RBSE Class 12 Hindi Literature Model Paper 2025 | राजस्थान बोर्ड कक्षा 12 हिंदी साहित्य मॉडल प्रश्न पत्र 2025
RBSE कक्षा 12 हिंदी साहित्य मॉडल प्रश्न-पत्र 2025
| बोर्ड | RBSE (BSER Ajmer) |
| कक्षा | 12वीं |
| विषय | हिंदी साहित्य |
| समय | 3 घंटे 15 मिनट |
| पूर्णांक | 80 |
| सत्र | 2024-25 |
हिंदी साहित्य RBSE कक्षा 12 का महत्वपूर्ण वैकल्पिक विषय है जो गद्य, पद्य, निबंध और साहित्यिक आलोचना का अध्ययन करता है।
परीक्षा का सामान्य विवरण
उच्च माध्यमिक परीक्षा 2025 के लिए यह नमूना प्रश्न-पत्र माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा जारी पाठ्यक्रम पर आधारित है।
Blueprint & Marking Scheme
प्रश्न-पत्र की संरचना
| क्र.सं. | प्रश्नावली | अंक | प्रतिशत |
|---|---|---|---|
| 1 | गद्य | 21 | 26.25 |
| 2 | पद्य | 26 | 32.5 |
| 3 | आलोचनात्मक | 16 | 20 |
| 4 | साहित्येतिहास | 7 | 8.75 |
| 5 | निबंध/काव्य | 10 | 12.5 |
| योग | 80 | 100 | |
पाठ्यक्रम संरचना 2024-2025
कृतियों की इकाई और प्रश्नों का विवरण
| क्र.सं. | कृति का प्रकार | कृतियों की संख्या | कृति के प्रत्येक अंश से पूर्व किए गए प्रश्न | पृष्ठों की संख्या | प्रश्नों का प्रकार एवं अंक | प्रत्येक पूर्ण पढ़ने पर कुल अंक | प्रस्तावित अंक | माध्यम में |
|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
| 1 | बहुविकल्पीय/वस्तुनिष्ठ | 6 | 1 | 13 | 15 x 1 | 60 | 15 | 15 |
| 2 | सरल्करण/संस्मरण/कहानी | 6 | संगीत प्रश्न-3×4 | 15 | 8.2.5 | 21 | 13 | 45 |
| 3 | समाज्योत्वांशांतर्गत | - | 13 | 23 | 10.0 | 21 | 15 | - |
| 4 | साहित्यिक/आंग्ल विमर्श | 6 | 13 | 25 | 12.5 | 23 | - | 45 |
| 5 | साहित्येतिहास/पत्र-2 | 4 | 30 | 30 | 12.5 | 21 | 6 | 45 |
| 6 | निबंधात्मक | 1 | 11 वर्ष के अध्ययन से संबंध | 38 | 50 | - | - | 45 |
विस्तृत विषय सामग्री
| क्र.सं. | विधा सामग्री | अंक | प्रतिशत |
|---|---|---|---|
| 1 | अपठित गद्यांश | 12 | 15 |
| 2 | व्याकरणिक एवं रचनात्मक तत्त्व | 16 | 20 |
| 3 | कहानी / एकांकी | 12 | 15 |
| 4 | संस्मरण या आत्मकथा (पाठ-1) | 32 | 40 |
| 5 | संस्मरण या आत्मकथा (पाठ-2) | 12 | 15 |
| कुल | 80 | 100 | |
यह मेमो हिंदी साहित्य प्रश्न पत्र में घोष एवं काव्य की सीमा स्पष्ट करने एवं निर्धारित माध्यमांक पर आधारित प्रश्नों की संभावना।
सामान्य निर्देश
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न हल करने अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न के उत्तर दी गई उत्तर पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आंतरिक खण्ड हैं उनके उत्तर एक साथ ही लिखें।
- प्रश्न का उत्तर लिखना शुरू करने से पूर्व प्रश्न का क्रमांक अवश्य लिखें।
खण्ड – अ
Section - A
प्र.1) बहुविकल्पीय प्रश्न :— (पूर्ण 80) (15×1=15)
i) सूरदास की भाषागत पाठ प्रेमवाट का क्या उपयोग हैं?
अ) कर्म-मार्ग ब) भक्तिमार्ग
स) ज्ञानमार्ग द) राजमार्ग
ii) सूरदास की भक्ति में अपना लगाये का कार्य विशेष लेकिन में किया?
अ) सगुण से ब) हयुगिनि ने
स) भेरो ने द) गद्यरचना ने
iii) विद्योतकर की माघो पाठ में परोस मुद्धरणा कौन सी है?
अ) हरिगीतम् ब) सप्तपदी
स) काव्यल द) गुलाब
iv) प्रभाल को कौन किषय पर लिका?
अ) 1956 ब) 1959
स) 1978 द) 1899
v) रबिरूद्विम किस नदी के किनारे का रहा था?
अ) गंगा ब) यमुना
स) कावेरी द) रापा
vi) कलायोत्वापनि किस भारतीय का काम है?
अ) रायें ब) षष्ठा
स) मरठ द) शुगल
vii) 'ऐ अर अधिक विवेकिता' कथाकृति रिव्ध का अर्थ है :—
अ) प्रबुद्धी ब) साधा
स) पुण्य द) राग
viii) प्रापडी के हस्ताक्षर का प्रश्नम किस माध्य से होता है?
अ) पींच ब) फाइलबुक
स) मानविनिंग द) गद्य
ix) तुलसी दैवतास् बालागी ने किस पथल का कार्य हैं?
अ) आगरा ब) हरिंयार
स) सुनकर द) प्रवास
x) घृवीयिता पाठ किस किधा से संबंधित है?
अ) कहानी ब) निबंध
स) रोज्वच्षित्र द) संस्कृत
xi) प्रेमचन की पुत्री स्थूली मे पोलेस्तुमु शब्द का कौन सा संयास विदेश?
अ) सहपूव ब) उत्पत्ति
स) परपसूर द) उसीपीर
xii) हत्याभार संयोग में विगोल्ड की सीमा है :—
अ) सांग ब) मुद्धर
स) पांड द) बार
xiii) उदय तिजिनिक कैलाश की प्रथम प्रति प्रकाश हुआ?
अ) 7वीं सरी के मध्य ब) 13 वीं सदी के मध्य
स) 16वीं सदी के मध्य द) 19 वीं सरी के मध्य
xiv) वासुदेवगारित्व में भाषा निर्णायक का क्षेत्र यया कालदहश्री है?
अ) वैकल्प ब) छोटे
स) महास्वर द) विषय
xv) वीर रजारत करने वाले निम्बाट को क्या कहते हैं?
अ) सावहानता ब) साकषा
स) दोषक द) दिर्घकालिकार
खण्ड —ब
प्र.2) रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :— (पूर्ण 40) (6×1=6)
(i) .................. कथ्य गुण में कादयी समे एवं स्वसहायालित का प्रयोग होगा हैं।
कथ्य पाठिन में ............... काम गुण है।
(क) "बसन्त आया लाल गुलाबी पुष्लों देरी टूरराई"
काव्य पक्तिन में ......... रस हैं।
(ख) झुण्डलिनित एक ......... मात्रिक छंद हैं।
(ग) हरितोश्विका पदय में ........... चरण होते हैं।
(घ) ..........अलंकार में कारण के विना कार्य की संभावना का कर्बन किंया जाता हैं।
(ङ) यहीं प्रत्यासा की असय तत्तलोग में गुस्ना के ठीकारा में मृत्युभर से बैरे पश किंया जाता हैं वहा .........अलंकार होता हैं।
खण्ड —स
प्र.3) निम्नलिखित अवतरण गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :— (5×6=6)
घनिष्ठ आत्मवेत, अत्मिक भारतीय साहित्यिक आन्दोलन था। उस आत्मवेत की छारा की अपैच घुड़ियां बदुरियों के लिए दस्यान, तथापि-भौतिकों ने सामा मानभबिल्यिभों को एक किया। उन्होंने बेवधनों एवं शौला को आधार पर उन्मतासरणड को किए सरी मूल्य सात्तार सुरदियों से थामिष अत्विकतार नो ले तरितका की उनकी किलीन की पाठबवीभित्त बंद करना है कि मातलत से मातलता है, हमे सदैव लगती है। प्राचील मुनियों ने कि श्रम से खूनना होती है, वो सो सर्तूती अर्थी है। प्रांचित अर्थी है, पंचा की पानी मो लो हाई आदमी है। धर्मांचित्र अवर्दी पति किया उसकी प्रांतबातृ स में उपमेल मावहर सरोनाओं अर से ब्रिंटिश नीरती दिखना या।
(i) प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
(ii) रोवाघिक अंव्य का अर्थ बतावों।
(iii) प्रांचील किसको यथा दिलें?
(iv) मृत्युष अपना सुख किंधा हुवाला सोदिषे हैं?
(v) प्रसंग किसदीं यामने हमे कहांती हैं?
(vi) पुत्रीवाल ने अभबतक्ष्मान के लिए भनिष आत्मवदल में या किया?
खण्ड —द
प्र.4) निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :— (6×1=6)
जनुव नहीं समां हैं
अधना तुवे लेके अंधे
मुप्तरती से हो समां हैं
बद्धुमी नहीं डर कर कुर्व्यी हैं
कवी भार्ग है क्या से
सदा हारती वां मनुव् हैं
सुगान से कार्मिह से
(i) प्रस्तुत पद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
(ii) रेवाघिक शब्द का अर्थ लिखिए।
(iii) प्रस्थूति किसको यहा दिलें?
(iv) मनुष्य अपना सुख किंधा हुसाला सकते हैं?
(v) प्रस्तुति किसदीं यामने हमे कातंती हैं?
(vi) मृत्युभल का महान लिखिए।
प्र.5) निम्नलिखित पर सहग यपघ सिलन 50 शब्दों में उत्तर लिखे :—
निशुल्व – गद्य सन्तवों से उत्तर ध्यान 60 रचनाओं मे लिखिए।
प्र.6) "पह वीर अवेत बगेनिषं मे बीर की विलिष्टतिलों की समुकहों काे रिए?" (5)
अथवा
कोचिषिन सहागी के बीती मात्रं को सुविश्लेषिको एवं दवुर्े स्फुराने ने विचरोप-कल्पना लिखिए।
प्र.7) तुलसी हैमिन: बाड़्गी में सेवकार्य सागरिक देवी की सम्पुर्णा संबंध परिष में कीजिए। (5)
अथवा
पर्यावरण संषूषन मे नागरिक कर्तव्य लिखिए।
प्र.18) 'किर्वीपुरम की मान्रों में सेवाकार्य पर की विकरमति से किया हैं?' वक्तौं सर्फेन लिखिए। (5)
अथवा
संद्दान को अब्ोधो साक्ष के अनुसार सूर्यराम ग्रहम सधिष कंजिए।
प्र.19) निम्नलिखित पर सकारिया कीर सड्स।
हर देव अथवा विर्गिष में बीव की कविलिष्टताओं की समसुलापों को समुलों। (3)
अथवा
"राय साइयर से तैयं आंग्रा" —लेता से विल्परस्त मोर देवलोप। (3)
प्र.12) 'किसंधी को मो किन्हेमनोंण लिखो। (2)
प्र.13) संस्थामता का विविध संहित्युता में या अर्थ हैं? (2)
प्र.14) कहानी संख्यात भागांक या मुख्या कानिखा का साहित्यिक परिचय लिखिए। (2)
खण्ड —ई
निशुल्व – निम्नलिखित पाध्यो के उत्तर दोत् साहता 60 रत्नावों से लिखिए।
प्र.16) यद वीर अवेत बगेनिषं की बीर को किल्विष्टतलों की ओर निर्देशिराओं को रिए। (5)
अथवा
कसीरिन मागनी के बीती मात्रं को सुविभलेष्टिक एवं दतिर्घा स्फुराने से विभरोप-विन्खना लिखिए।
प्र.17) तुलसी रामास बवलगी में मैत्रिबाड तीर्धी लेवै की कत्वहारिकन संज्ञा परिवै मे कीजिए। (5)
अथवा
नवदिमरांता बादफी के वोंमो पारों को सुविसशेविक एवं इनको मुदोरिकाएं व पक्षरोप-विन्यला लिखिए।
प्र.18) 'किन्षीपुनाँ की गार्वों में मैवैद्वारों पर के पिन्वेकपा से किया हैं?' नुत्यों संपेन लिखिए। (5)
अथवा
सन्घान की सेमोथें साक्षें के अनुसार सैर्यराम पहले संनिक कीजिए।
प्र.19) निम्नलिखित गंयांम को शुझ लिखिए। (5)
अथूआ
हरगोविन हीचा में आया।..........डड़ी बहुरिया का पैर पकड़ लिया, '' ड़ड़ी बहुरिया! .........मुझे माफ करो। में तुम्हारा संवाद नहीं कह सका। .......तुम गांव छोड़ कर मत जाओ। तुमको कोई कष्ट नहीं होने दूंगा। में तुम्हारा बेटा। बड़ी बहुरिया, तुम मेरी मां, सारे गांव को मां हो। में अब नित्तला बेटा नहीं रहूंगा।
प्र.20) निम्नलिखित पद्यांश की सारगारा व्याख्या कीजिए। (5)
तन जस पिसर पात मा मोरा। बिरह न हरें पवन हीइ झोरा ।।
तरिवर झारे झरे बन ढोखा। भइ अनपत फूल कर साखा ।।
करिह बनकपति कीन्ह हुलासू। सो कहं मा जंग दुरा उदासू ।।
अथूआ
तोड़ो तोड़ो तोड़ो
ये पत्थर ये चट्टान
ये झूठे बंदन टूटे
तो धरती को हम जाने
सुमते हैं मिट्टी मे रसे हैं जिससे उगती दूब है
अपने मन के मैदानों पर त्यागी कैसी ऊब है
आधे आधे गाने
प्र.21) निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 400 शब्दों में निबंध लिखिए। (6)
(अ) राजस्थान में लोकजीवन
(ब) मेरा प्रिय कवि तुलसीदास
(स) समाज एवं नारी सशक्तिकरण
(द) पर्यावरण संरक्षण में नागरिक कर्तव्य
विस्तृत उत्तर एवं हल
खण्ड अ - बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर
| प्रश्न | उत्तर | व्याख्या |
|---|---|---|
| i | (ब) भक्तिमार्ग | सूरदास ने भक्तिमार्ग का प्रचार किया |
| ii | (ब) यशोदा ने | यशोदा ने श्रीकृष्ण की भक्ति में विशेष योगदान दिया |
| iii | (स) काव्यल | विद्यापति की माधुरी में काव्यल रस मुख्य है |
| iv | (ब) 1959 | प्रमाल प्रकाशन वर्ष 1959 है |
| v | (द) सरयू | रामकृष्ण सरयू नदी के तट पर रहे थे |
| vi | (स) मराठी | कला-योत्सापनी मराठी भाषा की रचना है |
| vii | (अ) प्रबुद्धी | अधिक विवेकिता का अर्थ प्रबुद्धी है |
| viii | (द) गद्य | प्रापडी के हस्ताक्षर गद्य माध्यम में हैं |
| ix | (स) सुनकर | तुलसी दास बाल्मीकि से सुनकर कार्य करते थे |
| x | (द) संस्मरण | घृवीयिता पाठ संस्मरण विधा से संबंधित है |
| xi | (स) परस्पर | पोलेस्तुमु शब्द परस्पर संयास विधेश है |
| xii | (द) बार | हत्याभार संयोग में बार की सीमा है |
| xiii | (ब) 13वीं सदी के मध्य | उदय तिजिनिक 13वीं सदी में प्रकाशित हुआ |
| xiv | (स) महास्वर | वासुदेवगारित्व में महास्वर का क्षेत्र है |
| xv | (द) दिर्घकालिकार | वीर रजारत करने वाले को दिर्घकालिकार कहते हैं |
खण्ड ब - रिक्त स्थान भरने के उत्तर
उत्तर 2:
- (i) माधुर्य कथ्य गुण में कादयी समे का प्रयोग होता है।
कथ्य पाठिन में माधुर्य काव्य गुण है। - (क) "बसन्त आया लाल गुलाबी पुष्पों देरी टूरराई"
काव्य पक्तिन में शृंगार रस है। - (ख) झुण्डलिनित एक मात्रिक मात्रिक छंद है।
- (ग) हरितोश्विका पद्य में चार चरण होते हैं।
- (घ) विभावना अलंकार में कारण के बिना कार्य की संभावना का वर्णन किया जाता है।
- (ङ) जहां प्रत्यासा की असय तत्तलोग में गुस्ना के ठीकारा में मृत्युभर से बैरे पश किया जाता है वहां विरोधाभास अलंकार होता है।
साहित्यिक विधाएं एवं काव्य तत्व
| काव्य तत्व | परिभाषा/उदाहरण |
|---|---|
| गद्य विधाएं | कहानी, संस्मरण, आत्मकथा, निबंध, एकांकी |
| पद्य विधाएं | प्रबंधकाव्य, मुक्तक काव्य, खण्डकाव्य, गीतिकाव्य |
| रस | श्रृंगार, करुण, वीर, हास्य, रौद्र, भयानक, बीभत्स, अद्भुत, शांत (नवरस) |
| छंद | दोहा, चौपाई, सवैया, कवित्त, मात्रिक एवं वर्णिक छंद |
| अलंकार | उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, अतिशयोक्ति, अन्योक्ति, विभावना, विरोधाभास |
प्रमुख कवि एवं उनकी रचनाएं
| कवि/लेखक | काल | प्रमुख रचनाएं | विशेषता |
|---|---|---|---|
| सूरदास | भक्तिकाल | सूरसागर, साहित्य लहरी | कृष्ण भक्ति, वात्सल्य रस के सम्राट |
| तुलसीदास | भक्तिकाल | रामचरितमानस, विनय पत्रिका | राम भक्ति, लोकमंगल की भावना |
| कबीरदास | भक्तिकाल | बीजक, साखी, सबद, रमैनी | निर्गुण भक्ति, समाज सुधार |
| बिहारी | रीतिकाल | बिहारी सतसई | श्रृंगार रस, दोहे के महान कवि |
| मैथिलीशरण गुप्त | आधुनिक काल | साकेत, यशोधरा, भारत-भारती | राष्ट्रीय भावना, खड़ी बोली के प्रवर्तक |
| जयशंकर प्रसाद | छायावाद | कामायनी, आंसू, लहर | रहस्यवाद, प्रकृति चित्रण |
| सुमित्रानंदन पंत | छायावाद | पल्लव, गुंजन, ग्रंथि | प्रकृति के सुकुमार कवि |
| महादेवी वर्मा | छायावाद | नीहार, रश्मि, नीरजा, दीपशिखा | वेदना की कवयित्री |
हिंदी साहित्य के काल विभाजन
| काल | समयावधि | प्रमुख विशेषताएं | प्रमुख कवि |
|---|---|---|---|
| आदिकाल | 1050-1375 ई. | वीरगाथा, सिद्ध-नाथ साहित्य | चंदबरदाई, विद्यापति |
| भक्तिकाल | 1375-1700 ई. | राम-कृष्ण भक्ति, निर्गुण-सगुण | कबीर, सूर, तुलसी, मीरा |
| रीतिकाल | 1700-1900 ई. | श्रृंगार रस, अलंकार शास्त्र | बिहारी, केशव, घनानंद |
| आधुनिक काल | 1900 ई. से अब तक | गद्य का विकास, विविध विधाएं | प्रेमचंद, प्रसाद, निराला, महादेवी |
संबंधित लिंक्स
RBSE कक्षा 12 अन्य विषय - Model Papers 2025
विज्ञान संकाय
- RBSE कक्षा 12 गणित Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 Computer Science Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 Informatics Practices Model Paper 2025
कला संकाय
- RBSE कक्षा 12 हिंदी अनिवार्य Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 English Literature Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 English Compulsory Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 इतिहास Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 भूगोल Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 राजनीति विज्ञान Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 अर्थशास्त्र Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 लोक प्रशासन Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 संस्कृत Model Paper 2025
वैकल्पिक विषय
- RBSE कक्षा 12 Psychology Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 गृह विज्ञान Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 चित्रकला Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 12 संगीत All 4 Papers 2025
RBSE Class 12 Topper Answer Sheets 2024
- RBSE कक्षा 12 All Topper Answer Sheets 2024
- RBSE कक्षा 12 हिंदी अनिवार्य Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 English Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 Hindi Literature Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 Sanskrit Literature Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 English Literature Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 History Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 Geography Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 Political Science Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 Economics Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 Physics Question Paper 2024 with Solution
- RBSE कक्षा 12 Chemistry Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 Biology Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 Agriculture Biology Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 Business Studies Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 Accountancy Topper Sheet 2024
- RBSE कक्षा 12 Home Science Topper Sheet 2024
RBSE Class 12 Resources
- RBSE Class 12 Complete Syllabus 2025-26
- RBSE Class 12 Question Papers 2024
- RBSE Senior Secondary Examination 2024
RBSE कक्षा 10 Resources
- RBSE कक्षा 10 All Solved Model Papers 2025
- RBSE कक्षा 10 Hindi Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 10 English Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 10 Science Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 10 Social Science Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 10 Mathematics Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 10 Sanskrit Model Paper 2025
- RBSE कक्षा 10 All Topper Answer Sheets 2024
- RBSE कक्षा 10 All Question Papers 2024 with Answers
- RBSE Class 10 Syllabus 2025-26
RBSE Other Classes Syllabus
निष्कर्ष
यह RBSE Class 12 Hindi Literature Model Paper 2025 latest pattern के अनुसार तैयार किया गया है। हिंदी साहित्य में गद्य, पद्य, निबंध और साहित्येतिहास का समावेश है।
हिंदी साहित्य में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए:
- सभी कवियों और लेखकों के नाम एवं रचनाएं याद करें
- काव्य तत्व - रस, छंद, अलंकार - अच्छे से समझें
- गद्यांश और पद्यांश की व्याख्या का अभ्यास करें
- साहित्यिक काल विभाजन स्पष्ट रूप से याद रखें
लेख प्रकाशक: शाला सरल (Shala Saral)
वेबसाइट: Sarkari Service Prep™
Facebook: शाला सरल (55,000+ Followers)
अस्वीकरण: यह मॉडल पेपर केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। कृपया RBSE की आधिकारिक वेबसाइट से नवीनतम जानकारी की पुष्टि करें।
© 2025 शाला सरल - सर्वाधिकार सुरक्षित | Made with ❤️ for RBSE Students
Keywords: RBSE Class 12 Hindi Literature, हिंदी साहित्य Model Paper 2025, Hindi Sahitya Question Paper, Gadya, Kavya, Nibandh, Sahityetihaas, Board Exam, Surdas, Tulsidas, Kabir, Bihari
