीय कार्यपालिका की संरचना
- 🔹 भारतीय संसद की द्विसदनीय संरचना
- 🔹 न्यायपालिका एवं न्यायिक समीक्षा
- 🔹 संघवाद और केंद्र-राज्य संबंध
- 🔹 राज्य सरकारों की संरचना और कार्यप्रणाली
- 🔹 स्थानीय स्वशासन: जमीनी लोकतंत्र
- 🔹 चुनावी व्यवस्था और राजनीतिक दलों का विनियमन
- 🔹 चुनाव प्रणाली व दलों का नियंत्रण – UPSC
- 🔹 संवैधानिक संस्थाएं और समकालीन चुनौतियां
📌 हर UPSC अभ्यर्थी को इन सभी लेखों का अध्ययन अवश्य करना चाहिए।
Telegram Join Link: https://t.me/sarkariserviceprep
📥 Download Zone:
📌 Useful for Exams:
- UPSC | RPSC | SSC | REET | Patwar | LDC
- All India Competitive Exams
✅ Note: Don’t forget to share this post with your friends and join our Telegram for regular updates.